Category: उत्तर प्रदेश

  • मऊ जीआरपी सिपाही द्वारा NDPS मामले में 5 लाख मांगने के आरोप

    मऊ जीआरपी सिपाही द्वारा NDPS मामले में 5 लाख मांगने के आरोप

    — एसओजी और जीआरपी की मिली भगत मे बदमाशों से उनके बचाव के बदले मांगी जा रही रकम की ऑडिओ क्लिप ने जिला पुलिस और जीआरपी पुलिस मे ब्याप्त भ्रष्टाचार को पोल खोलती ऑडिओ एक बानगी है।

    ब्रह्मा नन्द पाण्डेय – (Advocate High Court Alld)

    मऊ। जिले की जीआरपी पुलिस के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए, एक बदमाश से उसी के बचाव मे मांगी जा रही रकम का एक वायरल ऑडिओ क्लिप मे जिले की “एसओजी” और जीआरपी पुलिस के भ्रस्टाचार की पोल खोल दी है। मामले मे आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी, यूपी को 5.47 मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग भेज कर उसकी जांच और कार्रवाई की मांग की है.।

    आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने खरी दुनिया से बातचीत मे बताया कि जाँच कर कारवाही के लिए पुलिस प्रमुख को दी गई ऑडिओ लगभग 15 दिन पुराना बताया है, जो थाना जीआरपी मऊ में नियुक्त मुख्य आरक्षी धनंजय सिंह का देवरिया के एक अपराधी के साथ बताया जाता है.

    बातचीत में एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार एक व्यक्ति को छुड़ाए जाने के लिए पुलिसकर्मी द्वारा 5-6 लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. साथ ही बातचीत में एसओजी के तमाम सिपाहियों के संबंध में भी चर्चा की गई है तथा बातचीत से स्पष्ट हो जाता है कि मऊ जीआरपी तथा एसओजी के तमाम सिपाही लगातार अपराधियों के साथ निकट सांठगांठ में हैं और धन उगाही कर रहे हैं.

    अमिताभ ठाकुर ने एनडीपीएस जैसे अत्यंत गंभीर मामले में इस प्रकार खुलेआम रिश्वत मांगे जाने सहित बातचीत के अन्य बिंदुओं को अत्यंत गंभीर बताते हुए डीजीपी से अपने स्तर से इसकी जांच कर कठोरतम कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

  • मऊ के बंदना नर्सिंग होम के संचालन पर डीएम से हाई कोर्ट ने तलब किया इंस्ट्रक्शन

    मऊ के बंदना नर्सिंग होम के संचालन पर डीएम से हाई कोर्ट ने तलब किया इंस्ट्रक्शन

    — जिले मे संचालित अबैध हॉस्पिटलो मे शामिल बंदना नर्सिंग होम को लेकर दाखिल पहली जनहित याचिका, मे कोर्ट ने डीएम से तलब किया “इंस्ट्रक्शन”


    — जिले मे और अबैध हॉस्पिटलो को लेकर “खरी दुनिया” द्वारा जनहित याचिका की तैयारी


    ब्रह्मा नंद पाण्डेय – (अधिवक्ता उच्च न्यायालय, इलाहाबाद)


    मऊ। जिले मे अबैध नर्सिंग होमो मे शामिल बंदना नर्सिंग होम के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका की सुनवाई दौरान मा उच्च न्यायालय ने डीएम मऊ से “इंस्ट्रक्शन” तलब किये जाने की खबर है।
    नर्सिंग होम पर मा० उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुधीर सिंह को इलाज के दौरान उन्हे अस्पताल मे बिजली के झटके भी लगे थे, अधिवक्ता ने इस बात की शिकायत जिलाधिकारी मऊ से क्लिनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट की धारा ३२ के तहत की थी।

    शिकायत के बाद मामले मे कार्यवाही नही होने के कारण अधिवक्ता द्वारा मा० उच्च न्यायालय मे जनहित याचिका संख्या १०७४/२०२४ दाखिल किया गया। मंगलवार को सुनवाई के दौरान मा० उच्च न्यायालय ने मामले मे जिलाधिकारी मऊ से इंस्ट्रक्शन तलब किया है।

    अस्पताल भवन के उपर से हाई पावर बिजली के तारो का गुजरना और इलाज दौरान अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह को अस्पताल मे लगे बिजली के झटके अब अस्पताल प्रबंधन पर भारी पड़ सकते हैं । उल्लेखनीय है कि जिले में अबैध हॉस्पिटलो के संचालन को लेकर प्रसाशनिक उपेक्षा अब भारी पड़ सकती है।

    खरी दुनिया भी अबैध हॉस्पिटलो को लेकर जनहित याचिका की तैयारी मे, साक्ष्य संकलन मे तेजी

    मऊ मे अबैध हॉस्पिटलो को लेकर खरी दुनिया द्वारा भी एक जनहित याचिका की तैयारी की जा रही है। इस याचिका मे
    वर्ष २००५ मे एक गैर सरकारी सस्था के द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद के लखनऊ खंडपीठ मे दाखिल जनहित याचिका संख्या ५६९६ (एम बी) /२००५ मे पारित आदेश का पालन नही करने पर सवाल होगा।

    खरी दुनिया ने अधिकांश अबैध हॉस्पिटलो को लेकर विभाग से साक्ष्यों का संकलन कर लिया है। उल्लेखनीय है कि जिले मे अधिकांश निजी हॉस्पिटलो के द्वारा अविधिपूर्ण तरीके से फायर डिपार्टमेंट से एन ओ सी लेकर रिहायसी भवनो मे अस्पतालो का संचालन किया जाता है।

    “खरी दुनिया” द्वारा भी एक जनहित याचिका की तैयारी की जा रही है, जिसमे फायर डिपार्टमेंट से अविधिपूर्ण तरीके से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर, हॉस्पिटलो का अबैध संचालन पर सवाल शामिल होगा।

  • पीलीभीत मे दारोगा ने किया आत्महत्या का प्रयास, जांच

    पीलीभीत मे दारोगा ने किया आत्महत्या का प्रयास, जांच


    (ब्रह्मा नंद पाण्डेय)


    पीलीभीत। पीलीभीत मे उच्चाधिकारी की डांट से परेशान एक दारोगा द्वारा रविवार को आत्महत्या की कोशिश किये जाने की खबर है। हालत बिगड़ने पर दरोगा को मेडिकल कॉलेज मे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जहाँ उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। बहरहाल एसपी अविनाश पाण्डेय की पुलिस मामले की जाँच कर रही है।


    पुलिस सूत्रों के अनुसार पीलीभीत के दरोगा देवेंद्र राणा की किसी बात को लेकर एक उच्चधिकारी ने उन्हे गाली गुप्ता देते हुए डांट दिया था। उच्चाधिकारी से हुई इस घटना से आहत दारोगा ने रविवार को आत्महत्या के प्रयास मे तथाकथित दवाओ की कई गोलिया गटक ली थी। गोलिया क्यो खाई इस पर पीड़ित दरोग ने इलाज मे लगी चिकित्सक सुरभी सिंह को कोई बयन् नही दिया है। लेकिन आठ दस गोलिया खाने वाला, वह भी पढ़ा लिखा ब्यक्ति, क्यो खायेगा ? समझने वाला है।

    हालत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज मे भर्ती कराया गया जहा उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस मामले को लेकर कोई भी उच्चाधिकारी मुह खोलने को तैयार नही है। उल्लेखनीय है कि बतौर एसपी अविनाश पाण्डेय के कार्यकाल मे कई दरोगाओ के साथ एसपी दफ्तर मे गाली गुप्ता के साथ लोटा वार की घटनाये हुई लेकिन किसी पीड़ित ने जुबान नही खोली।

    इस मामले मे भी कोई अफसर मुह खोलने को तैयार नही रहा। कई दारोगा तो इंचार्जेशीप छोड़कर नौकरी करने को बाध्य रहे तो कई स्थानातरण करवा कर खुद बाहर हो लिए। बहरहाल एसपी अविनाश पाण्डेय के इस अपराधिक कृत्य का खरी दुनिया के पास कोई साक्ष्य नही है लेकिन वे गलत को सही और सही को गलत करने के लिए अफसरों पर दबाव डलवाने का काम करते है।

    बतौर एसपी के ही दबाव मे उनके पूर्व के तैनाती जनपद मऊ मे कई बदमाशों के खिलाफ मुकदमे दर्ज नही किये गये तो कइयो को निर्दोष होते हुए जेल तक भेजा गया है। एसपी के इस अपराधिक कृत्य मे उनके सहित दो लोगो पर अवमान अधिनियम की कार्यवाही मा० उच्च न्यायालय मे पेंडिंग है तो एक के दाखिले की तैयारी है।

    रही बात जाँच कि तो जांच मे दारोगा के द्वारा आत्महत्या के प्रयास के मामले मे भी वाही हाल होने से खरी दुनिया का इंकार नही है, जो मऊ मे पुलिस द्वारा किये गये अपराधिक कृत्यो की जाँच मे हुआ है। इस मामले मे भी किसी अधिकारी की डांट के आने की बात झूठ साबित होने से इंकार नही है।


    एसपी अविनाश पाण्डेय के अपराधिक कृत्यो का साक्ष्यों को कई जांच मे मिल चुकी है क्लीन चीट
    मऊ मे भाजपा नेता राकेश गुप्ता को फर्जी मामले मे फंसाने को लेकर शासन स्तर से जाँच मे जांच अधिकारियो ने उनके बचाव मे कार्य किया है।

    तटस्ट जाँच मे एसपी अविनाश पाण्डेय के अपराधिक कृत्यो के कई प्रमाण “खरी दुनिया” के पास है। बस जांच पुलिस महकमे को छोड़ किसी अन्य ऐसी एजेंसी से हो, जो तथ्यों की जांच कर कार्यवाही करने वाली हो अन्यथा एसपी अविनाश पाण्डेय हमेशा अपने अपराधिक कृत्यो मे बचते रहेंगे।

    ब्तौर् एसपी अविनाश अपने अधीनस्थो से गलत को सही और सही को गलत करवाने का कम करते है। तैनाती जनपद मऊ के दौरान एसपी अविनाश ने जिले मे अबैध संचालित निजी नर्सिंग होमो की पैरवी मे खरी दुनिया को अपने अधीनस्थ से फोन करवा कर धमकी दिलवाई थी। एसपी खरी दुनिया मे छप रही खबरों पर धमकी के माध्यम से बिच मे लिफाफा लेकर विराम लगवाना चाहते थे।

  • एसपी अविनाश पाण्डेय ने मऊ के बाद पीलीभीत मे भी शुरु कर दिया सच को झूठ,झूठ को सच बना फर्जी मुकदमे कायम कराने का खेल

    एसपी अविनाश पाण्डेय ने मऊ के बाद पीलीभीत मे भी शुरु कर दिया सच को झूठ,झूठ को सच बना फर्जी मुकदमे कायम कराने का खेल


    पीलीभीत। पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने पीलीभीत मे भी “सच को झूठ” और “झूठ को सच” बनाने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का काम शुरु कर दिया है। होमगार्ड द्वारा दुकानदार से जबरन सामान ले कीमत नही देने की शिकायत करने वाले दुकन दारो पर एसपी ने उलटे मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी ने जनपद मऊ मे बहुत ऐसे मामलो मे ऐसे ही सच को झूठ और झूठ को सच बनाने का खेल खेला है।


    पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय के उपर उनके तैनाती स्थल जनपद मऊ मे भी सच को झूठ, और झूठ को सच करने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का आरोप लग चुका है। एसपी के इस आरोप को मा उच्च न्यायालय इलाहाबाद भी उनके द्वारा फर्जी साक्ष्यों के आधार पर दर्ज कराये गये केस मे आरोपों को नही बनने का मुहर लगा चुका है।

    बावजूद इसके एसपी सच को झूठ और झूठ को सच बनाने मे रोज अधिकांश निर्दोषों पर कार्यवाही करने मे पदीय अधिकारो का दुरूपयोग करते रहे है। दुरूपयोग का अब यह काम उन्होंने यूपी के जनपद मऊ के बाद पीलीभीत मे शुरु कर दिया है।

    पीलीभीत के न्यू एरिया इलाके के एक दुकानदार से होमगार्ड द्वारा जबरदस्ती समान ले कर कीमत नही देने की शिकायत एसपी अविनाश पाण्डेय को नागवार लगी तो इन्होने शिकायत कर्ता पर ही सरकारी काम मे बाधा डालने आदि के आरोप मे दुकानदारो पर मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी की इस कार्य प्रणाली से इलाकई दुकानदारों मे आक्रोश मे है। मजे कि बात यह है कि एसपी ने अभी तक होमगार्ड के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की है।

  • मऊ मे अबैध संचालित अबैध हॉस्पिटलो पर कार्यवाही कब ? दिल्ली मे अबैध संचालित बेबी केयर सेंटर मे तो राजकोट मे आग, कई मरे, मुकदमा

    मऊ मे अबैध संचालित अबैध हॉस्पिटलो पर कार्यवाही कब ? दिल्ली मे अबैध संचालित बेबी केयर सेंटर मे तो राजकोट मे आग, कई मरे, मुकदमा

    जिले मे अविधिपूर्ण तरीके से संचालित हो रहे है प्रकाश हॉस्पिटल, राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल, राजनितिक ऊँचे रसुख तो नही है प्रसाशनिक कार्यवाही मे अवरोधक

    मऊ। जिले मे अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन की NOC हथियाकर संचालित अबैध हॉस्पिटलो के प्रति जिला प्रसाशन द्वारा की जा रही उपेक्षा का दिल्ली मे बीती रात बेबी केयर सेंटर मे और राजकोट के गेमिंग सेंटर मे हुई अगलगी से सबक लेना चाहिए।
    दिल्ली के बेबी केयर सेंटर मे बीती रात् हुई अगलगी मे अबोध नवजात बालको की असमय मौत से सबक लेना चाहिए तो.

    गेमिंग जोंन मे भी लगी आग मे मौत के मुह मे समाये दर्जनों लोगो को भी याद करते हुए जिले मे अबैध रूप से संचालित प्रकाश हॉस्पिटल, राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल की जाँच कर कार्रवाई करनी चाहिए।

    ये सभी हॉस्पिटल मुख्य अग्नि समन अधिकारी के दफ्तर को लिफाफा देकर अविधिपूर्ण तरीके से हासिल की गई अनापत्ति प्रमाण प्रमाण पत्र के सहारे विभागीय अधिकारियो को भी लिफाफा देते हुए ऊँचे राजनितिक रसुख के कारण संचालित किये जा रहे है। इन सभीबका संचालन जंकल्याण समिति के द्वारा मा उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच मे दाखिल ५६९६ एम बी /२००५ मे पारित आदेश के बिपरीत संचालित हो रहे है।

  • उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सड़क हादसा, 11 श्रद्धालुओं की मौत

    उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सड़क हादसा, 11 श्रद्धालुओं की मौत

    शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर जनपद के खुटार थाना क्षेत्र में खुटार-गोला रोड पर शनिवार रात हुए सड़क हादसे में 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए अधिकारियों को हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं।

    पुलिस के मुताबिक जनपद सीतापुर के सिंधौली थाना क्षेत्र से ग्रामीणों का एक दल बस से पूर्णागिरी दर्शन के लिए जा रहा था। रात को खुटार-गोला मार्ग पर कस्बे के पास एक ढाबे पर चालक ने बस को रोका। बस से उतरकर कुछ लोग खाना खाने चले गए जबकि कई लोग अंदर बैठे रहे। रात करीब साढ़े दस बजे खुटार से गोला की ओर जा रहा बजरी लदा एक डंपर अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़ी बस के ऊपर पलट गया। डंपर में लदी बजरी भी बस के अंदर भर गई।

    हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। सूचना पाकर पुलिस पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। क्रेन की सहायता से डंपर को हटाया गया। बस से सभी श्रद्धालुओं को बाहर निकाला गया। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि दस लोग गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा और जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह सूचना पाते ही मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य का जायजा लिया।

  • पुलिस केस मे आरोपी पत्रकारों को पीएम के कार्यक्रम को कवरेज करने से प्रसाशन ने रोका, जारी नही किया पास

    पुलिस केस मे आरोपी पत्रकारों को पीएम के कार्यक्रम को कवरेज करने से प्रसाशन ने रोका, जारी नही किया पास


    ब्रह्मा नंद पाण्डेय – अधिवक्ता उच्च न्यायालय इलाहाबाद


    — एक नही कई मुकदमो के धनी कई नेताओं पर जिला प्रसाशन का नही दिख रहा चाबुक, आरोपी पत्रकारों को पीएम कार्यक्रम की कववरेज पर लगा प्रतिबंध


    मऊ। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी की आयोजित होने वाली जनसभा मे जिला प्रसाशन ने उन पत्रकारों को कवरेज के लिए पास जारी नही किया है, जिनके उपर पुलिस केस है। प्रसाशन की इस कारस्तानी से सच को उकेरने वाले कई पत्रकार कवरेज क्षेत्र से बाहर रहेंगे जबकि एक नही कई मुकदमो के आरोपियों को मंच तक मौजूद रहने को लेकर प्रसाशन की ओर से कोई रोक नही है।


    विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला प्रसाशन ने उन पत्रकारों को लक्ष्य बनाकर प्रधान मंत्री के कल के यानी रविवार को आयोजित होने वाली जनसभा के कवरेज मे जाने पर पाबंदी लगा दी है। प्रसाशन ने यह कारनामा उनके उपर दर्ज फर्जी मुकदमो को आधार बनाया है।

    प्रसाशन की इस कारस्तानी के चहू ओर चर्चे है। प्रसाशन की इस कारस्तानी से पत्रकारों मे जितने मुह उतनी बाते वाली कहावत को चरितार्थ होते देखा जा रहा है।

    मजे कि बात यह है कि एक नही कई मुकदमो के धनी लोग जिनके राजनितिक रसुख है, उनको कार्यक्रम स्थल पर जाने से प्रसाशन की ओर से कोई रोक नही है, लेकिन पत्रकार कार्यक्रम स्थल पर न जाने पाये, इस्के लिये मुकदमे को आधार बनाकर उन्हे पीएम कार्यक्रम की कवरेज से रोका गया है।

    सत्ता का औशीर्वाद ले, रोज तीन पांच करने वाले लोगो की कारस्तानी पर कही पत्रकारों की नजर न पड़ जाए इसके लिए उन्हे कार्यक्रम स्थल पर जाने से रोकने मे उनके खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमो को प्रसाशन ने हथियार बना दिया है।

  • अमेठी में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा पर मुकदमा दर्ज

    अमेठी में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा पर मुकदमा दर्ज

    अमेठी। अमेठी लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान समाप्त हुआ है लेकिन अब भी आदर्श आचार संहिता और धारा 144 लागू है। इस दौरान बगैर अनुमति के भीड़ को एकत्रित कर जनसभा करने के जुर्म में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा सहित 13 नामजद और 20–25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

    मतदान समाप्त होने के बावजूद मतगणना होने तक सभी जनपद में धारा 144 के साथ-साथ आदर्श आचार संहिता प्रभावी है। ऐसे में किसी के द्वारा कोई भी जनसभा रैली अथवा भीड़ स्थानीय पुलिस प्रशासन की अनुमति के बगैर नहीं कर सकता। इसी मध्य 24 मई की अपराह्न लगभग 5 बजे अमेठी जिले के बाजार स्कूल थाना क्षेत्र अंतर्गत कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा की ओर से मंगरौली चौराहे पर बिना अनुमति के एकत्रित कर जनसभा का आयोजन किया गया था।

    स्थानीय प्रशासन ने संज्ञान लिया और थाना बाजार शुकुल के पुलिस उप निरीक्षक वीरेंद्र कुमार पांडेय की तहरीर पर कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा, मजहर अहमद, इकरार अहमद, बेचू खान, एराफ, सलमान अहमद के साथ रईस अहमद, वासिफ, इब्राहिम गुर्जर, मोहम्मद शाहिद, इजराउल हक उर्फ कलूट बाबू, दानबाबू, मेराज और बाजार शुकुल थाना क्षेत्र के 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए विधिक कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।

  • लोस चुनाव : उप्र की 14 सीटों पर पांच बजे तक 52.02 प्रतिशत मतदान

    लोस चुनाव : उप्र की 14 सीटों पर पांच बजे तक 52.02 प्रतिशत मतदान

    लखनऊ,। छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर शनिवार सुबह 07 बजे से मतदान जारी है। इस चरण में शाम पांच बजे तक औसतन 52.02 प्रतिशत मतदान हुआ है। अम्बेडकरनगर में सबसे अधिक 59.53 प्रतिशत और फूलपुर में सबसे कम 46.80 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की लाइनें लगी हैं और शांतिपूर्ण मतदान जारी है।

    चुनाव आयोग के मुताबिक छठे चरण में उप्र की जिन 14 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है उन पर पांच बजे तक सुलतानपुर में 53.60 प्रतिशत, प्रतापगढ़ 49.65 प्रतिशत, फूलपुर 46.80 प्रतिशत, इलाहाबाद 49.30 प्रतिशत, अम्बेडकरनगर 59.53 प्रतिशत, श्रावस्ती 50.71 प्रतिशत, डुमरियागंज 50.62 प्रतिशत, बस्ती 55.03 प्रतिशत, संत कबीरनगर 51.11 प्रतिशत, लालगंज (सुरक्षित) 52.86 प्रतिशत, आजमगढ़ 54.20 प्रतिशत, जौनपुर 52.65 प्रतिशत, मछलीशहर (सुरक्षित) 52.10 प्रतिशत और भदोही लोकसभा सीट पर 50.67 प्रतिशत में मतदान हुआ है। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदाता शाम छह बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।

  • उप्र में चल रहे छठे चरण के मतदान में ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार

    उप्र में चल रहे छठे चरण के मतदान में ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए छठे चरण का मतदान चल रहा है। कुछ जिलों में जनता ने मतदान का बहिष्कार किया है। प्रशासन ग्रामीणों को मनाने में जुटा हुआ है ताकि शत-प्रतिशत मतदान हो सके।

    सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत, सिसहना, पोखरा काजी, जमोती डीह, जमोता के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार किया है। ग्रामीण हाथों बैनर, पोस्टर लेकर गांव के बाहर खड़े हैं। इन बैनरों में लिखा है कि ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’। इस बीच सूचना पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को समझाने के प्रयासरत है।

    इसी तरह जनपद भदोही के सराय कंसराय में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे अंडरपास बनाने की मांग को लेकर प्रशासन, जनप्रतिनिधि को पत्राचार किया गया लेकिन किसी ने भी इसे संज्ञान नहीं लिया है। अंडरपास न होने की वजह से ग्रामीणों को काफी दिक्कत होती है। इसी वजह से ग्रामीणों ने इस बार चुनाव का बहिष्कार किया है।