Category: ग़ाज़ीपुर

  • अफजाल अंसारी के घर पहुंच सपा नेता धर्मेन्द्र ने मुख्तार अंसारी की मौत पर जताया दुख, कब्र पर चढ़ाया फूल

    अफजाल अंसारी के घर पहुंच सपा नेता धर्मेन्द्र ने मुख्तार अंसारी की मौत पर जताया दुख, कब्र पर चढ़ाया फूल

    —सांसद अफजाल अंसारी बोले, जिन्होंने समझा कि मुख्तार की कहानी खत्म हो गयी है,वो गलतफहमी में

    गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के नेता और आजमगढ़ से पार्टी प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव सोमवार को गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी के मोहम्मदाबाद स्थित पैतृक आवास पहुंचे। यहां सपा नेता ने मुख्तार अंसारी के कब्र पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्तार के परिजनों खासकर उनके बेटे से मिले और ढाढ़स बढ़ाया। परिजनों से बातचीत के बाद धर्मेन्द्र यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उच्च न्यायालय के सिटिंग न्यायाधीश से इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। न्यायिक अभिरक्षा में सिर्फ मुख्तार अंसारी की मौत नहीं हुई है। बल्कि इसके पहले अन्य कई लोगों की भी हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट को भी मामले का संज्ञान लेना चाहिए।

    इसके पहले सांसद अफजाल अंसारी ने भी पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार समझ रही है कि मुख्तार की कहानी का द ऐंड कर दिया। ये सही है कि मुख्तार अब दुनिया में नहीं रहे। जो राज धर्म है उसकी हत्या हुई है। डाक्टर, जेल प्रशासन, एलआईयू, एसटीएफ ने वेल प्लान्ड मर्डर किया है। जांच के लिये उनका बिसरा प्रीजर्व हुआ है।

    अफजाल अंसारी ने कहा कि जिन्होंने समझा कि मुख्तार की कहानी खत्म हो गयी है,वो गलतफहमी में है। अब तो कहानी शुरु हुई है। अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्तार के शव को खास तरीके से दफनाया गया है, जिससे आने वाले 20 सालों तक शव की जांच हो सकती है। शव को इस तरह से दफनाया गया है कि 5, 10 या 20 साल बाद भी नाखून और बाल से जांच हो सकती है। जिससे मौत के कारणों का पता चल जाएगा।

    अफजाल अंसारी ने कहा कि जेल में बंद होने के दौरान भी मुख्तार के खिलाफ 50 से अधिक केस दर्ज किए गए। ये अन्याय की पराकाष्ठा है। मुख्तार की मौत कस्टडी में हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्तार को जेल में जहर देकर मारा गया है और पूरी योजना के तहत मुख्तार की हत्या की गई। इस दौरान अफजाल अंसारी के परिजन भी मौजूद रहे।

  • मुख्तार के अंतिम संस्कार में पत्नी अफसा बेगम और पुत्र अब्बास की उपस्थिति पर संशय बरकरार

    मुख्तार के अंतिम संस्कार में पत्नी अफसा बेगम और पुत्र अब्बास की उपस्थिति पर संशय बरकरार

    गाजीपुर,। मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार के विधायक रहे पूर्व विधायक व माफिया मुख्तार अंसारी का शव बांदा से उनके पैतृक गांव गाजीपुर जनपद के यूसूफपुर मोहम्मदाबाद लाया जा रहा है। यहां पर उनके पुस्तैनी कब्रिस्तान काली बाग में उनको दफनाया जायेगा। दुनिया को मुट्ठी में कैद करने की ख्वाहिश रखने वाले डॉन मुख्तार अंसारी को अंत में काली बाग के कब्रिस्तान में सात गुणे तीन फीट की जमीन मिली है। उनको सुपुर्दे खाक किए जाने के समय उनकी पत्नी अफसा बेगम और पुत्र अब्बास अंसारी मौजूद रहेंगे या नहीं इस पर अभी तक संशय बरकरार है।

    मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा बेगम काफी लंबे अरसे से फरार चल रही है। प्रशासन ने उस पर पचास हजार रुपये का इनाम रखा है। ऐसे में अब यह कयास लगाया जाने लगा है कि मिट्टी देने के लिए मुख्तार की पत्नी कब्रिस्तान आएगी या नहीं। वहीं, मुख्तार अंसारी के बड़े पुत्र मऊ सदर से विधायक अब्बास अंसारी फिलहाल जेल में बंद है। उनकी हाई कोर्ट में पैरोल की सुनवाई नहीं हो पाई है। फिलहाल उनके तरफ से सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी लगाई जाने की बात आ रही है। अब ऐसे में विधायक की पत्नी और बड़े पुत्र उनके अंत्येष्टि में शामिल होते हैं या नहीं यह संशय अभी भी बरकरार है।

    पारिवारिक सूत्रों के अनुसार मुख्तार अंसारी के शव को दफनाने के लिए उनके पिता सुभानुल्लाह अंसारी के कब्र के पीछे कब्र खोदी गई है। मुख्तार के निधन की सूचना के बाद से ही उनके आवास और कब्रिस्तान में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

  • योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    लखनऊ। अन्तर-जनपदीय गैंग (आईएस-191) के गैंग लीडर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात बांदा के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टर मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं। इधर, रात में ही पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उनके पैतृक गांव गाजीपुर ले जाने की योजना बना रही है। पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

    मुख्तार अंसारी के आपराधिक रिकॉर्ड की बात करें तो नई दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में करीब 65 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इन 65 मामलों में 21 अभियोगों का विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं। ऑपरेशन कॉन्विक्शन के तहत अभियुक्त मुख्तार के मुकदमों की जा रही पैरवी के चलते बीते एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में न्यायालय की ओर से सजा सुनाई जा चुकी हैं।

    वर्ष 2020 से पुलिस मुख्यालय स्तर पर मुख्तार अंसारी गैंग के 297 सदस्य और सहयोगियों को चिन्हित करते हुए 161 अभियोग दर्ज किए गए। 175 लाइसेंसी शस्त्र धारकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। गैंग से संबंधित पांच माफिया और सहअपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। 164 अभियुक्तों के विरूद्ध गैंगस्टर अधिनियम एवं छह अभियुक्तों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कार्रवाई करते हुए 608 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्ति जब्त या तो धवस्त की गई है। माफिया के 215 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अवैध व्यवसाय भी बंद कराए गये।

  • पहली नौकरी के तथ्य को छुपाकर मऊ मे हथिया ली दूसरी नौकरी

    पहली नौकरी के तथ्य को छुपाकर मऊ मे हथिया ली दूसरी नौकरी

    मऊ मे मनरेगा का हाल, 2005 मे गाजीपुर मे तैनात थे मुन्नीलाल


    मऊ। विकास खंड रतनपुरा के देवदह ग्राम पंचायत मे मनरेगा के तहत बतौर तकनिकी सहायक मुन्नीलाल चौहान ने तथ्यगोपन कर मऊ मे यह नौकरी हथियाने का काम किया है। “खरी दुनिया” के द्वारा मांगी गई जनसूचना मे मुन्नीलाल के द्वारा किये गये इस कारनामें का खुलासा हुआ है।


    विभागीय सूत्रों के अनुसार विकास खंड रतनपुरा के ग्राम पंचायय देवदह मे बतौर तकनिकी सहायक मुन्नी लाल चौहान वर्ष २००७ मे यहा पर तैनाती ली है।

    इसके पहले मुन्नी लाल के द्वारा गाजीपुर के विकास खंड मुहम्मदाबाद मे २००५ मे तैनात रहे है। मुन्नीलाल ने इसी तथ्य को छुपाते हुए यहां पर उसी पद पर नौकरी हथियाने का किया है जिसपर वह् गाजीपुर मे तैनात थे।

    विभाग ने खरी दुनिया को जारी जानकारी के पहले पन्ने के 17 वे नंबर पर मुन्नी लाल को वाहा पर तैनात होने की जानकारी तो दी है लेकिन कब तक मुन्नी लाल वाहा पर तैनात रहे है ,कब इन्होने वहा पर त्यागपत्र दिया है? की जानकारी नही दी है। “खरी दुनिया” जनहित मे जाँच के बाद कार्यवाही की अपेक्षा करती है।

    मऊ मे नौकरी लेने के बाद मुन्नीलाल द्वारा गाजीपुर मे नौकरी किये जाने को लेकर जाँच कर दोषी पाए जाने पर मामले मे विधिक कार्यवाही के साथ वेतन रिकवरी हो सकती है।

  • गाजीपुर बस हादसे में विद्युत् विभाग के तीन कार्मिक निलंबित, एक की सेवा समाप्त

    गाजीपुर बस हादसे में विद्युत् विभाग के तीन कार्मिक निलंबित, एक की सेवा समाप्त

    लखनऊ। गाजीपुर जिले में हुई बस हादसे मामले में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने विद्युत् विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित कर, एक कार्मिक की सेवा समाप्त कर दी है। वहीं ऊर्जा मंत्री ने बस हादसे पर दुःख व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करने एवं परिजनों को संबल देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

    उल्लेखनीय है कि गाजीपुर जिले में सोमवार को एक बस के हाई टेंशन बिजली के तार के संपर्क में आने से दुःखद हादसा हुआ है। बस में लगी आग से पांच लोगों की मृत्यु हो गयी, वहीं कई लोग झुलस गए।

    ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने घटना की जानकारी मिलते ही सख्त कार्रवाई करते हुए सम्बन्धित अधिशासी अभियंता मनीष, एसडीओ संतोष चौधरी और जेई प्रदीप कुमार राय को निलंबित करने और लाइनमैन नरेंद्र (संविदा कर्मी) की सेवा समाप्ति के निर्देश दिए हैं।

    उन्होंने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी, मंडलायुक्त, ज़िलाधिकारी एवं अधीक्षण अभियंता से बात की। सभी अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाते हुए, घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था सहित प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का निर्देश दिया। साथ ही मंत्री श्री शर्मा ने पीड़ित परिवारों से स्वयं मिलने के लिए गाजीपुर और मऊ भी पहुंचे।

    उल्लेखनीय है कि गाजीपुर के मरदह थाना के 400 मीटर के पास एचटी तार के संपर्क में आने से बस में आग लग गई, जिसमें कुल पांच लोगों की मौत हो गयी है, वहीं 10 से अधिक लोग घायल बताये जा रहे हैं, जिसमें 03 बच्चे और 02 महिलाएं हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे का शिकार हुई बस बरातियों से भरी बताई जा रही है। बस मऊ से एक वैवाहिक कार्यक्रम में जा रही थी, जिसमें कुल 38 बराती बस में सवार थे।

  • गाजीपुर हादसा : मुख्यमंत्री योगी ने दो मंत्रियों को घटना स्थल पर भेजा

    गाजीपुर हादसा : मुख्यमंत्री योगी ने दो मंत्रियों को घटना स्थल पर भेजा

    लखनऊ,। उत्तर प्रदेश के जनपद गाजीपुर की घटना का संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर सरकार के दो मंत्रियों को घटना स्थल के लिए रवाना किया है। वे हर पल की खबर मुख्यमंत्री को देंगे।

    गाजीपुर में हाईटेंशन की चपेट में आकर एक सीएनजी बस आग का गोला बन गई। इसकी चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। झुलसे हुए हालत में अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं।

    वहीं, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री लगातार इस पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद के लिए प्रशासन को दिशा निर्देश दिए हैं। मृतकों को पांच-पांच लाख और जख्मी लोगों को 50-50 हजार रुपये सहायता राशि की घोषणा की है। साथ ही जख्मी लोगों का मुफ्त इलाज भी सरकार कराएगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और अनिल राजभर को गाजीपुर के लिए रवाना किया है।

  • गाजीपुर मे बस हादसे के मृतको के परिजनों को ५-५ लाख और घायलों के इलाज के साथ ५०-५० हजार की सरकारी सहायता

    गाजीपुर मे बस हादसे के मृतको के परिजनों को ५-५ लाख और घायलों के इलाज के साथ ५०-५० हजार की सरकारी सहायता

    मऊ। गाजीपुर के महारे गाव मे सोमवार को बारात लेकर जा रही बस को हाई टेंशन तार की चपेट मे आने के कारण मरे लोगो के परिजनों को और घायलों को सरकार की तरफ से राहत की घोषणा की गई है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के फेसबुक वाल के मुताबिक सीएम ने घटना मे असमय मरे लोगो के परिजनों को फ़ौरी तौर पर राहत पहुंचाने मे असमय काल के गाल मे समाये लोगो के परिजनों को ५-५ लाख रुपये और घायलों को मुफ्त इलाज के साथ ५०-५० हजार रुपये की घोषणा की गई है।

  • गाजीपुर मे बारातियों से भरी बस आई हाई टेंशन तार की चपेट मे, २५ की मौत,

    गाजीपुर मे बारातियों से भरी बस आई हाई टेंशन तार की चपेट मे, २५ की मौत,

    मऊ/गाजीपुर। जनपद गाजीपुर के महारे स्थित मंदिर मे शादी को बस से बारात साथ जा रहे २५ लोगो की बस को हाई टेंशन तार के निचे आने मौत हो गई। बारात मे शामिल अधिकांश के मऊ जिले का निवासी बताया जा रहा है। मृतक बस मे सवार थे।


    पुलिस सूत्रों के अनुसार गाजीपुर जनपद के महारे शिव मंदिर मे शादी को बस मे सवार बारातियों की बस उपर से जा रहे हाई टेंशन तार की चपेट मे आ गई, जब तक सभलते बस आग का गोला बन गई और उसमे रखे साजो समान समेत बाराती जलने लगे।

    फिलहाल इस मामले मे किसी अफसर की अधिकृत सूचना खरी दुनिया के पास नही लेकिन मौके पर पुलिस के साथ इलाकाई लोगो की मौजूदगी है। बारातियों मे शामिल मऊ के खिरिया काझा के निवासी बताये जा रहे है

  • गाजीपुर में पुलिस आरक्षी परीक्षा से पूर्व नकल कराने वाले गिरोह के आठ सदस्य गिरफ्तार

    गाजीपुर में पुलिस आरक्षी परीक्षा से पूर्व नकल कराने वाले गिरोह के आठ सदस्य गिरफ्तार

    गाजीपुर। गाजीपुर जनपद पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल किया। जब उसने उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी परीक्षा के दो दिन पूर्व ही पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। जिसमें आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से भारी मात्रा में नगदी रकम के साथ ही ब्लैंक चेक व अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र बरामद किए गए।

    पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 17 व 18फरवरी को आयोजित होने वाली उ0प्र0 पुलिस आरक्षी परीक्षा 2023 में पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले सक्रिय गिरोह का भंडाफोड़ स्वाट व सर्विलांस टीम तथा थाना नोनहरा व नन्दगंज पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा किया गया।

    टीम द्वारा मुखबिरी सूचना पर भंडाफोड़ कर ग्राम मिरदादपुर थाना नोनहरा से 08 नफर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 06 लाख रूपये नगद, 21 लाख रूपये का चेक, भारी मात्रा में कूटरचित दस्तावेज तथा मोबाईल व इलेक्ट्रानिक डिवाईस बरामद किया गया। गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों के विरुद्ध थाना नोनहरा पर मुकदमा पंजीकृत कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।

    हिरासत में लिये गये व्यक्तियों द्वारा बताया गया कि उनका एक संगठित गिरोह है। जिसमें वाराणसी डीएलडब्ल्यू के रहने वाले किशन मिश्रा व सुनील मिश्रा भी शामिल हैं। इनके गिरोह द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षा केन्द्रों व अन्य स्त्रोतों के माध्यम से सेटिंग कर परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्रों के अलग-अलग सेट को व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त करके उनके उत्तर सेटवार तैयार कर पूर्व से सेट किये गये परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के लगभग 02 घण्टे पहले ही भेज दिया जाता है।

    अभियुक्तों ने बताया कि परीक्षार्थियों की सेटिंग हमलोग पहले ही अपने-अपने स्रोतों से व्यक्तिगत सम्पर्क कर उन्हें सफल होने का पूर्ण विश्वास दिलाकर लेते हैं। जिनसे 07-08 लाख रुपये की मोटी रकम वसूल कर हम लोग आपस में बांट लेते हैं। कुछ परीक्षार्थी पहले ही पूरी रकम दे देते हैं,जबकि कुछ नहीं दे पाते तो उनसे हम लोग 01 लाख रूपये नगद तथा ब्लैंक चेक व उनका मूल शैक्षिक अंकपत्र व प्रमाणपत्र लेकर अपने पास रख लेते हैं। जब उनके द्वारा पूरा पैसा चुका दिया जाता है,तो उनका शैक्षिक प्रमाण पत्र व ब्लैंक चेक वापस कर दिया जाता है।

    गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में पिन्टू यादव उर्फ गोपेश यादव उर्फ नीरज यादव उर्फ मास्टर उर्फ सिपाही पुत्र नंन्दलाल यादव उर्फ विनोद यादव निवासी ग्राम खिदिराबाद थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर। सोनू यादव पुत्र अमेरिका यादव निवासी ग्राम खुर्दपुर थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर। रामकरन यादव पुत्र स्व0 रामसूरत यादव निवासी ग्राम रसूलपुर कन्थवारा थाना नोनहरा गाजीपुर। रमाकान्त यादव पुत्र सुरेश सिंह यादव निवासी ग्राम सहबाजकुली थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर। कपिलदेव सिंह यादव पुत्र जगदीश सिंह यादव निवासी ग्राम पीथापुर थाना जंगीपुर जनपद गाजीपुर। अभिमन्यु यादव पुत्र दुखन्ती सिंह यादव निवासी ग्राम लोकवापुर (अन्धऊ) थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर। इन्द्रजीत यादव पुत्र रामबचन यादव निवासी ग्राम वार्ड नं0-04 गुरु सेवक नगर थाना जंगीपुर जनपद गाजीपुर। अमित यादव पुत्र इन्द्रजीत सिंह यादव निवासी ग्राम नगवा उर्फ नौपुरा थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर शामिल हैं।

    इन लोगों के पास से 06 लाख रुपये नगद व 21 लाख रुपये का चेक, 17 अदद मूल शैक्षिक अंकपत्र व प्रमाण पत्र व 29 अदद उ0प्र0 पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड परीक्षा 2023 प्रवेश पत्र छायाप्रति, 05 अदद नमूना नकल चीट छायाप्रति व 08 अदद कूटरचित आधार कार्ड, 14 अदद मोबाईल,01अदद वाईफाई राऊटर जियो कम्पनी व 01 अदद प्रिन्टर एचपी कम्पनी, 01अदद चार पहिया वाहन टाटा नेक्सान व 03 अदद मोटरसाईकिल बरामद किया गया।