Category: देश

  • तिहाड़ जेल में लगेंगे 15 नए जैमर

    तिहाड़ जेल में लगेंगे 15 नए जैमर

    नई दिल्ली। तिहाड़ जेल से चोरी छिपे फोन के जरिए गैंग चलाने वाले बदमाशों पर जल्द ही नकेल कसने वाली है। जेल के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल रोकने के लिए छह नए स्थानों पर 15 जैमर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

    जेल सूत्रों ने बताया कि 11.5 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना के जरिए जेल में 2जी, 3जी और 4जी नेटवर्क वाले सभी प्रकार के फोन के सिग्नल जाम करने में मदद मिलेगी। अधिकारी ने बताया कि 15 जैमर वर्तमान में लगे तीन जैमर से अतिरिक्त हैं। जैमर लगने के बाद जेल से मोबाइल फोन पर बात करना काफी मुश्किल होगा। उन्होंने बताया कि जैमर लगने के बाद कैदी मोबाइल रखने के बावजूद उसका इस्तेमाल नहीं कर पाऐंगे। दो माह पहले टॉवर लगाने का काम शुरू किया गया है और इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा। अधिकारी ने बताया कि हाई सिक्योरिटी वाले जेल में जैमर लगाए गए हैं।

    तिहाड़ जेल में अकसर छापेमारी के दौरान कैदियों के पास से मोबाइल फोन जब्त किए जाते थे। गैंग के बदमाश मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर बाहर मौजूद अपने गैंग के सदस्यों के संपर्क करते थे और उनसे वारदात को अंजाम दिलाते थे। कैदियों के पास से छोटे से लेकर 4जी वाले फोन भी बरामद हुए। सुकेश चंद्रशेखर के पास से भी फोन मिले हैं।

  • लोकसभा चुनाव : जनपदीय बॉर्डर पर पुलिस ने बढ़ाई चौकसी

    लोकसभा चुनाव : जनपदीय बॉर्डर पर पुलिस ने बढ़ाई चौकसी

    मेरठ। मेरठ जनपद में दूसरे चरण में लोकसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए पुलिस बल अलर्ट मोड पर है। मेरठ से जुड़े विभिन्न जनपदों के बॉर्डर पर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है। एसएसपी ने बुधवार को बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

    लोकसभा चुनाव को लेकर बॉर्डर से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग पूरी तरह से सतर्क है। प्रतिदिन लाखों रुपए की शराब पकड़ी जा रही है। मेरठ जनपद के विभिन्न जनपदों से लगे बॉर्डर पर पुलिस सतर्कता बढ़ा दी गई है। बुधवार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने एसपी देहात कमलेश बहादुर के साथ मेरठ जनपद के बॉर्डर का दौरा किया और पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    एसएसपी ने जनपदीय सीमा के बैरियर बपारसी (सीमा जनपद बागपत) एवं सलावा (सीमा जनपद मुजफ्फरनगर) तथा अन्तरजनपदीय बैरियर नानू नहर पुल अन्तर्गत थाना सरधना तथा भूनी नहर पुल अन्तर्गत थाना सरूरपुर का निरीक्षण किया। बैरियर और सीसीटीवी सलावा नानू नहर पुल एवं भूनी पुल पर स्थापित किए गए हैं। जिन पर 24 घण्टे चेकिंग के लिए पुलिस तैनात की गई है। इसके साथ ही बिजनौर, हापुड़ और गाजियाबाद जनपदों के बॉर्डर पर भी पुलिस फोर्स अलर्ट है।

  • कुछ उद्योगपतियों के खिलाफ गलतबयानी करने वाले नेताओं पर मुकदमा चलाने की मांग दिल्ली हाई कोर्ट ने ठुकराई

    कुछ उद्योगपतियों के खिलाफ गलतबयानी करने वाले नेताओं पर मुकदमा चलाने की मांग दिल्ली हाई कोर्ट ने ठुकराई

    नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने देश के दो-तीन उद्योगपतियों को लेकर भ्रामक और गलत बयान देने के आधार पर विपक्ष के नेताओं राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव और दूसरे नेताओं के खिलाफ जांच और मुकदमा चलाने की मांग खारिज कर दी है। कार्यकारी चीफ जस्टिस मनमोहन की अध्यक्षता वाली बेंच ने याचिकाकर्ता से कहा कि मतदाताओं की बुद्धिमता को कमतर कर नहीं आंकें।

    हाई कोर्ट ने कहा कि देश के मतदाता जानते हैं कि कौन राजनीतिक नेता उनका नेतृत्व कर रहा है और कौन गुमराह कर रहा है। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में याचिकाकर्ता पीड़ित नहीं है। अगर कोई उद्योगपति पीड़ित है तो वो कोर्ट आ सकता है। वर्तमान याचिकाकर्ता की याचिका पर कोर्ट कोई आदेश नहीं दे सकता है।

    याचिका हिन्दू सेना के नेता सुरजीत सिंह यादव ने दायर की है। याचिका में कहा गया था कि इन नेताओं द्वारा अपने एजेंडे के अनुसार तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर केंद्र सरकार की छवि के बारे में गलत धारणा बनाने की कोशिश की जा रही है। लिए गए ऋणों को बट्टे खाते में डालने के वास्तविक अर्थ को जानबूझकर दूसरे अर्थों में पेश कर भ्रम पैदा किया गया है। इसके परिणामस्वरूप केंद्र सरकार की छवि खराब हुई है।

    याचिका में कहा गया था कि भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक बट्टे खाते में डालना माफी के समान नहीं है जबकि नेताओं द्वारा इसको ऋण माफी के रूप में पेश किया जा रहा है। याचिका में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के अलावा कुछ न्यूज चैनलों के ट्विटर हैंडल और यूट्यूब पर से इन उद्योगपतियों के खिलाफ चलाये जा रहे दुष्प्रचार को हटाने की मांग की गई थी।

  • लोकसभा चुनाव : उम्मीदवार 95 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे, 10 हजार तक ही नकद भुगतान

    लोकसभा चुनाव : उम्मीदवार 95 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे, 10 हजार तक ही नकद भुगतान

    – 10 हजार रुपये से अधिक का चेक से होगा भुगतान

    मीरजापुर। जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र मीरजापुर लोकसभा सीट में शामिल हैं। पिछली बार प्रत्याशी के खर्च की सीमा 70 रुपये लाख थी, जबकि इस बार 95 लाख रुपये होगी। प्रत्याशी को हर खर्च का ब्योरा आयोग को देना होगा। 10 हजार रुपये तक ही नगद भुगतान हो सकेगा। इससे ज्यादा का भुगतान चेक, डीडी या ऑनलाइन मोड से होगा।

    जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार निर्वाचन व्यय के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी को अलग से बैंक में खाता खोलना होगा। बैंक खाता एकल अथवा निर्वाचन एजेंट के नाम से संयुक्त हो सकता है। बैंक खाता नामांकन के कम से कम एक दिन पूर्व का होना चाहिए। निर्वाचन संबंधी संपूर्ण व्यय इसी खाते से किया जाएगा। निर्वाचन के दौरान खोले गए बैंक रेखांकित आदाता को चेक से सभी निर्वाचन व्यय किया जाएगा।

    प्रत्याशी व्यय मद में सिर्फ 10 हजार रुपये की नकद राशि संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान खर्च कर सकेगा। किसी से प्राप्त नकद, ऋण, चंदा को सर्वप्रथम रजिस्टर में नकदी देने वाले का नाम, निवास विवरण दर्ज करना होगा। दिनांक सहित धनराशि निर्वाचन के उद्देश्य से खोले गए बैंक खाते में जमा किया जा सकता है। नकद बैंक खाता से आहरित करने के पश्चात गुलाबी रजिस्टर में दर्ज करना होगा। अधिक धनराशि निकालने पर संबंधित व्यक्ति का विवरण रजिस्टर में दर्ज करना होगा। किसी भी माध्यम से निर्वाचन के लिए प्राप्त संपूर्ण धनराशि को खाते में जमा कराएगा। सभी व्यय चेक से करना होगा। निकासी करने के बाद रकम को बाउचर के साथ भुगतान करना होगा। प्रेक्षक व्यय रजिस्टर का कम से कम तीन बार जांच करेंगे।

    25509 युवा पहली बार करेंगे मतदान

    लोकसभा चुनाव में जनपद में 18 से 19 आयु के 25509 युवा पहली बार मतदान करेंगे, जबकि 80 वर्ष से अधिक आयु के 35457 मतदाता भी प्रत्याशियों को आशीर्वाद देंगे।

    विधानसभावार मतदाताओं की संख्या

    विधानसभा क्षेत्र — मतदाता

    छानबे (अ.जा.) — 369860

    मीरजापुर —– 400306

    मझवां ——- 400931

    चुनार ——- 356034

    मड़िहान —— 370674

    कुल ——– 1897805

  • अमेरिकी वैज्ञानिक के खिलाफ पेटा इंडिया के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

    अमेरिकी वैज्ञानिक के खिलाफ पेटा इंडिया के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

    मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में चल रही एंडोकाइनोलॉजी पर चल रही छह दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में अमेरिकी डॉ. क्रिस्टीन आर लैटिन पहुंची है। मंगलवार को पेटा इंडिया के कार्यकर्ताओं ने उन पर पक्षियों के साथ क्रूरता का आरोप लगाकर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर जमकर प्रदर्शन किया।

    पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विशाल गौरैया के मुखौटे पहन कर और हाथों में प्रोटेक्शन पोस्टर लेकर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में आई अमेरिका की लंइसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी की वैज्ञानिक डॉ. क्रिस्टीन आर लैटिन पर क्रूरता का आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि क्रूर क्रिस्टीन लैटिन ने अपने परीक्षणों में गौरैया को मार डाला है। गौरैया के दिमाग को नुकसान पहुंचाना और डराना कोई विज्ञान नहीं है। उन्होंने विश्वविद्यालय में डॉ. क्रिस्टीन आर लैटिन के व्याख्यान का विरोध किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चिड़ियों पर क्रूर और निराधार परीक्षण करना क्रूरता है। वे अपने बेतुके प्रयोगों से चिड़ियों को यातनाएं देती हैं। जैसी उन्हें ट्रांसमीटर लगाना, इंजेक्ट करना, अनजानी वस्तुएं दिखाना, उनके सिर काट देना। इन भीषण व क्रूर प्रयोगों में ही उन्हें मार देना शामिल है।

    पेटा इंडिया की विज्ञान नीति सलाहकार डॉ. अंजना अग्रवाल ने कहा कि क्रिस्टीन लैटिन के निरर्थक प्रयोगों के लंबे इतिहास ने उन्हें केवल एक चीज का विशेषज्ञ बनाया है, चिड़ियों को पकड़ना, उन्हें आतंकित करना और फिर मार डालना। पेटा इंडिया लैटिन के अत्याचारों का विरोध करता है, और उम्मीद करता है कि पक्षियों पर होने वाले अत्याचार को रोका जाएगा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अमेरिका के एक लाख 34 हजार से अधिक लोगों ने लुइसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी से अनुरोध किया है कि क्रूर परीक्षणों के नाम पर वह क्रिस्टीन लैटिन को अनुदान देना बंद कर दे।

  • हमीरपुर-महोबा सीट से जब पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री के बेटे की जमानत हुई जब्त

    हमीरपुर-महोबा सीट से जब पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री के बेटे की जमानत हुई जब्त

    हमीरपुर। हमीरपुर-महोबा संसदीय क्षेत्र में जातीय समीकरणों के उलटफेर में देश के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के बेटे को चुनावी महासमर में तगड़ा झटका लगा था। उनकी जमानत भी जब्त हो गई थी। इतने बड़े राजनैतिक घराने को यहां की लोकसभा की सीट पर पराजय का मुंह देखना पड़ा। उन्हें सिर्फ 7.12 फीसदी ही वोट मिल सके थे। पूर्व पीएम के बेटे को चुनाव मैदान में उन्हीं की पार्टी के भितरघातियों के कारण मात खानी पड़ी थी।

    बुंदेलखंड की हमीरपुर-महोबा संसदीय सीट पर किसी जमाने में कांग्रेस का ही दबदबा रहा है। पहले आम चुनाव में यहां की सीट पर कांग्रेस ने कब्जा किया था। कांग्रेस के प्रत्याशी एमएल द्विवेदी पहली बार यहां की सीट से भारी मतों से जीते थे। उन्हें 32.7 फीसदी मत मिले थे जबकि निर्दलीय राम पीवी सिंह 29.5 फीसदी मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। एमएल द्विवेदी 1952 से लेकर 1862 तक लगातार तीन बार सांसद रहे। चौथी लोकसभा के चुनाव में यहां की सीट से पहली बार भारतीय जनसंघ पार्टी से एक संत निर्वाचित हुआ था। लेकिन 1871 के आम चुनाव में कांग्रेस ने फिर यहां की सीट पर कब्जा कर लिया था।

    छठवें आम चुनाव में बीएलडी प्रत्याशी तेज प्रताप सिंह ने कांग्रेस से सीट छीन ली थी। सातवें आम चुनाव में फिर कांग्रेस की इस सीट पर धमाकेदार इन्ट्री हुई। पार्टी के खाते में 44.2 फीसदी मत आए थे। वहीं ं1984 के आम चुनाव में यहां की सीट पर कांग्रेस ने दोबारा कब्जा किया लेकिन 1989 के आम चुनाव में कांग्रेस की यहां से विदाई हो गई। जातीय समीकरणों का ऐसा उलट फेर हुआ कि समूचे संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस हाशिए पर आ गई।

    चुनावी महासमर में पूर्व पीएम के बेटे और बहू समेत पूरे परिवार ने घर-घर दी थी दस्तक

    हमीरपुर-महोबा संसदीय क्षेत्र में ग्यारहवें आम चुनाव में कांग्रेस ने बड़ा फैसला लिया। 1996 में लोकसभा के चुनाव में देश के तीसरे पीएम रहे लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र सुनील शास्त्री को यहां की सीट के लिए प्रत्याशी घोषित किया गया था। सुनील शास्त्री अपनी पत्नी समेत पूरे परिवार के साथ घर-घर दस्तक देकर वोट मांगे थे। उनके चुनाव में दिल्ली से तमाम दिग्गज आए थे। लेकिन यहां पार्टी की गुटबाजी ने पूर्व पीएम के बेटे को हार का स्वाद चखना पड़ा था।

    तपती धूप और लू में संसदीय क्षेत्र में पसीना बहाने के बाद भी मिले थे 7.12 फीसदी वोट

    तपती धूप और लू में पूर्व पीएम के पुत्र सुनील शास्त्री अपने परिवार के साथ संसदीय क्षेत्र में खूब पसीना बहाया लेकिन भितरघातियों के कारण 7.12 फीसदी मत ही उन्हें मिल सके। समूचे संसदीय क्षेत्र में सुनील शास्त्री को 31035 वोट ही मिल सके। संसदीय क्षेत्र के हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में 9800 वोट मिले थे जबकि मौदहा विधानसभा क्षेत्र में 6336, राठ विधानसभा क्षेत्र से 2524, चरखारी विधानसभा क्षेत्र से 6504 व महोबा विधानसभा क्षेत्र से 6770 वोट मिले थे।

    पार्टी में गुटबाजी और चुनाव प्रचार में भितरघात से राजनीति के बड़े घराने को मिली थी मात

    1996 के आम चुनाव में पूर्व पीएम के पुत्र सुनील शास्त्री ने यहां हमीरपुर महोबा संसदीय सीट के लिए नामांकन किया था। उन्होंने कहा था कि यदि जनादेश मिला तो इस क्षेत्र की तस्वीर ही बदल जाएगी। चुनाव प्रचार में वह अपने परिवार समेत संसदीय क्षेत्र के घर-घर लोगों से मिले थे। लेकिन कांग्रेस में गुटबाजी और चुनाव प्रचार के दौरान भितरघात होने सेे सुनील शास्त्री को बड़ी शिकस्त मिली थी। बाहरी प्रत्याशी होने पर जनता ने उन पर भरोसा नहीं किया।

  • बीएचयू और रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच एमओयू, वेलनेस इन्डस्ट्री को मिलेगा बढ़ावा

    बीएचयू और रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच एमओयू, वेलनेस इन्डस्ट्री को मिलेगा बढ़ावा

    वाराणसी, । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और एओंगडॉक कल्चर एवं टूरिज्म फाउन्डेशन (वाईडीसीटी), रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच मंगलवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय समिति कक्ष संख्या-02 में बीएचयू कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह और कार्यपालक निदेशक, एओंगडॉक कल्चर ली थाइ हो की मौजूदगी में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुआ।

    बीएचयू आयुर्वेद संकाय के प्रमुख प्रो. प्रदीप कुमार गोस्वामी के अनुसार एमओयू निश्चित रूप से भारत एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के सम्बन्धों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य रक्षण, वेलनेस इन्डस्ट्री एवं सांस्कृतिक सहयोग में बढ़ावा देगा। भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के पारम्परिक चिकित्सा पद्धति अपने आधारभूत सिद्धान्तों एवं प्रैक्टिसेस में काफी एकरूपता रखते हैं। भारत एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने में संयुक्त उद्यम, शिक्षा और ज्ञान के आदान-प्रदान और गुणवत्तापूर्ण आदान-प्रदान के समग्र उत्थान के लिए एमओयू निकट भविष्य में लैण्डमार्क सिद्ध होगा।

    इस अवसर पर बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. शंखवार, प्रो. राजेश सिंह, इन्टरनेशनल सेन्टर के संयोजक प्रो. एस.वी.एस. राजू, प्रो. जे.एस. त्रिपाठी, डॉ ए.के. द्विवेदी आदि भी मौजूद रहे।

  • डीआईजी जोन ने गाजीपुर सिधौना में पैरामिलिट्री फोर्स के ठहरने के स्थान का किया निरीक्षण

    डीआईजी जोन ने गाजीपुर सिधौना में पैरामिलिट्री फोर्स के ठहरने के स्थान का किया निरीक्षण

    -लोकसभा चुनाव में जवानों के लिए मूलभूत सुविधाओं को लेकर दिया दिशा निर्देश

    वाराणसी। लोकसभा चुनाव में तिथियों का ऐलान होते ही पुलिस अफसर भी कानून व्यवस्था को लेकर सतर्क हैं। लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न कराने के लिए मतदान बूथों पर पहुंच कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। मंगलवार को वाराणसी परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ ओपी सिंह, पुलिस अधीक्षक जनपद गाजीपुर ओमवीर सिंह के साथ श्री रामकरण स्नातोकत्तर महाविद्यालय,सिधौना और वेद इंटरनेशनल स्कूल,सैदपुर पहुंचे। यहां डीआईजी ने मतदान के लिए पैरामिलिट्री फोर्स व अन्य जनपदों से आने वाले पुलिस बल के ठहरने के लिए उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का अवलोकन किया।

    कॉलेज परिसर में पेयजल, शौचालय, विद्युत व्यवस्था व आवासीय भवनों आदि का भौतिक सत्यापन करते हुए उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को अविलम्ब तैयारी के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद डीआईजी जोन ने पुलिस लाइन गाजीपुर में सलामी के उपरांत जनपद के सभी राजपत्रित अधिकारियों सहित समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष व सभी शाखा प्रभारियों के साथ कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की। उन्होंने लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए अफसरों को दिशा निर्देश दिया।

  • लोस चुनाव-2024 : चुनाव प्रचार में धार्मिक टिप्पणी ना करें उम्मीदवार : दीपक मीणा

    लोस चुनाव-2024 : चुनाव प्रचार में धार्मिक टिप्पणी ना करें उम्मीदवार : दीपक मीणा

    मेरठ। जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवार धार्मिक टिप्पणी ना करें, जिससे धार्मिक समुदायों के बीच वैमनस्यता फैले। आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाए।

    लोकसभा चुनाव को को पारदर्शी, निष्पक्ष, सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए जिलाधिकारी दीपक मीणा ने राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों की चुनाव खर्च को लेकर बैठक ली। जिलाधिकारी ने कहा कि सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना कोई भी रैली, सभा, बैठक आयोजित नहीं की जाएगी। किसी भी राजनैतिक दल के उम्मीदवारों के कार्यकर्ताओं या समर्थकों द्वारा किसी भी प्रकार से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया जाता है तो इसके लिए उम्मीदवार व राजनैतिक दल उत्तरदायी होंगे। किसी भी दल/उम्मीदवार द्वारा प्रचार के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने की संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित की होगी। कोई भी उम्मीदवार धार्मिक टिप्पणी न करें। उम्मीदवारों के व्यक्तिगत चरित्र, आचरण के संबंध में काेई अभद्र टिप्पणी न की जाए।

    मुख्य कोषाधिकारी वरूण खरे ने कहा कि उम्मीदवार व पार्टी सोशल मीडिया पर विज्ञापन के व्यय सहित प्रचार के सभी व्यय को, व्यय के सही लेखे का अनुरक्षण करने के लिए और व्यय की विवरणी प्रस्तुत करने, दोनों ही के लिए शामिल करेगा। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा चुनाव खर्च की सीमा 95 लाख प्रति उम्मीदवार निर्धारित की गई है जो नामांकन की तिथि से परिणाम आने की तिथि तक है। उम्मीदवार द्वारा सोशल मीडिया वेबसाईटों सहित इंटरनेट आधारित कोई भी मीडिया/वेबसाइटों के लिए कोई भी राजनैतिक विज्ञापन सक्षम अधिकारी से पूर्व प्रमाणन कराये बिना रिलीज नहीं करेगा।

    इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त सूर्यकांत त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन बलराम सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार आदि उपस्थित रहे।

  • लोस चुनाव-2024 : मुद्रण सामग्री पर लिखें मुद्रक, प्रकाशक का नाम व पता : दीपक मीणा

    लोस चुनाव-2024 : मुद्रण सामग्री पर लिखें मुद्रक, प्रकाशक का नाम व पता : दीपक मीणा

    मेरठ,। जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि किसी भी चुनावी पंफलेट, पोस्टर या मुद्रण सामग्री पर मुद्रक, प्रकाशक के नाम व पते का उल्लेख किया जाए। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी।

    विकास भवन सभागार में मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में मुद्रणालयों, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी निर्वाचन पंफलेट, पोस्टर तथा प्रकाशक द्वारा मुद्रित ऐसी अन्य सामग्री पर मुद्रक तथा प्रकाशक के नाम व पते का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाये। कोई व्यक्ति निर्वाचन से संबंधित पम्पलेट, पोस्टर जब तक मुद्रित नहीं करेगा, जब तक कि प्रकाशक के पहचान की घोषणा उनके द्वारा हस्ताक्षरित तथा दो व्यक्ति जो उन्हें व्यक्तित्व रूप से जानते हो द्वारा सत्यापित न हो।

    उन्होंने कहा कि प्रत्येक चुनावी पंफलेट, पोस्टर आदि के संबंध में प्रिंटिंग के तीन दिन के अंदर प्रिंटर द्वारा इस प्रकार की सूचना अलग से दी जाए। मीडिया प्रमाणन एवं अनुवीक्षण समिति सभी समाचार पत्रों, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, केबिल नेटवर्क, मोबाइल नेटवर्क और जनसंचार के अन्य माध्यमो जैसे बल्क ई-पेपर, वेबसाईट आदि देखेगा और उम्मीदवारों और पार्टियों से संबंधित विज्ञापनों, संदेशों का रिकार्ड देखेगा।

    उन्होंने कहा कि कोई भी विज्ञापन समाचार पत्र व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा पेड न्यूज के रूप में ना चलाया जाए। कानूनी रूप से विज्ञापन का प्रकाशन किया जाए। प्रेस की यह डयूटी होगी कि निर्वाचन से संबंधित रिपोर्ट प्रकाशित करते समय अखबार किसी भी ढंग से अस्वस्थ निर्वाचन अभियान में भाग न लें तथा किसी भी राजनैतिक दल व उम्मीदवार से संबंधित घटना को बढा-चढाकर प्रकाशित न करें। निर्वाचन अभियान के दौरान धार्मिक, जातिसूचक वाक्य पूर्णतः प्रतिबंध है। प्रेस ऐसे समाचार प्रकाशित न करें जिससे धार्मिक समुदाय, लिंग, भाषा और जाति के बीच शत्रुता/वैमनस्यता फैले।

    उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के व्यक्तिगत चरित्र, आचरण के संबंध में कुछ भी प्रकाशित न करें। किसी भी उम्मीदवार या पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए प्रेस किसी भी प्रकार कोई लाभ न लें। उम्मीदवार, पार्टी सोशल मीडिया पर विज्ञापन के व्यय सहित प्रचार के सभी व्यय को, व्यय के सही लेखे का अनुरक्षण करने के लिए और व्यय की विवरणी प्रस्तुत करने, दोनो ही के लिए शामिल करेगा। उम्मीदवार द्वारा सोशल मीडिया वेबसाईटों सहित इंटरनेट आधारित कोई भी मीडिया, वेबसाइटों के लिए कोई भी राजनैतिक विज्ञापन एमसीएमसी कमेटी से पूर्व प्रमाणन कराये बिना रिलीज नहीं करेंगा।

    प्रिंट मीडिया में मतदान दिवस, मतदान से पूर्व दिवस पर विज्ञापन हेतु विज्ञापनों के पूर्व प्रमाणन के लिए उम्मीदवार को एमसीएमसी टीम को प्रकाशन की तिथि से दो दिन पूर्व आवेदन करना होगा। निर्वाचन से संबंधित अपुष्ट व भ्रामक खबरों को चलाने से बचें। इस अवसर पर सीडीओ नूपुर गोयल, अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त सूर्यकांत त्रिपाठी, मुख्य कोषाधिकारी वरूण खरे, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार आदि उपस्थित रहे।