Category: उत्तर प्रदेश

  • मऊ मे रिहायसी भवानो मे संचालित हो रहे अस्पताल, अफसर मौन

    मऊ मे रिहायसी भवानो मे संचालित हो रहे अस्पताल, अफसर मौन


    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय )
    मऊ। जिले मे रिहायसी भवनो मे चल रहे निजी नर्सिंग होम्स द्वारा अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन विभाग से अनापत्ति प्रमाण लेकर संचालित किये जा रहे हॉस्पिटलों को लेकर प्रसाशन गंभीर नही है। जबकि बीते माह ऐसे ही संचालित हॉस्पिटल मे अगलगी की घटना में कई नवजातो की मौत हो चुकी है।


    मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय मऊ के सूत्रो की माने तो जिले मे ऐसा कोई निजी नर्सिंग होम्स नही है जिसकी बिल्डिंह नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत निर्माण है और न ही निर्माण पूर्व इनके हॉस्पिटल भवन के मानचित्र ही स्वीकृत है। मजे की बात यह है कि केवल अविधिपूर्ण तरीके से मुख्य अग्नि समन विभाग से विभागीय अधिकारोयो को मिलाकर अनापति प्रमाण लेकर जनहित को ताक पर रखकर इन निजी नर्सिंग होमो का संचालन किया जा रहा है।

    क्लिनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट का इन हॉस्पिटलो के द्वारा खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। किसी भी हॉस्पिटल मे न पार्किंग की ब्यवस्था है और न ही सेट बैक ही शेष है। ऐसी स्थितियों मे संचालित इन हॉस्पिटलो मे मरीजों और उनके तिमारदारो की जान को खतरे मे डालकर अबैध कमाई की जा रही है।

    जिलाधिकारी के द्वारा जिले के हॉस्पिटलो के भवनों और उसमे तैनात प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टॉफ आदि की न्यायहित और समाजहित मे जाँच कर कार्यवाही की जानी चाहिए, अन्यथा जनपद मे रिहायसी भवानो मे संचालित हॉस्पिटलो, को उनके भवनो को नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत निर्मित नही होने, अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्रों को लेकर उनके संचालन आदि वर्ष जंकल्याण सेवा समिति के द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खंड पीठ मे योजित जनहित याचिका संख्या ५६९६(एम बी)/ २००५ मे जारी आदेश को पालन कराने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खट खटाया जाएगा। जिले मे संचालित निजी नर्सिंग होम्स के द्वारा उक्त मुकदमे पारित आदेश की अवहेलना की जा रही है।

    बन्द्ना नर्सिंग होम पर कभी भी प्रसाशन की टेढ़ी हो सकती है नजर

    गाजीपुर तिराहे के करीब स्थित बंदना नर्सिंग होम पर प्रसाशन की नजर कभी भी टेढ़ी हो सकती है।

    हॉस्पिटल की अबिधता को लेकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे योजित जनहित याचिका मे अदालत ने इंस्ट्रक्शन तलब किया है। मामले मे अगली तिथि को प्रसाशन को अपनी कार्रवाई से अदालत को अवगत करना है।

  • घोसी लोकसभा में एनडीए की हार पर मंथन शुरू

    घोसी लोकसभा में एनडीए की हार पर मंथन शुरू

    दो उपमुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का मैराथन प्रयास भी नहीं आया काम

    मऊ। जिले की घोसी लोकसभा सीट पर एनडीए प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के पुत्र डॉ.अरविंद राजभर को सपा प्रत्याशी राजीव राय से 162943 वोटों से हार का मुंह खाना पड़ा। जीत का दम भरने वाले एनडीए नेताओं के लिए इस हार के बड़े मायने हैं।

    दो उपमुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री, दर्जन भर मंत्रियों समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हफ्तों तक इस लोकसभा क्षेत्र में कैंप किए, लेकिन उनका प्रयास धरा का धरा रह गया। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने एनडीए प्रत्याशी के लिए दिन-रात एक कर दिए, वहीं जिले से ही तीन कैबिनेट मंत्री एक शर्मा, दारा सिंह चौहान और ओमप्रकाश राजभर ने भी जनसभाओं से जनता के बीच लगातार बने रहे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी यहां कार्यकर्ताओं को साधने में लग रहे, इसके बावजूद एनडीए उम्मीदवार को एक बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

    भाजपा नेतृत्व ने जहां सवर्ण वोटों को साधने के लिए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को मैदान में उतरा, वहीं ओबीसी वोटरों को साधने के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मैदान में डटे रहे। चौहान वोटर संभालने का जिम्मा दारा सिंह चौहान को, जबकि राजभर वोटों को एकजुट रखने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने जिम्मा संभाला। ए.के. शर्मा ने भी लगातार जनता के बीच हफ्तों कैंप करके भूमिहार और ओबीसी वोटों को साधने की कोशिश की। इन तमाम मंत्रियों, उप मुख्यमंत्रियों और दिग्गज नेताओं के कैंप करने के बावजूद सपा का पीडीए और संविधान बचाओ का नारा सभी नेताओं के कैंप पर हावी दिखा।

    उल्लेखनीय है कि एनडीए प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे डॉक्टर अरविंद राजभर के समर्थन में प्रधानमंत्री मोदी ने 26 मई को रतनपुर में विशाल रैली की। मुख्यमंत्री योगी ने 28 मई को रानीपुर के जनता इंटर कॉलेज मैदान में चुनावी जनसभाएं की और जनता से वोट की अपील की, लेकिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के चुनावी जनसभाओं का भी कोई असर नहीं दिखा।

  • घोसी की जनता को भाता रहा है भूमिहार सांसद, 14 बार रहा कब्जा

    घोसी की जनता को भाता रहा है भूमिहार सांसद, 14 बार रहा कब्जा

    मऊ। मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे ने घोसी की जनता ने लोकसभा सीट पर फिर से भूमिहार जाति के राजीव राय को अपना सांसद चुनकर यह साबित कर दिया है कि इस सीट पर भूमिहार जाति का सांसद ही पसंद है।

    घोसी लोकसभा सीट पर अब तक हुए 19 चुनाव में 14 बार भूमिहार बिरादरी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। इसके अलावा इस सीट पर दो बार चौहान, दो बार राजभर और एक बार राजपूत जाति के प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है। भूमिहार प्रत्याशियों में अलगू राय शास्त्री,जय बहादुर सिंह, झारखंडे राय, शिवराम राय, राजकुमार राय, कल्पनाथ राय और अतुल राय के बाद अब राजीव राय ने इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज कर लिया है।

    इसके अलावा राजपूत बिरादरी से कांग्रेस के उमराव सिंह, चौहान जाति से बसपा के बालकृष्ण चौहान और दारा सिंह चौहान जबकि राजभर जाति से सपा के चंद्र देव राजभर और भाजपा के हरी नारायण राजभर ने इस सीट पर जीत हासिल की है।

    घोसी लोकसभा सीट पर सबसे दिलचस्प बात यह है कि अब तक 19 चुनाव में महज एक बार ही यहां से कमल खिला है। अथक प्रयासों के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के हरि नारायण राजभर को जीत हासिल हुई। इसके बाद 2019 में मोदी के प्रचंड लहर के बावजूद सीट पर बसपा के अतुल राय ने जीत का परचम लहराया था।

  • घोसी सीट से हार के बाद सुभासपा और भाजपा मे दरार के आसार, घटक दलो की बैठक में ओपी को नही मिला निमंत्रण

    घोसी सीट से हार के बाद सुभासपा और भाजपा मे दरार के आसार, घटक दलो की बैठक में ओपी को नही मिला निमंत्रण

    — बीते ५ जून को दिल्ली मे भाजपा घटक दलों की बैठक मे भाजपा ने सुभासपा को नही दिया निमंत्रण

    — हार के बाद, भाजपा द्वारा सुभासपा को कभी भी गठबंधन से अलग करने की हो सकती है अधिकारिक घोषणा

    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय)

    मऊ। घोसी लोकसभा चुनाव मे समाजवादी पार्टी के हाथों करारी हार का स्वाद चखने के बाद सुभसपा से भाजपा कन्नी काटने लगी है। योगी सरकार मे मंत्री बनने और घोसी लोकसभा सीट से गठबंधन द्वारा उनके बेटे अरविन्द राजभर को टिकट देने के बाद भाजपा ने अरविन्द को चुनाव हारते ही सुभसपा से दूरी बनानी शुरु कर दी है।

    तीसरी सरकार के निर्माण पूर्व भाजपा घटक दलो की दिल्ली मे हुई बैठक मे ओपी राजभर को नही बुलाया जाना, सुभासपा और भाजपा के संबंधो मे संशय पैदा करता देखा जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है की सुभासपा का राजभर मतदाताओं को लेकर प्रदर्शित बड़बोलापन अब भाजपा को खोखला दिखने लगा है।

    ओपी राजभर को भाजपा द्वारा उनको घोसी विधानसभा सीट से दरा सिंह चौहान को जिताने और इसमे मिली हार के बाद घोसी लोकसभा सीट मे अरविन्द को जिताने की जिम्मेदारी दी थी, सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर भाजपा द्वारा दी गई इन दोनो जिम्मेदारियों के निर्वहन मे फेल हुए।

    सुभासपा को मिली इन दोनो असफलताओ को लोग सुभासपा की दुर्गति मान रहे है। बताते चले कि घोसी लोकसभा सीट पर सुभसपा के अरविन्द राजभर को समाजवादी पार्टी के राजीव राय ने करीब करीब डेढ़ लाख मतो से हराया है।

    हालाँकि ओम प्रकाश राजभर या फिर भाजपा की ओर से सुभसपा को भाजपा के घटक दल मानने या फिर उन्हे बाहर का रास्ता दिखाने को लेकर कोई अधिकारिक बयान अभी तक नही आया है लेकिन घटक दलों की बैठक मे ओपी को न बुलाने की राजनितिक गलियारी मे भाजपा और सुभसपा के बींच संशय के रूप मे मान रहे है

  • मऊ मे जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल के बूथ पर सपा रही भारी

    मऊ मे जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल के बूथ पर सपा रही भारी


    (ब्रह्मा नन्द पाण्डेय)


    मऊ। नूपुर अग्रवाल बतौर जिलाध्यक्ष भाजपा पार्टी विरोधी गतिविधियों मे शामिल है। यह खरी दुनिया नही, उनके बूथ पर पड़े मतदानो की संख्या खुलासा कर रहा है।


    राजनीतिक गलियारों की माने तो बतौर भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल ने पदासीन होते ही पार्टी के नाम पर पैसा बनाने का खेल किया।

    इस दौरान नूपुर ने कई भाजपाइयो को बेइज्जत किया और उनके पदो से ही नही हटाया बल्कि पार्टी विरोधी राजनीति मे गैर भाजपाइयों को मतदान पर जोर दिया है।

    नगर मे पोलिंग स्टेशन संख्या १५८ पर उन्होंने समाजवादी नेता के पक्ष मे २५० मतो का दान कराया है।

  • मऊ मे भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर के नॉलेज में खेला जा रहा भ्रस्टाचार का खेल, उनका पति कर रहा दलाली

    मऊ मे भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर के नॉलेज में खेला जा रहा भ्रस्टाचार का खेल, उनका पति कर रहा दलाली


    ब्रह्मा नन्द पाण्डेय
    मऊ। जिले की भाजपा , अब सरकारी विभागों से मिलकर “दलाली” कर रही है। जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल का पति भी जिलाध्यक्ष की इस अबैध कमाई मे दलाली करता है। इस बात का खुलासा वायरल एक ऑडियो क्लिप से हो रहा है लेकिन “खरी दुनिया” इस ऑडिओ क्लिप की पुष्टी नही करता है।


    राजनितिक हलके से होकर आ रही खबरों के अनुसार जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल सरकारी दफ्तरों से मिलकर भ्रष्टाचार को प्रोत्साहित कर रही है।

    भ्रस्टाचार को प्रोत्साहित करने के खेल मे भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अकेली नही है, इस खेल मे उनका पति गिरिराज अग्रवाल भी बराबर के हिस्सेदार है। “ऑडिओ क्लिप” मे भाजपा जिलाध्यक्ष के पति गिरिराज अग्रवाल द्वारा एक ठीकेदार को 9 नंबर पर फार्म डालने और काम हमेशा मिलता रहे इसके लिए 5℅ की कमीशन मांगी जा रही है।

    निचे प्रदर्शित फोटो है भाजपा जिलाध्यक्ष गिरिराज की तस्वीर, जिनकी आवाज को ऑडिओ मे है।

    जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल के निशाने पर वे सभी विभाग है जिनमे ठीकेदारी के माध्यम से निर्माण कार्यो को धरातल पर उतरा जाता है। जिलाध्यक्ष के इस कारनामे मे उनका पति भी उनके उन अबैध कारनामे मे हिस्सेदार है।

    जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल और उनके पति पर ऐसे ही नही आरोप लग रहा है, इनके कृत्यो का खरी दुनिया के पास वायरल ऑडियो की कॉपी है जिसको वह सुरक्षित रखते हुए बिना पुष्टि किये जनहित मे पब्लिश कर रहा है ।

    उधर भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल का वायरल ऑडियो से अपना कोई सरोकार मतलब होने से इनकार किया जा रहा है।

  • घोसी से सपा के राजीव राय बने पहली बार सांसद

    घोसी से सपा के राजीव राय बने पहली बार सांसद

    -घोसी लोकसभा सीट पर इंडी गठबंधन के प्रत्याशी की बड़ी जीत, एनडीए प्रत्याशी को 162943 वोटों से हराया

    मऊ। जिले की एकमात्र घोसी लोकसभा सीट पर इंडी गठबंधन के प्रत्याशी राजीव राय को बड़ी जीत हासिल हुई है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एनडीए गठबंधन से सुभासपा प्रत्याशी डॉ अरविंद राजभर को 162943 मतों से हरा दिया। अरविंद राजभर को 340188 वोट मिले हैं। इस सीट पर बसपा से बालकृष्ण चौहान 294004 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इस लिहाज से देखा जाए तो सपा को इस सीट पर बड़ी जीत हासिल हुई है।

    बड़ी जीत के बाद इंडी गठबंधन से सपा प्रत्याशी राजीव राय काफी गदगद दिखे उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने घोसी की जनता से जो वादा किया है वह उसे पूरा करेंगे यह अहंकार पर संस्कार की जीत है। यह जीत अहंकारियों के गाल पर तमाचा है। यह कार्यकर्ताओं की जीत है। यह घोसी की जनता की जीत है। मैं जो कहता रहा घोसी की जनता ने उसे साबित कर दिया।

    एनडीए प्रत्याशी ने सपा प्रत्याशी को दी जीत की बधाई, जनादेश का किया स्वागत।

    लोकसभा चुनाव 2024 के घोसी लोकसभा सीट के परिणाम सामने आ गए हैं ।यहां से इंडिया गठबंधन से सपा प्रत्याशी राजीव राय को जीत हासिल हुई है।घोसी लोकसभा सीट पर एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर ने सपा से विजई प्रत्याशी राजीव राय को जीत की बधाई देते हुए जनादेश का स्वागत किया है साथी उन्होंने उम्मीद जताई है कि राजीव राय कल्पनाथ राय के सपनों को साकार करेंगे।

    मीडिया से बात करते हुए एनडीए प्रत्याशी और ओमप्रकाश राजभर के पुत्र डॉ अरविंद राजभर ने कहा कि मैं अपनी इलाके की जनता से प्यार करता हूं करता था और आगे भी करता रहूंगा। पक्ष विपक्ष जीत और हर लगी रहती है। एक बात लगातार मेरे कानों में गूंज रही है राजीव राय जब भी अपना स्टेटमेंट देते थे तो एक बात जरूर कहते थे कि मुझे एक बार मौका मिलना चाहिए अब जनता ने उन्हें मौका दे दिया है अब मैं उनसे यह उम्मीद करता हूं कि जैसे कल्पनाथ राय के समय में जनता का कल्याण हुआ था वैसे राजीव राय भी जनता का कल्याण करेंगे। यहां वह सारी व्यवस्थाएं लाएंगे जिसकी घोसी की जनता को दरकार है।

    उन्होंने जनता का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस चिलचिलाती धूप में जो लोग भी मतदान करने निकले थे मैं उनको धन्यवाद देता हूं साधुवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि मैं रैलियों में जितना भी वादा किया है मैं पूरी ताकत लगा दूंगा कि मऊ के सर्वांगीण विकास के लिए जितना कदम राजीव राय चलेंगे मैं उसका चार कदम आगे चलकर उनका साथ दूंगा।

    बताते चलें कि आज घोसी लोकसभा सीट पर जिले के मंडी परिसर में सुबह 8 बजे मतगणना शुरू हुई। मत करना शुरू होने के साथ ही सपा प्रत्याशी राजीव राय ने बढ़त बनाना शुरू कर लिया था। जितने राउंड की गिनती हुई सभी राउंड में सभा प्रत्याशी अपने निकटतम प्रतिबंध से आगे रहे। सपा प्रत्याशी राजीव राय शुरू से ही 

  • …. तो घोसी की हार का कारण बनेंगी भाजपाई नूपुर अग्रवाल !

    …. तो घोसी की हार का कारण बनेंगी भाजपाई नूपुर अग्रवाल !

    ब्रह्म नन्द पाण्डेय -(अधिवक्ता उच्च न्यायालय इलाहाबाद)

    मऊ। इलेक्टरल बांड के जरिये भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भ्रष्टाचार मे डूबने का असर अब पार्टी के जिलाध्यक्षों पर भी दिखने लगा है। जी सूबे के जनपद मऊ के जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल पर जिले का अधिकारियो से मिलकर ठीकेदारी व्यवस्था मे कार्य करने आरोप लगा है। कहा तो यहाँ तक जा रहा है कि यदि अरविन्द राजभर की हार हुई तो हार का कारण केवल नूपुर अग्रवाल ही होगी।


    यह “खरी दुनिया” की कोई खोज नही है, एक वायरल vdo मे सूबे के मऊ जनपद की जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल की को लेकर पूर्व मे जगर के अदरी मंडल अध्यक्ष पीयूष साहनी के है। हालांकि “खरी दुनिया” वायरल vdo की पुष्टि नही करता है।

    इस वायरल vdo मे जिलाध्यक्ष मऊ नूपुर अग्रवाल को घमंडी तक करार देते हुये लोकसभा चुनाव मे भाजपा को हार मिलने पर जिलाध्यक्ष और उनकी कार्यशैली को ही दोषी बताया जा रहा है। हालाँकि अभी परिणाम समय के गर्भ मे है, लेकिन यदि हार हुई तो जिलाध्यक्ष और उनकी कार्यशैली को ही भाजपाई कारण बनायेंगे।

    बताते चले कि बीते दिनों भाजपा की इलेक्ट्रोरल बांड को लेकर जिस तरह से किरकिरी हुई है, उसका अब असर जिले के जिलाध्यक्षों पर भी पड़ने लगा है। खरी दुनिया ने वायरल vdo को सुरक्षित रख लिया है। उनके और चर्चित कारणामो पर खरी दुनोया जल्द ही और खुलासे करेगी।

    उधर नूपुर अग्रवाल सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दे रही है। उनका कहना है कि वायरल vdo राजनितिक षड्यंत्र का परिणाम है।

  • देवरिया के तथाकथित बदमाश से उसके बचाव मे 5 लाख की मांग कर रहे आरक्षी पर गिर गई गाज,  लाइन हाजिर, जाँच

    देवरिया के तथाकथित बदमाश से उसके बचाव मे 5 लाख की मांग कर रहे आरक्षी पर गिर गई गाज, लाइन हाजिर, जाँच

    मऊ। जीआरपी पुलिस द्वारा देवरिया के एक तथाकथित बदमाश से एसओजी का नाम लेकर उसके बचाव मे ५ लाख की की गई मांग की बीते 28 मई 2024 को प्रकाशित खबर को पुलिस महकमे ने गंभीरता से लेते हुए आरोपी जीआरपी आरक्षी को सस्पेंड कर दिया है। उसको लाइन हाजिर कर मामले की जाँच शुरु कर दी गई है।

    विभागीय सूत्रों के अनुसार “जीआरपी” के एक आरक्षी द्वारा देवरिया के एक बदमाश से उसके बचाव मे ५ लाख रुपये की मांग की जा रही थी। मांग के दौरान आरक्षी द्वारा मऊ एसओजी का भी नाम लिया जा रहा था। विभाग ने इस लिए मामले को गंभीरता से लेते हुए आरक्षी को लाइन हाजिर करते हुए मामले की जाँच शुरु कर दी गई। जाँच मे आरोपियों की संख्या को बढ़ने से आसार है।

    बताते चले कि जीआरपी आरक्षी के इस कारनामे को कोई अन्य मीडिया ने उठाना उचित नही समझा था, जबकि अबैध मांग मे ऑडिओ क्लिप वायरल थी। अधिकारी बोलने से भाग रहे थे, और आरक्षी के हौशले बुलंद थे।

    खरी दुनिया ने इस ऑडिओ क्लिप को गंभीरता से लिया तो मामला पुलिस प्रमुख तक पहुंच गया और मामले मे आरोपी आरक्षी पर एक्शन हो गया, लेकिन अभी भी कोई पुलिस कर्मचारी कुछ बोलने से भाग रहे है। इस मामले को आजाद अधिकार सेना ने उठाया था।

  • मऊ मे डीएम और एसपी लगातार मतदान केंद्रो का कर रहे निरीक्षण, विना रोकटोक शांतिपूर्ण चल रहा मतदान

    मऊ मे डीएम और एसपी लगातार मतदान केंद्रो का कर रहे निरीक्षण, विना रोकटोक शांतिपूर्ण चल रहा मतदान


    (ब्रह्मा नंद पाण्डेय/ सरफराज अहमद)


    मऊ। मतदान के दौरान कही कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सुबह से ही मतदान केंद्रो का निरीक्षण कर रहे है।


    अधिकारिक सित्रोंके अनुसार जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र और पुलिस अधीक्षक डा इला मारन जी ने जिले के प्रत्येक मतदान केंद्रो के निरीक्षण का लक्ष्य बनाया है।

    कही कोई अप्रिय घटना न हो, इसको लक्ष्य बनकर डीएम और एसपी की इस सतर्कता का मतदाताओं पर भी असर देखने को मिल रहा है। मतदाता बिना किसी रोकटोक के अपने मत का दान कर रहे है।सुबह से अब तक कुल १३.४६ प्रतिशत का मतदान हुआ है।