Category: उत्तर प्रदेश

  • यूपी बोर्ड : सख्ती से खलबली, सवा तीन लाख परीक्षार्थी नहीं पहुंचे परीक्षा केंद्र

    यूपी बोर्ड : सख्ती से खलबली, सवा तीन लाख परीक्षार्थी नहीं पहुंचे परीक्षा केंद्र

    -पहले दिन सात मुन्ना भाई एवं पांच नकलची पकड़े गए, एक केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

    -सोशल मीडिया पर भी रही निगरानी, कंट्रोल रूम से रखी गई नजर

    प्रयागराज,। माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की शुचितापूर्ण तरीके से परीक्षा कराने की रणनीति पहले दिन से कारगर हो गई। गुरुवार को हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षा में करीब सवा तीन लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों तक नहीं पहुंचे। प्रदेश भर में सोशल मीडिया पर नजर रखे जाने की वजह से भी नकलचियों में भय व्याप्त रहा। हिन्दी की परीक्षा में नकल कराने का प्रयास करने वाले सात मुन्ना भाई भी पकड़े गए। इन सबके खिलाफ एफआरआई दर्ज कराई गई है। एक केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। परीक्षा केंद्रों पर निगहबानी की वजह से पांच नकलची भी पकड़े गए हैं।

    बोर्ड मुख्यालय एवं लखनऊ कें कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से परीक्षा के दौरान एक टीम परीक्षा केंद्रों पर नजर रखे रही। जहां भी कुछ गड़बड़ी दिखी उस केंद्रों को चेतावनी भी दी गई। यूपी बोर्ड ने इस वर्ष की परीक्षा में और सख्त कदम उठाए हैं। इसका नतीजा आज पहले दिन ही परीक्षा में देखने को मिला।

    प्रथम पाली में हाईस्कूल हिन्दी एवं प्रारम्भिक हिन्दी की परीक्षा 8273 केंद्रों पर एवं इंटर सैन्य विज्ञान की परीक्षा 244 केंद्रों पर आयोजित हुई। हाईस्कूल में 29,38,663 तथा इंटर में 5,123 परीक्षार्थी सम्मिलित होना था। द्वितीय पाली में इंटर हिंदी एवं सामान्य हिंदी की परीक्षा 8,232 केंद्रों पर हुई। हाईस्कूल में वाणिज्य की परीक्षा 1619 सेंटरों पर हुई। इंटर में 24,29,278 तथा हाईस्कूल में 38,437 परीक्षार्थी सम्मिलित होना था। पर हाईस्कूल में कुल 2,03,299 एवं इंटर में 1,30,242 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।

    बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने बताया कि हाईस्कूल एवं इंटर में कुल 3,33,541 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे। इसी प्रकार प्रथम पाली की परीक्षा में सात छद्म परीक्षार्थी भी पकड़े गए। इनमें चार देवरिया, एक-एक आजमगढ़, जौनपुर, अलीगढ़ का मुन्ना भाई है। एटा में एक केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पांच बच्चे नकल करते भी पकड़े गए हैं। बोर्ड सचिव ने बताया कि प्रदेश के सभी केंद्रों की लगातार मानिटरिंग की जाती रही। गौरतलब है कि बोर्ड की परीक्षा 55 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है। आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। तीन लाख से अधिक कक्ष निरीक्षक की तैनाती हुई है। सभी को क्यूआर कोड वाले आईकार्ड दिए गए हैं। उत्तरपुस्तिका को भी क्यूआर कोर्ड के दायरे में लाया गया है। परीक्षा में नकल रोकने के लिए एसटीएफ, लोकल खुफिया विभाग एवं पुलिस भी सक्रिय है।

    सचिव ने बताया कि शुक्रवार को 4 लाख 47 हजार परीक्षार्थी एक्जाम में सम्मिलित होंगे। प्रथम पाली में हाईस्कूल पाली, अरबी, फारसी की परीक्षा 114 केंद्रों एवं इंटर में नागरिकशास्त्र की परीक्षा 7362 केंद्रों पर होगी। जिसमें हाईस्कूल में 1003 तथा इंटर में 3,71,938 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। इसी प्रकार द्वितीय पाली हाईस्कूल में संगीत गायन 602 केंद्रों एवं इंटर की व्यावासायिक व कृषि वर्ग की परीक्षा 1812 केंद्रों पर होगी। इनमें हाईस्कूल में 10,695 तथा इंटर में 63,865 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।

  • मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट का बैंक खाता सीज मामले में बैंक को आदेश के पालन का निर्देश

    मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट का बैंक खाता सीज मामले में बैंक को आदेश के पालन का निर्देश

    -कोर्ट ने पालन के लिए दिया छह हफ्ते का अतिरिक्त समय

    प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के बैंक खाते सीज करने के खिलाफ ट्रस्ट की जवाब पर जिला सहकारी बैंक रामपुर को निर्णय लेने के आदेश का पालन करने का छह हफ्ते का अतिरिक्त मौका दिया है।

    कोर्ट ने कहा है कि याची को निर्णय की सूचना दी जाय। हालांकि कोर्ट ने कहा कि विपक्षी के खिलाफ 19 दिसम्बर 23 के कोर्ट आदेश की अवहेलना कर प्रथम दृष्टया अवमानना में दंडित करने का केस बनता है। किंतु कोई नोटिस जारी करने के बजाय आदेश के पालन का अवसर दिया है और कहा है कि फिर भी आदेश का पालन नहीं किया जाता तो दुबारा अवमानना याचिका दायर की जा सकती है। यह आदेश न्यायमूर्ति विकास बुधवार ने मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट की तरफ से दाखिल अवमानना याचिका को निस्तारित करते हुए दिया है।

  • बोर्ड परीक्षा : पहले दिन बलिया में एक मुन्नाभाई पकड़ में आया

    बोर्ड परीक्षा : पहले दिन बलिया में एक मुन्नाभाई पकड़ में आया

    बलिया। यूपी बोर्ड की पहले दिन की परीक्षा में दूसरे के स्थान परीक्षा दे रहे ‘मुन्नाभाई’ को गिरफ्तार कर लिया गया। भीमपुरा क्षेत्र के एक केन्द्र पर दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मुन्नाभाई को जेल भेज दिया।

    यूपी बोर्ड की इण्टरमीडिएट परीक्षा की द्वितीय पाली के दौरान भीमपुरा थाना क्षेत्र के हरदेव इण्टर कालेज बरवारत्ती पट्टी भीमपुरा के आन्तरिक केन्द्र व्यवस्थापक इन्द्रजीत यादव ने चेकिंग में पाया कि परीक्षार्थी रवि वर्मा के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी रमेश पाल पुत्र परशुराम पाल निवासी बरौली थाना भीमपुरा परीक्षा दे रहा था।

    केन्द्र व्यवस्थापक ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। जिसके बाद भीमपुरा थाने के उपनिरीक्षक अमरजीत यादव ने मौके पर पहुंच कर रमेश पाल को हिरासत में ले लिया। बाद में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर न्यायालय के लिए रवाना कर दिया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पहले ही दिन इस कार्रवाई से नकलचियों में हड़कंप है।

  • कारवाई न होने पर दुष्कर्म पीड़िता ने एसपी ऑफिस परिसर में जान देने की कोशिश, हालात बिगड़ी

    कारवाई न होने पर दुष्कर्म पीड़िता ने एसपी ऑफिस परिसर में जान देने की कोशिश, हालात बिगड़ी

    रायबरेली। पुलिस द्वारा कारवाई न करने पर महिला ने गुरुवार को एसपी ऑफिस परिसर में ही जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया,जहां महिला की हालत बिगड़ने पर लखनऊ रेफर किया गया है।

    महिला छेड़छाड़ और दुष्कर्म की शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक से मिलने आई थी,लेकिन कोई कारवाई न होने पर उसने अपनी जान देने की कोशिश की। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

    लालगंज कोतवाली क्षेत्र के चकवापुर गांव की निवासी महिला ने गांव के ही श्यामू सिंह पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म का आरोप लगाया है। जनवरी माह में लालगंज पुलिस को दिए शिकायती पत्र में उसने युवक पर पिछले सात साल से डरा-धमका कर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।

    पीड़िता के अनुसार युवक उसका अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहा है। इस सम्बंध में कई बार पुलिस से शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसका मुकदमा तक पुलिस ने दर्ज नहीं किया। इसी को लेकर पीड़िता गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से मिलने आई थी,लेकिन कोई ठोस आश्वासन न मिलने पर हताश होकर बाहर आई और एसपी कार्यालय परिसर के अंदर ही जहर खाकर जान देने की कोशिश की। वहां मौजूद कुछ पुलिस कर्मियों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां हालात बिगड़ने पर पीड़िता को लखनऊ भेजा गया है।

    अपर पुलिस अधीक्षक नवीन सिंह के अनुसार पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है,महिला को लखनऊ में भर्ती कराया गया है।

  • तीन दिन पहले मृत हो चुकी बच्ची का निजी अस्पताल में होता रहा इलाज

    तीन दिन पहले मृत हो चुकी बच्ची का निजी अस्पताल में होता रहा इलाज

    कानपुर। गब्बर फिल्म के जरिये अभिनेता अक्षय कुमार ने भले ही निजी अस्पतालों की पोल जनता के सामने रखी हो, लेकिन सच में आज भी वही हो रहा है। ऐसा ही मामला गुरुवार को कानपुर में एक बार फिर देखने को मिला जहां पर निजी अस्पताल तीन दिन तक रुपया ऐंठने के लिए मृत बच्ची का इलाज करता रहा।

    नौबस्ता थाना क्षेत्र में बने आत्मा राम हॉस्पिटल में गोविन्द सिंह अपनी ढाई माह की बच्ची को भर्ती कराया था। गोविन्द सिंह ने गुरुवार को बताया कि बच्ची को तेज बुखार आ रहा था और डाक्टरों ने कहा कि तीन दिन में ठीक हो जाएगी। इस दौरान अस्पताल ने इलाज, दवाओं, जांच और बेड के नाम पर लाखों रुपया ऐंठ लिया। बच्ची की हालत में सुधार होता नहीं देख जब आज अस्पताल प्रबंधन से कड़े शब्दों में कहा गया तो सरकारी अस्पताल हैलट भेज दिया। यहां पर डाक्टरों ने बताया कि बच्ची की तीन दिन पहले ही मौत हो गई है। इस पर परिजनों में हताशा छा गई और बिलखने लगे।

    गोविंद का कहना है की आत्मा राम अस्पताल के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने बच्ची का शव कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीड़िता के पिता का कहना है कि हम चाहते हैं कि अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो, जिससे अस्पताल वाले किसी और के साथ इस तरह का कृत्य ना कर सकें।

  • घर में घुसकर महिला से छेडख़ानी करने वालों को तीन साल की कैद

    घर में घुसकर महिला से छेडख़ानी करने वालों को तीन साल की कैद

    हमीरपुर,। जिला की एक महिला के घर में घुसकर छेड़छाड़ करने के मामले में दो आरोपियों को गुरूवार के दिन दोषी करार दिया गया। दोनों को तीन साल कारावास तथा नौ हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। न्यायाधीश शविक घई की अदालत ने यह फैसला सुनाया है।

    आरोपियों ओम प्रकाश निवासी दोहग डाकघर जाहू तहसील भोरंज जिला हमीरपुर तथा ओम प्रकाश निवासी गांव हौड तहसील भोरंज जिला हमीरपुर को दोषी करार दिया गया।

    जानकारी के मुताबिक 29 जुलाई 2015 को दो लोग एक महिला के घर में घुस गए। वहीं उन्होंने महिला के साथ छेड़छाड़ करने लग पड़े। ऐसे में महिला चिल्लाई तो उसके बचाव में खेतों में काम कर रहा दलुंबा राम वहां पर पहुंचा। उसने उन्हें छेड़छाड़ करने से रोका तथा आरोपी मौके से चले गए, लेकिन कुछ समय बाद वह फिर लौटकर आए तथा छेड़छाड़ करने लग पड़े लेकिन फिर उन्हें दलुंबा राम ने भगा दिया। बाद में मामला पुलिस थाना भोरंज में दर्ज करवाया गया।

    मामले में 17 गवाहों की गवाही हुई। गुरूवार को हमीरपुर न्यायालय ने दोनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए तीन साल कारावास तथा नौ हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है।

  • केंद्रीय वित्त मंत्री ने गोरखपुर में प्रत्यक्ष कर भवन का किया उद्घाटन

    केंद्रीय वित्त मंत्री ने गोरखपुर में प्रत्यक्ष कर भवन का किया उद्घाटन

    – वित्त मंत्री ने योगी आदित्यनाथ को बताया डायनमिक मुख्यमंत्री

    गोरखपुर/नई दिल्ली, 22 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को गोरखपुर में “प्रत्यक्ष कर भवन” का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुक्त कंठ से सराहना की। सीतारमण ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी बहुत ही डायनमिक मुख्यमंत्री हैं।

    सीतारमण ने यहां “प्रत्यक्ष कर भवन” का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पहली बार गोरखपुर आगमन को लेकर कहा कि ‘फर्स्ट इंप्रेशन इज बेस्ट इंप्रेशन और मुझे गोरखपुर इतना सुंदर लगा जितना सोचा भी नहीं था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष नितिन गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

    मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि भारत आज दुनिया में तेजी के साथ उभरती हुई नई अर्थव्यवस्था है। किसी देश के लिए इससे अच्छा अवसर क्या हो सकता है कि जब वो आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा हो और उस देश को पीछे धकेल रहा हो जिसने करीब 200 वर्षों तक उस पर शासन किया हो।

    इससे पहले गोरखपुर में “प्रत्यक्ष कर भवन” के उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री सीतारमण और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का स्वागत किया।

  • प्रधानमंत्री मोदी का काशी में भव्य स्वागत, ढ़ोल नगाड़े की थाप पर गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा

    प्रधानमंत्री मोदी का काशी में भव्य स्वागत, ढ़ोल नगाड़े की थाप पर गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा

    – प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए शाम से स्वागत प्वांइट पर डटे रहे कार्यकर्ता

    – पार्टी के नेता एवं विधायक देरशाम तक कार्यकर्ताओं का बढ़ाते रहे उत्साह

    वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार रात अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से बरेका स्थित गेस्ट हाउस तक प्रधानमंत्री का स्वागत भाजपा कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने जय-जय श्रीराम, हर-हर महादेव के परम्परागत उद्घोष के बीच पुष्पवर्षा की। प्रधानमंत्री का काफिला भी कार्यकर्ताओं का उत्साह देखकर धीरे-धीरे ही आगे बढ़ता रहा। एयरपोर्ट से बरेका तक सड़क के दोनों छोर पर खड़े नागरिकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने वाहनों के काफिले में प्रधानमंत्री को देख मोदी-मोदी का गगनभेदी नारा भी लगाया। अपनी काशी के नागरिकों का दुलार और प्यार देख गदगद प्रधानमंत्री भी कभी हाथ जोड़कर तो कभी हाथ हिलाकर नागरिकों का अभिवादन स्वीकार करते रहे।

    शंखध्वनि, पुष्पवर्षा के बीच पीएम का काफिला आगे बढ़ा। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए भाजपा ने 06 स्थानों पर स्वागत स्थल बनाकर ब्लॉक में विभाजित किया था। एयरपोर्ट के बाहर पिंडरा विधायक डॉ अवधेश सिंह के नेतृत्व में पिंडरा विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े, डमरू दल, शंखनाद एवं पुष्पवर्षा कर पीएम का स्वागत किया। इसी तरह एयरपोर्ट से आगे प्राइमरी स्कूल पर अजगरा विधायक टी.राम के नेतृत्व में अजगरा विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। मुख्य मार्ग पर शिवपुर विधायक एवं कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के नेतृत्व में शिवपुर विधानसभा के कार्यकर्ताओं, अतुलानंद स्कूल पर शहर उत्तरी के विधायक एवं राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल के नेतृत्व में उत्तरी विधानसभा के कार्यकर्ताओं, बीएलडब्ल्यू रेलवे स्टेशन के सामने एफसीआई गोदाम के पास कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव के साथ कैंट विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। बीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस के सामने जिलाध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य के नेतृत्व में रोहनियां विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने पीएम का स्वागत किया। सीएम योगी आदित्यनाथ एयरपोर्ट से बरेका गेस्ट हाउस तक प्रधानमंत्री के साथ रहे। प्रधानमंत्री को गेस्टहाउस में पहुंचाने के बाद सीएम योगी सर्किट हाउस रात्रि विश्राम के लिए रवाना हुए।

    प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए कार्यकर्ता स्वागत प्वाइंट पर डटे रहे। पार्टी के बड़े नेता प्रधानमंत्री के देर शाम शहर में आने तक कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते रहे। एयरपोर्ट से बरेका गेस्टहाउस जाते समय प्रधानमंत्री ने फुलवरिया फ्लाईओवर पर कार से उतर कर इसका निरीक्षण किया।

  • मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद : सिविल वाद की पोषणीयता पर आपत्ति की सुनवाई जारी

    मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद : सिविल वाद की पोषणीयता पर आपत्ति की सुनवाई जारी

    प्रयागराज। मथुरा कटरा केशव देव के नाम दर्ज जमीन से शाही ईदगाह मस्जिद का अवैध कब्जा हटाकर भगवान श्रीकृष्ण विराजमान को सौंपने की मांग सहित अन्य मांगों को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में विचाराधीन सिविल वाद की सुनवाई जारी है। शुक्रवार 23 फरवरी को भी दो बजे से होगी।

    भगवान श्रीकृष्ण विराजमान कटरा केशव देव व अन्य सहित 18 सिविल वादों की सुनवाई न्यायमूर्ति मयंक जैन की पीठ कर रही है। सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश 7 नियम 11 के तहत मस्जिद पक्ष की तरफ से सिविल वाद की पोषणीयता पर की गई आपत्ति पर सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता तसनीम अहमदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से बहस की। कहा कि प्लेसेस आफ वर्शिप एक्ट 1991 के अंतर्गत 15 अगस्त 1947 की किसी भी धार्मिक स्थल की प्रकृति में बदलाव नहीं किया जा सकता। इसको लेकर कोई वाद अदालत को सुनने का अधिकार नहीं है। इसलिए सिविल वाद निरस्त किए जाय।

    उन्होंने आजादी से पहले दोनों पक्षों के बीच हुए एक समझौते का हवाला दिया और कहा इस आधार पर भी सिविल वाद खारिज किया जाय। अदालत से तय मामले को दुबारा अदालत में नहीं उठाया जा सकता। यह भी कहा कि शाही ईदगाह मस्जिद वक्फ संपत्ति है। जिसको लेकर सिविल अदालत को विवाद की सुनवाई का अधिकार नहीं है। दो घंटे की लम्बी बहस के बाद समयाभाव के कारण सुनवाई स्थगित कर दी गई। आगे की सुनवाई शुक्रवार को जारी रहेगी।

    सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की तरफ से किसी ने पक्ष नहीं रखा। अन्य विपक्षियों की तरफ से अधिवक्ता नसीरूज्जमा, हरे राम त्रिपाठी, प्रणय ओझा, वरिष्ठ अधिवक्ता वजाहत हुसैन खान, एमके सिंह ने पक्ष रखा। सुनवाई के दौरान न्यायमित्र वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष गोयल व आकांक्षा शर्मा के अलावा वादी पक्ष के तमाम अधिवक्ता व पक्षकार मौजूद थे।

  • रासुका में समीक्षा के आधार पर हिरासत अवधि नहीं बढ़ाई जा सकती : हाईकोर्ट

    रासुका में समीक्षा के आधार पर हिरासत अवधि नहीं बढ़ाई जा सकती : हाईकोर्ट

    -कहा, ऐसा कोई प्रावधान नहीं, याची को रिहा करने का दिया निर्देश

    प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 12(1) के तहत राज्य सरकार हिरासत की अवधि को समीक्षा के आधार पर आगे नहीं बढ़ा सकती है। किसी भी आरोपी की हिरासत की अवधि को बढ़ाने के लिए नए आदेश पारित करना आवश्यक है।

    यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति अनीश कुमार गुप्ता की खंडपीठ ने कानपुर के याची मोहम्मद असीम उर्फ पप्पू स्मार्ट व अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है। कोर्ट ने कहा याची की हिरासत की अवधि तीन महीने के लिए थी। इस अवधि के बाद हिरासत अवधि को समीक्षा के आधार पर बढ़ाई गई। नया आदेश पारित नहीं किया गया। लिहाजा, याची किसी अन्य मामले में हिरासत में न हो तो उसे तुरंत रिहा किया जाए।

    मामले में जिला मजिस्ट्रेट कानपुर ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 3(2) के तहत आदेश पारित कर याची को तीन महीने में हिरासत में ले लिया था। तीन महीने की अवधि में हिरासत में रखने के लिए मामले को सलाहकार बोर्ड के पास भेजा गया था। राज्य सरकार की ओर से इसकी पुष्टि हो गई। याची को पहले तीन महीने के बाद छह महीने, फिर नौ महीने और फिर 12 महीने की अवधि के लिए हिरासत बढ़ा दी गई।

    याची अधिवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार के पास हिरासत की अवधि को बढ़ाने का अधिकार नहीं है। यह भी कहा कि तीन महीने की प्रारंभिक अवधि के बाद किसी भी संशोधन और हिरासत को रद्द किया जा सकता है। सरकारी अधिवक्ता ने चेरूकुरी मणि बनाम आंध्र प्रदेश राज्य में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया। कहा कि प्रत्येक तीन महीने की अवधि के अंत में हिरासत अवधि को बढ़ाया गया था।

    कोर्ट ने कहा कि हिरासत आदेश की समीक्षा का कोई प्रावधान नहीं है और उस समीक्षा के अधार पर हिरासत की अवधि को बढ़ाया नहीं जा सकता है। इस आधार पर कोर्ट ने याची को रिहा करने का निर्देश दिया।