Category: हमीरपुर

  • जातीय समीकरण के फेर में गठबंधन को लग सकता है बड़ा झटका

    जातीय समीकरण के फेर में गठबंधन को लग सकता है बड़ा झटका

    –संसदीय सीट से बसपा ने दशकों बाद पहली बार ब्राह्मण प्रत्याशी पर लगाया दांव

    हमीरपुर। हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी संसदीय सीट पर पहली बार मायावती ने ब्राह्मण चेहरे को उम्मीदवार बनाया है। क्षेत्र के रहने वाले निर्दाेष दीक्षित पहली बार सांसद बनने के लिए हाथी पर सवार हुए हैं। जिससे यहां चुनावी महासमर में भाजपा और कांग्रेस, सपा गठबंधन के प्रत्याशी टेंशन में आ गए हैं। बसपा प्रत्याशी पिछली बार विधानसभा के चुनाव में किस्मत आजमा चुके हैं। अब उनके चुनाव मैदान में आने से यहां चुनावी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं।

    लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा पहले ही मौजूदा सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल को तीसरी बार प्रत्याशी घोषित कर चुकी थी, जबकि कांग्रेस और सपा गठबंधन ने अजेन्द्र सिंह राजपूत को प्रत्याशी बनाया है। इधर बसपा ने प्रत्याशी घोषित करने में जातीय समीकरणों को लेकर हफ्तों मंथन किया। पार्टी पहले जैमिनी सर्कस मालिक मोहम्मद फतेह खान पर दांव लगाने की तैयारी में थी लेकिन ऐन वक्त पर उनके नाम पर मुहर नहीं लगाई जा सकी। महोबा के पनवाड़ी क्षेत्र के रहने वाले निर्दाेष दीक्षित ने कांग्रेस से नमस्कार किया और बसपा में आनन फानन इन्ट्री की।

    इन्हें यहां की सीट से प्रत्याशी बनाने के लिए फिर से बसपा के शीर्ष नेतृत्व में मंथन चला और आखिरकार उन्हें पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित भी कर दिया। सूत्र बताते है कि हाल में ही सर्कस मालिक के नाम पर फैसला न होने के कारण पूर्व सांसद अशोक सिंह चंदेल की पत्नी राजकुमारी चंदेल के नाम को लेकर बसपा में चर्चा हुई थी। सूत्र बताते है कि भाजपा को सीधे तौर पर झटका देने के लिए कार्यकर्ता भी चाहते थे कि इन्हें संसदीय सीट से चुनाव लड़ाया जाए। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने ब्राह्मण चेहरे को उम्मीदवार घोषित कर प्रमुख दलों के प्रत्याशियों को झटका दिया है। चुनावी महासमर में हाथी और साइकिल एक दूसरे के गढ़ में शह और मात का खेल भी खेल रहे हैं।

    –हाथी की चाल से भाजपा समेत अन्य दलों के प्रत्याशियों की उड़ी नींद

    हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी संसदीय क्षेत्र में अबकी बार भाजपा प्रत्याशी पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल यहां की सीट पर हैट्रिक लगाने को बेताब हैं। वहीं साइकिल और हाथी की रफ्तार पकड़ने से उनके माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा रही है। इंडी गठबंधन में सपा से अजेन्द्र सिंह राजपूत ऐसे प्रत्याशी हैं जिनकी लोधी बिरादरी में मजबूत पकड़ बताई जा रही है। इस बिरादरी से इस बार यहीं चुनाव मैदान में है जिससे जातीय समीकरण भी तेजी से बदल रहे हैं। इस बार मायावती ने साइकिल को झटका देने के लिए पहली बार ब्राह्मण बिरादरी से निर्दाेष दीक्षित को चुनाव मैदान में उतारा है। जिससे भाजपा और सपा प्रत्याशियों की नींदें उड़ने लगी है। बता दे कि मायावती के सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले से 1999 और 2009 के आम चुनाव में ठाकुर बिरादरी से दो बार यहां की सीट से सांसद बने थे।

  • तेज आंधी में बिजली के तार से निकली चिंगारी में गेहूं की फसलें खाक

    तेज आंधी में बिजली के तार से निकली चिंगारी में गेहूं की फसलें खाक

    हमीरपुर,। कुरारा विकास खंड क्षेत्र के डामर गांव में शुक्रवार को आई आंधी से विद्युत आपूर्ति के दौरान तार से निकली चिंगारी से गेंहू की फसल में आग लग गई। जिससे तीन किसानों का नुकसान हुआ है। वही ग्रामीणों ने एकत्र होकर आग पर काबू पाया। तथा दमकल दस्ते को घटना की जानकारी दी।

    कुरारा क्षेत्र के डामर गांव में आज शाम पांच बजे के लगभग आई आंधी से कुतुबपुर खोड़ जाने वाले सड़क किनारे खेतों में खड़ी गेंहू की फसल में विद्युत आपूर्ति के दौरान हुई स्पार्किंग से गिरी चिंगारी से गेंहू की फसल में आग लग गई। जिससे गेंहू की फसल जलकर राख हो गई। लोगों के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने एकत्र होकर आग पर काबू पाया।

    इस आग की घटना में गांव निवासी महेश कुमार की डेढ़ बीघा गेंहू की फसल, राधे कृष्ण की दो बीघा गेंहू की फसल, सुखदेव की डेढ़ बीघा गेंहू की फसल आग की चपेट में आ गई। जिससे गेंहू की फसल का नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत लाइन जर्जर होने के कारण आए दिन विद्युत तार टूटने की घटनाएं बढ़ रही है। एक सप्ताह पूर्व कुशौली पुरवा गांव में भैंसा पाली गांव को गई विद्युत लाइन का तार टूटकर गिर जाने से ओमप्रकाश की एक बीघा गेंहू की फसल जलकर खाक हो गई थी।

    डामर गांव निवासी पंकज के चना की फसल विद्युत तार टूटने से जल गई थी। मजदूर मौके पर होने पर फसल बच गई थी। कुरारा देहात फीडर से ग्रामीण क्षेत्रों को जाने वाली विद्युत लाइन के तार पुराने व जर्जर हो चुके हैं। गर्मी के मौसम में आंधी तूफान आने से तार से चिंगारी निकल कर गेंहू की फसल में गिर रही है। जिससे फसल जल रही है।

    किसान बाबू सिंह ने बताया कि प्रतिदिन दोपहर में विद्युत विभाग द्वारा विद्युत आपूर्ति शाम पांच बजे तक बंद रहती थी। लेकिन आज दिन भर विद्युत आपूर्ति होती रही है। जिससे आगजनी की घटना हो गई है। वही दमकल दस्ते भी एक घंटा देरी से मौके पर पहुंचे। तब तक ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था।

  • गैर इरादतन हत्या में पत्नी, प्रेमी सहित पांच लोगों को 10 साल की सजा

    गैर इरादतन हत्या में पत्नी, प्रेमी सहित पांच लोगों को 10 साल की सजा

    – अदालत ने दो पर आठ-आठ हजार व तीन पर पांच-पांच हजार का लगाया अर्थदंड

    हमीरपुर)। पति की गैर इरादतन हत्या के सात साल पुराने मामले में शनिवार को अदालत ने फैसला सुनाया है। अपर सत्र न्यायाधीश स्वाती की अदालत ने दोषी पत्नी व प्रेमी सहित ससुर, साला व साली को 10-10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही प्रत्येक पर अलग-अलग जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा न करने पर छह माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

    सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता चंद्रप्रकाश गोस्वामी ने शनिवार को बताया कि सुमेरपुर थानाक्षेत्र के मौहर गांव निवासी पीड़ित भाई बीरबल ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होकर 156 (3) के तहत बताया कि वह अपने पिता के जीवित रहते अपने छोटे भाई बहुगुणा व पत्नी सहित अलग मकान में रहने लगा था। उसकी मां बृजरानी छोटे भाई के साथ उसी मकान में रहती थी। उन्होंने बताया कि छोटे भाई की पत्नी दोषी संध्या का गांव के रामबाबू (प्रेमी) से अवैध संबंध थे। जिसे पूरा गांव जानता है। जिसके चलते दंपति में आए दिन खटपट होती रहती थी। उसके भाई ने अपने ससुर दोषी रामडाक्टर को दो लाख रुपये घटना के छह माह पूर्व उधार दिए थे। रुपयों को लेकर भाई व ससुर के बीच कई बार झगड़ा भी हो चुका था।

    उन्होंने बताया कि 20 अक्तूबर 2016 को उसका ससुर अपनी पुत्री पूनम, पुत्र बालेंद्र के साथ गांव आया और दिन में ही उसके भाई का ससुर से रुपयों को लेकर विवाद होता रहा। उसी दिन रात में करीब 12 बजे मोहल्ले का मूलचंद्र मां के शोर मचाने पर मौके पर पहुंचा तो टार्च की रोशनी में देखा कि उसके भाई को दोषी रामबाबू, ससुर रामडॉक्टर, साला बालेंद्र, साली पूनम अटारी वाले कमरे में गिराकर पकड़े हुए थे। उसी समय उसकी पत्नी संध्या ने लोहे के राड से उसके सिर पर जोर से वार कर दिया। जिससे वह चोंट खाकर तड़पने लगा। तभी गांव के अन्य लोग भी मौके पर आ गए। जिनसे दोषियों ने बताया कि उसके भाई ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। वहीं ससुर ने मूलचंद्र को धमकी दी कि यदि गांव में किसी को बताया तो तुम्हें मामले में फंसा देंगे।

    कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला पांच लोगों के खिलाफ दर्ज कर आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया था। शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मृतक के सिर व अन्य जगह चोंट के निशान पाए गए थे। मामले में अदालत ने दोषी पत्नी संध्या, प्रेमी रामबाबू, ससुर राम डॉक्टर, साला बालेंद्र व साली पूनम को 10-10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। वहीं दोषी पत्नी व प्रेमी पर आठ-आठ हजार व ससुर, साला व साली पर पांच-पांच हजार का अर्थदंड लगाया है। जुर्माना जमा न करने पर अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी

  • हमीरपुर में मर्दाे को गांव से भगाने के बाद औरतें खेलती है होली

    हमीरपुर में मर्दाे को गांव से भगाने के बाद औरतें खेलती है होली

    -रामजानकी मंदिर से महिलायें ढोल मजीरे के साथ निकालती है होली की फाग

    – सैकड़ों साल पुरानी परम्परा में घूंघट वाली महिलायें भी उड़ाती है रंग, गुलाल

    हमीरपुर। बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में एक ऐसे गांव में महिलाओं की होली कोई भी मर्द नहीं देख सकता। सैकड़ों साल पुरानी परम्परा की महिलाओं की होली शुरू होने से पहले ही पूरे गांव के पुरुषों को घर छोड़कर खलिहान में डेरा डालना पड़ता है। बूढ़ी और घूंघट वाली महिलाएं होली पर ठुमके लगाकर पूरे गांव में धमाल मचाती है। महिलाओं की यह अनोखी होली सूर्यास्त होने के बाद खत्म होती है। तभी सभी पुरुष अपने घर लौटते हैं।

    बुन्देलखंड के हर इलाके में कोई भी ऐसा गांव नहीं है जहां यह अनूठी परम्परा की होली खेली जाती है। वीरभूमि के हमीरपुर जिले में कुंडौरा ऐसा गांव है, जो इस परम्परा के लिए पूरे क्षेत्र में विख्यात है। यहां महिलाओं की टोली फाग निकालकर पूरे गांव में घूमती हैं।

    महिलाओं की फाग में धमाल करने वाली देवरती कुशवाहा, पूर्व प्रधान उपदेश कुमारी, गिरिजा कुशवाहा, सुनीता, कमलेश कुमारी सहित सहित तमाम महिलाओं ने बताया कि जब से वह बाबुल का घर छोड़कर पिया के घर आई है तभी से ही इस होली की परम्परा का हिस्सा बन रही है।

    हर साल धूमधाम के साथ फाग में हिस्सा लेकर गांव में महिलाओं की फाग सम्पन्न होती है। इन महिलाओं ने बताया कि होली की फाग का शुभारंभ गांव के ऐतिहासिक रामजानकी मंदिर से होता है। पूरे गांव के गली कूचों और मुहल्लों में होली की धमाल करने के बाद महिलाओं की फाग खेरापति बाबा के मंदिर परिसर में इस अनूठी परम्परा का समापन होता है।

    ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अरविन्द प्रताप सिंह ने बताया कि गांव में महिलाओं की होली का यह अनूठी परम्परा सैकड़ों साल पहले पूर्वजों ने शुरू की थी, जिसका आज भी निर्वहन बड़े ही शिद्दत के साथ किया जाता है। जिस समय महिलाओं की फाग गांव में घूमती है तो उस समय गांव के पुरुष गांव की गलियों से हटकर या तो घरों में कैद हो जाते हैं या फिर उन्हें खेल और खलिहान की ओर निकलना पड़ता है। पुरुष तभी गांव के अंदर वापस आएंगे जब महिलाओं की फाग और होली का समापन हो जाता है।

    पूरे गांव में होली के रंग में घूंघट वाली महिलाएं करती है धमाल

    कुंडौरा गांव के बुजुर्ग बंजारी कुशवाहा (90) ने बताया कि गांव में महिलाओं की होली का इतिहास कम से कम पांच सौ साल पुराना है। जिसमें गांव की बहुएं भी फाग निकलने के दौरान नृत्य करती है। इन्हें कोई भी गांव का पुरुष देख नहीं सकता है। यदि किसी ने देखने की हिम्मत भी की तो उन्हें लट्ठ लेकर गांव से ही खदेड़ दिया जाता है।

    सत्तर वर्षीय गिरिजा कुशवाहा व देवरती कुशवाहा ने बताया कि महिलाओं की फाग निकालने की कोई पुरुष अथवा युवक भी फोटो कैमरे से नहीं ले सकता है। महिलाओं की होली की फोटो लेने पर भी प्रतिबंध है। यदि कोई इस अनूठी परम्परा का चोरी-छिपे फोटो लेते पकड़ा गया तो उस पर तगड़ा जुर्माना बोला जाता है। गांव की सरपंच सविता देवी ने बताया कि गांव के पुरुष और लड़के अनूठी परम्परा की होली की फाग निकलने से पहले ही घरों में कैद हो जाते है अथवा सभी को गांव छोड़कर बाहर जाना होता है।

    बुजुर्ग महिलाएं ही होली की फाग में बजाती है ढोल और मजीरे

    गांव की सरपंच सविता देवी ने बताया कि इस बार होली त्योहार के दूज के दिन पूरे गांव की महिलाएं रामजानकी मंदिर में एकत्र होती है फिर यहां से फाग निकाली जाती है। गाजे और बाजे के साथ महिलाओं की फाग गली कूचे और मुहल्लों से होते हुए एक जगह पर नाच गाना होता है। उन्होंने बताया कि हर घर से महिलाएं इस अनूठी परम्परा में शामिल होती है। और ढोल मजीरा बजाते हुए महिलाएं ठुमके भी लगाती है। यह आयोजन शाम तक चलता है। सभी महिलाएं एक दूसरे को गुलाल लगाकर सम्मान भी करती है।

    गांव की बुजुर्ग देवरती कुशवाहा ने बताया कि बुन्देलखंड का यह अकेला गांव है जहां यह परम्परा आज भी कायम है। इस परम्परा की होली में बुजुर्ग महिलाओं के अलावा घूंघट वाली महिलाएं भी धमाल करती है। प्रधानपति अरविन्द प्रताप सिंह ने बताया कि अनूठी परम्परा की होली को लेकर महिलाओं ने तैयारी अभी से शुरू कर दी है।

  • बूढ़ी मां की हत्या कर शव आग के हवाले करने पर बेटे को उम्रकैद

    बूढ़ी मां की हत्या कर शव आग के हवाले करने पर बेटे को उम्रकैद

    –दो साल पूर्व हत्या के मामले में कोर्ट ने आरोपी को दिया 15 हजार रुपये का अर्थदंड

    हमीरपुर,। ललपुरा थानाक्षेत्र के कलौलीजार गांव में दो वर्ष पूर्व मां की हत्या कर शव आग के हवाले कर दिया था। मंगलवार को विशेष न्यायाधीश (डकैती) पीके जयंत ने आरोपित को आजीवन कारावास व 15 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।

    अपर जिला शासकीय अधिवक्ता मणिकणं शुक्ल व सहायक शासकीय अधिवक्ता सुभाष श्रीवास्तव ने बताया कि वादी लालबहादुर ने ललपुरा थाने में तहरीर देकर बताया कि 21 मार्च 2022 को सुबह 10.30 बजे किसी बात से नाराज होकर उसका चचेरे भाई लालाराम उर्फ लल्लू विश्वकर्मा पुत्र स्व. राधेचरण निवासी कलौलीजार ने अपनी मां सजनवती (80) की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। इसके बाद शव में लकड़ी डालकर आग लगा दी।

    घटना गांव के सैनजीत खंगार ने देखी तो उसने लालबहादुर को बताया जिस पर वह गांव के रामबाबू खंगार के साथ मौके पर पहुंचा और आग बुझाई। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसी दिन आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को विशेष न्यायाधीश (डकैती) पीके जयंत ने मुकदमें की सुनवाई के दौरान आरोपित लालाराम उर्फ लल्लू को मां की हत्या का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास व 15 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।

  • आयोग के आदेशों के उल्लंघन पर प्रिटिंग प्रेस का लाइसेंस होगा जब्त

    आयोग के आदेशों के उल्लंघन पर प्रिटिंग प्रेस का लाइसेंस होगा जब्त

    हमीरपुर। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सोमवार को जनपद के सभी प्रिटिंग प्रेस मुद्रकों व प्रकाशकों को निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।कहा है कि यदि किसी भी राजनीतिक दल व प्रत्याशियों द्वारा कोई भी चुनावी सामग्री मुद्रित कराई जाती है तो उसकी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को अवश्य दी जाए।

    उन्होंने प्रिटिंग प्रेस के सभी प्रकाशक एवं मुद्रकों से कहा है कि चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के संदर्भ में जारी दिशा निर्देशों के क्रम में यदि राजनीतिक दलों अथवा प्रत्याशियों द्वारा किसी भी प्रेस में चुनाव सम्बंधी सामग्री जिसमें पुस्तिकाएं, पोस्टर व पम्पलेट आदि प्रकाशित कराई जाती है तो उस पर होने वाले व्यय के सम्बंध में पूरी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को प्रेषित करेंगे और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 का अनुपालन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि धारा 127 क के अंतर्गत किसी भी निर्वाचन पम्पलेट या पोस्टर या प्रकाशक द्वारा मुद्रित ऐसी अन्य सामग्री पर मुद्रक व प्रकाशक का नाम, पता, प्रतियों की संख्या स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा। इसी प्रकार धारा 127 क-2 के अंतर्गत मुद्रण सामग्री मुद्रित होने के तीन दिनों के अंदर मुद्रित प्रतियां एवं प्रकाशक द्वारा घोषणा पत्र भी प्रेषित किया जाएगा।

    उन्होंने कहा कि 127 क के प्रावधानों तथा आयोग के आदेशों के किसी भी प्रकार के उल्लंघन को गम्भीरता से लिया जाएगा। साथ ही सम्बंधित पर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रिटिंग प्रेस का लाइसेंस जब्त किया जा सकता है और 6 महीने का कारावास अथवा जुर्माना जिसे 2 हजार तक बढ़ाया जा सकता है अथवा दोनों दण्ड दिये जा सकते हैं। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, अपर जिलाधिकारी न्यायिक, प्रभारी एम०सी०एम०सी० सहायक निर्वाचन अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

  • सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    सिटी मजिस्ट्रेट की बदसलूकी से आहत भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी की मौत

    हरदोई विद्याराम वर्मा ने पूरे जीवन तन मन धन से बीजेपी की सेवा की और जिलाध्यक्ष भी रहे, उनके साथ आचार संहिता के नाम पर सिटी मजिस्ट्रेट ने जमकर बदसलूकी की और फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। इस वाक्ये और पति की खुलेआम बेइज्जती के बाद पत्नी आहत हो गईं और गम में डूबने से उनकी आज मौत हो गई।

    विद्याराम वर्मा सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। मामला शनिवार का है जब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन होर्डिग, बैनर उतरवाने में जुट गया। उसी बीच भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा के लखनऊ रोड स्थित आवास के बाहर उनके नाम का बोर्ड लगा हुआ था। सिटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में चल रही नगर पालिका परिषद की टीम ने उनका बोर्ड उखाड़ लिया। इसका पता होने पर श्री वर्मा घर से बाहर निकले और अपने नाम का बोर्ड उखाड़ने की वजह पूछी, जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट प्रशांत तिवारी इतने लाल हो गए कि उन्होंने न सिर्फ भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष को खरी-खोटी सुनाई बल्कि उनके खिलाफ केस दर्ज करने की धमकी तक दे डाली।

    जिसके बाद पति की खुलेआम बेइज्जती के कारण पूर्व ज़िलाध्यक्ष की पत्नी लता वर्मा दुखी हो गईं और भाजपा के लिए सारी ज़िंदगी जूझने वाले अपने पति से हुए गलत व्यव्हार को वह बर्दाश्त नहीं कर सकीं और सदमे में उनकी रविवार को मौत हो गई। वहीं इसका पता होते ही ज़िले भर के भाजपाईयों में शोक छा गया। सिटी मजिस्ट्रेट के तानाशाही रवैये की सर्वत्र चर्चा हो रही है।

    नाम का बोर्ड उखाड़ ले जाने के मामले में भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा और सिटी मजिस्ट्रेट के बीच हुई नोंकझोंक का वीडियो वायरल हो रहा है। उस वीडियो में सिटी मजिस्ट्रेट भाजपा नेता के ऊपर केस दर्ज कराने की धमकी देते हुए देखे जा सकते। हालंकि श्री वर्मा अपनी बात कह रहें है,लेकिन आचार संहिता की अकड़ में चूर सिटी मजिस्ट्रेट उनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं दिखाई दिए।

  • हमीरपुर कारागार में विचाराधीन कैदी ने की आत्महत्या

    हमीरपुर कारागार में विचाराधीन कैदी ने की आत्महत्या

    हमीरपुर। हमीरपुर के दोसडका स्थित कारागार में एक विचाराधीन कैदी के आत्महत्या मामले को लेकर परिजनों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। शनिवार दोपहर के समय कारागार के बाहर परिजनों ने जमकर हंगामा किया हांलाकि पुलिस ने परिजनों व ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की लेकिन फिर भी परिजनों ने जमकर गुब्बार निकाला । वहीं परिजनों व ग्रामीणों ने कारागार परिसर में पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाकर न्याय की गुहार लगाई।

    बता दे कि हमीरपुर के दोसडका स्थित कारागार में विचाराधीन कैदी दीप चंद सपुत्र मदन लाल गांव पथलयार तहसील बडसर ने शुक्रवार देर रात को फंदा लगाकर आत्महत्या कर दी है। उक्त कैदी पोस्को एक्ट के चलते कारागार में विचाराधीन है । वहीं इस अवसर पर एसएचओ हमीरपुर हरीश गुलेरिया के अलावा काफी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा।

    बीडीसी सीमा भारद्वाज ने कहा कि जेल में ही आत्मत्या करने पर सभी हैरान हो गए हैऔर इस तरह जेल के अंदर आत्महत्या करने पर सवाल उठ रहे हैं । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के पहरे में ही जेल में आत्महत्या मामले की जांच की जानी चाहिए।

    ग्राम पंचायत प्रधान प्रदीप कुमार ने बताया कि पिछले दो महीनों से हमीरपुर जेल में दीप चंद सजा काट रहा है और अचानक ही रात के समय दीप चंद ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने कहा कि एक छोटी बच्ची के साथ छेडछाड के मामले में दीप चंद जेल में विचाराधीन रहा है। उन्होंने बताया कि सुबह ही जेलमें आत्महत्या करने का पता चला है और उसके बाद सारा गांव के लोग जेल में पहुंचे है और न्याय की गुहार कर रहे है।

    इस घटनाक्रम पर एसडीएम हमीरपुर मनीष कुमार सोनी ने बताया कि हमीरपुर कारागार में पोस्को एक्ट के तहत विचाराधीन कैदी ने रात के समय आत्महत्या की है। उन्होंने बताया कि उक्त कैदी पिछले दो महीनों से जेल में रह रहा था और आत्महत्या मामले में कैदी के शव का पोस्टर्माटम करवाया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि मंडी से फारेसिंक टीम भीपहुंच कर आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है।

  • पति से विवाद के बाद पत्नी ने फंदा लगाकर की आत्महत्या

    पति से विवाद के बाद पत्नी ने फंदा लगाकर की आत्महत्या

    हमीरपुर। सुमेरपुर थाना क्षेत्र के अतरैया ग्राम पंचायत के मजरा गौरी में एक नवविवाहिता ने बुधवार को घर के अंदर पति से झगड़ने के बाद फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतका के पिता ने दहेज हत्या करने का आरोप लगाया है।

    अतरैया ग्राम पंचायत के मजरा गौरी निवासी मंगल सविता कस्बे में बाल काटने की दुकान खोल रखी है। दो वर्ष पूर्व उसकी शादी मटौंध थाना क्षेत्र के बसहरी गांव निवासी कमला से हुई थी। शादी के कुछ दिनों के बाद वह अपनी पत्नी कमला (22) के साथ परिवार से अलग रहने लगा था। वह शराब पीकर घर पहुंचा था और किसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हो गया तो पत्नी ने उसी कमरे में पंखे के लिए लगे पाइप में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।

    पत्नी को फंदे से लटकता देखकर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतका के पिता चंद्रभान सविता ने ससुरालीजनों पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है।

  • नारकोटिक्स टीम को छापेमारी में मिला छह कुंतल गांजा

    नारकोटिक्स टीम को छापेमारी में मिला छह कुंतल गांजा

    हमीरपुर,। इस समय क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी चरम पर है जो उड़ीसा, तेलंगाना से छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के रास्ते क्षेत्र में लाकर तस्करी कर रहे हैं। बुधवार को एनटीएफ झांसी और मौदहा कोतवाली पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर खेत में लगे नलकूप वाले घर से कुंतलों गांजा बरामद किया है। हालांकि अभी तक पुलिस द्वारा गांजे की नापतौल जारी है, जबकि किसी के गिरफ्तार होने की जानकारी नहीं हो सकी है।

    क्षेत्र में बढ़ रही गांजा तस्करी को लेकर काफी समय से एनटीएफ झांसी और एनटीएफ आगरा की टीमें लगातार गांजा तस्करों पर नजर बनाए हुए थीं, जिसके बाद एनटीएफ झांसी के प्रभारी चण्दन पाण्डेय ने बुधवार को अपनी टीम के साथ,नाॅरकोटिक्स विभाग की डागस्क्वायड, क्षेत्राधिकारी श्रेयस त्रिपाठी की अगुवाई में मौदहा पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में कोतवाली क्षेत्र के ग्राम छिरका के निकट छिरका निवासी पन्ना लाल मिश्रा के खेत में लगे नलकूप वाले घर में छापेमारी कर कमरे से लगभग सात कुंतल हरा गांजा बरामद किया है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी होने की जानकारी नहीं हो सकी है।

    कोतवाली प्रभारी रामआसरे सरोज ने बताया कि बरामद गांजा की कीमत पांच लाख से अधिक है। तस्करों की तलाश की जा रही है। पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त छापेमारी में मिले गांजा की नापलौल पूरी नहीं होने के कारण गांजे की अनुमानित लागत का अनुमान नहीं लगाया जा सका है। हालांकि यह पहला मामला नहीं है कि क्षेत्र में गांजे की बड़ी खेप पकड़ी गई है, इसके पहले बिंवार पुलिस द्वारा एक ट्रक गांजा और कस्बे के पेट्रोल पंप पर तत्कालीन क्षेत्राधिकारी सौम्या पाण्डेय ने एक लावारिस कंटेनर से गांजे की बड़ी खेप बरामद की थी, जबकि छिटपुट गांजा तो क्षेत्र में आये दिन पकड़ा जाता है।