Category: बाँदा

  • अब भाजपा नेता को जान से मारने की धमकी

    अब भाजपा नेता को जान से मारने की धमकी

    बांदा,। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के कुछ ही घंटे के अंदर जेल अधीक्षक को फोन के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले में पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा पाई। इधर अब एक भाजपा के वरिष्ठ नेता को हिंदू आतंकवादी बताते हुए व्हाट्सएप कॉल करने वाले व्यक्ति ने धमकाते हुए कहा कि बांदा के पंडितों ने अतीक भाई जान और मुख्तार अंसारी की हत्या की है। अब अब तुम सब निशाने पर हो। यह सनसनीखेज धमकी मिलते ही भाजपा नेता और उसका परिवार भयभीत है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।

    शहर के ट्रैफिक चौराहे के पास रहने वाले अधिवक्ता मुदित शर्मा भाजपा क्षेत्रीय कानून व विधि प्रकोष्ठ कानपुर बुंदेलखंड के सहसंयोजक हैं। उन्होंने कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है कि 92 34 3585 3673 नंबर से मेरे मोबाइल नम्बर पर सुबह के वक्त तीन बार व्हाट्सएप कॉल आई। जिसके जरिए बात करने वाले व्यक्ति ने धमकी देते हुए कहा कि तुम्हारा नाम हिंदू आतंकवादी संगठन के सदस्य के तौर पर निकला है। हमारे अतीक भाई जान की हत्या में तुम्हारे शहर के पंडितों का हाथ था और अब मुख्तार भाई जान की हत्या में भी पंडितों का हाथ है। हम लोग बता रहे हैं । हमारे निशाने पर तुम लोग हो, तेरे घर की लोकेशन हमारे पास है। इस तरह की धमकी मिलते ही मुदित शर्मा बुरी तरह भयभीत हो गए उन्होंने फौरन घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी। जिसके आधार पर पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लिया है।

    भाजपा नेता ने धमकी के बाद जान माल की सुरक्षा करने की मांग की है। कोतवाली के इंस्पेक्टर क्राइम ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

  • मुख्तार अंसारी की मौत के बाद, जेल अधीक्षक को मिली जान से मारने की धमकी

    मुख्तार अंसारी की मौत के बाद, जेल अधीक्षक को मिली जान से मारने की धमकी

    बांदा,। पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी मिली है। फोन करने वाले ने 14 सेकेंड में बातचीत करते हुए कहा ‘अब तुझे ठोकना है, बच सकता हो तो बच।’ अधीक्षक के सीयूजी नंबर में फोन करने वाले ने बेसिक फोन के जरिए यह धमकी दी। धमकी मिलने के बाद जेल अधीक्षक ने कोतवाली में तहरीर दी, जिसके आधार पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के लिए खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के 28 मार्च को रात में हुई थी, जिसकी पुष्टि मेडिकल कॉलेज द्वारा रात को लगभग 10.30 बजे की गई थी। माफिया की मौत के कुछ ही घंटे बाद मंडल कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को उनके सीयूजी नंबर पर जान से मारने की धमकी दी गई। धमकाने वाले ने स्पष्ट कहा है कि अब तुझे ठोकना है… बच सके तो बच। यह धमकी 28/29 की रात 1:37 बजे वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के सीयूजी नंबर 9454418281 पर 0135-261349 से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा दी गई है। फोन करने वाले ने 14 सेंकेड की बात में अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने मामले से पुलिस प्रशासन के आलाधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद रविवार शाम शहर कोतवाली में अधीक्षक की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया।

    इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि जेल अधीक्षक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर धमकी दिए जाने वाले नंबर की जांच कराई जा रही है। अभी नंबर ट्रेस नहीं हो सका है। नंबर ट्रेस करने के लिए सर्विलांस की मदद ली जा रही है। जल्दी ही आरोपित तक पुलिस पहुंच जाएगी।

  • पोस्टमार्टम हाउस से मुख्तार अंसारी का वायरल वीडियो जांच के घेरे में

    पोस्टमार्टम हाउस से मुख्तार अंसारी का वायरल वीडियो जांच के घेरे में

    बांदा,। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद मौत से जुड़े वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। इनके माध्यम से कहीं मौत पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तो कहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिप्पणी वायरल की जा रही है। उधर पोस्टमार्टम हाउस का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई। इस पर कोई जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

    वायरल वीडियो में मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी, उनके भतीजे, एक पुलिसकर्मी व कुछ अन्य कर्मचारी दिखाई पड़ रहे हैं। वीडियो में वीडियोग्राफी करते हुए दिखाई जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा एक अधिकारी भी इस वीडियो में नजर आ रहा है। वायरल होने के बाद यह वीडियो जांच के घेरे में आ गया है। आखिर वहां यह वीडियो किसने बनाया है । किसके लिए बनाया गया है और किसने इसे वायरल किया है, इस पर चर्चा हो रही है।

    इस मामले में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एस के कौशल का कहना है कि इसके बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बता सकते हैं। जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनिल श्रीवास्तव से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बार-बार फोन किए जाने के बाद भी फोन रिसीव नहीं किया।

    इधर मुख्तार के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संबंधित एक तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संबंधित कुछ अंश दर्शाए गए हैं। वीडियो कि वायरल रिपोर्ट में मृत्यु का कारण शॉक और मायोकार्डियल इंफ्रैक्शन (एमआई) दर्शाया गया है। मेडिकल में शॉक का मतलब ब्लड प्रेशर का कम हो जाना है। एमआई का मतलब हार्ट का एक हिस्सा पीला पड़ जाना है।

    सूत्रों के मुताबिक मुख्तार अंसारी के हार्ट का लगभग 2×1.5 सेंटीमीटर हिस्सा पीला पड़ गया था। उस पीले हिस्से में ब्लड के क्लाॅट पाए गए थे। इसी से मौत की वजह मायोकार्डियल इंफ्रैक्शन दिखाई गई है। इसके अलावा आंतें भी फूली मिली हैं। बाएं कान से खून आना भी दिखाया गया है। इस रिपोर्ट की क्या सच्चाई है। इस बारे में भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारी अधिकारी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं।

  • मुख्तार अंसारी की मौत मामले की न्यायिक जांच के आदेश

    मुख्तार अंसारी की मौत मामले की न्यायिक जांच के आदेश

    बांदा। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बांदा जेल में रहते हुए जेल प्रशासन और शासन पर तरह-तरह के आरोप लगते रहे हैं। अब जब मुख्तार अंसारी की मौत हो गई तो इस मामले में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज भी सवालों के घेरे में आ गया है। इलाज के लिए भर्ती कराए गए मुख्तार अंसारी को 14 घंटे बाद स्वस्वस्थ बताकर मेडिकल कॉलेज से हटाकर जेल में शिफ्ट करना और इसके एक दिन बाद हार्ट अटैक से मौत होना, मामले को संदेहास्पद बना रहा है। हालांकि इस मामले में सीजेएम ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।

    मुख्तार अंसारी के वकील ने 19 मार्च को बाराबंकी कोर्ट में मुख्तार को खाने में जहर दिए जाने का आरोप लगाया था। इसके बाद 25 मार्च को रात में अचानक मुख्तार अंसारी की जेल में तबीयत बिगड़ी। इसे 26 मार्च को तड़के चार बजे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी की गई बुलेटिन में उसे साधारण कब्ज की बीमारी से पीड़ित बताया गया। 14 घंटे बाद उसे स्वस्थ बताते हुए पुनः शाम को लगभग 6.15 बजे मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दिया गया।

    मेडिकल कॉलेज से मुख्तार को लाकर उसे जेल के अस्पताल में रखने के बजाय तन्हाई वाले बैरक में शिफ्ट किया गया। 27 मार्च को डॉक्टरों की टीम ने जेल में पहुंचकर मुख्तार की जांच की और उसकी हालत में सुधार बताया। इसके बाद 28 मार्च को अचानक मुख्तार अंसारी की तबीयत फिर बिगड़ गयी। बीमारी की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी जेल पहुंचे। करीब 40 मिनट तक जेल में प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी रही। इसके बाद एंबुलेंस से उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां देर रात हार्ट अटैक से मुख्तार की मौत हो गई।

    अब सवाल उठता है कि जब 26 मार्च को सवेरे मुख्तार अंसारी को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज लाया गया था। तब केवल 14 घंटे में कैसे इतना स्वस्थ हो गया कि उसे फिर से जेल में शिफ्ट करना उचित समझा गया। स्वास्थ्य विभाग के कुछ विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर बीमारी गंभीर थी तो उसे इलाज के लिए एक-दो दिन मेडिकल कॉलेज में ही भर्ती करके इलाज करना चाहिए था। लेकिन इसमें लापरवाही बरती गई। जिससे जेल में पहुंचकर मुख्तार अंसारी की हालत बिगड़ी और फिर उसकी मौत हो गई।

    इतना ही नहीं, मुख्तार अंसारी के भाई सांसद अफजाल अंसारी जब 26 मार्च को उन्हें देखने मेडिकल कॉलेज आए थे तो उन्होंने मांग की थी कि अगर मुख्तार का समुचित इलाज यहां नहीं हो पा रहा तो उन्हें रेफर कर दिया जाए। हम अपने खर्च पर उनका इलाज करायेंगे। इस पर ध्यान नहीं दिया गया। इस तरह देखा जाए तो इसमें मेडिकल कॉलेज की लापरवाही साफ नजर आती है।

    वहीं, इस मामले में एमपीएमएलए कोर्ट ने जेल अधीक्षक से मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने की रिपोर्ट 27 मार्च को मांगी थी, जिसमें 29 मार्च तक रिपोर्ट देने की बात कही गई थी। अब सीजेएम ने मुख्तार की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए एमपी एमएलए कोर्ट की मजिस्ट्रेट गरिमा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इस टीम को एक माह के अंदर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है।

  • मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    लखनऊ,। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधिकारियों और पुलिस कमिश्नर समेत पुलिस कप्तानों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

    बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की गुरुवार को हार्ट अटैक आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां के डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी को मृत घोषित कर दिया गया है। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पुलिस मुख्यालाय ने जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। साथ ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पैरामिलिट्री के साथ गश्त कर रही है।

    वहीं, यह भी खबर है कि मुख्तार अंसारी की मौत को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर बैठक चल रही है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रमुख सचिव गृह और यूपी पुलिस के डीजीपी एवं एडीजी लॉ एंड आर्डर बैठक में मौजूद है। मुख्तार अंसारी की मौत की जांच के लिए उत्तरप्रदेश सरकार न्यायिक आयोग का गठन कर सकती है।

  • माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

    माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

    बांदा। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। सूचना मिली कि मुख्तार को आईसीयू से सीसीयू में भर्ती करना पड़ा। यहां मुख्तार के इलाज में 9 डॉक्टरों की टीम लगी थी। मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है जबकि राज्य भर में धारा 144 लागू कर दी गई।

    मुख्तार की मौत के बाद जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि आज शाम 8:25 बजे बंदी मुख्तार अंसारी को उल्टी की शिकायत के बाद बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया। नौ डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में लगी थी लेकिन भरसक प्रयास के बावजूद हार्ट अटैक आने से मुख्तार की मौत हो गई।

    दूसरी ओर, लखनऊ में 5 केडी मुख्यमंत्री आवास पर चल रही बड़ी बैठक चल रही है जिसमें डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी एलओ अमिताभ यश भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री आवास से घटनाक्रम पर पैनी नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी हाल में अप्रिय घटना न हो, इसके लिए निर्देश दिये हैं।

    इससे पहले गुरुवार शाम जेल में मुख्तार अंसारी की तबीयत फिर से खराब होने की जानकारी मिलने पर जिला अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल कई थानों की पुलिस के साथ मंडल कारागार पहुंचे। करीब 40 मिनट तक जेल के अंदर सभी अधिकारी रहे। अंदर क्या हो रहा है किसी को कोई जानकारी नहीं मिली। 40 मिनट बाद एम्बुलेंस आई जिसमें मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। हार्ट अटैक की खबर सामने आने पर मेडिकल कॉलेज के बाहर मीडिया का हुजूम लग गया। हर कोई मुख्तार अंसारी की स्वास्थ्य के बारे में जानकारी चाह रहा था लेकिन इस बारे में कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था। प्रिंसिपल डॉक्टर एसके कौशल भी फोन नहीं उठा रहे थे। बाद में उनकी मौत होने की खबर सामने आई लेकिन तब भी घटना की पुष्टि नहीं हुई।

    सोमवार की रात मुख्तार मुख्तार को पेट दर्द की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। जहां डॉक्टर ने उसे कब्जियत बताकर एनिमा लगाया था। उसे 14 घंटे तक मेडिकल कॉलेज में रखकर देर शाम उसी दिन जेल में शिफ्ट कर दिया गया। बुधवार को जिला अस्पताल के डॉक्टर के पैनल ने उसकी पुनः जांच की थी। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया था कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है, उसे कुछ दवा भी दी गई। इस बीच एमपी एमएलए कोर्ट ने भी मुख्तार के स्वास्थ्य के बारे में संज्ञान लेते हुए जेल अधीक्षक से मेडिकल रिपोर्ट तलब की थी। जिस दिन मुख्तार की हालत बिगड़ी थी उस दिन परिवार के लोग भी उसे देखने आए थे। यहां मीडिया के समक्ष मुख्तार के बेटे उमर अंसारी एवं भाई अफजाल अंसारी ने खाने में मुख्तार को जहर देने का आरोप लगाया था। इसके पहले मुख्तार के वकील ने बाराबंकी कोर्ट में भी मुख्तार के हवाले से खाने में जहर देने का आरोप लगाया था लेकिन जेल प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। अब उनकी मौत से तमाम तरह के सवाल फिर उठ रहे हैं।

  • योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    लखनऊ। अन्तर-जनपदीय गैंग (आईएस-191) के गैंग लीडर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात बांदा के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टर मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं। इधर, रात में ही पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उनके पैतृक गांव गाजीपुर ले जाने की योजना बना रही है। पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

    मुख्तार अंसारी के आपराधिक रिकॉर्ड की बात करें तो नई दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में करीब 65 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इन 65 मामलों में 21 अभियोगों का विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं। ऑपरेशन कॉन्विक्शन के तहत अभियुक्त मुख्तार के मुकदमों की जा रही पैरवी के चलते बीते एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में न्यायालय की ओर से सजा सुनाई जा चुकी हैं।

    वर्ष 2020 से पुलिस मुख्यालय स्तर पर मुख्तार अंसारी गैंग के 297 सदस्य और सहयोगियों को चिन्हित करते हुए 161 अभियोग दर्ज किए गए। 175 लाइसेंसी शस्त्र धारकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। गैंग से संबंधित पांच माफिया और सहअपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। 164 अभियुक्तों के विरूद्ध गैंगस्टर अधिनियम एवं छह अभियुक्तों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कार्रवाई करते हुए 608 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्ति जब्त या तो धवस्त की गई है। माफिया के 215 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अवैध व्यवसाय भी बंद कराए गये।

  • बांदा : बीमार पिता मुख्तार अंसारी को देखने बेटा उमर अंसारी पत्नी के साथ पहुंचा

    बांदा : बीमार पिता मुख्तार अंसारी को देखने बेटा उमर अंसारी पत्नी के साथ पहुंचा

    बांदा। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी को देखने के लिए उसका बेटा उमर अंसारी और उसकी बहू मंगलवार को दोपहर में मेडिकल कॉलेज पहुंचे। सीधे आईसीयू में पहुंचकर पिता का हाल-चाल लिया। डॉक्टर ने फिलहाल उनकी स्थिति सामान्य बताई है।

    बताते चलें कि सोमवार की रात मुख्तार अंसारी की अचानक तबियत बिगड़ जाने पर रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यहां उनका आईसीयू में भर्ती कर सघन इलाज किया जा रहा है। इस बीच जेल प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी के परिजनों को भी जानकारी दी गई थी। जिसमें परिजनों से कहा गया था कि यहां पहुंचकर उनकी देखभाल करें। जेल प्रशासन द्वारा दी गई सूचना के बाद परिवार के लोगों का आना शुरू हो गया है। दोपहर में बेटा उमर अंसारी अपनी पत्नी के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचा। पति-पत्नी आईसीयू में पहुंचे और बीमार पिता का हाल-चाल दिया। इस बीच मेडिकल कॉलेज के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

  • मेडिकल कॉलेज में भर्ती मुख्तार अंसारी की हालत स्थिर, इलाज जारी

    मेडिकल कॉलेज में भर्ती मुख्तार अंसारी की हालत स्थिर, इलाज जारी

    बांदा। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की हालत इलाज के बाद स्थिर बताई जा रही है। इस बारे में मंगलवार को मेडिकल कॉलेज द्वारा हेल्थ बुलेटिन जारी की गई है। वहीं जेल प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी के परिवार को भी जानकारी दी गई है, जिससे परिवार के लोग बांदा आ रहै हैं।

    बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी द्वारा इधर कई महीने से लगातार कभी ब्लड प्रेशर बढ़ने, कभी शुगर से हालत बिगड़ने और बाराबंकी कोर्ट में वकील द्वारा मुख्तार अंसारी के खाने में विषाक्त पदार्थ मिलने की शिकायतें हो चुकी हैं। इन तमाम शिकायतों के कारण ही जेल के लगभग 11 अधिकारी निलंबित हो चुके हैं। जिससे मुख्तार अंसारी की सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य की विशेष निगरानी की जा रही है। सोमवार की रात अचानक तबीयत बिगड़ जाने पर अंसारी को पहले जिला अस्पताल लाया गया, फिर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। जहां उनका सघन इलाज किया जा रहा है।

    इस बारे में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर एस के कौशल ने बताया कि रात में मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज में तड़के 3.10 बजे भर्ती किया गया है। पिछले चार-पांच दिनों से उन्हें कब्ज की शिकायत है। जिसके कारण गैस नहीं पास हो पा रही है। इसी तकलीफ के कारण उनकी रात में तबीयत बिगड़ गई। जिसे इलाज के लिए यहां लाया गया है। इलाज के बाद अब पहले से स्थिति बेहतर है। खतरे की कोई बात नहीं है।

    इधर जेल प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी के बेटे उमर और अब्बास अंसारी को भी लिखित पत्र भेज कर मुख्तार के बीमार होने की जानकारी दी है, साथ ही परिजनों से मेडिकल कॉलेज पहुंचकर उनकी देखभाल करने को भी कहा है। इस बारे में मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल को भी जानकारी दी गई है। पता चला है कि पूरा परिवार यह जानकारी मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज आ रहा है।

    उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बाराबंकी कोर्ट में एंबुलेंस के मामले में कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी पेश नहीं हुए, उनके स्थान पर उनके वकील ने कोर्ट में पहुंचकर एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि 19 मार्च को मुख्तार अंसारी के खाने में स्लो प्वाइजन दिया गया है। जिससे उनकी हालत बिगड़ रही है,उनकी जांच मेडिकल टीम से कराई जाए। मुख्तार अंसारी के इस आरोप पर कोर्ट ने मेडिकल जांच के आदेश दिए थे और जेल प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की जांच की थी। डॉक्टर के पैनल ने जांच के बाद बताया था कि मुख्तार अंसारी इस समय रोजा पर रहते हैं। शाम को इफ्तार में खाना खाने से कब्ज की शिकायत रहती है। इधर रात में इसी बीमारी के चलते अंसारी की हालत बिगड़ी जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। इस बारे में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी द्वारा फेसबुक में जानकारी दी गई है। मुख्तार अंसारी 7 अप्रैल 2021 से बांदा जेल में बंद हैं, उन्हें पंजाब की जेल से सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था।

  • बाँदा जेल मे मुख़्तार की हालत बिगड़ी, मेडिकल कॉलेज मे भर्ती

    बाँदा जेल मे मुख़्तार की हालत बिगड़ी, मेडिकल कॉलेज मे भर्ती


    मऊ /बाँदा । जिला कारगार बाँदा मे सजा काट रहे मऊ के पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की बीती रात आचानक तबियत खराब होने की खबर है। जेल प्रसाशन द्वारा उन्हे वहा के मेडिकल कॉलेज मे इलाज के लिए भर्ती कराया है, जहा उनकी हालात को स्थिर बताया जा रहा है। इसके पहले मुख़्तार ने जेल प्रसाशन पर खाने मे जहर देने का आरोप लगाया था।


    सूत्रों के अनुसार मऊ के पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की बीती रात बाँदा जिला कारागर मे तबियत बिगड़ गई।

    अंसारी को जेल प्रसाशन ने वहा के मेडिकल कॉलेज मे इलाज के लिए भर्ती कराया है, जहा उनकी हालत को स्थिर बताया जा रहा है। उन्हे यूरिन प्रॉब्लम थी, चिकित्सकों ने ऑपरेशन की नसीहत दी है।

    फिलहाल वे खतरे से बाहर है। इसके पहले मुख़्तार अंसारी ने जेल प्रसाशन पर खुद को खाने मे जहर देने का आरोप कगाया था।