Category: लखनऊ

  • सुभासपा के ओपी राजभर ने सीएम से मुलाक़ात कर चुनाव पर की चर्चा, लिया मार्ग दर्शन

    सुभासपा के ओपी राजभर ने सीएम से मुलाक़ात कर चुनाव पर की चर्चा, लिया मार्ग दर्शन


    लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायतीराज मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर ने कल सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मुलाक़ात की। इस दौरान उनके साथ अरविन्द राजभर भी मौजूद रहे।


    ओम प्रकाश राजभर ने अपने ट्वीटर हैंडल से इस बात की जानकारी शेयर की है। वे मा मुख्यमंत्री के आवास पर लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए पंचायती राज विभाग एयर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यो की चर्चा करते हुए इनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया।

    बताते चले कि ओम प्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है और इस लोकसभा चुनाव मे भाजपा गठबंधन मे शामिल होकर सूबे के मंत्रिमंडल मे हाल के दिनों मे हुए विस्तार मे पंचायती राज मंत्री के पद पर आसीन हुए है।

  • अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगा यूपी विशेष सुरक्षा बल

    अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगा यूपी विशेष सुरक्षा बल

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल यानी यूपी एसएसएफ को योगी सरकार अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने जा रही है। इसके लिए सरकार की ओर से 23 करोड़ से ज्यादा की धनराशि की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इस राशि से यूपी एसएसएफ के लिए सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल, सब मशीन गन, असॉल्ट राइफल समेत अन्य हथियार एवं साजो सामान की खरीद की जाएगी।

    31 मार्च तक खरीदने होंगे हथियार

    उत्तर प्रदेश शासन द्वारा 14 मार्च को जारी शासनादेश के अनुसार यूपी एसएसएफ के लिए इन हथियारों और साजो सामान की खरीद के लिए 23,049,975 करोड़ (रुपए तेईस करोड चार लाख निन्यानवे हजार सात सौ पचास) की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति निर्गत की गई है। इसके साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि स्वीकृत धनराशि से उपकरण/सेवाओं की खरीदारी 31 मार्च, 2024 तक सुनिश्चित कर ली जाए। यदि कोई धनराशि बचती है तो उसे राजकोष में समर्पित किया जाए। बची धनराशि से कोई अन्य उपकरण/सेवाएं क्रय नहों की जा सकेंगी।

    इन उपकरणों की होगी खरीद

    निर्गत धनराशि से जिन हथियारों और साजो सामान की खरीदारी की जानी है उनमें 465 ऑटोमैटिक पिस्टल, 1113 सब मशीन गन, 330 असॉल्ट राइफल, 500 बी आर जैकेट, 500 बी आर हेलमेट, 1714 पाली कार्बोनेट शील्ड और 2025 पाली कार्बोनेट लाठी शामिल हैं। निर्देशित किया गया है कि सभी हथियारों और साजो सामान गुणवत्तापूर्ण और उपयोगी होना चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय द्वारा कार्यात्मक आवश्यकता के दृष्टिगत प्रस्तावित उपकरणों के मेक /मॉडल / स्पेसिफिकेशन एवं संख्या के संबंध में विभागीय व्यवस्थाओं के अन्तर्गत संतुष्ट होने के उपरांत ही खरीदारी सुनिश्चित की जाए।

    सितंबर 2020 में हुआ था यूपीएसएसएफ का गठन

    हाल ही में योगी सरकार द्वारा अयोध्या में उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) की छठी बटालियन स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया था। यूपीएसएसएफ का गठन सितंबर 2020 में प्रदेश के कोर्ट, प्रमुख धार्मिक स्थलों एवं प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए किया गया था। परिणामस्वरूप जून 2021 में यूपीएसएसएफ की पांच बटालियन गठित की गई थीं, जिनमें लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, मथुरा व सहारनपुर की बटालियन शामिल हैं। यूपीएसएसएफ की प्रथम बटालियन लखनऊ में मेट्रो की सुरक्षा में भी तैनात है।

  • देश की जनता दस सालों में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से त्रस्त : अखिलेश यादव

    देश की जनता दस सालों में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से त्रस्त : अखिलेश यादव

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के दस सालों में देश की जनता महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से त्रस्त रही है। भाजपा ने देश में संगठित रूप से नए तरीके के भ्रष्टाचार का रास्ता बनाया। सत्ता का दुरुपयोग किया। सरकारी एजेंसियों का प्रयोग विपक्षी दलों को बदनाम करने और भाजपा को मजबूत करने के लिए किया।

    सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र को कमजोर किया। नौजवानों, किसानों, व्यापारियों का शोषण किया। भाजपा ने देश की जनता को धोखा क्यों दिया? इलेक्टोरल बॉण्ड के नाम पर देश भर में वसूली की। तमाम कम्पनियों को डरा धमकाकर इलेक्टोरल बॉण्ड खरीदवाया। चुनावी चंदे के नाम पर हजारों करोड़ रूपये वसूलना अनैतिक है।

    अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के नए तरीके से खुद मालामाल होती रही। चुनावों में धन बल का दुरूपयोग किया वहीं दूसरी तरफ देश का नौजवान और किसान बेरोजगारी और गरीबी से तंग आकर आत्महत्या करने पर मजबूर हो गया। भाजपा की दस साल की सरकार में देश में कर्ज और गरीबी से परेशान एक लाख से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की। भाजपा का किसानों से झूठ बोलना पाप के समान है। किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई?

    उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने वादा करने के बाद किसानों को उनकी फसलों की एमएसपी का कानूनी अधिकार नहीं दिया। किसानों की मांग पूरी करने के बजाय भाजपा ने किसानों को अपमानित किया। उत्तर प्रदेश और देश में नौजवान और छात्र नौकरी, रोजगार के लिए भटक रहें है। भाजपा ने प्रतियोगी छात्रों के साथ धोखा किया। विभागों में लाखों पद खाली होने के बावजूद नौकरियों में भर्ती नहीं की।

    अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव करीब देखकर जो भर्तियां निकली साजिश के तहत उनके पेपर लीक करा दिए, जिससे नौकरियां न देनी पड़े। भाजपा की नीयत युवाओं को नौकरियां देने की कभी नहीं रही है। भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में युवाओं की पूरी एक पीढ़ी का भविष्य बर्बाद कर दिया है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लाखों रूपया खर्च कर चुके छात्रों में हताशा, निराशा और भारी आक्रोश है।

    उन्होंने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में छात्र, नौजवान, किसान, और व्यापारी भाजपा सरकार के खिलाफ वोट डालकर उसे लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता से बाहर करेंगे। भाजपा सत्ता से हटेगी तभी नौजवानों को नौकरी मिलेगी। तभी किसानों की मांग पूरी होगी और व्यापारियों को राहत मिलेगी।

  • यूपी का नया ”पॉवर हाउस” बनने की राह पर बुंदेलखंड

    यूपी का नया ”पॉवर हाउस” बनने की राह पर बुंदेलखंड

    -झांसी और चित्रकूट मंडल में धरातल पर उतर रही हैं सौर ऊर्जा की कई बड़ी परियोजनाएं

    लखनऊ। दशकों से देश के सबसे शुष्क और पिछड़े क्षेत्रों में शुमार बुंदेलखंड रीजन अब प्रगति की राह पर तेजी से बढ़ रहा है। इस परिक्षेत्र में विगत सात साल में सर्वाधिक विकास कार्य किए गए हैं। हाल ही में 10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश को धरातल पर उतारा गया है। इसके बाद बुंदेलखंड का पूरा इलाका उत्तर प्रदेश के लिए ऊर्जा का नया हब बनने जा रहा है। यहां स्थापित होने वाली अधिकतर परियोजनाएं सौर ऊर्जा के उत्पादन पर आधारित हैं। तकरीबन 10 बड़ी परियोजनाएं ऐसी हैं, जो सीधे-सीधे सौर ऊर्जा से जुड़ी हुई हैं। इन परियोजनाओं से ही तीन हजार मेगावाट से अधिक का विद्युत उत्पादन होगा।

    30 हजार करोड़ की 29 बड़ी परियोजनाएं बदलेंगी बुंदेलखंड की सूरत

    दरअसल, बुंदेलखंड में वर्ष 2017 के बाद से विशेष ध्यान दिया जाने लगा। शुष्क और पिछड़ा इलाका होने और कनेक्टिविटी का जरिया न होने के कारण इस क्षेत्र में विकास की रफ्तार शुरू से ही धीमी रही है। बावजूद इसके पिछले सात वर्षों में एक के बाद एक विकास और आधारभूत संरचनाओं से जुड़े तमाम प्रोजेक्ट के जरिए निवेशकों को इस रीजन में अपना उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया। इसके परिणामस्वरूप यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के एक साल बाद ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए तकरीबन 30 हजार करोड़ की 29 बड़ी परियोजनाओं ने बुंदेलखंड में उद्योग स्थापित करना आरंभ कर दिया है। इनमें भी 10 परियोजनाएं सौर ऊर्जा से जुड़ी हैं, जो कि बुंदेलखंड के हमीरपुर को छोड़कर बाकी सभी छह जनपदों (जालौन, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट और महोबाद) में स्थापित हो रही हैं। अकेले झांसी जनपद में तीन सोलर पॉवर परियोजना स्थापित होने जा रही है।

    झांसी में सर्वाधिक सोलर पावर प्लांट

    राज्य सरकार के प्रवक्ता बुंदेलखंड रीजन के झांसी मंडल के मुख्यालय जनपद झांसी की बात करें तो यहां टुस्को की ओर से 600 मेगावाट सोलर प्लांट की स्थापना की जा रही है। 3430 करोड़ की इस परियोजना से 300 रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। इसके अलावा फोर्थ पार्टनर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड 1200 करोड़ से 100 मेगावाट सोलर प्लांट की स्थापना करेगा, जिससे 1000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। वहीं सन सोर्स एनर्जी 600 करोड़ से 135 मेगावाट ओपन एक्सेस सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की शुरुआत करेगा, जिससे 2000 रोजगार का सृजन होगा।

    ललितपुर और बांदा भी पीछे नहीं

    ललितपुर जिले में टुस्को की ओर से 600 मेगावाट सोलर पॉवर प्लांट को स्थापित किया जा रहा है। 3450 करोड़ की इस परियोजना से 300 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसी प्रकार सूर्य ऊर्जा फोर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 150 करोड़ की लागत से 10-15 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट लगाया जाएगा, जो 200 लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करेगा। बांदा में अवाडा इंड सोलर प्राइवेट लिमिटेड 350 करोड़ की लागत से 750 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित करेगा। इसके अलावा 62 करोड़ की लागत से सनश्योर सोलर पार्क एट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 15 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना की जा रही है।

    चित्रकूट और महोबा भी बनेंगे सौर ऊर्जा के बड़े केंद्र

    चित्रकूट की बात करें तो यहां टुस्को लिमिटेड 4700 करोड़ की लागत से 800 मेगावाट सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना करेगा। इससे 400 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। इसके अलावा श्री सिमेंट प्राइवेट लिमिटेड 202 करोड़ से सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना करेगा। बुंदेलखंड क्षेत्र के महोबा में टुस्को लिमिटेड द्वारा 1008 करोड़ से 155 मेगावाट अर्जुन सागर फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना की जा रही है। इससे 78 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। महोबा में ही आईबी वोगट सोलर फोर प्राइवेट लिमिटेड 80 करोड़ की लागत से सोलर पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित करेगा।

    सौर ऊर्जा के अलावा ये बड़ी परियोजनाएं भी समृद्धि को देंगी रफ्तार

    अन्य बड़ी परियोजनाओं में 2840 करोड़ से रेलवे के एलबीएच कोच प्रोजेक्ट और ट्रैक वर्क का प्लांट स्थापित की जा रही है। संत मां कर्मा मानव संवर्धन समिति की ओर से 501 करोड़ की लागत से प्राइवेट विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। ललितपुर में 30 करोड़ की लागत से स्टोन माइनिंग और 20 करोड़ से डिफेंस सेक्टर के लिए गन प्रोपलेंट प्रोजेक्ट स्थापित की जा रही है। चित्रकूट में सौराष्ट्र भुज फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड 500 करोड़ से फूड प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करेगी। यही नहीं चित्रकूट में वरुन बेवरेज लिमिटेड 496 करोड़ और शुक्ला इंटरप्राइजेज फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 200 करोड़ का बड़ा निवेश कर चुकी है। इसी प्रकार, हमीरपुर में मैन्यूफैक्चरिंग और एग्री बेस्ड सॉयल प्रोजेक्ट्स में भी तीन बड़ी कंपनियों ने तकरीबन 940 करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है। महोबा में भी देशी भोग की ओर से फूड प्रॉसेसिंग मेकिंग यूनिट जीआरएस होटल प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 50-50 करोड़ का निवेश किया गया है।

  • लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को हरायेगी- अखिलेश यादव

    लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को हरायेगी- अखिलेश यादव

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा है कि होने वाले लोकसभा चुनाव-2024 सात चरणों में है। जनता इन सात चरणों के चुनाव में भाजपा को हरायेगी और भाजपा की केन्द्र सरकार को हटायेगी। यही एक मात्र जनता की इच्छा और आकांक्षा है।

    पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार के 10 वर्ष जनता के लिए परेशानी और यंत्रणा भरे रहे हैं। महंगाई, भ्रष्टाचार, अन्याय और अत्याचार सरकार का अभिन्न अंग बन गए हैं। पुलिस प्रशासन बेलगाम है। पुलिस हिरासत में लोगों की मौते हो रही है। महिलाएं एवं बच्चियां अपमानित और असुरक्षित हैं। डबल इंजन भाजपा सरकार में देश और प्रदेश का विकास नहीं हुआ।

    किसान हों या नौजवान सभी भाजपा सरकार में उपेक्षित हैं। किसान लगातार आंदोलित है। किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारन्टी नहीं दी जा रही है। एमएसपी की मांग कर रहे सैकड़ों किसानों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों से बात करने के बजाय उनके रास्ते में कील कांटे लगा रही है। नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है। हर वर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार लोगों की नौकरी छीनने का काम करती है।

    श्री यादव ने कहा कि भाजपा की अहंकारी सत्ता का जवाब समाजवादी पीडीए इंडिया गठबंधन है। देशवासी जानते हैं कि भाजपा सरकार के रहते न तो उनके अधिकार बचेंगे न ही उनका सम्मान बचेगा। आरक्षण व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। देश की सम्पत्ति चंद पूंजीपति मित्रों को बेची जा रही है। संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए उत्तर प्रदेश की जनता इस बार 80 हराओ, भाजपा हटाओ का संकल्प ले चुकी है।

  • सपा के पूर्व सांसद देवेन्द्र यादव भाजपा में शामिल

    सपा के पूर्व सांसद देवेन्द्र यादव भाजपा में शामिल

    लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की उपस्थिति में रविवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद देवेन्द्र यादव बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ भाजपा परिवार में शामिल हुए। इसके साथ लखनऊ कैंट विधानसभा से बसपा के पूर्व प्रत्याशी अनिल पाण्डेय और लखनऊ के सपा नेता संदीप पाल ने भी अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

    इस दौरान सांसद राजवीर सिंह ‘राजू भैय्या‘, प्रदेश सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला, प्रदेश मंत्री शिवभूषण सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह तथा प्रदेश मीडिया सहप्रभारी हिमांशु दुबे उपस्थित रहे।

    भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने भाजपा परिवार में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में चल रही विकास की यात्रा से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलने वाली जनकल्याणकारी योजनाओं से विकसित भारत निर्माण का संकल्प पूर्ण हो रहा है। आज बदलता हुआ भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा से जुड़कर पार्टी में शामिल हुए सभी लोग अबकी बार 400 पार के संकल्प को पूर्ण करने में सहभागी बनें और सेवा सुशासन एवं गरीब कल्याण के मार्ग पर मिलकर आगे बढ़ें।

    प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भाजपा परिवार में शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव घोषित हो चुका है और हमें जुटकर पिछले चुनाव की अपेक्षा प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकासित भारत के संकल्प को पूर्ण करने के लिए मिलकर काम करना है और प्रदेश की सभी 80 सीटों पर भाजपा की बड़ी विजय में सहभागी बनना है। उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने के साथ आप सभी को यह जिम्मेदारी लेकर घर जाना है कि अपने जनपद में पहुंचकर भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मोदी और योगी के नेतृत्व की भाजपा सरकारों की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा भाजपा की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाना है।

  • यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव, पहले पांच चरण में कई सीटें बदल गई

    यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव, पहले पांच चरण में कई सीटें बदल गई

    लखनऊ। चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा की। देश की संसद को सबसे ज्यादा 80 सांसद देने वाले उत्तर प्रदेश में 2019 के आम चुनाव की तरह सात चरण में चुनाव होंगे। पिछले चुनाव में पहले चरण की शुरुआत पश्विम उत्तर प्रदेश से हुई थी। इस बार भी यूपी में वोटिंग की शुरुआत पश्चिम से हो रही है, हालांकि चुनाव आयोग न इस बार चरणवार सीटों में बदलाव किया है। पिछले चुनाव के छठे और सातवें चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ था, वो इस चुनाव में भी वैसी ही हैं। बाकी पांच चरणों में सीटों में काफी बदलाव किया गया है। सीटों में जो बदलाव हुए हैं, उनमें ज्यादातर सीटें पश्चिम उत्तर प्रदेश की हैं। हां, चरणवार सीटों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

    यूपी में 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 11 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर वोटिंग हुई थी, उनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर शामिल थीं। चुनाव आयोग ने इस बार भी सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत सीटों का ऐलान किया है। पिछले चुनाव में नगीना सीट पर दूसरे चरण, मुरादाबाद पर तीसरे और रामपुर और पीलीभीत पर क्रमश: तीसरे चरण में मतदान हुआ था। लोकसभा चुनाव 2024 को पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा।

    अब बात दूसरे चरण की। 2019 में दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर हुआ था, उनमें नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी थी। इस बार अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। दूसरे चरण में शामिल मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर सीटों पर पहले चरण में मतदान हुआ था।

    2019 में तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल को जिन दस सीटों पर हुआ था। उनमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत थी। इस बार 07 मई को जिन सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली शामिल हैं। इस चरण में शामिल हाथरस और आगरा सीटें पिछले चुनाव में दूसरे और फतेहपुर सीकरी पहले चरण में थी।

    पिछले लोकसभा चुनाव में चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को 13 सीटों पर हुआ। इनमें शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर थे। इस बार जिन 13 सीटों 13 मई को चौथे चरण में चुनाव होगा, उनमें शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच हैं। इस चरण में शामिल धौरहरा और सीतापुर सीट पिछले चुनाव में पांचवें चरण में शामिल थी।

    2019 में पांचवें चरण का मतदान 06 मई को धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा यानी 14 सीटों पर हुआ। इस बार मोहनलाल गंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज, गोण्डा 14 सीटों पर 20 मई को मतदान होगा। पांचवें चरण में शामिल जालौन, झांसी और हमीरपुर सीट पर पिछले चुनाव में चौथे चरण में मतदान हुआ था।

    2019 में छठे चरण में 12 मई को जिन 14 सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही। इस बार इन 14 सीटों पर वोटिंग की तारीख 25 मई है। हालांकि सीटों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

    पिछले चुनाव में सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को 13 सीटों पर हुई। इनमें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर और राबर्ट्सगंज। इस बार वोटिंग 01 जून को होगी। सीटों में कोई बदलाव नहीं किया गया। चुनाव के नतीजे 04 जून को घोषित होंगे।

    इस बदलाव के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक, चुनाव आयोग कई बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद तारीखों की घोषणा करता है। इसमें सुरक्षा व्यवस्था, संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या, स्थानीय त्यौहार आदि कई कारण होते हैं।

  • लोक सभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराया जाएगा: डीजीपी

    लोक सभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराया जाएगा: डीजीपी

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण कराया जाएगा।

    डीजीपी ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग के आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया जायेगा। संवेदनशील-अति संवेदनशील इलाकों में पूरी नजर रखी जा रही है। ईवीएम की सुरक्षा को लेकर खास रणनीति बनाई गई है। वहीं जहरीली शराब, अवैध शस्त्रों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जायेगा। सोशल मीडिया पर पुलिस पैनी निगरानी करेगी। सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

  • यूपी में जातीय समीकरणों की नैया पर सवार राजनीतिक दल

    यूपी में जातीय समीकरणों की नैया पर सवार राजनीतिक दल

    लखनऊ। देश की संसद को सर्वाधिक 80 सांसद देने वाले उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो राष्ट्रीय से लेकर क्षेत्रीय दल जातिगत समीकरणों और गुणा-भाग के आधार पर ही चुनाव की वैतरणी पार करते हैं। 2024 के आम चुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधन सभी का पहला एजेंडा अभी तो जातीय समीकरण साधता हुआ दिखाई दे रहा है।

    यूपी में सपा और बसपा की राजनीति की शुरूआत कांग्रेस के विरोध से हुई। पहले बात सपा की की जाए तो सपा का कोर वोट बैंक यादव और मुस्लिम माना जाता रहा है। दिवंगत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से लेकर उनके पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक यादव और मुस्लिम वोट बैंक के सहारे सत्ता में रहे। बहुजन समाज पार्टी का कोर वोट बैंक एससी-एसटी को माना जाता है। बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर और कांशीराम के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती अपने को दलितों का सबसे बड़ा हितैषी मानती हैं। सपा बसपा का वोट बैंक किसी जमाने में कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता था। कांग्रेस को सवर्णों का भी समर्थन हासिल था। लेकिन पिछले तीन दशकों में कांग्रेस यूपी में अपनी सियासी जमीन काफी हद तक खो चुकी है।

    भारतीय जनता पार्टी को अपने कोर वोट बैंक के अलावा ओबीसी, दलितों और कम मात्रा में ही सही मुस्लिम वोटरों का समर्थन हासिल है। अपना दल की कुर्मी बिरादरी में अच्छी पकड़ मानी जाती है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के साथ पूर्वांचल के करीब 18-20 प्रतिशत राजभर मतदाता होने का दावा किया जाता रहा है। सुभासपा की बंसी, आरख, अर्कवंशी, खरवार, कश्यप, पाल, प्रजापति, बिंद, बंजारा, बारी, बियार, विश्वकर्मा, नाई और पासवान जैसी उपजातियों पर भी मजबूत पकड़ मानी जाती है।

    निषाद पार्टी के कोर वोट बैंक केवट, बिंद, मल्लाह, कश्यप, नोनिया, मांझी और गोंड की आबादी उत्तर प्रदेश में लगभग 18 फीसदी है। ये जातियां उत्तर प्रदेश की करीब 5 दर्जन विधानसभा सीटों पर प्रभाव रखती है। राष्ट्रीय लोक दल की पश्चिमी यूपी में जाट बिरादरी पर मजबूत अच्छी पकड़ मानी जाती है।

    जातीय समीकरण का बड़ा खेल

    यूपी की राजनीति में जातीय समीकरण का बड़ा खेल हमेशा से माना जाता रहा है। जातीय आंकड़ों पर गौर करें तो ओबीसी यानी पिछड़ों का प्रतिशत 40 पार करता हुआ दिखाई दे रहा है। अनुसूचित जाति और जनजाति की आबादी प्रदेश में 21 प्रतिशत के आसपास बताई जाती है। मुस्लिम मत प्रतिशत करीब 19.5 प्रतिशत के आसपास होता है। एनडीए और इंडिया गठबंधन इस चुनाव में इन्हीं जातीय समीकरणों के आधार पर ही उम्मीदवारी तय कर रहे हैं।

    दोनों खेमों की है तैयारी

    यूपी में एनडीए के बैनर तले भारतीय जनता पार्टी के साथ रालोद, अपना दल सोनेलाल, सुभासपा और निषाद पार्टी का गठबंधन है। बीजेपी 74 सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो वहीं गठबंधन में शामिल अपना दल और रालोद को दो-दो और सुभासपा और निषाद पार्टी को एक-एक सीट मिली हैं।

    विपक्ष के इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस इंडिया मुख्य रूप से षामिल हैं। सपा के साथ अपना दल कमेरावादी, तृणमूल कांग्रेस और आजाद समाज पार्टी भी है। गठबंधन के बटवारे में 63 सीटें सपा और 17 सीटें कांग्रेस को मिली हैं। सपा ने अपने हिस्से की एक सीट भदोही तृणमूल कांग्रेस को दी है। कहा जा रह है कि सपा अपना दल कमेरावादी और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी को भी एक-एक सीट दे सकती है।

    बीजेपी ने बदल दिया वोटों का गणित

    भाजपा के पास अपने कोर वोटरों के अलावा सहयोगी दलों रालोद, अपना दल सोनेलाल, सुभासपा और निषाद का भी मजबूत वोट बैंक है। डबल इंजन की सरकार के कार्यों और सबके विकास की नीति ने एनडीए को बढ़त मिलती दिखती है। कई ओपनियन पोल में भी यूपी में एनडीए का पलड़ा भारी बताया गया है। भाजपा के मिशन-80 के विजय रथ को थामने के लिए समाजवादी पार्टी का अबकी पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) पर पूरा भरोसा है। बसपा से खिसकते दलित वोट बैंक को सपा के साथ ही कांग्रेस भी हथियाने की कोशिश में है। सपा-कांग्रेस गठबंधन को उम्मीद है कि दलित-मुस्लिम गठजोड़ से उन्हें अबकी चुनाव में लाभ होगा।

    लोकसभा चुनाव 2019 में किस पार्टी को मिली कितनी सीट

    2019 के आम चुनाव में एनडीए में बीजेपी और अपना दल सोनेलाल एक साथ मिलकर लड़ा था और एनडीए का 51.19 प्रतिशत वोट शेयर रहा था। जिसमें बीजेपी के खाते में 49.98 प्रतिशत और अपना दल (एस) को 1.21 प्रतिशत वोट शेयर मिला था। वहीं महगठबंधन (बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल) को 39.23 प्रतिशत वोट शेयर मिला था। जिसमें बसपा को 19.43 प्रतिशत, सपा को 18.11 प्रतिशत और रालोद को 1.69 प्रतिशत वोट मिला था। इसके अलावा कांग्रेस को इस चुनाव में 6.36 वोट शेयर मिला था। इस बार समीकरण बदल हुआ है। एनडीए में बीजेपी, अपना दल सोनेलाल, रालोद, सुभासपा और निषाद पार्टी है। इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस है। रालोद इस बार एनडीए के साथ है, और फिलवक्त बसपा किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है। ऐसे में हर लिहाज से भाजपानीत एनडीए का पलड़ा भारी दिखाई देता है।

  • लोनिवि के विभागाध्यक्ष के विरुद्ध शिकायत, अब वही कर रहे जांच

    लोनिवि के विभागाध्यक्ष के विरुद्ध शिकायत, अब वही कर रहे जांच

    लखनऊ,। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग में एक ऐसा मामला सामने आया है कि प्रोन्नति की मांग कर रहे सहायक अभियंता ने विभागाध्यक्ष के विरुद्ध सहयोग ना करने की शिकायत की है और अब मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत की जांच भी विभागाध्यक्ष को ही सौंप दी गयी है।

    लखनऊ स्थित लोनिवि के मुख्यालय में तैनात सहायक अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि शासकीय नियमावली ना मानने तथा उसके अनुसार वरीयता का निर्धारण नहीं होने की शिकायत लेकर वह मुख्यमंत्री कार्यालय में गये थे। अपने शिकायती पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री के संज्ञान में डाला कि उनकी वरीयता को शासकीय नियमावली के अनुसार पोषक संवर्ग में सही निर्धारण नहीं किया किया गया है। उनके बाद में सहायक अभियंता के पद पर आये सहयोगी प्रोन्नत हो चुके है।

    सहायक अभियंता ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष विनोद कुमार श्रीवास्तव पहले से शिकायती पत्रों के विरुद्ध अपनी बातों को रखा गया है। विभागाध्यक्ष शिकायत पत्रों को वापस लेने का दबाव बनाते रहे हैं। वह नियमावली को मानने से भी मौखिक इन्कार करते रहे हैं।

    उन्होंने बताया कि उनकी प्रोन्नति के लिए वह लगातार प्रयासरत है। फिलहाल उन्होंने विभागीय राज्यमंत्री और उसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय तक अपनी शिकायत दी है। जिसमें मुख्यमंत्री कार्यालय में दिये शिकायती पत्र पर प्रमुख सचिव अजय चौहान ने नियमावली को मानते हुए मेरे पक्ष में उचित कार्यवाही करने को विभागाध्यक्ष ही लिखा था।

    विभागाध्यक्ष की कार्यवाही पर उन्होंने बताया कि बीते पांच माह के बाद भी विभागाध्यक्ष इसे लम्बित किये हुए है। लोनिवि के विभागाध्यक्ष के विरुद्ध ही नियमावली ना मानने की मैंने शिकायत की है और अब वहीं जांच कर रहे है। फिर कैसे कोई निष्कर्ष निकल पायेगा।