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  • सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    हरदोई विद्याराम वर्मा ने पूरे जीवन तन मन धन से बीजेपी की सेवा की और जिलाध्यक्ष भी रहे, उनके साथ आचार संहिता के नाम पर सिटी मजिस्ट्रेट ने जमकर बदसलूकी की और फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। इस वाक्ये और पति की खुलेआम बेइज्जती के बाद पत्नी आहत हो गईं और गम में डूबने से उनकी आज मौत हो गई।

    विद्याराम वर्मा सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। मामला शनिवार का है जब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन होर्डिग, बैनर उतरवाने में जुट गया। उसी बीच भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा के लखनऊ रोड स्थित आवास के बाहर उनके नाम का बोर्ड लगा हुआ था। सिटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में चल रही नगर पालिका परिषद की टीम ने उनका बोर्ड उखाड़ लिया। इसका पता होने पर श्री वर्मा घर से बाहर निकले और अपने नाम का बोर्ड उखाड़ने की वजह पूछी, जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट प्रशांत तिवारी इतने लाल हो गए कि उन्होंने न सिर्फ भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष को खरी-खोटी सुनाई बल्कि उनके खिलाफ केस दर्ज करने की धमकी तक दे डाली।

    जिसके बाद पति की खुलेआम बेइज्जती के कारण पूर्व ज़िलाध्यक्ष की पत्नी लता वर्मा दुखी हो गईं और भाजपा के लिए सारी ज़िंदगी जूझने वाले अपने पति से हुए गलत व्यव्हार को वह बर्दाश्त नहीं कर सकीं और सदमे में उनकी रविवार को मौत हो गई। वहीं इसका पता होते ही ज़िले भर के भाजपाईयों में शोक छा गया। सिटी मजिस्ट्रेट के तानाशाही रवैये की सर्वत्र चर्चा हो रही है।

    नाम का बोर्ड उखाड़ ले जाने के मामले में भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा और सिटी मजिस्ट्रेट के बीच हुई नोंकझोंक का वीडियो वायरल हो रहा है। उस वीडियो में सिटी मजिस्ट्रेट भाजपा नेता के ऊपर केस दर्ज कराने की धमकी देते हुए देखे जा सकते। हालंकि श्री वर्मा अपनी बात कह रहें है,लेकिन आचार संहिता की अकड़ में चूर सिटी मजिस्ट्रेट उनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं दिखाई दिए।

  • लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राह मुश्किल, ‘हाथ’ की कमजोरी बनेगी ‘कमल’ की ताकत

    लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राह मुश्किल, ‘हाथ’ की कमजोरी बनेगी ‘कमल’ की ताकत

    – उत्तराखंड में कांग्रेस की टूट से मजबूत हो रही भाजपा

    – इधर इस्तीफा उधर ज्वाइनिंग के दौर से कांग्रेस को तगड़ा झटका

    देहरादून। कांग्रेस की टूट से भाजपा मजबूत होती जा रही है। आए दिन कांग्रेस का साथ छोड़कर नेता भाजपा का दामन थाम रहे हैं। ‘हाथ’ की कमजोरी ‘कमल’ की ताकत बन रही है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राह मुश्किल है। उत्तराखंड में पार्टी इकाई टूटने की कगार पर है।

    देशभर में लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों में नेताओं की एंट्री और एग्जिट शुरू हो गई है। ऐसे में कांग्रेस में टूट का सिलसिला जारी है। इधर, इस्तीफा उधर ज्वाइनिंग का जो दौर चल रहा है उससे जहां कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है तो वहीं भाजपा के नेता इसको विकसित भारत के संकल्प में सहयोग मान रहे हैं।

    वैसे उत्तराखंड में कांग्रेस के कई कद्दावर नेता भाजपा के माननीय बने नेताओं की लंबी लिस्ट है। दरअसल, वर्ष 2014 में भाजपा कांग्रेस मुक्त नारे के साथ लोकसभा चुनाव में उतरी, जिसका भाजपा को खूब फायदा हुआ और बंपर जीत दर्ज की। इसके बाद केंद्र में मोदी सरकार बनी। आज केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार के 10 वर्ष पूरे हो गए हैं। इन 10 वर्षों में देश को कांग्रेस मुक्त नारे के साथ बढ़ती भाजपा अब कांग्रेस युक्त होती जा रही है।

    विकसित भारत के संकल्प में सहयोग मान रहे हैं भाजपाई

    कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को अलविदा कहकर रविवार को दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया है। इधर इस्तीफा उधर ज्वाइनिंग का जो दौर चल रहा है उससे जहां कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है तो वहीं भाजपा के नेता इसको विकसित भारत के संकल्प में सहयोग मान रहे हैं।

    उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान का मानना है कि जिस तरह से उत्तराखंड कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि उत्तराखंड कांग्रेस दिनों दिन कमजोर हो रही है और भाजपा का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि यह संगठनात्मक मजबूती लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

  • भाजपा मीडिया समन्वय टीम चुनाव प्रचार प्रसार को देगी धार, टीम हर घटनाओं पर रखेगी रणनीतिक नजर

    भाजपा मीडिया समन्वय टीम चुनाव प्रचार प्रसार को देगी धार, टीम हर घटनाओं पर रखेगी रणनीतिक नजर

    – मुख्यमंत्री धामी 20 मार्च को करेंगे राज्य स्तरीय मीडिया सेंटर का शुभारंभ

    – प्रत्येक दिन होगी रूटीन प्रेस ब्रीफिंग

    देहरादून। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा चुनाव में संगठन की धार के साथ ही प्रभावी मीडिया टीम के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी। मीडिया समन्वय के लिए मीडिया सेंटर तैयार किया गया है। इस सेंटर से हर एक रणनीतिक गतिविधियों पर काम किया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में मीडिया समन्वय के लिए स्थापित मीडिया सेंटर का 20 मार्च को शुभारंभ किया जाएगा।

    रविवार को हरिद्वार रोड स्थित प्रस्तावित प्रदेश स्तरीय मीडिया सेंटर में प्रदेश मीडिया टीम की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। इस दौरान चुनाव प्रचार प्रसार और मीडिया मॉनिटरिंग को लेकर रणनीति को अंतिम रूप दिया गया।

    इस दौरान प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि हम किसी को हराने के लिए नहीं बल्कि विकसित राष्ट्र की नींव और प्रत्येक सीट को 5 लाख से अधिक मतों से जीतने का लक्ष्य है।

    उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव की दृष्टि से मीडिया से संवाद स्थापित करने के लिए इस प्रदेश मीडिया सेंटर शुरू किया जा रहा है, जिसका 20 मार्च को मुख्यमंत्री धामी एवं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की ओर से विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। अगले एक माह, मतदान के दिन 19 अप्रैल तक चुनावी दृष्टि से प्रदेश स्तरीय सभी मीडिया गतिविधियों और बैठकों का संचालन मीडिया सेंटर से ही लिया जाएगा। इसके तहत मीडिया माध्यम की प्रचार प्रसार कार्यक्रम, पत्रकार वार्ता, पत्रकार ब्योरा के साथ इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट एवं सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग और लोकसभा, विधानसभा की मीडिया टीम से समन्वय बनाने का काम प्रदेश की टीम यहां से करेगी।

    इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता सुरेश जोशी ने सभी सदस्यों को अगले महीने तक पार्टी के सभी कार्यक्रमों एवं मीडिया संबंधी रणनीति पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, सभी कैबिनेट मंत्री, केन्द्र और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के अलावा विषयगत मोर्चे के पदाधिकारियों के साथ पत्रकार संवाद कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक दिन समसामयिक घटनाओं और पार्टी कार्यक्रमों की जानकारी साझा करने के लिए रूटीन प्रेस ब्रीफिंग भी दी जाएगी।

    उन्होंने बताया किया कि चुनाव से संबंधित सभी विषयों पर लोकसभा और विधानसभावार पार्टी की मीडिया टीम का किस तरह मार्गदर्शन और आपसी समन्वय स्थापित किया जाएगा। उन्होंने चुनाव की दृष्टि से महत्वपूर्ण मीडिया विषयों पर विस्तृत चर्चा कर ही पार्टी का पक्ष और योजना तैयार करने का सुझाव दिया। साथ ही मीडिया मॉनिटरिंग करते हुए समानांतर समीक्षात्मक रिपोर्ट बनाकर, सुझाव के साथ शीर्ष नेतृत्व से साझा किया जाए ताकि अपनी रणनीति में जरूरी सुधार किया जाएगा।

    बैठक में प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कमलेश उनियाल, राजेंद्र नेगी, मानिक निधि शर्मा, संजीव वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता कर्नल अजय कोठियाल, मधु भट्ट, हनी पाठक, सुनीता विद्यार्थी, कमलेश रमन, राजीव तलवार, अजीत नेगी, हरीश चमोली के साथ प्रदेश मीडिया टीम के अन्य सदस्यों ने शिरकत की।

  • नवविवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, तीन माह पहले हुई थी शादी

    नवविवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, तीन माह पहले हुई थी शादी

    -पति समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

    हमीरपुर। कुरारा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक नव विवाहिता ने ससुराल पक्ष की मांगों व प्रताड़ना से परेशान होकर मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की शादी को अभी तीन माह ही बीते थे। आत्महत्या की खबर सुनते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। गांव में शोक की लहर व्याप्त है। रविवार को पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

    थाना क्षेत्र शेखूपुर गांव निवासी अवधेश दीक्षित ने अपनी पुत्री सुजाता का विवाह 9 दिसंबर 23 को अपने सामर्थ के अनुसार दान दहेज देकर किया था साथ ही उसे खुशी-खुशी विदा किया था। लेकिन ससुरालीजनों की अत्यधिक दहेज की मांग व प्रताड़ना से आहत सुजाता ने मायके में ही घर के छप्पर में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिससे स्वजनों में कोहराम मच गया गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गई

    मृतक की मां रामश्री ने रविवार को बताया कि अभी एक सप्ताह पूर्व ससुराली जन मेरी पुत्री को हमीरपुर छोड़कर चले गए थे और वहां से भाई अनुराग उसे लेकर घर आया था। सुजाता को ससुरालीजन लगातार प्रताड़ित करते रहते थे जिससे वो ससुराल जाने से मना कर रही थी। आत्महत्या जैसा कदम उठाकर परिजनों को शोक संतृप्त कर दिया। वहीं मौके पर पहुंचे सदर सीओ व थाना प्रभारी योगेश तिवारी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। स्वजनों का रो रोकर बुराहाल है। थाना प्रभारी योगेश तिवारी ने बताया कि मृतका के पति सचिन पुत्र दयाशंकर निवासी अमौली फतेहपुर व तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

  • बीजेपी के सामने हैट्रिक की चुनौती, गठबंधन को बचानी होगी साख

    बांदा। लोकसभा चुनाव की दुंदुभी बज गई है। चुनाव की तारीखें घोषित होते ही सियासी गलियारों में सरगर्मी में बढ़ गई है। प्रशासन ने भी निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कमर कस ली है। वहीं राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के जीत के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दी है। चित्रकूट मंडल में लोकसभा की दो सीटें हैं। चित्रकूट बांदा और हमीरपुर महोबा तिंदवारी लोकसभा सीटों पर पिछले 10 वर्षों से भाजपा काबिज है। इस बार पार्टी के सामने हैट्रिक बनाने की चुनौती होगी तो वही सपा कांग्रेस और बसपा को अपनी साख बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।

    जिले की बांदा लोकसभा के बारे में कहा जाता है कि यहां पर कभी किसी एक दल का लंबे समय तक दबदबा नहीं रहा है। 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को शानदार जीत मिली थी। 2019 के संसदीय चुनाव में बांदा लोकसभा सीट पर बीजेपी के आरके सिंह पटेल और समाजवादी पार्टी के श्यामा चरण गुप्ता के बीच मुकाबला रहा था। जिसमें बीजेपी के प्रत्याशी को जीत मिली।चुनाव में आरके सिंह पटेल ने 477,926 वोट हासिल किए तो श्यामा चरण गुप्ता को 418,988 वोट मिले। कांग्रेस के बालकुमार पटेल को तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 75,438 वोट मिले। इस तरह आरके सिंह पटेल ने 58,938 मतों के अंतर से यह चुनाव जीत लिया था। 2014 के आम चुनाव में भी बीजेपी को जीत मिली थी। बीजेपी की ओर से तब भैरों सिंह मिश्रा मैदान में थै।उन्होंने तब सपा प्रत्याशी रहे आरके सिंह पटेल को एक लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया था।

    इस बार परिस्थितियों बदली है। पिछले लोकसभा चुनाव में सपा का बसपा से गठबंधन था। जबकि इस बार कांग्रेस से गठबंधन है। पिछले बार भी चुनाव मैदान में दो कुर्मी प्रत्याशी थे। इस बार भी दो प्रत्याशी मैदान में है। बीजेपी ने अपने सांसद आरके पटेल और गठबंधन में शिव शंकर सिंह पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है। अभी तक बसपा ने अपने पत्ते नहीं खोले। तीसरे प्रत्याशी के रूप में बसपा से कोई ब्राह्मण चेहरा चुनाव मैदान में आ सकता है। ऐसी स्थिति में हिंदू मतों का विभाजन होगा और तब समाजवादी पार्टी कांग्रेस गठबंधन मजबूत स्थिति में होगा।

    कमोवेश यही स्थिति हमीरपुर महोबा तिंदवारी लोकसभा सीट की है। यहां से लगातार दो बार बीजेपी के पुष्पेंद्र सिंह चंदेल सांसद हैं। पार्टी ने उन्हें तीसरी बार मौका दिया है। 2019 के चुनाव में उन्होंने बसपा के प्रत्याशी दिलीप सिंह को करीब दो लाख मतों से हराया था। अब दिलीप सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया। ऐसी स्थिति में भाजपा पहले से ज्यादा मजबूत है। इस सीट पर भी सपा कांग्रेस प्रत्याशी को अपनी साख बचाने की लड़ाई लड़नी होगी।

    इन दोनों लोकसभा सीटों के लिए पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। पिछले बार भी पांचवें चरण पर मतदान हुआ था। लेकिन हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र का मतदान चौथे चरण में हुआ था। राजनीति विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार सुधीर निगम का मानना है कि मई के महीने में मतदान होने पर चुनाव प्रचार और मतदान पर खासा असर पड़ेगा। क्योंकि बुंदेलखंड में मई और जून के महीने में भीषण गर्मी पड़ती है।

  • सपा के पूर्व सांसद देवेन्द्र यादव भाजपा में शामिल

    सपा के पूर्व सांसद देवेन्द्र यादव भाजपा में शामिल

    लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की उपस्थिति में रविवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद देवेन्द्र यादव बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ भाजपा परिवार में शामिल हुए। इसके साथ लखनऊ कैंट विधानसभा से बसपा के पूर्व प्रत्याशी अनिल पाण्डेय और लखनऊ के सपा नेता संदीप पाल ने भी अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

    इस दौरान सांसद राजवीर सिंह ‘राजू भैय्या‘, प्रदेश सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला, प्रदेश मंत्री शिवभूषण सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह तथा प्रदेश मीडिया सहप्रभारी हिमांशु दुबे उपस्थित रहे।

    भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने भाजपा परिवार में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में चल रही विकास की यात्रा से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलने वाली जनकल्याणकारी योजनाओं से विकसित भारत निर्माण का संकल्प पूर्ण हो रहा है। आज बदलता हुआ भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा से जुड़कर पार्टी में शामिल हुए सभी लोग अबकी बार 400 पार के संकल्प को पूर्ण करने में सहभागी बनें और सेवा सुशासन एवं गरीब कल्याण के मार्ग पर मिलकर आगे बढ़ें।

    प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भाजपा परिवार में शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव घोषित हो चुका है और हमें जुटकर पिछले चुनाव की अपेक्षा प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकासित भारत के संकल्प को पूर्ण करने के लिए मिलकर काम करना है और प्रदेश की सभी 80 सीटों पर भाजपा की बड़ी विजय में सहभागी बनना है। उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने के साथ आप सभी को यह जिम्मेदारी लेकर घर जाना है कि अपने जनपद में पहुंचकर भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मोदी और योगी के नेतृत्व की भाजपा सरकारों की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा भाजपा की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाना है।

  • मप्रः शासकीय विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा

    मप्रः शासकीय विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा

    भोपाल। राजधानी भोपाल के शासकीय विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोक प्रतिनिधत्व अधिनियम, 1951 की धारा 160 (क) में उल्लेखित प्रावधानों के अनुसार विश्राम भवन अधिग्रहित किये गए हैं।

    रविवार को जारी आदेश अनुसार विश्राम गृहों का उपयोग राजनैतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा। विश्राम गृह परिसर में निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता का पालन करना आवश्यक होगा। जिला दण्डाधिकारी की अनुमति के बिना विश्राम गृह किसी अन्य को आवंटित नहीं किया जाएगा ।विश्राम गृह की विद्युत, पेयजल, सफाई आवश्यक फर्नीचर / काकरी और खानसामा एवं स्टाफ संबंधी अन्य व्यवस्थाएं नियंत्रक अधिकारी द्वारा परिसर में सुनिश्चित की जाएगी। जिला दण्डाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी भोपाल द्वारा प्रदत्त एवं समय-समय पर जारी सभी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। अनुविभागीय दण्डाधिकारी (समस्त) जिला भोपाल संबंधित नियंत्रणकर्ता के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्र के विश्राम गृहों पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएंगे।

    इसी प्रकार सर्किट रेस्ट हाउस प्रोफेसर कॉलोनी, लोक विभाग निर्माण, एनएचडीसी गेस्ट हाउस श्यामला हिल्स भोपाल, विश्राम गृह,विश्राम गृह कोलार तिराहा, रेस्ट हाउस सी०पी०ए रेस्ट हाउस होटल पलाश के पास बाणगंगा भोपाल,एमपी गेस्ट हाउस एमपी गेस्ट हाउस होशंगाबाद रोड भोपाल,माध्यमिक मण्डल भोपाल विश्राम गृह, शिक्षा माध्यमिक शिक्षा मण्डल लिंक नम्बर-1 भोपाल,आरबीआई गेस्ट हाउस रिजर्व बैंक आफ इंडिया गेस्ट हाउस सुभाष चौराहा चार इमली,म०प्र०वि०म० गेस्ट हाउस रेल्वे स्टेशन भोपाल,नर्मदा रेल्वे आफिसर्स गेस्ट (रेल्वे विभाग) हबीबगंज भोपाल,भेल गेस्ट हाउस साँची एवं नर्मदा भेल गेस्ट हाउस कमला नेहरू पार्क के पास बरखेड़ा भेल, क्षितिज गेस्ट हाउस पिपलानी पेट्रोल पम्प के पास भोपाल, विश्राम गृहों को नियंत्रणकर्ता अधिकारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करेंगे।

  • लोकसभा चुनावः भोपाल पुलिस ने निकाला 500 जवानों एवं 70 वाहनों के साथ फ्लैग मार्च

    लोकसभा चुनावः भोपाल पुलिस ने निकाला 500 जवानों एवं 70 वाहनों के साथ फ्लैग मार्च

    भोपाल। आगामी लोकसभा चुनाव निष्पक्ष, निर्भीक एवं शांतिपूर्ण रुप से संपन्न कराने के मद्देनजर रविवार को पुलिस द्वारा सेंट्रल लायब्रेरी से पैदल फ्लैग मार्च एवं लाल परेड मैदान से वाहनों से फ्लैग मार्च निकाला गया। इसमें लगभग 500 जवान तथा 70 चार पहिया वाहन शामिल रहे, जो लगभग 40 किलोमीटर के दायरे में संवेदनशील इलाक़ों में निकाला गया।

    पैदल फ्लैग मार्च-

    पैदल फ्लैग मार्च पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारियों एवं जवानों के साथ प्रात: 11:30 बजे सेंट्रल लायब्रेरी ग्राउंड से आरंभ किया जाकर इतवारा, बुधवारा चौराहा, थाना तलैया चौराहा होते हुए लिली टॉकीज, जिंसी तिराहे होते हुए शब्बन चौराहा से होते हुए लाल परेड पर समाप्त हुआ। फ्लैग मार्च एक घण्टे में लगभग पांच किलोमीटर दायरे के संवेदनशील इलाक़ों में निकाला गया, जिसमें जिला पुलिस बल, क्यूआरएफ, एसएएफ समेत लगभग 500 अधिकारी- कर्मचारी सम्मिलित रहे।

    वाहनों से फ्लैग मार्च-

    वाहनों से फ्लैग मार्च पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के नेतृत्व में समस्त अधिकारियों एवं फोर्स के साथ लाल परेड मैदान से लगभग 12:30 बजे प्रारम्भ हुआ, जो कि मालवीय नगर, रोशनपुरा होते हुए लिंक रोड 1, अर्जुन नगर तिराहे, 5 नंबर स्टॉफ, 6 नंबर, सुभाष स्कुल होते हुए मानसरोवर तिराहा, प्रगति, बोर्ड ऑफिस, चेतक ब्रिज होते हुए, रचना नगर गौतम नगर, सुभाष नगर होते हुए प्रभात चौराहा से वापस ओवर ब्रिज होते हुए मैदा मिल, डीबी माल के सामने से होते हुए पुरानी जेल होते हुए वापस लाल परेड ग्राउंड पर समाप्त हुआ, जो लगभग 35 किलोमीटर दायरे में रहा।

    निम्न वाहन रहे शामिल-

    फ्लैग मार्च में रुद्र, वज्र, थाना मोबाइल, जिप्सी, बस समेत लगभग 70 वाहन शामिल रहे, जिसमें जिला पुलिस बल, QRF, SAF के जवान समेत लगभग 500 अधिकारी/कर्मचारी सम्मिलित रहे। फ्लैग मार्च का मुख्य उद्देश्य आमजन को निर्भीक एवं निष्पक्ष होकर मतदान करने हेतु प्रेरित करना तथा शहर में सुरक्षा का माहौल बनाए रखना एवं गुंडों, बदमाशों तथा असामाजिक तत्वों में भय का माहौल उत्पन्न करना था, ताकि आमजन सुरक्षित महसूस करते हुए जिम्मेदार एवं जागरूक होकर निर्भीक व निष्पक्ष मतदान कर सके।

  • पश्चिमी उप्र में कुछ लोकसभा क्षेत्रों के चुनावी चरण में हुआ है बदलाव

    पश्चिमी उप्र में कुछ लोकसभा क्षेत्रों के चुनावी चरण में हुआ है बदलाव

    लखनऊ। लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो गया। प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी सात चरणों में ही चुनाव होंगे। इस बार भी पश्चिमी उप्र से ही चुनाव की शुरुआत होगी। पिछली बार 11 अप्रैल को प्रथम चरण का चुनाव था, जबकि इस बार 19 अप्रैल को होगा। इस बार भी उप्र के आठ लोकसभा क्षेत्रों में पहले चरण में चुनाव होगा, लेकिन पिछली बार पहले चरण में मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर में चुनाव पहले चरण में हुए थे। इस बार इन लोकसभा क्षेत्रों का चुनाव दूसरे चरण में होगा। उसकी जगह उस बार दूसरे चरण और तीसरे चरण में हुए चुनाव नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत को पहले चरण में कर दिया गया है।

    पिछली बार और इस बार के लोकसभा क्षेत्रों के चरणवार चुनावों में कुछ अंतर है। उसको ऐसे समझा जा सकता है।

    पिछली बार पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को हुआ था, सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर शामिल थे। इस बार पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा और इसमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र शामिल हैं।

    वहीं दूसरे चरण का चुनाव 18 अप्रैल को हुआ था, जिसमें नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी शामिल रहे। इस बार दूसरे चरण का चुनाव 26 अप्रैल को होगा और इसमें अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा शामिल हैं।

    पिछली बार तीसरे चरण का चुनाव 23 अप्रैल को हुआ था, जिसमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत शामिल थे। इस बार तीसरे चरण का चुनाव सात मई को होगा, जिसमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली शामिल हैं। वहीं चौथे चरण का चुनाव पिछली बार 29 अप्रैल को हुआ था, जिसमें शाहजहांपुर, खेड़ी़, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कनौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी, हमीरपुर शामिल थे। इस बार यह चुनाव 13 मई को होगा, जिसमें शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच शामिल हैं। वहीं पांचवें चरण के चुनाव पिछली बार छह मई को हुए थे, इस बार 20 मई को होंगे। पिछली बार इस चरण में फैजाबाद, धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा शामिल थे। वहीं इस बार पाचवें चरण में मोहन लालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोंडा शामिल हैं।

    छठें चरण के चुनाव पिछली बार 12 मई को हुए थे, जिसमें सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही शामिल थे। इस बार छठें चरण में सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डोमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही शामिल हैं। सातवें चरण के चुनाव पिछली बार 19 मई को हुए थे,उसमें जो जिले शामिल थे, इस बार भी सातवें चरण में एक जून को होने वाले चुनाव में शामिल हैं। सातवें चरण के चुनाव में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सालेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं।

  • सपा ने आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव समेत छह सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    सपा ने आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव समेत छह सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने देश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के ठीक बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश की छह सीटों पर उम्मीदवारों को एलान कर दिया।

    सपा के गढ़ रहे इटावा संसदीय सीट से जितेन्द्र दोहरे को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं आजमगढ़ की सीट पर परिवारवाद फिर से दिखा है। यहां से धर्मेन्द्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।

    इसी तरह से गौतमबुद्ध नगर से डॉ महेन्द्र नागर, मिश्रिख सीट से मनोज कुमार राजवंशी, सुल्तानपुर से भीम निषाद और जालौन लोकसभा सीट से नारायण दास अहिरवार को चुनाव मैदान में उतारा है।