Category: मेरठ

  • लोस चुनाव : 24 अप्रैल को मेरठ में रहेंगे योगी, अखिलेश और मायावती

    लोस चुनाव : 24 अप्रैल को मेरठ में रहेंगे योगी, अखिलेश और मायावती

    मेरठ। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान का समय निकट आ गया है। अपने राजनीतिक समीकरणों को धार देने के लिए मंगलवार को मेरठ में एक वर्तमान मुख्यमंत्री और दो पूर्व मुख्यमंत्री पहुंच रहे हैं। मेरठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रोड शो होगा तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 दिन के अंदर मेरठ में पांचवीं बार आ रहे हैं। वे पुराने शहर में भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल के समर्थन में रोड शो करेंगे। उनका काफिला दलित, ब्राह्मण, वैश्य, पिछड़े वर्ग की आबादी से होते हुए मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से भी गुजरेगा। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अभी कुछ दिन पहले ही मेरठ-हापुड़ सीट से भाजपा उम्मीदवार सुनीता वर्मा के समर्थन में हापुड़ रोड स्थित मुस्लिम बाहुल्य हाजीपुर गांव में जनसभा की थी। अब मंगलवार को बागपत लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मेरठ जनपद की सिवालखास विधानसभा क्षेत्र में उनकी जनसभा होगी। हर्रा-खिवाई नगर पंचायत की सीमा पर वे बागपत से सपा उम्मीदवार अमरपाल शर्मा के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित करेंगे।

    इसी तरह बसपा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी मंगलवार को हापुड़ रोड स्थित अलीपुर गांव में बसपा उम्मीदवार देवव्रत त्यागी के समर्थन में जनसभा करेंगी। दलित वोटरों को अपने पाले करने के साथ ही मुस्लिम मतदाताओं को भी पक्ष में लाने के लिए मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में जनसभा आयोजित की जा रही है। इन दोनों नेताओं की जनसभा के लिए भी पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं।

  • लोकसभा चुनाव : प्रेक्षकों ने कंट्रोल रूम, पोलिंग पार्टी रवानगी स्थल एवं मतगणना स्थल का निरीक्षण किया

    लोकसभा चुनाव : प्रेक्षकों ने कंट्रोल रूम, पोलिंग पार्टी रवानगी स्थल एवं मतगणना स्थल का निरीक्षण किया

    मेरठ,। लोकसभा चुनावों को पारदर्शी, निष्पक्ष और सकुशल संपन्न कराने के लिए चुनाव प्रेक्षक लगातार दौरे कर रहे हैं। मेरठ मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मेरठ की सरधना विधानसभा के सामान्य प्रेक्षक राजेश मीणा, व्यय प्रेक्षक शिवा कुमार तथा पुलिस प्रेक्षक दिव्या गोपीनाथ द्वारा सोमवार को नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की गई। इसके बाद कंट्रोल रूम, पोलिंग पार्टी रवानगी स्थल और मतगणना स्थल का निरीक्षण किया।

    विकास भवन में आयोजित बैठक में प्रेक्षकों द्वारा चुनाव से संबंधित मतदान, मतगणना कार्मिक व्यवस्था, माइक्रोआर्ब्जवर, कार्मिकों की नियुक्ति एवं प्रशिक्षण, प्रेक्षक व्यवस्था, वीडियोग्राफी, वेबकास्टिंग, ईवीएम, वीवीपैट, राजनैतिक दलों को जानकारी उपलब्ध कराना, निर्वाचन तैयारी का रिकॉर्ड सुरक्षित रखना, कमिशनिंग, रेन्डेमाईजेशन को लेकर जानकारी ली। इसके साथ ही निर्वाचन सामग्री, मतपत्र व्यवस्था संबंधी कार्य, बैलेट पेपर प्रिन्टिंग, सीसीटीवी कैमरा, रूट चार्ट, सुरक्षा, शस्त्र लाईसेंस जमा, कम्युनिकेशन प्लॉन, क्रिटीकल बूथ, बैरियर, वाहन अधिग्रहण, पोस्टल बैलेट प्लॉन, मीडिया ब्रीफिंग, एपिक, पोलिंग बूथ, पोस्टल बैलेट, आदर्श आचार संहिता, स्वीप, एमसीएमसी आदि कार्यों को समग्रता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए।प्रेक्षकों ने सी-विजिल ऐप, एनजीएसपी, मीडिया व सोशल मीडिया सैल का निरीक्षण किया गया।

    प्रेक्षकों ने कहा कि मतदान कार्मिकों की ट्रेनिंग को भलीभांति तथा गंभीरता से कराया जाए। जिससे मतदान प्रक्रिया में कोई भी बाधा उत्पन्न न हो। पोलिंग बूथ पर मतदान वाले दिन बैठने के लिए शेड, पानी, बिजली इत्यादि की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। व्यय अनुवीक्षण समिति, लेखा टीम, एसएसटी, एफएसटी आदि टीमों द्वारा प्रतिदिन की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए। चुनाव आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाए। प्रेक्षकों ने कंट्रोल रूम, विक्टोरिया पार्क स्थित पोलिंग पार्टी रवानगी स्थल और सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में होने वाली मतगणना के स्थल का निरीक्षण किया।

    इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, सीडीओ नूपुर गोयल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गामिनी सिंगला, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्रुति शर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन बलराम सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सूर्यकांत त्रिपाठी, एसपी ट्रैफिक राघवेन्द्र मिश्रा, मुख्य कोषाधिकारी वरूण खरे, एसडीएम सरधना पंकज प्रकाश राठौर आदि उपस्थित रहे।

  • लोकसभा चुनाव : दूसरे चरण के लिए 28 मार्च से शुरू होगा नामांकन

    लोकसभा चुनाव : दूसरे चरण के लिए 28 मार्च से शुरू होगा नामांकन

    मेरठ। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 28 मार्च से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट के लिए कलेक्ट्रेट में नामांकन होंगे। नामांकन के लिए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता व्यवस्था की है।

    जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच कलेक्ट्रेट में नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। इससे पहले जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा अधिसूचना जारी की जाएगी। चार अप्रैल तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। पांच अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी। नाम वापसी की अंतिम तिथि आठ अप्रैल है। जबकि 26 अप्रैल को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। चार जून को मतगणना होगी।

    जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि नामांकन स्थल के आसपास कहीं भी होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर आदि नहीं लगे होने चाहिए। नामांकन के दौरान निर्धारित संख्या में ही लोग नामांकन स्थल पर आएंगे। नामांकन स्थल पर बेरिकेडिंग, सीसीटीवी कैमरे आदि लगाए गए हैं।

    गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने मेरठ सीट पर अभिनेता अरुण गोविल, बहुजन समाज पार्टी बसपा ने देवव्रत त्यागी, समाजवादी पार्टी ने भानु प्रताप सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है।

  • लोकसभा चुनाव : एक समय मेरठ से चुने गए थे तीन सांसद

    लोकसभा चुनाव : एक समय मेरठ से चुने गए थे तीन सांसद

    मेरठ। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार रोचक होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रचार शुरू हो गया है तो 31 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। अभी मेरठ लोकसभा सीट से एक सांसद चुना जाता है, लेकिन एक समय मेरठ सीट से तीन सांसद चुने गए थे।

    मेरठ लोकसभा सीट का इतिहास बड़ा ही रोचक है। 1952 में देश में हुए पहले आम चुनावों में मेरठ को तीन लोकसभा क्षेत्रों में बांटा गया था। इसमें मेरठ जिला (पश्चिम), मेरठ जिला (दक्षिण) और मेरठ जिला (उत्तर पूर्व)। इस चुनाव में मेरठ सीट से तीन सांसद चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। मेरठ पश्चिम सीट से पहली बार करांग्रेस के खुशीराम शर्मा सांसद चुने गए। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार हुकुम सिंह को हराया। मेरठ दक्षिण सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णचंद्र शर्मा (त्यागी) ने भारतीय जनसंघ के हरसरन दास को हराकर कराया। मेरठ उत्तर-पूर्व से कांग्रेस के जनरल शाहनवाज खान ने अखिल भारतीय राम राज्य परिषद के सूरज बल स्वामी को हराकर चुनाव जीता।

    1957 में हुए दूसरे आम चुनाव में तीनों सीटों को मिलाकर एक कर दिया गया। इस चुनाव में कांग्रेस के जनरल शाहनवाज खान दूसरी बार चुनाव जीतने में कामयाब रहे। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बृजराज किशोर को हराया था। तीसरे नंबर पर भारतीय जनसंघ के बलबीर सिंह रहे। 1962 में तीसरे आम चुनाव में भी कांग्रेस की जीत का सिलसिला जारी रहा और जनरल शाहनवाज खान ने जीत की हैट्रिक लगाई। उन्होंने क्रांतिकारी सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार महाराज सिंह भारती को हराया। 1967 आते-आते मेरठ लोकसभा सीट का मिजाज बदल गया और पहली बार इस सीट पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। 1962 में शाहनवाज खान से हारने वाले संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के महाराज सिंह भारती ने अपनी हार का बदला ले लिया और उन्होंने शाहनवाज खान को करारी शिकस्त दी। 1971 में हुए चुनाव कांग्रेस के शाहनवाज खान ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (ऑर्गनाइजेशन) के उम्मीदवार हरीकिशन को हराकर चौथी बार सांसद बनने में कामयाबी हासिल की। 1977 में भारतीय लोकदल के कैलाश प्रकाश ने कांग्रेस उम्मीदवार शाहनवाज खान के विजयी रथ को रोक दिया और 124732 वोटों के अंतर से करारी शिकस्त दी। 1980 में मेरठ लोकसभा सीट फिर से कांग्रेस के खाते में चली गई। कांग्रेस उम्मीदवार मोहसिना किदवई ने जनता पार्टी (एस) के उम्मीदवार हरीश पाल को हराकर जीत हासिल की। इसके बाद 1984 में मोहसिना किदवई ने जनता पार्टी की अंबिका सोनी को हराया। 1980 में मोहसिना किदवई से हारने वाले हरीश पाल ने 1989 के लोकसभा चुनाव में मोहसिना किदवई को हरा दिया।

    1991 में पहली बार खुला मेरठ में भाजपा का खाता

    श्रीराम मंदिर आंदोलन के दौर में हुए लोकसभा चुनाव में 1991 में मेरठ लोकसभा सीट पर भाजपा का खाता पहली बार खुला। भाजपा उम्मीदवार अमरपाल सिंह ने यहां से जीत दर्ज की। इसके बाद 1996 और 1998 में भी अमरपाल ने चुनाव जीतकर जीत की हैट्रिक लगाई। 1999 में हुए मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन ली। कांग्रेस उम्मीदवार अवतार सिंह भड़ाना ने भाजपा उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की। 2004 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार शाहिद अखलाक ने राष्ट्रीय लोकदल के मलूक नागर को हराया।

    भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने लगाई हैट्रिक

    2009 में हुए चुनाव में भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल ने बसपा के मलूक नागर को हराकर चुनाव जीता। इसके बाद 2014 की मोदी लहर में भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र अग्रवाल ने बसपा के शाहिद अखलाक को हराकर दूसरी बार लोकसभा में पहुंचने में कामयाबी पाई। 2019 के चुनाव में नजदीकी मुकाबले में राजेंद्र अग्रवाल ने फिर से बसपा के याकूब कुरैशी को शिकस्त देकर जीत की हैट्रिक लगाई। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राजेंद्र अग्रवाल का टिकट काटकर अभिनेता अरुण गोविल को चुनाव मैदान में उतारा है। उनके मुकाबले बसपा के देवव्रत त्यागी और सपा के भानु प्रताप चुनाव मैदान में है।

  • मेरठ में शार्ट सर्किट से मोबाइल फटा, आग लगने से चार बच्चों की मौत

    मेरठ में शार्ट सर्किट से मोबाइल फटा, आग लगने से चार बच्चों की मौत

    – दिल्ली के अस्पताल में चल रहा बच्चों की मां का इलाज

    मेरठ,। जनपद में मोदीपुरम की जनता कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहे मजदूर के घर में शनिवार की रात को शॉर्ट सर्किट से मोबाइल में धमाका हो गया और कमरे में आग लग गई। आग की चपेट में आकर मजदूर के चारों बच्चों की मौत हो गई और उन्हें बचाने के चक्कर में दम्पति भी झुलस गए।

    मुजफ्फरनगर के सिखेड़ा गांव में रहने वाला मजदूर जॉनी अपनी पत्नी और चार बच्चों सारिका (10) , निहारिका (08), गोलू (06) और कल्लू (05) के साथ मोदीपुरम की जनता कॉलोनी में एक मकान में किराये पर रहता है।

    होली के त्योहार को लेकर मजदूर अपनी पत्नी के साथ रसोई घर में पकवान बना रहा था। वहीं, चारों बच्चे बेड पर खेल रहे थे। कमरे में मोबाइल चार्ज पर लगा था तभी अचानक तेज धमाके के साथ आग लग गई। दम्पति जब तक किचन से कमरे में पहुंचते, आग ने विकरालरूप ले लिया और उसकी चपेट में चारों बच्चे आकर झुलस गये। बच्चों को बचाने के चक्कर में दम्पति भी झुलसे। सूचना पाकर पुलिस और फायर बिग्रेड पहुंची। राहत बचाव कार्य करते हुए झुलसे लोगों अस्पताल में भर्ती कराया। दो बच्चों को मौके पर ही मृत घोषित कर दिया गया था, जबकि दो बच्चों ने रविवार की सुबह के वक्त दम तोड़ा है।

    थाना प्रभारी मन्नेश कुमार ने बताया कि बबीता की गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया है। जॉनी भी झुलस गया है। वहीं, इस हादसे में चारों बच्चों की मौत हो गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

  • मेरठ में 25 मार्च को बंद रहेंगी शराब की दुकानें

    मेरठ में 25 मार्च को बंद रहेंगी शराब की दुकानें

    मेरठ। जिला मजिस्ट्रेट मेरठ दीपक मीणा ने बताया कि 25 मार्च को दुल्हैंडी पर शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए मेरठ में शराब की दुकानें बंद रहेगी। इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

    जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने बताया कि संयुक्त प्रांत आबकारी अधिनियम 1910 की धारा-59 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए वर्ष 2024 में होली के पर्व के अवसर पर लोकहित में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए 25 मार्च को जनपद स्थित देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर, माडल शाप, भांग व स्प्रिट आदि के थोक व फुटकर बिक्री की दुकानें एवं ठेके बंद रहेंगे। इस दौरान शराब बेचने वाले संस्थानों पर पूर्णतः रोक रहेगी। इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

    होली और दुल्हैंडी पर शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने भी पुख्ता व्यवस्था की है। एडीजी मेरठ जोन धु्रवकांत ठाकुर ने सभी जिलों में पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मेरठ में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने संवेदनशील स्थानों पर पुलिस तैनात करने और पुलिस को लगातार गश्त करने के निर्देश दिए हैं। सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्रों के हालात के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराने को कहा गया है।

  • लोकसभा चुनाव : बिजनौर से निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे कांग्रेस के रामदयाल

    लोकसभा चुनाव : बिजनौर से निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे कांग्रेस के रामदयाल

    मेरठ,। अक्सर चुनाव जीतने के लिए राजनैतिक दलों के महारथियों के बीच कांटे की टक्कर होती है, लेकिन 1974 के लोकसभा चुनाव में बिजनौर लोकसभा सीट पर टक्कर देने के लिए कोई उम्मीदवार ही नहीं उतरा और कांग्रेस के रामदयाल निर्विरोध निर्वाचित हो गए। इसी तरह से बिजनौर सीट पर 1962 में प्रकाशवीर त्यागी शास्त्री ने निर्दलीय ही जीत का परचम लहरा दिया था।

    बिजनौर लोकसभा सीट की गिनती पश्चिमी उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण सीट के रूप में होती है। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवारों को सात बार जीत हासिल हुई तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार चार बार सांसद बनने में कामयाब हुए हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और जनता पार्टी को दो-दो बार, समाजवादी पार्टी (सपा) एक बार तो एक बार निर्दलीय उम्मीदवार को कामयाबी मिली है। इस सीट पर 1974 में ऐसा वाकया हुआ, जो राजनीति में अपवाद स्वरूप ही दिखाई देता है। कांग्रेस के उम्मीदवार रामदयाल के सामने नामांकन करने के लिए कोई उम्मीदवार ही नहीं उतरा और उन्हें निर्विरोध ही निर्वाचित घोषित कर दिया। 1962 में बिजनौर की जनता ने निर्दलीय उम्मीदवार को चुनाव जिताकर संसद में भेजा। आर्य समाज के बड़े विद्वान प्रकाशवीर त्यागी शास्त्री ने उस समय निर्दलीय चुनाव जीतकर सभी को चौंका दिया था। 1967 में प्रकाशवीर ने गाजियाबाद सीट पर भी दिग्गज नेता बीपी मौर्य को हराकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत कर अपना परचम लहराया।

    मीरा कुमार ने रामविलास पासवान को दी थी पटखनी

    बिजनौर लोकसभा सीट 1985 में सुरक्षित सीट थी। 1984 के आम चुनावों में कांग्रेस के गिरधारी लाल यहां से सांसद चुने गए। उनके असमय निधन के कारण 1985 के उपचुनाव में इस सीट से दिग्गजों ने भाग्य आजमाया। कांग्रेस नेत्री मीरा कुमार के सामने रामविलास पासवान जैसी हस्ती चुनाव लड़ी। इस रोचक मुकाबले में मीरा कुमार ने रामविलास पासवान को करारी शिकस्त दी। 1989 में इस सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेत्री मायावती चुनाव जीतकर संसद में पहुंची थी, लेकिन 1991 में हुए चुनाव में मायावती को भाजपा के मंगलराम प्रेमी के हाथ करारी हार झेलनी पड़ी।

    रालोद-भाजपा के चंदन चौहान चुनावी मैदान में

    बिजनौर लोकसभा सीट मेरठ, बिजनौर और मुजफ्फरनगर जनपद में फैली हुई है। बिजनौर लोकसभा सीट में पांच विधानसभा आती है। इसमें मुजफ्फरनगर जनपद की पुरकाजी सुरक्षित और मीरापुर सीट है तो बिजनौर जनपद की बिजनौर सदर सीट व चांदपुर और मेरठ जनपद की हस्तिनापुर सुरक्षित सीट शामिल हैं। इनमें से पुरकाजी और मीरापुर से राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) विधायक है। हस्तिनापुर और बिजनौर सदर से भारतीय जनता पार्टी विधायक है, जबकि चांदपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के स्वामी ओमवेश का कब्जा है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा-रालोद गठबंधन से मीरापुर विधायक चंदन चौहान चुनाव मैदान में है। बसपा ने विजेंद्र सिंह पर दांव खेला हुआ है।

    बिजनौर लोकसभा से चुनाव जीतने वाले सांसद

    1952 में कांग्रेस के स्वामी रामानंद शास्त्री सांसद चुने गए। 1957 में कांग्रेस के अब्दुल लतीफ गांधी, 1962 में निर्दलीय प्रकाशवीर त्यागी शास्त्री, 1967 और 1971 में कांग्रेस के स्वामी रामानंद शास्त्री, 1974 में कांग्रेस के रामदयाल निर्विरोध चुने गए। 1977 में जनता पार्टी के माहीलाल, 1980 में जनता पार्टी के मंगलराम प्रेमी, 1984 में कांग्रेस के गिरधारी लाल, 1985 में कांग्रेस की मीरा कुमार, 1989 में बसपा की मायावती, 1991 और 1996 में भाजपा के मंगलराम प्रेमी, 1998 में सपा की ओमवती देवी, 1999 में भाजपा के शीशराम सिंह रवि, 2004 में रालोद के मुंशीराम पाल, 2009 में बिजनौर सामान्य सीट हो गई तो रालोद के संजय चौहान, 2014 में भाजपा के भारतेंद्र सिंह और 2019 में बसपा के मलूक नागर चुनाव जीतकर सांसद बने।

  • युवती से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पिता का हाथ काटा

    युवती से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पिता का हाथ काटा

    मेरठ। लोहियानगर थाना क्षेत्र स्थित जाकिर कॉलोनी में बेटी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर मनचले ने पिता पर तलवार से जानलेवा हमला कर दिया। जिससे पिता का हाथ कट गया। पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया है और आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।

    जाकिर कॉलोनी का रहने वाला उजैर पुत्र नासिर पड़ोस की रहने वाली एक युवती के साथ काफी समय से छेड़छाड़ कर रहा था। इसके साथ ही घर पर बार-बार फोन कर परेशान कर रहा था। युवती ने उजैर की हरकतों से परेशान होकर मामले की जानकारी अपने पिता को दी। जानकारी मिलने पर पिता ने आरोपित की आवाज पहचान ली और उसके घर पहुंचकर विरोध जताने लगा। इसी दौरान आरोपित घर में रखी तलवार निकाल लाया और युवती के पिता पर जानलेवा हमला कर दिया। तलवार लगने से पीड़ित का हाथ कट गया। इसके बाद आरोपित फरार हो गया। लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया। घायल की पत्नी ने आरोपित के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। पुलिस आरोपित की तलाश में दबिश दे रही है।

  • कारोबारी से मांगी 20 लाख की रंगदारी, पुलिस से सुरक्षा मांगी

    कारोबारी से मांगी 20 लाख की रंगदारी, पुलिस से सुरक्षा मांगी

    मेरठ। मेरठ में कपड़ा कारोबारी की दुकान में चिट्ठी डालकर बदमाशों ने 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी है। रंगदारी नहीं देने पर परिवार को खत्म करने की धमकी दी है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

    कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के सरधना रोड स्थित नगलाताशी गांव निवासी साहिल सैफी ने गुरुवार को थाने में शिकायत की। उसने कहा कि उसकी सरधना रोड पर फैशन विला के नाम से कपड़े की दुकान है। गुरुवार को जब वह दुकान खोलने के लिए पहुंचा तो शटर उठाते ही अंदर एक चिट्ठी मिली है।

    जब उसने चिट्ठी खोली तो उससे 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी नहीं देने पर उसे और उसके परिवार को मारने की धमकी दी गई थी। पीड़ित ने पुलिस को कुछ युवकों के हथियार लिए हुए तस्वीरे भी सौंपी और खुद की सुरक्षा की गुहार लगाई। कंकरखेड़ा थाना प्रभारी का कहना है की पीड़ित कपड़ा व्यापारी और आरोपित पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं। कपड़ा व्यापारी की तहरीर के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जा रही है।

  • लोकसभा चुनाव : मेरठ और गाजियाबाद में भाजपा से अरुण गोविल और कुमार विश्वास की चर्चा

    लोकसभा चुनाव : मेरठ और गाजियाबाद में भाजपा से अरुण गोविल और कुमार विश्वास की चर्चा

    मेरठ। मेरठ लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में लोकसभा चुनाव होना है। अभी तक भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। मेरठ और गाजियाबाद से भाजपा से अरुण गोविल और कुमार विश्वास को टिकट मिलने की चर्चा चल रही है, तो भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बाहरी और स्थानीय उम्मीदवारों को ही टिकट देने की मांग उठ रही है। ऐसे में दोनों ही सीटों पर भाजपा स्थानीय दावेदारों पर ही दांव खेल सकती है।

    मेरठ और गाजियाबाद लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करने में भाजपा को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। मेरठ से वर्तमान सांसद राजेंद्र अग्रवाल जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं और इस बार भी टिकट की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। इसके साथ ही कवि कुमार विश्वास और रामायण में श्रीराम की भूमिका निभा चुके अभिनेता अरुण गोविल का नाम भी टिकट के दावेदारों के रूप में लिया जा रहा है। मेरठ से भाजपा का टिकट चाहने वालों में कैंट विधायक अमित अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, विनीत अग्रवाल शारदा, संजीव जैन सिक्का, डॉ. विकास अग्रवाल की दावेदारी भी चल रही है। अभी तक टिकट घोषित नहीं होने से भाजपा कार्यकर्ताओं में भी असमंजस की स्थिति है। कार्यकर्ताओं के बीच से स्थानीय नेता को ही भाजपा उम्मीदवार बनाने की मांग भी उठ रही है। ऐसा ही हाल गाजियाबाद लोकसभा सीट का है।

    गाजियाबाद से वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह सांसद है और इस बार भी टिकट के प्रबल दावेदार है। यहां से भी कुमार विश्वास, अरुण गोविल, अनिल अग्रवाल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह का नाम टिकट के दावेदारों में चल रहा है। 2009 से ही गाजियाबाद से बाहरी नेताओं को टिकट मिलता रहा हैं। 2009 में राजनाथ सिंह यहां से सांसद चुने गए तो 2014 और 2019 में यहां के वोटरों ने जनरल वीके सिंह को रिकॉर्ड मतों से चुनाव जिताकर संसद में भेजा था। अब गाजियाबाद से भी स्थानीय नेता को ही टिकट देने की मांग उठ रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि एक-दो दिन में ही पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी।