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  • आयोग के आदेशों के उल्लंघन पर प्रिटिंग प्रेस का लाइसेंस होगा जब्त

    आयोग के आदेशों के उल्लंघन पर प्रिटिंग प्रेस का लाइसेंस होगा जब्त

    हमीरपुर। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सोमवार को जनपद के सभी प्रिटिंग प्रेस मुद्रकों व प्रकाशकों को निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।कहा है कि यदि किसी भी राजनीतिक दल व प्रत्याशियों द्वारा कोई भी चुनावी सामग्री मुद्रित कराई जाती है तो उसकी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को अवश्य दी जाए।

    उन्होंने प्रिटिंग प्रेस के सभी प्रकाशक एवं मुद्रकों से कहा है कि चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के संदर्भ में जारी दिशा निर्देशों के क्रम में यदि राजनीतिक दलों अथवा प्रत्याशियों द्वारा किसी भी प्रेस में चुनाव सम्बंधी सामग्री जिसमें पुस्तिकाएं, पोस्टर व पम्पलेट आदि प्रकाशित कराई जाती है तो उस पर होने वाले व्यय के सम्बंध में पूरी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को प्रेषित करेंगे और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 का अनुपालन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि धारा 127 क के अंतर्गत किसी भी निर्वाचन पम्पलेट या पोस्टर या प्रकाशक द्वारा मुद्रित ऐसी अन्य सामग्री पर मुद्रक व प्रकाशक का नाम, पता, प्रतियों की संख्या स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा। इसी प्रकार धारा 127 क-2 के अंतर्गत मुद्रण सामग्री मुद्रित होने के तीन दिनों के अंदर मुद्रित प्रतियां एवं प्रकाशक द्वारा घोषणा पत्र भी प्रेषित किया जाएगा।

    उन्होंने कहा कि 127 क के प्रावधानों तथा आयोग के आदेशों के किसी भी प्रकार के उल्लंघन को गम्भीरता से लिया जाएगा। साथ ही सम्बंधित पर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रिटिंग प्रेस का लाइसेंस जब्त किया जा सकता है और 6 महीने का कारावास अथवा जुर्माना जिसे 2 हजार तक बढ़ाया जा सकता है अथवा दोनों दण्ड दिये जा सकते हैं। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, अपर जिलाधिकारी न्यायिक, प्रभारी एम०सी०एम०सी० सहायक निर्वाचन अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

  • जमीन का पट्टा रद्द करने के सरकारी फैसले के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी की याचिका खारिज

    जमीन का पट्टा रद्द करने के सरकारी फैसले के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी की याचिका खारिज

    प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रामपुर जिले में मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की भूमि के पट्टे को रद्द करने को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया। यूनिवर्सिटी ट्रस्ट की रिट याचिका में विश्वविद्यालय से जुड़े लीज डीड को रद्द करके जमीन जब्त करने के उत्तर प्रदेश सरकार के कदम को चुनौती दी गई थी।

    राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान की मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को पट्टे की शर्तों के उल्लंघन का हवाला देते हुए 3.24 एकड़ भूमि का पट्टा रद्द कर दिया। जिसमें आरोप लगाया गया था कि मूल रूप से एक शोध संस्थान के लिए आवंटित भूमि पर एक स्कूल चल रहा था। नियमानुसार लीज रद्द होने के बाद जमीन का कब्जा स्वतः सरकार के पास चला जाता है।

    न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता और न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र की खंडपीठ ने दिसम्बर 2023 में जौहर विश्वविद्यालय ट्रस्ट की याचिका पर दोनों पक्षों को सुनने के बाद मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। फैसले को सुरक्षित रखते हुए, पीठ ने यह भी निर्देश दिया कि राज्य सरकार शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के अंत तक रामपुर पब्लिक स्कूल के बच्चों के लिए हेल्पलाइन चालू रखेगी।

    मामले में सुनवाई के दौरान महाधिवक्ता ने इस आधार पर बिना कारण बताओ नोटिस के पट्टा रद्द करने का बचाव किया था कि जनहित सर्वोपरि है। यह तर्क दिया गया कि उच्च शिक्षा (अनुसंधान संस्थान) के उद्देश्य से अधिग्रहित की गई भूमि का उपयोग रामपुर पब्लिक स्कूल चलाने के लिए किया जा रहा था।

    तत्कालीन कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खान द्वारा सरकारी जमीन के खुलेआम दुरुपयोग के आधार पर पट्टा रद्द करने का बचाव करते हुए महाधिवक्ता अजय कुमार मिश्रा ने आरोप लगाया था कि यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान कैबिनेट मंत्री रहते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री का पद संभाल रहे थे। उन्होंने अध्यक्ष की हैसियत से ट्रस्ट का नेतृत्व किया, जो हितों का टकराव था।

    ट्रस्ट की ओर से पेश होते हुए अधिवक्ता अमित सक्सेना ने यूपी सरकार द्वारा लीज डीड को रद्द करने और संपत्ति को सील करने में प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। ट्रस्ट का प्राथमिक तर्क था कि अनुसंधान संस्थान के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले समिति के किसी भी सदस्य या ट्रस्ट को कोई नोटिस नहीं दिया गया था और याची ट्रस्ट को विशेष जांच दल की रिपोर्ट कभी नहीं दी गई थी। इसके अलावा, यह भी तर्क दिया गया कि यदि याची को उन रिकॉर्डों को दिखाया गया होता, जिस पर पट्टा रद्द करने और परिसर को सील करने के लिए आधार बनाया गया था। उस पर याची पर्याप्त रूप से जवाब दे सकता था

  • दो विद्युत कनेक्शन देने में फर्जीवाड़ा करने पर संविदा लाइनमैन बर्खास्त

    दो विद्युत कनेक्शन देने में फर्जीवाड़ा करने पर संविदा लाइनमैन बर्खास्त

    – आईजीआरएस पर हुई शिकायत की जांच के बाद विद्युत विभाग ने की कार्रवाई

    मुरादाबाद, । जिले के थाना पाकबड़ा क्षेत्र के रतनपुर कलां गांव में दो विद्युत कनेक्शन देने के मामले में फर्जीवाड़ा पाया गया है। आईजीआरएस पर हुई शिकायत की जांच के बाद विद्युत निगम ने सोमवार को एक संविदा लाइनमैन को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही एक उपभोक्ता के खिलाफ भी थाने में तहरीर दी गई है।

    लाइनमैन जुनैद ने उपभोक्ता अहमद नबी को 130 मीटर दूरी को 40 मीटर दिखाकर कनेक्शन दिलाया था। वहीं विद्युत निगम के नियमानुसार उपभोक्ता को खम्भे से 45 मीटर की दूरी पर ही कनेक्शन दिया जा सकता है। इससे अधिक दूरी होने पर अलग खम्भा लगाया जाता है, जिसका खर्च उपभोक्ता को देना पड़ता है। इस मामले में संविदा लाइनमैन की सेवा समाप्त करने के अलावा उपभोक्ता के घर का विद्युत कनेक्शन काट दिया है। एक अन्य मामले में रतनपुर कलां गांव के उपभोक्ता मोहम्मद अनस के खिलाफ विद्युत चोरी निरोधक थाने में तहरीर दी गई है।

    एक्सईएन की जांच में पाया गया कि उन्हें 38 मीटर की दूरी पर कनेक्शन दिया गया था। उन्होंने मीटर उखाड़कर खम्भे से 40 मीटर की दूरी पर लगा लिया। शिकायतकर्ता का कहना है कि कनेक्शन जेई की मिलीभगत से दिए गए थे।

    जेई संतोष कुमार ने बताया कि उनकी तैनाती के समय यह कनेक्शन दिया गया था। दो संविदा कर्मचारियों ने धोखे से यह काम उनसे करा लिया था। इसके बाद उन कर्मचारियों को हटा दिया गया है और मामला अधिकारियों की जानकारी में है।

  • लोस-2024 : राजनैतिक दलों को पढ़ाया आदर्श आचरण का पाठ

    लोस-2024 : राजनैतिक दलों को पढ़ाया आदर्श आचरण का पाठ

    मीरजापुर,। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को निपष्क्ष, शान्तिपूर्ण व पारदर्शी ढंग से सम्पन्न कराने के दृष्टिगत जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने सभी राजनैतिक दलों, सहायक रिटर्निंग आफिसर के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को बैठक कर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित आचार संहिता के नियमावली के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।

    जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव की शुचिता को बनाये रखने और चुनाव की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सभी लोग अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करते हुए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों व आदर्श आचार संहिता पालन सुनिश्चित करें।

    उन्होंने जनपद में चुनाव प्रक्रिया के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि सात मई को निर्वाचन की अधिसूचना तथा 14 को निर्देशन व 15 को नाम निर्देशनों की संवीक्षा तथा नाम वापसी के लिए 17 मई निर्धारित की गई हैं। जनपद में एक जून को मतदान तथा चार जून को मतगणना सम्पन्न की जायेगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सख्त लहजे में कहा कि आदर्श आचार संहिता का अक्षरश: पालन किया जाए। जिला प्रशासन आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के प्रति कटिबद्ध है और किसी भी स्तर पर उल्लंघन करने पर सुसंगत धाराओं के तहत कार्यवाही की जाएगी।

    उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिव प्रताप शुक्ल ने पूर्व लिखित अनुमति के बिना सार्वजनिक बैंठकों और जुलूसों में लाउडस्पीकर का कोई उपयोग नहीं किया जाएगा। सार्वजनिक उद्घोषण प्रणाली, ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग रात्रि 10 से प्रातः छह बजे मध्य नहीं किया जाएगा।

    नगदी की लेन-देने से बचे

    आदर्श आचार संहिता व निर्वाचन के दौरान राजनैतिक दलों अथवा प्रत्याशियों की ओर से क्या किया जाना, क्या नहीं किया जाना है, के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बताया कि निर्वाचन कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए राजनैतिक दल के पदाधिकारी, कार्यकर्ता अथवा प्रत्याशी नगदी की लेन-देने से बचे। राजनैतिक दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के निजी जीवन से सम्बन्धित किसी भी ऐसे पहलू, जो सार्वजनिक गतिविधियों से जुड़ा न हो, की आलोचना न की जाए, चुनाव के दौरान अन्य राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों की आलोचना के केवल उनकी नीतियो, कार्यक्रमाें, पिछले रिकार्ड और कार्याें तक ही सीमित होनी चाहिए।

    ई-सुविधा पोर्टल से ली जा सकेगी अनुमति

    किसी जुलूस के लिए बैठक, जनसभा आदि के लिए ई-सुविधा पोर्टल से समक्ष रिटर्निंग अधिकारी से अनुमति लेना आवश्यक होगा तथा जुलूस के आरम्भ, समाप्ति एवं मार्ग का निर्धारण कर स्थानीय पुलिस अधिकारियों से पूर्व से अनुमति प्राप्त करनी होगी।

  • सर्राफा व्यापारी के घर व दुकान में राजस्व खुफिया निदेशालय का छापा

    सर्राफा व्यापारी के घर व दुकान में राजस्व खुफिया निदेशालय का छापा

    5-6 घंटे तक चली छानबीन के बाद लौटी टीम

    झांसी, । कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित सराफा बाजार में सोने के थोक कारोबारी के घर व दुकान पर राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की टीम के छापा मारा। अचानक पड़े इस छापे से व्यापारियों में हड़कंप मच गया। टीम ने व्यापारी के एक साथ कई ठिकानों पर छापा मारकर अहम दस्तावेज को कब्जे में ले लिया। 5-6 घंटे तक चली इस मशक्कत के बाद टीम वापस लौट गई।

    बताया जा रहा है कि सोने के थोक कारोबारी रामकुमार अग्रवाल उर्फ पप्पू कांटे के यहां आज दोपहर दिल्ली से पहुंची डीआरआई की टीम ने सराफा बाजार स्थित आरके ज्वेलर्स व एक अन्य दुकान पर छापा मारा। इसी दौरान अन्य टीमों ने मोबाइल मार्केट वाली गली स्थित मकान व मिशन कम्पाउंड स्थित घर में भी छापामार कार्यवाही की।

    सूत्रों की मानें तो एक माह पहले दिल्ली में बड़े सोना कारोबारी के यहां भी छापा मारा गया था, जिसमें काफी गड़बड़ी मिली थी। इसी दौरान झांसी के कारोबारी के कुछ लोग सोने के साथ पकड़े गये थे। यह भी बताया गया है कि उसी सिलसिले में जांच करने डीआरआई की टीम झांसी पहुंची थी। हालांकि कई लोग इसे इनकम टैक्स और कई लोग जीएसटी की छापेमारी बताते रहे हैं। इस सम्बन्ध में न तो पुलिस विभाग और न ही इनकम टैक्स या जीएसटी के किसी अधिकारी ने पुष्टि की है। न ही इसकी अभी तक कोई अधिकारिक पुष्टि हो पायी है।

    क्या है डीआरआई

    राजस्व खुफिया निदेशालय भारत की एक खुफिया एजेंसी है। यह प्रमुख कार्य तस्करी विरोधी खुफिया जांच एवं संचालन एजेंसी है। इसका कार्य अवैध रूप से तस्करी पर रोक लगाना है।

  • अवैध सामग्री व असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर रखें निगरानीः जिला निर्वाचन अधिकारी

    अवैध सामग्री व असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर रखें निगरानीः जिला निर्वाचन अधिकारी

    जबलपुर,। जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सोमवार को लोकसभा निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिये स्थैतिक निगरानी दल की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्थैतिक निगरानी दल का महत्वपूर्ण दल है, जिसमें एक मजिस्ट्रेट, चार पुलिस कर्मी और एक वीडियोग्राफर होंगे। जो अवैध सामग्री, असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर निगरानी रखेंगे। उन्होंने जांच के दौरान संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में करने के निर्देश दिये।

    उन्होंने प्रतिदिन वीडियो रिकॉर्डिंग की सूची आरओ को सौंपने को कहा। कोई भी व्यक्ति 300 रुपये जमा कर वीडियो सीडी की प्रति प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि 50 हजार या अधिक राशि किसी अभ्यर्थी या उसके ऐजेंट, पार्टी कार्यकर्ता को ले जाने वाले वाहन में या पोस्टर, निर्वाचन सामग्री, ड्रग्स, शराब, हथियार अथवा 10 हजार रुपये से अधिक ऐसी उपहार सामग्री ले जायी जा रही है जिसका इस्तेमाल निर्वाचकों को प्रलोभन में इस्तेमाल की संभावना है, को जप्त किये जाने की शर्त के अधीन होगी।

    उन्होंने स्थैतिक निगरानी दल के सदस्यों को सामान या वाहन की जांच करते समय मर्यादित आचरण करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि यदि कोई स्टार प्रचारक अनन्य रूप से अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिये एक लाख रूपये तक की नगदी ले जा रहा है या कोई दलीय पदाधिकारी दल के कोषाध्यक्ष के उस प्रमाणपत्र जिसमें धनराशि और उसके अभिप्रेत उपयोग का उल्लेख किया हो के साथ नगदी ले जा रहा है तो एसएसटी टीम में प्राधिकारीगण प्रमाण पत्र की एक प्रति रख लेंगे और नगदी जप्त नहीं करेंगे। यदि वाहन में 10 लाख से अधिक नगदी पायी जाती है तो किसी अपराध से जुड़े होने या किसी अभ्यर्थी या अभिकर्ता या दलीय पदाधिकारी सहलग्नता का कोई संदेश नहीं होता है तो एसएसटी टीम नगदी जप्त नहीं करेगी और आयकर कानूनों के अंतर्गत आवश्यक कार्यवाही करने के लिये आयकर प्राधिकारी को सूचना देगी।

    उन्होंने कहा कि जांच के दौरान अपराध के होने की आशंका होने पर एसएसटी के प्रभारी पुलिस अधिकारी द्वारा सीआरपीसी के प्रावधान अनुसार जप्ती की जायेगी और मजिस्ट्रेट या पुलिस प्रभारी द्वारा 24 घंटे के भीतर क्षेत्राधिकार वाले न्यायालय में एफआईआर दर्ज की जायेगी। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि जप्ती की डबल एंट्री न हो इसपर ध्यान दें, संबंधित क्षेत्र के अधिकारी एसएसटी दल के लिये टेंट व पानी की व्यवस्था करेंगे। साथ ही वीडियोग्राफर के लिये चार्जिंग की सुविधा सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान बताया गया कि टीम के सभी सदस्य इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम ईएसएमएस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर उसे लॉगइन कर लें। बैठक में ईएसएमएस की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से बताया गया।

    मतदाता के स्वाभिमान को जगाएं

    लोक सभा चुनाव के निर्विघ्न और सुचारू संचालन के लिये नियुक्त सेक्टर अधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस अधिकारियों की सोमवार को चार सत्रों में बैठकें हुईं। प्रत्येक सत्र में दो-दो विधानसभा क्षेत्रों के सेक्टर अधिकारी एवं सेक्टर पुलिस अधिकारी शामिल हुये। सेक्टर अधिकारी एवं सेक्टर पुलिस अधिकारियों की ये बैठकें जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर दीपक सक्सेना और पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने ली।

    बैठक में बताया गया कि सेक्टर अधिकारी एवं सेक्टर पुलिस अधिकारी अपने सेक्टर के सभी मतदान केन्द्रों के लिये निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होने तक के लिये जिम्मेदार होते हैं। सेक्टर अधिकारियों को यथा समय उसी क्षेत्र के लिये विशेष कार्यपालक शक्तियां भी दी जाती हैं। कलेक्टर सक्सेना ने कहा कि सेक्टर ऑफिसर चुनाव प्रक्रिया में रिटर्निंग अधिकारी और मतदान दलों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करेंगे। सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र के क्रिटिकल व वल्नरेबिलिटी मैंपिंग, मतदाता जागरूकता, चुनाव प्रबंधन व ईव्हीएम की कार्यप्रणाली, कानून व्यवस्था, मतदान प्रक्रिया, आदर्श आचरण संहिता व आयोग के दिशा निर्देशों की सही जानकारी रखें।

    उन्होंने सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिये कि वे अग्रिम रूट चार्ट, मतदान केन्द्र की बुनियादी सुविधायें जैसे विद्युत, फर्नीचर, छाया, पानी, रैंप, टॉयलेट, मतदान केन्द्र पर पहुंचने के रास्ते, मतदान केन्द्र की वास्तविक दूरी, मतदान केन्द्रों पर पहुंचने का समय आदि की तैयारी व जानकारी रखें। साथ ही कहा कि सेक्टर अधिकारी प्रत्येक मतदाता को स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भिक होकर मतदान कराने के लिये आवश्यक वातावरण का निर्माण करें ताकि कोई भी मतदान को प्रभावित न कर सके। मतदान को प्रभावित करने वाले, रोकने वाले, प्रलोभन देने व डराने,धमकाने वालों की पहचान सुनिश्चित करें। क्रिटिकल वल्नरेबल क्षेत्र की पहचान कर वहां निगरानी करें।

    सक्सेना ने कहा कि मतदाता का बताएं कि ऑफर देने वालों के नाम वे सेक्टर मजिस्ट्रेट को दें, उनके नाम गोपनीय रखे जायेंगे। पिछले चुनाव के मतदान प्रतिशत के ऑकलन पर क्षेत्र का पहचान करें। स्वतंत्र, निष्पक्ष व पारदर्शी मतदान के लिये लोगों को जागरूक करें उनके स्वाभिमान को जगाएं कि वे प्रलोभन में न आएं। चुनाव के 72 घंटे पूर्व सेक्टर मजिस्ट्रेट की बहुत भूमिका होती है, सेक्टर ऑफिसर को मतदान दल को मार्गदर्शन करने की दक्षता हो, पीठासीन अधिकारी के कार्यों का ज्ञान हो, पीठासीन की डायरी, मतदान सामग्री, सीलिंग, दस्तावेज की तैयारी आदि निर्वाचन संबंधी सभी कार्य आना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि इस बात को ध्यान रखना है कि मतदान केन्द्र के अंदर कोई भी मोबाईल फोन न ले जाये। उन्होंने कहा कि कुछ मतदान केन्द्रों में वेबकास्टिंग की जायेगी। अत: पोलिंग बूथ और वेबकास्टिंग कैमरा के लिये सोच समझकर उचित जगह का चयन किया जाये।

    जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सक्सेना ने लोकसभा चुनाव के दौरान निषिद्ध वस्तुओं, बड़ी मात्रा में नकदी एवं बहुमूल्य धातुओं के परिवहन पर सख्ती से रोक लगाने सभी एनफोर्समेंट ऐजेंसियों के अधिकारियों को आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये।

  • स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को ११५ सेक्टर मे बटा मऊ, २५ अंतर जनपदीय बनाये गये बैरियर

    स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को ११५ सेक्टर मे बटा मऊ, २५ अंतर जनपदीय बनाये गये बैरियर


    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय- एडवोकेट हाई कोर्ट )


    मऊ। लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए पुलिस अधीक्षक डा इलामारन तैयारियों की लगातार समीक्षा करते हुए अंतिम रूप देने मे लगे हुए है। सोमवार को मीडिया से बातचीत मे उन्होने जनपद को सेक्टर मे बाँटने और क्रिटिकल मतदान केंद्रो का खुलासा किया है।


    पुलिस अधीक्षक डा इलामारन द्वारा लोकसभा चुनाव को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने मे लगातार विभागीय तैयारियों की समीक्षा की जा रही है।

    सोमवार को मीडिया से बातचीत मे उन्होने जनपद को कुल ११५ सेक्टर मे बाँटने और २०३ क्रिटिकल मतदान केंद्रो का खुलासा करते हुए कहा कि अभी यह फाइनल नही है।

    एरिया डायमेंशन के लिए उन्होने जनपद मे अभी तक दो कंपनी के आगमन की सूचना को सर्वजनिक करते हुए कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए अंतर्जनपदीय सीमाओं पर कुल कुल २५ बैरियर और ४२ पीकेट सेंटर को बनाये गये है। उन्होंने कहा कि सभी बैरियर सीसी टीवी कैमरे से कवर रहेंगे।

  • शिक्षक हत्या के विरोध में माध्यमिक शिक्षक संघ का प्रदर्शन

    शिक्षक हत्या के विरोध में माध्यमिक शिक्षक संघ का प्रदर्शन

    कौशांबी,। मंझनपुर स्थित ओसा श्रीदुर्गा देवी इंटर कालेज के बाहर माध्यमिक शिक्षक संघ ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने चित्रकूट हाईवे को जाम कर यूपी बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन का बहिष्कार किया। करीब एक घंटे जाम में बाद एसडीएम मंझनपुर ने प्रदर्शन कारी नेताओ से ज्ञापन लेकर सड़क मार्ग सामान्य कराया।

    वाराणसी से मुजफ्फरनगर बोर्ड परीक्षा की कापियों को सड़क मार्ग से पहुंचाने की जिम्मेदारी शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को दी गई थी। ट्रक में सुरक्षा के लिए शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को पुलिस महकमे ने एचसीपी चंद्र प्रकाश को नियुक्त किया। जो शिक्षक के साथ ट्रक की सुरक्षा में था। रास्ते में सुरक्षा कर्मी एचसीपी ने शराब पीनी शुरू कर दी। जिसका शिक्षक धर्मेंद्र कुमार ने विरोध किया। विरोध से नाराज सुरक्षा कर्मी चंद्र प्रकाश ने शिक्षक धर्मेंद्र को सरकारी शस्त्र से गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया।

    शिक्षक हत्या कांड के विरोध में माध्यमिक शिक्षक संघ (ठाकुरई गुट) ने मंझनपुर थाना क्षेत्र के श्रीदुर्गा देवी इंटर कालेज के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी अध्यापकों ने चित्रकूट हाईवे पर जाम लगा दिया। बोर्ड परीक्षा कापियों का मूल्यांकन करने आए शिक्षको ने कापियों के जांचने का बहिष्कार कर दिया। करीब एक घंटे के प्रदर्शन के बाद एसडीएम मंझनपुर आकाश सिंह ने मौके पर पहुंचकर शिक्षको की समस्या को सुना। माध्यमिक शिक्षक संघ (ठाकुरई गुट) ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

    अध्यक्ष नृपेंद्र सिंह ने बताया, शिक्षक साथी की सरकारी सुरक्षा कर्मी द्वारा हत्या किया जाना बेहद निर्मम घटना है। वह ज्ञापन के जरिए सरकार ने HCP चंद्र प्रकाश पर कड़ी कार्यवाही कर मृतक परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी एवम आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की है। एसडीएम आकाश सिंह ने शिक्षको का ज्ञापन लेकर शासन को जल्द भेजे जाने की बात कहीं है। 

  • साबरमती-आगरा कैंट ट्रेन मालगाड़ी से टकराई, इंजन-चार कोच पटरी से उतरे, तीन घायल

    साबरमती-आगरा कैंट ट्रेन मालगाड़ी से टकराई, इंजन-चार कोच पटरी से उतरे, तीन घायल

    अजमेर,। नजदीकी मदार रेलवे स्टेशन पर साबरमती-आगरा कैंट (12548) ट्रेन रविवार देर रात मालगाड़ी से टकरा गई। इससे साबरमती एक्सप्रेस के इंजन और चार कोच पटरी से उतर गए। हादसे में तीन यात्री घायल हुए, जिन्हें उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना के समय पैसेंजर गहरी नींद में सो रहे थे।

    रविवार रात एक बजे अचानक तेज झटके के साथ धमाके की आवाज यात्रियों को सुनाई दी। उसके बाद ट्रेन यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। दुर्घटना के बाद कई ट्रेनें रद्द की गई हैं और रूट बदला गया है। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि ट्रेन के पायलट को सामने से आ रही मालगाड़ी को लेकर संशय हुआ और उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। हालांकि, मालगाड़ी समानांतर ट्रैक पर आ रही थी। ऐसे में ट्रेन बेपटरी हो गई और चार कोच व इंजन पटरी से उतर गए। आगरा कैंट के पीछे ही राजधानी एक्सप्रेस आ रही थी, जिसे हादसे का पता चलते ही रोक लिया गया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।

    रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने बताया कि अजमेर रेलवे जंक्शन से करीब सात किलोमीटर आगे मदार रेलवे स्टेशन के पास हादसा हुआ है। साबरमती एक्सप्रेस को रेड सिग्नल पर रुकना था लेकिन नहीं रोकी गई। वह थोड़ी आगे आ गई। इस वजह से ट्रैक पर आगे चल रही मालगाड़ी से टकरा गई। दोनों ट्रेनों की रफ्तार कम थी। मालगाड़ी के पिछले हिस्से से एक्सप्रेस ट्रेन के आगे का हिस्सा टकरा गया। इससे पहले ही लोको पायलट ने खतरे को भांप लिया था। उसने इमरजेंसी ब्रेक भी लगा दिए थे। इसलिए बड़ा हादसा टल गया। एडीआरएम बलदेवराम ने बताया कि इंजन और चार जनरल कोच पटरी से उतर गए। रेलवे ने अजमेर जंक्शन पर हेल्प डेस्क बनाया है। हेल्पलाइन नंबर 0145-2429642 जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन अहमदाबाद के साबरमती से राइट टाइम निकली थी। संभवत: मालगाड़ी से कुछ हुआ है लेकिन, अभी पुख्ता कारण सामने नहीं आया है। जिस ट्रैक पर एक्सप्रेस ट्रेन डिरेल हुई है, बगल के ट्रैक पर मालगाड़ी थी।

    मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे कैप्टन शशिकिरण ने बताया कि ट्रैक रेस्टोरेशन का काम किया जा रहा है। डाउन लाइन पर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया है। हादसे के बाद अजमेर और मदार रेलवे स्टेशन पर इमरजेंसी सायरन बज गया। ऐसे में बचाव और राहत दल तुरंत मौके पर पहुंच गए। रेलवे के अधिकारी व सुरक्षा बल आरपीएफ के साथ जीआरपी की टीम मौके पर पहुंच गई है। इस मार्ग से गुजरने वाली कई ट्रेनों को पहले ही स्टेशनों पर रोक लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक मेन लाइन पर हुए हादसे के कारण अन्य गाड़ियां प्रभावित हुई है। बाकी गाड़ियों को एक ही लाइन से निकाला जा रहा है। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। अजमेर ट्रैक से गुजरने वाली अधिकतर गाड़ियां को रीशेड्यूल किया गया है।

    हादसे के कारण कई ट्रेनें प्रभावित हुई है। रेलवे ने छह ट्रेनों को रद्द कर दो ट्रेनों का रूट बदला है। रेलवे ने गाड़ी संख्या 12065 अजमेर-दिल्ली सराय रोहिल्ला, गाड़ी संख्या 22987 अजमेर-आगरा फोर्ट, गाड़ी संख्या 09605 अजमेर-गंगापुर सिटी, गाड़ी संख्या 09639 अजमेर-रेवाडी, गाड़ी संख्या 19735 जयपुर-मारवाड़ और गाड़ी संख्या 19736 मारवाड़-जयपुर को 18 मार्च के लिए रद्द कर दिया।

    गाड़ी संख्या 12915, साबरमती-दिल्ली रेल सेवा परिवर्तित मार्ग वाया दोराई-मदार (अजमेर को छोड़कर) और गाड़ी संख्या 17020, हैदराबाद-हिसार रेल सेवा परिवर्तित मार्ग वाया आदर्श नगर-मदार (अजमेर को छोड़कर) को मार्ग बदलकर चलाया गया।

  • लोकसभा आम चुनाव: आचार संहिता लागू होने के बाद रिकॉर्ड 17 करोड़ से अधिक मूल्य की अवैध सामग्री जब्त

    लोकसभा आम चुनाव: आचार संहिता लागू होने के बाद रिकॉर्ड 17 करोड़ से अधिक मूल्य की अवैध सामग्री जब्त

    जयपुर,। लोकसभा आम चुनाव- 2024 के मद्देनजर निर्वाचन विभाग के निर्देश पर प्रदेश में विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियों ने आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद रिकॉर्ड 17 करोड़ रुपये से ज्यादा का ड्रग्स, शराब, कीमती धातुएं, फ्रीबीज व नगदी पकड़ी है। इसी तरह 1 मार्च से अब तक एजेंसियों ने 115 करोड़ रुपये कीमत से ज्यादा के ड्रग्स, शऱाब, सोना, फ्रीबीज व नगदी पकड़ी है।

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से जारी रिपोर्ट में ये जानकारी दी गयी है। 1 मार्च 2024 से अब तक 2 करोड़ 41 लाख रुपये कैश, ड्रग्स लगभग 51.56 करोड़ रुपये, शराब 6 करोड़ 71 लाख रुपये और सोना- चांदी जैसी कीमती धातुओं की 8 करोड़ 56 लाख रुपये की जब्ती की गयी है, 46 करोड़ रुपये की अन्य सामग्री जबकि फ्रीबीज 22 लाख की जब्ती की गयी है। 18 करोड़ 70 लाख रुपए के साथ जोधपुर जिले में सबसे ज्यादा सीजर हुआ है। दूसरे स्थान पर 11 करोड़ 5 लाख के साथ जयपुर, तीसरे स्थान पर गंगानगर ने 9 करोड़ 95 लाख, चौथे स्थान पर भीलवाड़ा 8 करोड़ 35 लाख और पांचवे स्थान पर टोंक ने 5 करोड़ 93 लाख रुपये की जब्ती की है।

    गुप्ता ने बताया कि आचार संहिता लगने से अब तक 1 करोड़ 46 लाख रुपये कैश, ड्रग्स लगभग 4.68 करोड़ रुपये, शराब 72 लाख रुपये और सोना- चांदी जैसी कीमती धातुओं की 68 लाख रुपये की जब्ती की गयी है। 9 करोड़ 77 लाख रुपये कीमत की अन्य सामग्री जब्त की गयी है। आचार संहिता लगने के बाद भीलवाड़ा ने 1 करोड़ 73 लाख, उदयपुर एवं कोटा में 1 करोड़ 49 लाख, जयपुर 1 करोड़ 37 लाख एवं चित्तौड़गढ़ जिले ने 1 करोड़ 21 लाख रुपये की जब्ती की है। इन एजेंसियों में राज्य पुलिस, राज्य एक्साइज, नारकोटिक्स विभाग एवं आयकर विभाग प्रमुख है। गुप्ता ने बताया कि प्रदेश भर में इऩ विभागों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी संदेहास्पद मामले पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।