Category: उत्तर प्रदेश

  • अमेठी से भाग रहे राहुल, ललकार रही भाजपा

    अमेठी से भाग रहे राहुल, ललकार रही भाजपा

    मऊ/लखनऊ। कांग्रेस की पहली सूची में ही राहुल गांधी को वायनाड से टिकट मिलने और नेहरू गांधी परिवार की पारिवारिक सीट रायबरेली और अमेठी पर उम्मीदवार की घोषणा नही होने से चचा्र्रओ का बाजार गरम हो गया है। दूसरी तरफ भाजपा नेता बार-बार उन्हें अमेठी से चुनाव लड़ने के लिए चुनौती दे रहे हैं।

    राजनीतिक गलियारों से छन कर आ रही खबरों के मुताबिक राहुल गांधी नेहरू के पारिवारिक सीटों से चुनाव लड़ना नहीं चाह रहे है ,जबकि उप्र कांग्रेस बार-बार उन्हें यहां लाने का प्रयास कर रही है। राहुल को अमेठी से चुनाव नही लडने के पीछे के कारणों में पिछली बार के चुनाव में उनके हाथ लगी बड़ी हार है जिसने उन्हें हिलाकर रख दिया है। पिछली बार के चुनाव में राहुल बसपा और सपा के समर्थन के बावजूद स्मृति ईरानी से हार गये थे। इस बार यही की सीट पर बसपा को खुद चुनावी मैदान में होने के आसार है। ऐसे में उन्हें जीतना मुश्किल होगा।

    उल्लेखनीय है कि अमेठी के 1966 में लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद ही यह नेहरु-गांधी परिवार का ही संसदीय क्षेत्र रहा है। यहां अब तक हुए 16 लोकसभा चुनावों और दो उपचुनाव में कांग्रेस ने 16 बार जीत दर्ज की है। इस लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत चार तहसील और पांच विधान सभा क्षेत्र आते हैं। राहुल गांधी के सासंद बनने के बाद से वे स्वयं चुनाव तो जीतते थे, लेकिन विधानसभाओं में वे अधिकांश अपने उम्मीदवारों को जीताने में असफल रहे। पिछले चुनाव में स्मृति ईरानी ने उन्हें भी हरा दिया। इसके बाद से उनका दौरा भी अमेठी में न के बराबर रहा।

    2019 में अमेठी के लोकसभा चुनाव पर गौर करें तो वहां 27 प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन राहुल गांधी के समर्थन में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने समर्थन किया था। इसके बावजूद स्मृति ईरानी ने 55,120 वोट से राहुल गांधी को हरा दिया, लेकिन इन दोनों के अलावा निर्दलीय अथवा छोटे दलों को मिलाकर 60540 वोट मिले थे। इसमें सात प्रत्याशी तो एक हजार से भी कम मत पाये थे, जिनका कुला मिलाकर 5183 मत मिले थे। उसमें नोट पर भी 3940 मतदाताओं ने बटन दबाया था। अर्थात ये मतदाता राहुल, स्मृति अथवा किसी अन्य को पसंद नहीं करते रहे। उस चुनाव में स्मृति को 4,68,514 वोट मिले थे। वहीं राहुल गांधी को 4,13,394 मत मिले थे। कुल पड़े वोट का स्मृति ईरानी का वोट शेयर 49.71 प्रतिशत था। वहीं राहुल गांधी का 43.86 प्रतिशत वोट मिले थे।

    राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो किसी लोकसभा चुनाव में 55,120 मतों से हार कोई मायने नहीं रखता, लेकिन उसके बाद राहुल गांधी ने अमेठी में आना ही छोड़ दिया। वे सिर्फ भारत जोड़ों यात्रा को मिलाकर पांच साल में तीन बार अमेठी आये हैं, जबकि स्मृति ईरानी लगभग हर माह वहां आती रही हैं। अमेठी में उन्होंने अपना आवास भी ले लिया है। ऐसे में राहुल गांधी वहां की जनता के साथ कैसे स्वयं को जोड़ पाएंगे। स्मृति इरानी के जवाब में वे कैसे मुखर हो पाएंगे।

    राजनीतिक विश्लेषक राजीव रंजन सिंह की मानें तो उन्हें भय भी सता रहा है कि पिछली बार तो समाजवादी पार्टी और बसपा दोनों ने रायबरेली और अमेठी की सीट से अपना प्रत्याशी सोनिया और राहुल के समर्थन में नहीं उतारा। इस तरह राहुल तीन दलों के संयुक्त उम्मीदवार थे,लेकिन इस बार बसपा वहां से प्रत्याशी उतार सकती है,क्योंकि मायावती के किसी के साथ समझौता नहीं है। इस स्थिति में अमेठी से राहुल गांधी को हार का पुनः सामना करना पड़ सकता है।

  • देवरिया बस स्टेशन पर यात्रियों को मिलेंगी सभी सुविधाएं : दया शंकर सिंह

    देवरिया बस स्टेशन पर यात्रियों को मिलेंगी सभी सुविधाएं : दया शंकर सिंह

    – 1769 करोड़ (लगभग) की लागत से देवरिया बस स्टेशन का होगा सौंदर्यीकरण

    देवरिया, । जनपद देवरिया स्थित पुराने बस स्टेशन परिसर में व्यवसायिक काम्पलेक्स, सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक कार्यालय एवं बेसमेंट में पार्किंग का निर्माण जल्द किया जाएगा। उक्त बातें उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने शनिवर को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह जानकारी दी।

    परिवहन मंत्री ने बताया कि इसके निर्माण हेतु उ०प्र० प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड को कार्यदायी संस्था नामित की गई है। प्रथम किश्त के रूप में 25 प्रतिशत के समतुल्य धनराशि रू0 442.33 (रूपये चार करोड़ बयालीस लाख तेतीस हजार मात्र) राज्यपाल सहर्ष स्वीकृति प्रदान कर दी है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के लोगों को काफी सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि इसके निर्माण में 1769.32 लाख रूपये का खर्च आने का अनुमान है।

    परिवहन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर परिवहन निगम प्रदेश एयरपोर्ट जैसे सुविधाओं से युक्त बस स्टेशन का निर्माण कर रहा है। ताकि बस स्टेशन पर ही यात्रियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। देवरिया बस स्टेशन के निर्माण से इस क्षेत्र में विकास को और बल मिलेगा।

  • लोकसभा चुनाव में बसपा अकेले लड़ेगी चुनाव : मायावती

    लोकसभा चुनाव में बसपा अकेले लड़ेगी चुनाव : मायावती

    लखनऊ, । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर ऐलान किया है कि लोकसभा चुनाव में बसपा अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। मीडिया को भी नसीहत दी है कि ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोएं।

    मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेट फार्म एक्स पर लिखते हुए कहा कि बसपा देश में लोकसभा का आमचुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ रही है।

    ऐसे में चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा आदि बनाने की अफवाह फैलाना यह घोर फेक व गलत खबर है। मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए। लोग भी ऐसी खबरों से सावधान रहें।

    आगे मायावती ने कहा कि खासकर उत्तर प्रदेश में बसपा की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं। इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। किन्तु बहुजन समाज के हित में बसपा का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल है।

    उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव-2024 के मदृेनजर पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा-कांग्रेस ने उम्मीदवार की पहली सूची भी जारी कर दी है। इसी बीच मीडिया में यह खबरें आने लगीं कि बसपा ‘आईएनडीआईए’ गठबंधन में शामिल हो सकती है। लेकिन बसपा प्रमुख मायावती के बयान के बाद बहुत सारी चीजें साफ हो चुकी हैं। किसी भी हालत में बसपा किसी दल के साथ जाने के बजाए अकेले चुनाव लड़ रही है।

    लोकसभा चुनाव में बसपा अकेले लड़ेगी चुनाव : मायावती

    BSP will contest alone in Lok Sabha elections

    लखनऊ, 09 मार्च (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर ऐलान किया है कि लोकसभा चुनाव में बसपा अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। मीडिया को भी नसीहत दी है कि ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोएं।

    मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेट फार्म एक्स पर लिखते हुए कहा कि बसपा देश में लोकसभा का आमचुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ रही है।

    ऐसे में चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा आदि बनाने की अफवाह फैलाना यह घोर फेक व गलत खबर है। मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए। लोग भी ऐसी खबरों से सावधान रहें।

    आगे मायावती ने कहा कि खासकर उत्तर प्रदेश में बसपा की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं। इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। किन्तु बहुजन समाज के हित में बसपा का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल है।

    उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव-2024 के मदृेनजर पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा-कांग्रेस ने उम्मीदवार की पहली सूची भी जारी कर दी है। इसी बीच मीडिया में यह खबरें आने लगीं कि बसपा ‘आईएनडीआईए’ गठबंधन में शामिल हो सकती है। लेकिन बसपा प्रमुख मायावती के बयान के बाद बहुत सारी चीजें साफ हो चुकी हैं। किसी भी हालत में बसपा किसी दल के साथ जाने के बजाए अकेले चुनाव लड़ रही है।

  • बचाव मे दिख रहे कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर अब पत्रकारों पर हो रहे हमलावर, दे रहे नसीहत

    मऊ। उत्तर प्रदेश सरकार मे मंत्री बनने के बाद लगातार समाज मे उलजुलूल बयानबाजी से ट्रोल हो रहे सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर पत्रकारों के सवालों पर अब इरिटेट होने लगे है। पीड़ितों को पिला गमछा ओढ़ा कर थाने तक जाने की नसीहत देने वाले ओपी राजभर स्वतंत्र पत्रकारों को समाजवादी पार्टी का एजेंट करार देने लगे है।


    लोकसभा चुनाव मे घोसी लोकसभा सीट से अपने बेटे अरविन्द राजभर को एनडीए से उम्मीदवार घोषित कराने और उत्तर प्रदेश सरकार मे मंत्री बनने के बाद सुभासपा के ओपी राजभर का “दम्भ” लोगो के बींच तैरने लगा है।

    “सवाल करने से पहले सुना करो” “सुनो बुनो तब धुनो” समाजवादी पार्टी के एजेंट बनकर आये हो आदि शब्दों से डांटने वाले ओपी राजभर लगभग बचाव मे पत्रकारों पर हमलावर हो गये है। नापसंद प्रश्नो का जबाव देने की जगह राजभर बलिया मे पत्रकारों को न सिर्फ समाजवादी पार्टी का एजेंट करार दे दिया बल्कि उन्हे कुर्त और पायजामा पहनने की भी नसीहत दे दी।

    बहरहाल ओपी राजभर ने मंत्री बनते ही अपनी अहमियत को बढ़ाने मे जुट कर लोकसभा चुनाव मे सुभासपा के अरविन्द राजभर को सांसद बनाने मे राजनीति कर रहे है।

  • 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में उप मुख्यमंत्री केशव के आवास का अभ्यर्थियों ने किया घेराव

    69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में उप मुख्यमंत्री केशव के आवास का अभ्यर्थियों ने किया घेराव

    लखनऊ। 69 हजार शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 आरक्षित वर्ग के शिक्षक अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद के आवास का घेराव किया। इस दौरान अभ्यर्थियों ने जोरदार नारेबाजी भी की। केशव प्रसाद के आवास के सामने भारी पुलिस बल तैनात है।

    प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है की बेसिक शिक्षा विभाग और प्रशासन के लोग वादाखिलाफी कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने अभ्यर्थियों की मुलाकात मुख्यमंत्री से कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक उनकी मुलाक़ात नहीं हो पायी। इसी बात से नाराज अभ्यर्थी एक बार फिर केशव प्रसाद के आवास पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने सभी अभ्यर्थियों को जबरदस्ती बस में बैठकर इको गार्डन धरना स्थल ले जाकर छोड़ दिया।

    आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया की लखनऊ हाईकोर्ट के डबल बेंच में 69 हजार शिक्षक भर्ती संबंधित मामले की सुनवाई चल रही है। इस संबंध में शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और विभाग के अधिकारी ने हम अभ्यर्थियों से मीटिंग में जो वादे किए थे, उसके मुताबिक सरकार के वकील कोर्ट में पक्ष नहीं रख रहे हैं बल्कि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का विरोध कर रहे हैं। यह अभ्यर्थी चाहते हैं कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करायी जाए।

    अमरेंद्र पटेल ने बताया की मुख्यमंत्री के ही आदेश से हुई जाँच के बाद 6800 आरक्षित वर्ग की चयन सूची आई थी। अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि उनकी मुलाक़ात मुख्यमंत्री से होने पर पूरे मामले का सही निस्तारण हो जायेगा।

  • अत्याचार के खिलाफ लड़ें और निडर होकर घरों से निकलें महिलाएं : डीसीपी

    अत्याचार के खिलाफ लड़ें और निडर होकर घरों से निकलें महिलाएं : डीसीपी

    कानपुर। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर डीसीपी यातायात आरती सिंह ने कहा कि महिलाओं को डरने की जरूरत नहीं है। सरकार द्वारा 1090 और डायल 112 संचालित है, इनमें शिकायत कर अत्याचार के खिलाफ लड़ें और निडर होकर घरों से बाहर निकलें।

    अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शुक्रवार को बेहतर कार्य करने वाली महिला पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया और उन्हें प्रशस्ति पत्र भी दिया गया। यातायात पुलिस मुख्यालय में डीसीपी ट्रैफिक आरती सिंह और एडीसीपी ट्रैफिक शिवा सिंह ने प्रशस्ति पत्र दिया। इसके साथ ही डीसीपी और एडीसीपी को शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने का जिम्मा दिया गया है। ऐसे में डीसीपी और एडीसीपी ने बताया कि महिलाओं को बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए। स्वावलंबी बनना चाहिए, क्योंकि महिलाओं में भी पुरुष के बराबर कार्य करने की क्षमता है। डीसीपी ने कहा कि महिलाएं भारत का भविष्य हैं और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर आगे बढ़ना चाहिए। अपने आप पर भरोसा रखें और पढ़-लिखकर आगे बढ़ें। इससे परिवार सशक्त बनेगा। एडीसीपी शिवा सिंह ने बताया कि महिलाओं के लिए सरकार ने कई योजनाएं निकाली हैं, उनका लाभ उठाना चाहिए। घर से बेखौफ होकर निकले, किसी तरह की कोई भी समस्या हो तो उसके समाधान के लिए तत्काल हेल्पलाइन नंबर पर फोन करें।

  • आने वाले समय में यूपी में होंगे 100 सीबीजी प्लांट : हरदीप सिंह पुरी

    आने वाले समय में यूपी में होंगे 100 सीबीजी प्लांट : हरदीप सिंह पुरी

    – गोरखपुर में सीबीजी प्लांट के लोकार्पण समारोह में बोले केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री

    गोरखपुर। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि आने वाले समय में यूपी में सौ सीबीजी प्लांट होंगे।

    श्री पुरी शुक्रवार को धुरियापार में इंडियन ऑयल के सीबीजी प्लांट के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीबीजी प्लांट पर्यावरण की रक्षा, किसानों की आमदनी बढ़ाने और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा प्रयास है। इंडियन ऑयल की तरफ से यह प्लांट 165 करोड़ रुपये की पूंजी निवेश से स्थापित हुआ है।

    इस प्लांट में रोजाना 200 मीट्रिक टन कृषि अवशेष (धान का भूसा) 20 मीट्रिक टन प्रेसमड और 10 मीट्रिक टन मवेशियों के गोबर का उपयोग होगा। बायोगैस प्लांट में प्रतिदिन लगभग 20 मीट्रिक टन बायोगैस और 125 मीट्रिक टन जैविक खाद का उत्पादन होगा।

    जैविक खाद से कृषि की पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा लाई गई ग्रीन हाइड्रोजन नीति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस सेक्टर में तेजी से निवेश होगा। उन्होंने कहा कि यूपी में उनके गोद लिए जिले सोनभद्र में भी ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट लगाने की व्यवस्था कराई जाएगी।

    ऊर्जा क्षेत्र में भी होगी अन्नदाता की बड़ी भूमिका

    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में भी अन्नदाता किसानों की बड़ी भूमिका होगी। यह सीबीजी प्लांट इसी भूमिका से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि गैस सिलेंडर का काम देश में 2014 से 60 साल पहले शुरू हुआ था। 2014 तक 14 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए थे जो पीएम मोदी के मार्गदर्शन में अब 32 करोड़ हो गए हैं। 2016 में शुरू उज्ज्वला योजना से 10 करोड़ महिलाओं को नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिए गए हैं उनमें 8 करोड़ ग्रामीण महिलाएं हैं।

    यूपी एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने को अग्रसर

    केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। इससे देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में यूपी का बड़ा योगदान होने जा रहा है। केंद्र सरकार की योजनाओं का सबसे तीव्र क्रियान्वयन योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में हो रहा है।

  • मऊ एसपी रहे अविनाश पाण्डेय के खिलाफ जाँच शुरु, बलिया एसपी के समक्ष भाजपा नेता ने दर्ज कराया बयान

    मऊ एसपी रहे अविनाश पाण्डेय के खिलाफ जाँच शुरु, बलिया एसपी के समक्ष भाजपा नेता ने दर्ज कराया बयान


    — एसपी अविनाश पाण्डेय पर पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए सच को झूठ, झूठ को सच कर कई निर्दोषों को दोषी बनाने मे कइयो पर बिद्वेषपूर्ण कार्यवाही कार्यवाही का है आरोप

    मऊ। जिले के एसपी रहे अविनाश पाण्डेय के द्वारा पदीय अधिकारों की आड़ मे “बिना” घटना घटना दिखा कर थाना सरायलखनसी मे दर्ज किये गये मामले की जाँच शुरु हो गई है। बलिया एसपी द्वारा की जा रही जाँच मे शिकायतकर्ता ने बीते दिनों अपना बयान अंकित कराया है।


    उल्लेखनीय है की मऊ मे बतौर एसपी रहे अविनाश पाण्डेय ने पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए कई निर्दोषों को दोषी बनाने का अपराध किया है जो इनके अवैधानिक कृत्यो पर सवाल करते थे। बदमाशों से मिलकर निर्दोष ब्यक्तियों के खिलाफ साक्ष्य गढ़ कर की गई बिद्वेषपूर्ण कार्यवाही मे एसपी ने कानून को भी ताक पर रख दिया था।

    भाजपा नेता राकेश कुमार गुप्ता के खिलाफ थाना सरायलखनसी मे अपराध संख्या ३३/२०२४ मे भा द वि की धारा ३०६/५११ के तहत की गई गिरफ्तारी की जाँच मे बलिया एसपी के समक्ष बीते दिनों राकेश ने अपना ब्यान अंकित कराया है। राकेश ने अपनी गिरफ्तारी मे लगे दोषी पुलिस अफसरों सहित एसपी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

    एसपी के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग कर की गई बिद्वेषपूर्ण कार्यवाही मे राकेश गुप्ता अकेले ऐसे निर्दोष नही है जिन्हे वह दोषी बनाने मे पड़ का दुरूपयोग किया है। एसपी के ऐसे कृत्य को लेकर उनके खिलाफ मंडमस, कॉन्टेम्पट साहित दो मुकदमे मा उच्च न्यायालय मे विचाराधीन है।

  • यूपी के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी को हाईकोर्ट से झटका

    यूपी के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी को हाईकोर्ट से झटका

    -सम्पत्ति कुर्क किए जाने के बस्ती सेशन कोर्ट के आदेश पर रोक से इंकार

    प्रयागराज। यूपी के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सम्पत्तियां कुर्क किए जाने के बस्ती जिला के सेशन कोर्ट के आदेश मामले में अमरमणि त्रिपाठी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से आज कोई राहत नहीं मिल सकी है। हाईकोर्ट ने आज की सुनवाई में बस्ती सेशन कोर्ट के आदेश पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई है।

    मालूम हो कि बस्ती की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने अमरमणि त्रिपाठी को फरार घोषित कर यूपी के डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह से उनकी सम्पत्तियों को जल्द से जल्द कुर्क किए जाने का आदेश दिया है। कुर्क किए जाने के आदेश पर अमल नहीं किए जाने पर नाराजगी भी जताई है। बस्ती की स्पेशल कोर्ट के आदेश के खिलाफ ही अमरमणि त्रिपाठी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। कोर्ट इस मामले पर 15 मार्च को अगली सुनवाई करेगी।

    त्रिपाठी की इस याचिका पर आज हाईकोर्ट में जस्टिस संजय कुमार सिंह की कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान त्रिपाठी द्वारा दाखिल किए गए रिकार्ड और यूपी सरकार के हलफनामे में तारीखों पर अंतर देखने को मिला। इस पर हाईकोर्ट ने बस्ती की स्पेशल कोर्ट से आर्डर शीट के रिकॉर्ड सील बंद लिफाफे में पेश करने को कहा है। हाईकोर्ट में 15 मार्च को इस मामले की अगली सुनवाई होगी। हालांकि आज की सुनवाई में अदालत ने स्पेशल कोर्ट के आदेश पर रोक लगाए जाने की अमरमणि त्रिपाठी की मांग को मंजूर नहीं किया। हाईकोर्ट ने इस मामले में आज कोई भी अंतरिम आदेश पारित नहीं किया है।

    मामला व्यापारी के बेटे के अपहरण से जुड़ा है। 6 दिसम्बर 2001 को बस्ती के व्यापारी धर्मराज मद्धेशिया के बेटे राहुल का अपहरण हो गया था। पुलिस ने व्यापारी के बेटे को लखनऊ में अमरमणि त्रिपाठी के घर से बरामद किया था। इस मामले में अमरमणि समेत नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था। त्रिपाठी जेल से छूटने के बाद भी इस मामले में कोर्ट में पेश नहीं हुए थे।

    निचली अदालत ने उन्हें फरार घोषित कर सम्पत्तियां कुर्क करने का आदेश दिया। अमरमणि की ओर से हाईकोर्ट में दाखिल अर्जी में निचली अदालत के कुर्की के आदेश पर रोक लगाए जाने और कोर्ट में सरेंडर करने पर उन्हें उसी दिन जमानत पर रिहा किए जाने की गुहार लगाई गई थी।

  • आरडीएसएस योजना के तहत घटिया क्वालिटी, कार्रवाई की तैयारी

    आरडीएसएस योजना के तहत घटिया क्वालिटी, कार्रवाई की तैयारी

    लखनऊ। केन्द्र सरकार की प्रदेश की बिजली कंपनियों के लिए लागू महत्वाकांक्षी आरडीएसएस योजना (रेवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम अर्थात संशोधित वितरण क्षेत्र योजना) में घटिया क्वालिटी का खुलासा हुआ है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा कराये गये सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। पूरे प्रदेश में हजारों करोड़ के हो रहे काम में निजी घरानों की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा। इस जांच के बारे में पहले ही उपभोक्ता परिषद कई बार मांग कर चुका था। अब उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

    उपभोक्ता परिषद ने कहा कि करोड़ों का टेंडर हथियाकर निजी घराने लाखों में गोलमाल कर रहे हैं। इसके रेंडम भौतिक सत्यापन में भी खुलासा हो गया। सत्यापन में पाया गया कि नए ट्रांसफार्मर में आयल लीकेज की समस्या, स्टील ट्यूबलर पोल व अन्य सामग्री मिली अर्थात जंक स्टैंडर्ड बिल्डिंग गाइड लाइन का उल्लंघन स्टोर में मिली सामग्री में भारी कमियां देखने को मिली। डिस्काम अभियंताओं की मिलीभगत का भी खुलासा हुआ है। अब मध्यांचल विद्युत वितरण खंड इसकी कार्रवाई में जुट गया है।

    वर्तमान में पूरे उत्तर प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों में रिवैंप डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम आरडीएसएस योजना के तहत उत्तर प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों में हजारों करोड़ के कार्य कराए जा रहे हैं, जिसमें लॉस रिडक्शन मद में लगभग 13500 करोड़ का काम हो रहा है। प्रदेश की बिजली कंपनियों की तरफ से आरडीएसएस आधुनिकीकरण मद में लगभग 42968 करोड़ की कार्य योजना भारत सरकार को भेजी गई है, लेकिन वर्तमान में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सभी बिजली कंपनियों में यह काम देश के बड़े निजी घराने कर रहे हैं। इसकी गुणवत्ता को लेकर भारत सरकार रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेन लिमिटेड द्वारा मध्यांचल विद्युत वितरण के अंतर्गत बाराबंकी के कुछ गांवों का भौतिक सत्यापन व निरीक्षण किया गया।

    इसमें हैदरगढ नवाबगंज और रामसनेहीघाट में सनौली गांव लक्ष्मणगढ सहित मयूर विहार कॉलोनी में स्थित स्टोर सहित कार्यों की गुणवत्ता बेहद खराब निकली। इसको लेकर बिजली कंपनियों में हडकंप मच गया। रुरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड के एजुकेटिव डायरेक्टर ने जब मध्यांचल विद्युत वितरण निगम को घटिया क्वालिटी की रिपोर्ट भेजी, तो सभी के होश उड़ गए। इसके बाद मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की तरफ से निदेशक तकनीकी द्वारा कहा गया कि जो स्टैंडर्ड बिल्डिंग गाइडलाइन है। उसके तहत कार्य मापन में काफी विचलन है। मैसर्स एनसीसी लिमिटेड द्वारा कराए गए कार्य की गुणवत्ता अत्यंत खराब है।

    इससे स्पष्ट होता है कि डिस्काम के क्षेत्रीय अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा द्वारा कमियों को छुपाया गया। इसे मध्यांचल डिस्काम को आर्थिक क्षति हुई है। रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि 63 केवीए का जो नया ट्रांसफार्मर स्टोर में मिला, वह आयल लीक कर रहा था, जो सामग्री स्टोर में होनी चाहिए वह नहीं मिली। स्टील ट्यूबलर पोल और अन्य सामग्री जंक खाई हुई थी। एलटी पोल की ग्राउटिंग नहीं सही थी। कॉइल की अर्थिंग नहीं सही थी। पोल की अर्थिंग नहीं सही थी।

    उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सरकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि सभी को पता है कि आरडीएसएस योजना में निजी घरानों को ऊंची दर पर टेंडर दिए गए और अब उनके द्वारा इस प्रकार क्वालिटी के साथ समझौता किया जा रहा है। घटिया काम किया जा रहा है। आरडीएसएस स्कीम की उत्तर प्रदेश सरकार को उच्च स्तरीय जांच कराना चाहिए।