Category: झांसी

  • पुलिस भर्ती परीक्षा के ठीक पहले एसटीएफ ने पकड़े दो मुन्ना भाई

    पुलिस भर्ती परीक्षा के ठीक पहले एसटीएफ ने पकड़े दो मुन्ना भाई

    – 8 से 10 लाख रुपये में पेपर लीक कराने का था ठेका

    – पहले भी कई परीक्षाओं के पेपर करा चुके थे आउट

    झांसी। एसटीएफ और झांसी पुलिस की संयुक्त टीम ने झांसी में आयोजित हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा के मुन्ना भाइयों को परीक्षा बाधित करने से ठीक पहले ही पकड़ लिया। पुलिस ने उनके पास से कुछ प्रवेश पत्र, आधार कार्ड व तीन मोबाइल समेत दो लग्जरी कारें भी बरामद की है। यह दोनों कारों में से एक सांवली जिला और दूसरी झारखंड जनपद की बताई जा रही है। अन्य फरार साथियों की तलाश की जा रही है।

    एसटीएफ नोएडा ने शुक्रवार की शाम झांसी पुलिस लाइन के पास से दो मुन्ना भाइयों को दबोच लिया।

    एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पिछले 14 फरवरी से एसटीएफ की टीम इन मुन्ना भाईयों के पीछे लगी हुई थी। मोबाइल सर्वेलांस की सहायता से यह सामने आया था कि भारी भरकम रकम के बदले पेपर लीक से लेकर तैयारी करवाने तक का ठेका लिया था। यही नहीं इसके लिए यहां से लेकर मथुरा तक पूरी तैयारी करते हुये अभ्यर्थियों के नाम व रोल नम्बर तक की सूची तक तैयार की गई थी जो दर्जनों में थे। इन दोनों गिरफ्तार जालसाजों के अन्य साथी फरार बताए जा रहे हैं। उन सभी की तलाश एसटीएफ और नवाबाद थाना पुलिस की टीमें करने में जुटी हुई हैं। पुलिस हिरासत में आए दोनों मुन्नाभाइयों के पास से यूपी 19 जे 5225 काले रंग की स्कॉर्पियो एवं जेएच 12 के 5777 सफेद रंग की फॉर्च्यूनर कार बरामद हुई है। स्कॉर्पियो कार शामली निवासी मोनू कुमार व फॉर्च्यूनर कार रजनीश उर्फ रंजन निवासी बिहार की बताई जा रही है। इन्हें नवाबाद थाने में रखा गया है। दोनों के पास से प्रवेश पत्र की 10 प्रतियां, 3 मोबाइल, 2 आधार कार्ड मय ड्राइविंग लाइसेंस के बरामद की है।

    एसटीएफ के उपनिरीक्षक अक्षय परमवीर कुमार त्यागी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने सांवली मोनू कुमार, बिहार निवासी रजनीश रंजन, मथुरा निवासी मोनू पंडित और झांसी रजत, आशीष पालीवाल व अतुल पालीवाल के खिलाफ 420, 467, 468 समेत तमाम सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

    गौरतलब है कि प्रदेश में 60 हजार पदों के लिए झांसी में 88 हजार अभ्यर्थी पुलिस भर्ती परीक्षा में शिरकत करेंगे। दो दिनों में 4 पालियों में सम्पन्न होने वाली इस परीक्षा में करीब 87 हजार अभ्यर्थी झांसी के 47 केंद्रों पर परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं। इसे शांति एवं सुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए 16 सेक्टर व 55 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गए हैं। जो परीक्षा पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं।

    मोनू कुमार ने बताया कि दो वर्ष पूर्व टीईटी का पेपर मोनू पंडित ने भेजा था जिसे उसके द्वारा आशीष पालीवाल, अतुल पालीवाल, रजत व मिथुन को भेजा गया था। इसके अतिरिक्त 2023 में राम मनोहर लोहिया अस्पताल की परीक्षा जो झांसी के रघुनाथ प्रसाद तिवारी लैब में हुई थी जो रिमोट एक्सेस से करायी जानी थी किन्तु सर्वर डाउन होने के चलते परीक्षा नहीं हो पायी थी। हरियाणा वैटनरी की परीक्षा का पेपर मोनू लेकर आया था जिसके लिये प्रति अभ्यर्थी 8 लाख रुपये लिये गये थे। बाद में यह परीक्षा निरस्त हो गयी।

    30 से अधिक अभ्यर्थियों को पढ़वाना था पेपर

    मोनू कुमार ने बताया कि वह अपने गैंग के साथी मोनू पंडित निवासी मथुरा, रजत , आशीष पालीवाल व अतुल पालीवाल को आगरा, मथुरा व नोएडा से लेते हुए दिल्ली जाने वाला था। वहां वह सोनू व रवि द्वारा लेकर आने वाले को 21 अभ्यर्थियों को पेपर और दूर रहने वाले अभ्यर्थियों को वीडियो कॉल पर पेपर पढ़वाने वाला था।

    उप्र सिपाही भर्ती के लिए 8 से 10 लाख रुपये का था रेट

    मोनू कुमार ने बताया कि 17 और 18 फरवरी में आयोजित होने वाली उप्र सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए 8 से 10 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी का रेट तय किया गया था। इस प्रकार से कुल करीब 30 से 40 अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचाने का काम किया जाना था। आप अंदाजा लगा सकते है कि धोखाधड़ी की कमाई की कीमत करोड़ों में थी। जिसे एसटीएफ ने होने से पहले समाप्त कर दिया।

  • कलेक्ट्रेट में बाबू का रिश्वत लेते वीडियो वॉयरल

    कलेक्ट्रेट में बाबू का रिश्वत लेते वीडियो वॉयरल

    झांसी। एक बाबू का रिश्वत लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। यह वीडियो एडीएम के बाबू का बताया जा रहा है। बिना रिश्वत के बाबू ने जमानत के आदेश को देने मना कर दिया था। इसके बाद अधिवक्ताओं ने उसका रिश्वत लेते हुए वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस पर अधिवक्ताओं का सम्मान हमेशा बरकरार रखने का बार संघ के सचिव केपी श्रीवास्तव द्वारा आश्वासन दिया गया है।

    जूनियर अधिवक्ता से बदसलूकी करने वाले बाबू का रिश्वत लेते हुए वीडियो शोशल मीडिया पर वायरल करते हुए सचिव केपी श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन से कार्यवाही की मांग की। बार संघ के सचिव केपी श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि जूनियर अधिवक्ता किसी आरोपी की जमानत कराने अपर नगर मजिस्ट्रेट की न्यायालय में गए थे। जहां न्यायिक अधिकारी ने आरोपी की जमानत स्वीकार करते हुए आदेश जारी कर दिया और वह चले गए। उनका आरोप है कि वहां तैनात बाबू ने जूनियर अधिवक्ताओं से बदसलूकी की ओर रिश्वत न देने पर आदेश देने से मना कर दिया। इस पर जूनियर अधिवक्ताओं ने उनका रिश्वत लेते वीडियो बना लिया। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा की ऐसे भ्रष्ट बाबुओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।

  • अंग्रेजी माध्यम स्कूल में छात्राओं ने बोली हिंदी तो मंगवाई गई माफी, विरोध

    अंग्रेजी माध्यम स्कूल में छात्राओं ने बोली हिंदी तो मंगवाई गई माफी, विरोध

    झांसी,। महानगर के एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में छात्राओं द्वारा हिन्दी शब्दों का प्रयोग करने पर सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाने का मामला सामने आया है। इस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के झांसी महानगर मंत्री सुयश शुक्ला के नेतृत्व में थापक बाग स्थित बालाजी पब्लिक स्कूल में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। यह देख स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्कूल प्रशासन ने अपनी भूल स्वीकार करते हुए माफी मांगी और भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।

    विद्यार्थी परिषद को सूचना मिली थी कि सुबह प्रार्थना के समय प्रधानाचार्य ने हमारी मातृभाषा हिंदी का अपमान करते हुए कक्षा 9वीं की दो छात्राओं से हिंदी के दो शब्द बोलने पर उनके साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया और उनसे प्रार्थना के समय सार्वजनिक माफी मंगवाई और उनको सार्वजनिक अपमानित व दोनों का मानसिक उत्पीड़ित किया।

    महानगर मंत्री सुयश शुक्ला ने बताया की अभविप ने तुरंत ही इसके विरोध में कदम उठाया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर दिया और अभसविप ने स्कूल मैनेजमेन्ट से बच्चों को आश्वासन दिलवाया गया कि भविष्य में हमारी मातृ भाषा बोलने पर ऐसी कोई कार्यवाही बच्चों पर स्कूल मैनेजमेंट द्वारा नहीं की जाएगी।

    राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनेंद्र गौर ने बताया कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और हिंदी बोलने पर छत्राओं को सार्वजनिक मानसिक उत्पीड़न नहीं करना चाहिए था और अगर भविष्य में ऐसा कोई भी विषय कहीं से भी आएगा तो अभाविप एक बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगा। जिला संयोजक हर्ष जैन ने कहा कि मैनेजमेंट को सिर्फ बच्चों से ही नहीं बल्कि उन दोनों छात्राओं के अभिवावकों से भी सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।

    इस दौरान विभाग संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र सिंह,देव पांडे,संकल्प कुशवाहा,तिलक राज, शिवम राठौर,तेजस सिंह,उन्नति मिश्रा,सुरभि पांडे,अर्पित अग्रवाल, अर्जुन यादव,दिव्यांशु शुक्ला,निशेन्द्र,राजपूत,शुभम पालीवाल,राजीव तिवारी निशांत कुशवाहा मनीष तिवारी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

  • खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंडस्ट्री अकादमिक इनीशिएटिव के दूसरे दिन विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के प्रमुख अधिकारियों एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा के दौरान विभिन्न प्रस्ताव दिए गए।

    विश्वविद्यालय के उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रोफेसर एसके कटियार ने बताया कि इस कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के 8 अधिकारी, 7 उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञ, एक आईसीएआर शोध संस्थान के वैज्ञानिक तथा एक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

    पेप्सी कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शिव कौशिक ने श्री अन्न से बनने वाले पेय उत्पादों को विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं पेप्सी कंपनी के बीच समझौता करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर की, कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में रियायतें देती है तो उनकी कंपनी झांसी में अपनी फैक्ट्री लगा सकती है। सिट्रस प्रोसेसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) मुनीश त्यागी ने बुंदेलखंड में सिट्रस की संभावनाओं को देखते हुए नए सिट्रस प्रोडक्ट विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से एम ओ यू साइन करने का प्रस्ताव दिया।

    स्नैक्स बनाने वाली डीजीएम फूड कंपनी के मुख्य शोध एवं विकास अधिकारी प्रोफेसर नेपाल सिंह ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर के लिए इच्छा जताई। ग्रुप के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज चौहान ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट के लिए सहमति जताई। वहदम टीस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आर सी पाराशर ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ समझौता कर यहां के छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट में सहयोग देने का आश्वासन दिया।

    अदानी विल्मर लिमिटेड कंपनी के क्वालिटी कंट्रोल एवं क्वालिटी एश्योरेंस विभाग के प्रमुख अनिल गुप्ता ने बताया कि अदानी ग्रुप बुंदेलखंड औद्योगिक विकास एवं प्राधिकरण में अपनी कंपनी स्थापित कर सकता है। फूड कंसलटेंट एसके सिंह ने बीड़ा के अंतर्गत लगने वाली फूड फैक्टरीज में कंसलटेंसी देने की इच्छा जताई। भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्योरशिप के सेक्टर स्किल काउंसिल में तैनात डॉक्टर ममता ने आश्वासन दिया कि फूड प्रोसेसिंग स्किल सेक्टर काउंसिल द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की हर संभव मदद की जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी इरविन कॉलेज की प्रोफेसर संगीता ग्रूमर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा मोटे अनाज से बने उत्पादों की काफी सराहना की एवं साथ मिलकर नए अन्य उत्पाद विकसित करने का विचार रखा। आईसीएआर नई दिल्ली की प्रधान वैज्ञानिक एवं आईएफएससी एफएसएसएआई की पूर्व निदेशक डॉ मीनाक्षी सिंह ने कहा कि वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।

    उन्होंने एफएसएसएआई की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। संत लोगोंवाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लुधियाना के प्रो कमलेश प्रसाद एवं प्रो. प्रद्युम्न कुमार ने केंद्र सरकार की कुछ नई परियोजनाओं के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जाहिर की। स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी के डॉ हरीश कुमार ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फूड प्रोसेसिंग नीति 2023 के माध्यम से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विभिन्न परियोजनाओं को दिलाने में सहायता करेंगे।

    एमसीएम डीएवी वूमेन कॉलेज के फूड साइंस विभाग की अध्यक्ष प्रोफ़ेसर गीता मेहरा ने नए फूड उत्पादों को विकसित करने के लिए साथ में काम करने के लिए इच्छा जाहिर की। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल टीचर्स की अपर निदेशक डॉ प्रीति पंत द्वारा फूड टेक्नोलॉजी के छात्रों को एफएसएसएआई की ट्रेनिंग दी गई और भविष्य में नए छात्रों को ट्रेनिंग देने का आश्वासन दिया।

  • आईजीआरएस की शिकायत का निस्तारण करने गई राजस्व विभागीय टीम के साथ मारपीट

    आईजीआरएस की शिकायत का निस्तारण करने गई राजस्व विभागीय टीम के साथ मारपीट

    झांसी। मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र में आईजीआरएस पोर्टल पर आई शिकायत का निस्तारण करने गई राजस्व विभाग की टीम के साथ गांव के ही पूर्व प्रधान ने दबंगई दिखाते हुए हाथापाई की तथा जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। इसकी शिकायत लेखपाल और कानूनगो ने मऊरानीपुर कोतवाली प्रभारी से की। पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।

    मऊरानीपुर तहसील के ग्राम रूपाधमना निवासी राजाराम उर्फ फद्दे ने आईजीआरएस पोर्टल पर राजस्व संबंधी शिकायत की थी। इस पर रविवार को तहसील में तैनात कानून-गो चेतराम लेखपाल ओमप्रकाश निरंजन के साथ ग्राम रूपा धमना मुख्यमंत्री पोर्टल पर आई शिकायत का निस्तारण करने गए थे। गांव के ही पूर्व प्रधान भानसिंह यादव ने टीम के साथ अभद्रभाषा का उपयोग करते हुए राजस्व निरीक्षक के साथ मारपीट की तथा जान से मारने की धमकी देते हुए जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। राजस्व निरीक्षक एवं लेखपाल ने घटना की सूचना उप जिलाधिकारी मऊरानीपुर सहित कोतवाली पुलिस को दी। इस पर हरकत में आई पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

  • 24 नर्सिंग होम्स को नोटिस, बनाने होंगे पार्किंग स्थल

    24 नर्सिंग होम्स को नोटिस, बनाने होंगे पार्किंग स्थल

    झांसी। विकास भवन सभागार में मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। सीडीओ ने कहा कि स्कूली बच्चों के साथ आम जनमानस की सुरक्षा प्रशासन की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इसकी जिम्मेदारी शिक्षण संस्थानों एवं अभिभावकों की भी होगी। यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

    मुख्य विकास अधिकारी ने जनवरी में दुर्घटना एवं दुर्घटना में मृतक की संख्या में कमी आने पर जागरूकता अभियान की सराहना करते हुए निर्देश दिए कि जागरुकता कार्यक्रम निरन्तर संचालित किए जाएं। बैठक में सुप्रीम कोर्ट कमिटी ऑन रोड सेफ्टी द्वारा दिए गए नवीनतम दिशा निर्देशों के अनुपालन में निर्देश दिए कि नगर निगम, पुलिस, परिवहन एवं आरएम रोडवेज संयुक्त भ्रमण करते हुए दुर्घटना बाहुल्य ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाओं को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए होर्डिंग एवं बैनर के माध्यम से लोगों को जानकारी देना सुनिश्चित करें।

    मुख्य विकास अधिकारी ने मेडिकल कॉलेज के सामने यातायात को कैसे सुलभ बनाया जाए पर चर्चा करते ट्रैफिक व्यवस्था को कैसे तैयार किया जाए की जानकारी ली। झांसी विकास प्राधिकरण के टाउन प्लानर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के सामने ट्रैफिक कंट्रोल के लिए लगभग 24 नर्सिंग होम्स को नोटिस निर्गत किए गए हैं और उन्हें निर्देशित किया गया कि स्वीकृत मानचित्र के अनुसार पार्किंग का होना सुनिश्चित करें।

    उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम में पार्किंग न होने की वजह से ही यातायात व्यवस्था सुचारु नहीं है।अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग राहुल शर्मा ने बताया कि पाली पहाड़ी से मेडिकल कॉलेज के मध्य लगभग 46 अवैध कट को नगर निगम व पुलिस के संयुक्त सर्वे में देखा गया और लगभग 12 किमी की सड़क में 23 अवैध कट चिन्हित किए गए जिन्हें बंद किया जाना आवश्यक है।

    बैठक में अपर जिलाधिकारी ए के सिंह, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त मोहम्मद उमर, नगर मजिस्ट्रेट विधेश कुमार, एआरटीओ हेमचंद गौतम आदि मौजूद रहे।

  • निजी और सरकारी भूमि पर कब्जे की शिकायतों पर डीएम की नजर टेड़ी

    निजी और सरकारी भूमि पर कब्जे की शिकायतों पर डीएम की नजर टेड़ी

    – प्राइमरी व बेसिक स्कूलों के सत्यापन के लिए अधिकारियों को नामित न करने पर बीएसए को लगाई फटकार

    झांसी। तहसील मोंठ के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने उपस्थित समस्त अधिकारियों से कहा कि प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समयसीमा और गुणवत्ता परक किया जाना सुनिश्चित किया जाए। आज प्राप्त शिकायतों को स्वयं संज्ञान में लेते हुए निस्तारित शिकायतों का मौके पर स्वयं परीक्षण करें। उन्होंने निजी और सरकारी भूमि पर कब्जा करने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

    जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस मोंठ में भूमि संबंधित विवाद अथवा सरकारी एवं निजी भूमि पर अवैध कब्जों की अधिक शिकायतों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर समस्त राजस्व कर्मचारी एवं अधिकारियों को उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता का पुनः गंभीरता से अध्ययन करने का सुझाव दिया ताकि भूमि सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों का निस्तारण राजस्व संहिता के प्रकाश में समयबद्व और पारदर्शी ढंग से किया जा सके।

    जिलाधिकारी भूमि सम्बन्धित/अवैध कब्जों की शिकायतों के निस्तारण के संबंध में कहा कि सभी राजस्व कर्मी एवं लेखपाल अपने मूल कार्यों में रुचि लें और अपने क्षेत्र में जाये तथा सेक्टर आदि की स्वयं नाप करें ताकि भूमि विवाद उत्पन्न ही ना हो। उन्होंने समस्त लेखपालों को निर्देश दिए कि गलत ढंग से भूमि पर कब्जा करने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करते हुए गैंगस्टर की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आप अपने मूल कार्यों को संवेदनशील होकर करें। भूमि विवाद ना निपटने की स्थिति में पुलिस 107/16 की कार्यवाही करें।

    उन्होंने बताया कि धारा145 पर भी कार्यवाही की जा सकती है। उन्होंने धारा 24, सरकारी भूमि पर कब्जा होने पर धार 151 की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आज शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को सुनते हुए उन्हें गंभीरता से लिया और मौके पर संयुक्त टीम को रवाना करते हुए निर्देश दिए की जांच आख्या एक सप्ताह में उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

    जिलाधिकारी ने पूर्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए निर्देशों के क्रम में अधिकारियों को प्राइमरी एवं बेसिक स्कूलों के सत्यापन हेतु नामित किया जाना था, परंतु बीएसए द्वारा स्कूल की सूची अधिकारियों उपलब्ध न कराए जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और तत्काल अधिकारियों को विद्यालयों की सूची देते हुए विद्यालयों का सत्यापन करने के निर्देश दिये।