Category: उत्तर प्रदेश

  • उप्र में 12.80 लाख करोड़ से 26 लाख करोड़ के पार पहुंचा बैंकिंग व्यवसाय : योगी आदित्यनाथ

    उप्र में 12.80 लाख करोड़ से 26 लाख करोड़ के पार पहुंचा बैंकिंग व्यवसाय : योगी आदित्यनाथ

    लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बैंकों का सीडी रेशियो (ऋण जमानुपात) 58.59 प्रतिशत होने पर प्रसन्नता जताते हुए आगामी वित्तीय वर्ष में इसे 65 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि 2016-17 में प्रदेश में 12.80 लाख करोड़ का बैंकिंग बिजनेस था जो आज 26.80 लाख करोड़ के पार हो गया है। यह उत्साहजनक है।

    उन्होंने कहा कि लक्ष्य हासिल करने के लिए बैंकों को हर संभव सहायता और सुरक्षा मुहैया कराएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय साक्षरता का कवरेज सभी 75 जिलों तक करने के लिए मिशन मोड में काम करने का आह्वान किया है।

    मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में चालू वित्तीय वर्ष के दिसंबर 2023 में समाप्त तिमाही की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हर जरूरतमंद और ऊर्जावान युवा को ऋण के रूप में वित्तीय प्रोत्साहन उपलब्ध कराने के हमारे प्रयासों में बैंकों ने सराहनीय भूमिका निभाई है। ऋण मेलों का यह क्रम आगे भी सतत जारी रहे। बैंक लोन देने में संकोच न करें। सरकार अपनी हर योजना में ऋण दिलाने से पहले लाभार्थी का प्रशिक्षण, क्षमता वृद्धि जरूर सुनिश्चित करायेगी।

    राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘फैमिली आईडी’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सभी बैंक, केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों का पूरा डेटा उपलब्ध करायें। ताकि प्रदेश के हर परिवार की स्थिति का सही आकलन किया जा सके। अटल पेंशन, जीवन ज्योति बीमा, जनधन सहित विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री के विजन के अनुसार हर नागरिक को सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है।

    विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने वित्तीय समावेशन के प्रयासों में ‘वन जीपी-वन बीसी’ (एक ग्राम पंचायत-एक बीसी सखी) कार्यक्रम की सराहना करते हुए बैंकों को बीसी सखियों को और प्रोत्साहन देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस एक कार्यक्रम ने महिलाओं को सशक्त और स्वावलम्बन बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है और यह फाइनेंशियल इनक्लूजन का शानदार उदाहरण बनकर उभरा है। वहीं, हालिया पेटीएम पेमेंट बैंक प्रकरण से उपजी स्थितियों से प्रभावित बीसी सखियों की समस्याओं का तत्काल समाधान करने पर जोर दिया। बैंकों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कवरेज बढ़ाने और सीसीटीवी फुटेज को पुलिस व प्रशासन को आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराने के लिए सुचारू व्यवस्था बनाने की जरूरत बताई।

    इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री ने बड़ौदा-यूपी ग्रामीण बैंक और आर्यावर्त ग्रामीण बैंक को राज्यांश प्रदान किया, साथ ही 1.10 लाख किसान क्रेडिट कार्ड, 1111 बैंकिंग आउटलेट का शुभारंभ और 10 बीसी सखियों को टूल किट वितरित किये।

    बैठक में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सीजीएम निशा नाम्बियार की भी विशेष उपस्थिति रही। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग के विस्तार पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने बैंकर्स कमेटी की बैठक राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रत्येक तीन माह में और जनपद में प्रत्येक माह करने के निर्देश भी दिए। इस मौके पर समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम के तहत एचडीएफसी बैंक द्वारा 150 वनटांगिया गांवों को अपनाने की प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया गया। बैंक इन ग्रामों में 75 स्मार्ट क्लासेज का निर्माण के साथ ही ही विकास के अनेक कार्य कराएगा।

    ऐसे बेहतर हुई वित्तीय स्थिति

    ● 2016-17 में बैंकों द्वारा प्रदेश में कुल 137452 करोड़ ऋण वितरित किया गया था। जबकि 2022-23 में कुल 300430 करोड़ का ऋण दिया गया। और दिसंबर 2023 तक 298551 करोड़ का ऋण वितरित जा चुका है।

    ● 07 वर्ष में 2,42,097 नए बैंकिंग आउटलेट की स्थापना।

    ● 07 वर्ष में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 167 लाख नए लाभार्थी जुड़े।

    ● 07 वर्ष में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 459 लाख नए लाभार्थी जुड़े।

    ● केंद्र पोषित विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में यूपी नम्बर एक

  • घर में घुसकर मारपीट और पथराव के मामले में 17 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

    हरिद्वार,। कलियर थाना क्षेत्र की नगर पंचायत के महमदपुर में दो पक्षों में हुए विवाद में पुलिस ने एक पक्ष की तहरीर पर दो महिला समेत 17 लोगों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट, गाली-गलौज, छेड़छाड़, अभद्रता और धारदार हथियार से हमला करने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    पिरान कलियर के महमूदपुर में मंगलवार को दो पक्षों में विवाद हो गया था, जिसमें पथराव हो गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कर घायलों को अस्पताल भेज दिया था। शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया था।

    एक पक्ष के तनवीर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि आरोपित लाठी डंडे, लोहे की रॉड और धारदार हथियार लेकर उसके घर में घुस गए ओर जमकर तोड़फोड़ की विरोध करने पर महिलाओं के साथ गाली गलौज, अभद्रता, छेड़छाड़ की व उनके ऊपर जानलेवा हमला कर घायल कर दिया। इसमें उसके परिवार के लोग घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। जहां उनका उपचार चल रहा है।

    पीडि़त ने पुलिस से आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने बताया तहरीर पर फरहत, वहदत, दानिश, रोशन, आरिफ, निसबत, रौनक, आसिफ, वासिफ, फजील, निशाद, सिफत, सलामत, किफायत, नजमा, सितारा के खिलाफ बलवा, गाली गलौज कर अभद्रता, छेड़छाड़ और घर में घुसकर जानलेवा हमला करने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया है।

  • अखिलेश के पीछे हटते सपा-कांग्रेस में गठबंधन होना तय

    अखिलेश के पीछे हटते सपा-कांग्रेस में गठबंधन होना तय

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक कदम पीछे हटते ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से गठबंधन होना तय हो गया। कांग्रेस को गठबंधन में 13 सीटें दे रहे अखिलेश यादव ने अब 17 सीटों को लेकर अपनी सहमति दे दी है। इसके साथ ही श्रावस्ती और वाराणसी की सीटों पर समाजवादी पार्टी समझौता कर पीछे हटेगी।

    पश्चिम उत्तर प्रदेश के दौरे पर अखिलेश यादव ने कहा कि अंत भला तो सब भला। गठबंधन में कांग्रेस को 17 सीटें दे रहे हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन होगा। दोनों दल साथ में लोकसभा चुनाव में आयेंगे।

    समाजवादी पार्टी ने वाराणसी में सुरेन्द्र पटेल को पहले से प्रत्याशी बनाकर घोषित किया था। यह सीट गठबंधन में कांग्रेस के खाते में जायेगी। माना जा रहा है कि इस सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय या पूर्व प्रत्याशी राजेश मिश्रा चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। इसी तरह अमरोहा सीट मांग रही कांग्रेस को समाजवादी पार्टी ने सीतापुर सीट देने पर सहमति जतायी है। सीतापुर की तरह ही श्रावस्ती सीट पर भी अब कांग्रेस का प्रत्याशी उतरेगा।

  • सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने राजा भैया से मिलकर मांगा समर्थन

    सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने राजा भैया से मिलकर मांगा समर्थन

    लखनऊ। राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी रूठों को मनाकर वोट पाने की जुगत में हर संभव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में मंगलवार को सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया से मिले।

    उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों पर होने वाले मतदान तक सियासी रोमांच खत्म होता नहीं दिख रहा है। इस चुनाव में प्रमुख रूप से भाजपा और सपा के बीच सियासी दांव-पेंच और रणनीति की अग्निपरीक्षा का दौर जारी है। राज्यसभा के लिए भाजपा ने आठ उम्मीदवार उतारे हैं, तो वहीं सपा के तीन उम्मीदवार मैदान में है।

    संख्या बल के लिहाज से भाजपा के सात उम्मीदवारों का तो राज्यसभा जाना लगभग तय था, लेकिन ऐंन वक्त में भाजपा ने समाजवादी पार्टी की गणित बिगाड़ दी। चुनाव में उतारे गए सपा के तीन उम्मीदवारों की जीत में रोड़ा अटकाते हुए भाजपा ने आठवां उम्मीदवार उतारकर सपा के एक उम्मीदवार की नैया डूबाने का पूरी जाल बिछा दिया है। अपनी सियासी रणनीति और तैयारी में बुरी तरह से फंसी सपा और उनके प्रमुख अखिलेश यादव ऐसे में विधानसभा में दूसरे दलों के नेताओं को मनाने में जुट गए हैं ताकि उनके उतारे गए तीनों उम्मीदवार जीतने में कामयाब रहे। इसके लिए उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को दूसरे दलों के प्रमुख और विधायकों से सम्पर्क साधा जा रहा है।

    इसी क्रम में आज (मंगलवार) को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के राजधानी में स्थित आवास पर पहुंचे। चर्चा है कि इस दौरान उन्होंने राज भैया से मिलकर राज्यसभा चुनाव में अपना और अपने दल के विधायकों का समर्थन दिए जाने का प्रस्ताव रखा। यह मुलाकात राजनीतिक गलियारों में तेजी से सुर्खियों में छा गई। हालांकि दोनों ही दलों के नेताओं ने इस मुलाकात को केवल शिष्टाचार का हिस्सा बताया है लेकिन सियासत में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।

    वरिष्ठ पत्रकार अंजनी निगम ने बताया कि इन दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विपक्षी गठबंधन के बिखराव से जूझ रहे हैं। लोकसभा चुनाव में उनकी तैयारियों के बीच पार्टी के सहयोगी दल रहे राष्ट्रीय लोकदल के बाद अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने तो अखिलेश यादव के पीडीए के दावे तक पर सवाल उठाते हुए राज्यसभा में वोट न करने की बात कही है। वहीं सपा के कई नेता जैसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने तो पार्टी और विधान परिषद की सदस्यता तक से त्यागपत्र दे दिया है। वहीं एक अन्य नेता ने भी राज्यसभा चुनाव में खुलकर बगावती तेवर अपना लिए हैं। इसके साथ ही अंतर्कलह के चलते सपा के कई विधायकों के अखिलेश यादव के खिलाफ जाकर क्रास वोटिंग तक किए जाने के आसार हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पूर्व राज्यसभा के लिए हो रहे चुनाव भी सपा अध्यक्ष के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। ऐसे में दूसरों दलों से समर्थन मांगना राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए कोई गलत नहीं है। सियासत में सब संभव है। हालांकि भाजपा के लिए अपने आठवें उम्मीदवार को जीतना आसान नहीं है लेकिन सत्ता पक्ष में होने के नाते कुछ भी संभव है।

  • एंटी करप्शन टीम ने ननि की महिला लिपिक को रिश्वत लेते दबोचा

    एंटी करप्शन टीम ने ननि की महिला लिपिक को रिश्वत लेते दबोचा

    प्लॉट नामांतरण के लिए मांग रही थी 4 हजार रुपये की रिश्वत

    झांसी। योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को सरकारी विभागों में जमकर पलीता लगाया जा रहा है। हाल ही में कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाबू के रिश्वत लेने के वीडियो वायरल होने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि आज एन्टी करप्शन टीम ने नगर निगम विभाग में छापेमार कार्यवाही कर महिला क्लर्क को रंगेहाथ दबोच लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। महिला लिपिक नामांतरण के लिए 4 हजार रुपये की रिश्वत मांग रही थी।

    जानकारी के मुताबिक झांसी नगर निगम में प्लॉट नामांतरण कराने के लिए रवींद्र वर्मा ने कई दिनों पहले आवेदन किया था। उसने फीस जमा करते हुए पर्ची भी कटवाई थी। रविन्द्र को कुछ दिनों के लिए बोलकर चलता कर दिया गया। जब कुछ दिनों बाद वह नामांतरण पत्र लेने पहुंचा तो कमियां निकालकर उसको फिर से वापस खाली हाथ लौटाया गया। इस पर परेशान होकर जब उसने महिला लिपिक जागृति रैकवार से पूछा तो उसने 4 हजार रुपये की मांग कर दी। महिला लिपिक लगातार रिश्वत की मांग कर रही थी। इसकी जानकारी उसने एन्टी करप्शन टीम को दी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम ने प्रभारी राजेश शर्मा के नेतृत्व में मंगलवार को 4000 रुपये की रिश्वत लेते हुए महिला लिपिक जागृति को गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम की इस कार्यवाही से नगर निगम परिसर में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि कर विभाग में वार्ड लिपिक के पद पर तैनात जागृति रायकवार के पिता के स्थान पर भाई को नौकरी मिली थी और फिर भाई के स्थान पर जागृति को तैनाती मिली थी।

  • सपा ने जारी की पांच लोकसभा उम्मीदवारों की सूची, शिवपाल बदायूं से लड़ेंगे चुनाव

    सपा ने जारी की पांच लोकसभा उम्मीदवारों की सूची, शिवपाल बदायूं से लड़ेंगे चुनाव

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों को घोषित किए जाने का क्रम जारी है। पार्टी ने मंगलवार को एक संशोधित उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव को बदायूं लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

    सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से लोकसभा उम्मीदवारों की सूची आज देर शाम जारी की है। इसमें कुल पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। अखिलेश ने इसमें चाचा शिवपाल यादव को बदायूं सीट से चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। कैराना से इकरा हसन, बरेली से प्रवीण सिंह ऐरन, हमीरपुर से अजेंद्र सिंह राजपूत और यूपी की सबसे खास और चर्चित सीट वाराणसी से सुरेन्द्र सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाकर प्रधानमंत्री और काशी के सांसद नरेन्द्र मोदी के सामने उतारा है।

    इन्हें बनाया लोकसभा प्रभारी

    अखिलेश यादव ने धर्मेन्द्र यादव को आजमगढ़ लोकसभा सीट का प्रभारी बनाया है। इसी तरह अमरोहा महबूब अली और बागपत में मनोज चौधरी को लोकसभा प्रभारी की जिम्मेदारी दी है। प्रदेश की इत्र नगरी कन्नौज लोकसभा सीट रामअवतार सैनी को लोकसभा प्रभारी की अहम दायित्व सौंपा गया है।

    तमिलनाडु की सपा इकाई भंग

    लोकसभा चुनाव तैयारियों के बीच में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के तमिलनाडु इकाई के लिए बड़ा निर्णय लिया है। सपा अध्यक्ष के निर्देश पर आज तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष सहित पूरी की पूरी इकाई को तत्काल भंग कर दिया गया है। इसके पीछे विपक्षी गठबंधन में लगातार बढ़ती नाराजगी और सियासी असंतुष्टता है।

  • यूपी बोर्ड मुख्यालय के कमांड सेण्टर से परीक्षा पर रखी जाएगी निगाह

    यूपी बोर्ड मुख्यालय के कमांड सेण्टर से परीक्षा पर रखी जाएगी निगाह

    –यूपी बोर्ड परीक्षा 22 फरवरी से शुरू, सभी तैयारियां पूरी

    –परीक्षा में शामिल होंगे 55.25 लाख परीक्षार्थी, बने 8265 परीक्षा केन्द्र

    प्रयागराज। एशिया के सबसे बड़े यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं। इस बार परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने पाएंगी क्योंकि परीक्षा केंद्रों की निगरानी यूपी बोर्ड मुख्यालय ब्राड क्रास्ट अर्थात सीधे परीक्षा को अपने कमांड सेण्टर से देखेगा। इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर अगर परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होती है तो केन्द्र व्यवस्थापक सहित सम्बंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

    यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने आज बोर्ड मुख्यालय में बताया कि परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परीक्षा केंद्रों पर सीधे बोर्ड मुख्यालय और सभी पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों प्रयागराज, मेरठ, बरेली, वाराणसी और गोरखपुर से निगाह रखी जाएगी और गड़बड़ी करने, कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान कापियां भी बदली नहीं जा सकती है, बोर्ड परीक्षा की कापियों में शुरू से लेकर अंत बदलाव किया गया है जिससे अब फर्जीवाड़ा होने की सम्भावना नहीं है।

    सचिव ने बताया कि बोर्ड परीक्षाएं 12 कार्य दिवसों में 9 मार्च तक चलेंगी। परीक्षाओं के लिए प्रदेश में 8265 केंद्र बनाए गये हैं। बोर्ड परीक्षा के लिए 566 राजकीय विद्यालय, 3479 सवित्त और 4220 वित्त विहीन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में 15,71,184 छात्र और 13,76,127 छात्राओं को मिलाकर 29 लाख 47 हजार 311 परीक्षार्थी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से इंटरमीडिएट की परीक्षा में 14,28,323 छात्र और 11,49,674 छात्राओं को मिलाकर कुल 25,77,997 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इस प्रकार यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 55,25,308 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इस दौरान प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की अपर सचिव प्रशासन यूपी बोर्ड मुख्यालय श्रीमती विभा मिश्रा, यूपी बोर्ड मुख्यालय के अपर सचिव सत्येन्द्र सिंह, उप सचिव देवव्रत सिंह सहित अन्य लोग रहे।

    –24 घंटे रहेगी ऑनलाइन निगरानी

    यूपी बोर्ड मुख्यालय समेत सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में एक-एक कमांड कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां से सभी परीक्षा केंद्रों एवं वहां के स्ट्रांग रूमों की ऑन लाइन निगरानी 24 घंटे रहेगी। बोर्ड मुख्यालय ने पहली बार पांचों क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली एवं मेरठ में कमांड एंड कंट्रोल रूम की स्थापना की है। यहां से परीक्षा केंद्रों पर नकल की घटनाओं एवं अन्य किसी प्रकार की आवंछनीय गतिविधियों के परिलक्षित होने पर तत्काल कार्रवाई की जागी। सचल दस्तों को तत्काल सूचित किया जाएगा। वह तुरंत मौके पर पहुंच कर कार्यवाही करेंगे।

  • उप्र में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि, चली तेज हवाएं

    उप्र में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि, चली तेज हवाएं

    कानपुर। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार मंगलवार को उत्तर प्रदेश में बादलों की आवाजाही बनी रही। बुन्देलखण्ड सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्तर पर बारिश हुई। वहीं महोबा और हमीरपुर के इलाकों में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं चलीं। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी तीन दिन मौसम ऐसा ही बना रहेगा और पश्चिमी से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक तेज हवाओं के साथ बारिश व ओलावृष्टि की संभावना बनी हुई है।

    चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ को उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू कश्मीर पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण पंजाब और पाकिस्तान के आसपास के क्षेत्रों पर है। 155 नॉट की अधिकतम गति के साथ जेट स्ट्रीम उत्तर भारत में औसत समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर बनी हुई है। मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखा जा रहा है। आज स्थानीय स्तर पर कई जनपदों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई और बुन्देलखण्ड के इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। आगामी तीन दिन बारिश के आसार है और इन दिनों किसान भाई फसलों पर सिंचाई न करें।

    डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 29.0 और न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 89 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 52 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 8.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 20 से 23 फरवरी के मध्य स्थानीय स्तर पर तेज हवाओं, गरज-चमक एवं ओलावृष्टि साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

  • जीबीसी: लखनऊ को बनाएंगे एआई सिटी का प्रमुख केंद्र : मुख्यमंत्री योगी

    जीबीसी: लखनऊ को बनाएंगे एआई सिटी का प्रमुख केंद्र : मुख्यमंत्री योगी

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश आज डाटा सेंटर का हब बनने जा रहा है। यहां पर तीन डाटा सेंटर स्थापित हो चुके हैं, जबकि आठ नए डाटा सेंटर बन रहे हैं। पहले जहां प्रदेश में इस प्रकार की संभावनाएं नहीं थीं, वहीं आज उप्र हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आप सभी ने इसे बखूबी देखा भी होगा।

    यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के दूसरे दिन मंगलवार को आयोजित डेस्टिनेशन यूपी-इमर्जिंग हब फॉर एआई इन इंडिया कॉन्क्लेव में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के इंस्टीट्यूशन ने स्केल को स्किल में बदलने में अच्छा काम किया है, लेकिन इस स्किल को स्पीड भी चाहिए। इसके लिए हमें डिजिटाइजेशन को अपनाना ही होगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत बड़ी मदद कर सकता है। इसका यूज हम केवल एक फील्ड में ही नहीं बल्कि अलग-अलग फील्ड जैसे एग्रीकल्चर, मेडिकल और एजुकेशन में कर सकते हैं। यह उपयोग करने वाले पर निर्भर करता है कि वह किस रूप में इसका उपयोग करता है।

    उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ को एआई सिटी का प्रमुख केंद्र बनाने पर सरकार काम कर रही है। इसमें आईआईएम लखनऊ के युवा भागीदार बन रहे हैं। वहीं गौतमबुद्धनगर विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में एआई का केंद्र बनाने की दिशा में काम प्रारंभ कर दिया गया है। इसके जरिये प्रदेश के लाखों नौजवानों को उनके घर और जनपद में नौकरी दे सकते हैं।

    इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कॉन्क्लेव में आईलेट्स की मदद से डेस्टिनेशन यूपी अपॉर्च्युनिटीज एआई बुक की लॉन्चिंग की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी में तीन एमओयू का आदान प्रदान किया गया। इसमें माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के अभिषेक बोस, एचसीएल साफ्टवेयर के ध्रुव कोहली ने एआई सेंटर स्थापित करने और वाधवानी एआई के शेखर ने सरकार से एमओयू का आदान प्रदान किया।

    पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम का सबसे सुंदर मॉडल आज उप्र में

    मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि युवा साथियों ने कल नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर देखी है। आज जब भारत हर क्षेत्र में बुलंदियों की नई ऊंचाइयों को छू रहा है तो उन स्थितियों में उत्तर प्रदेश खुद को पीछे नहीं रख सकता है। ऐसे में 25 करोड़ आबादी की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें भी सर्वांगीण विकास के दौर में आगे बढ़ना पड़ेगा। इसके लिए पूरे देश में प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने और देश के विकास के ग्रोथ इंजन में अपनी भूमिका का निर्वहन करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इसकी एक छोटी सी झलक आप सभी को चतुर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में देखने को मिली होगी।

    उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिये 61 हजार करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारा गया था। वहीं जीबीसी 4.0 में दस लाख 24 हजार करोड़ की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं। यह 35 लाख से अधिक युवाओं को सीधे-सीधे नौकरी के साथ जोड़ने का एक अभियान है।

    योगी ने कहा कि आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस फील्ड में अपार संभावनाएं हैं। वर्तमान समय में यह एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसको सरकार ने बखूबी समझा है और इसे ध्यान में रखते हुए वर्ष 2022 में एक पॉलिसी भी प्रदेश में लॉन्च की गई थी। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके कितना बड़ा कार्य हो सकता है, इसे प्रदेशवासियों ने पिछले 7 वर्षों में देखा है। इसके जरिये सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। प्रदेश में 2016-17 तक लोग भूख से मर रहे थे। यहां पर भुखमरी से मौत होती थी जबकि आज पूरे देश में उत्तर प्रदेश में पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम का सबसे सुंदर मॉडल खड़ा हो चुका है। ई पॉस मशीन के जरिये एक जगह एक स्क्रीन से देश की सभी 80 हजार फेयर प्राइस शॉप की मॉनिटरिंग से हर लाभार्थी को उसके अनुसार खाद्यान्न मिलने की जानकारी प्राप्त की जा रही है।

    उत्तर प्रदेश में एक-एक निवेश पूरी तरह से सुरक्षित

    मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि टेक्नोलॉजी के जरिये डीबीटी से हर व्यक्ति को योजना का लाभ दिया जा रहा है। प्रदेश के युवाओं को डिजिटल सक्षम बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत दो करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने की कार्यवाही की जा रही है। वहीं अब तक 20 लाख से अधिक युवाओं को सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। उत्तर प्रदेश आने वाले समय में टेक्नोलॉजी का प्रमुख हब बनकर उभरेगा।

    योगी ने कहा कि 7 वर्ष पहले प्रदेश में कोई निवेश नहीं करता था जबकि आज उत्तर प्रदेश देश में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग के केंद्र के रूप में उभरा है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न इंडस्ट्री से आए मेहमानों को आश्वस्त किया कि उप्र में एक-एक निवेश पूरी तरह से सुरक्षित होगा। सरकार हर तरह की अपनी प्रतिबद्धताओं को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाएगी। उन्होंने मेहमानों से लखनऊ में एयरपोर्ट के पास एआई सिटी और गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा को एआई केंद्र स्थापित करने और गौतमबुद्धनगर में भी केंद्र स्थापित करने की दिशा में भरपूर सहयोग देने की अपेक्षा की।

    कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री योगेंद्र कुमार उपाध्याय, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, डेनियल नाइफ हेड ऑफ इनोवेशन एंड इंटरप्रोन्योरशिप ईटीएच एआई जुरीक, नवीन सभरवाल चीफ आर्किटेक एआई एंड हेड-सेंट्रल इंजीनियरिंग एचसीएल साफ्टवेयर, हिमानी अग्रवाल कंट्री हेड एजयोर माइक्रोसाफ्ट आदि मौजूद रहे।

  • फातिमा बनी कविता व अब्दुल्ला बना शिव प्रसाद, हिंदू संगठन रामदल ने कराई घर वापसी

    फातिमा बनी कविता व अब्दुल्ला बना शिव प्रसाद, हिंदू संगठन रामदल ने कराई घर वापसी

    फतेहपुर, 20 फरवरी (हि.स.)। जिले में तीस साल पहले हिंदू से मुस्लिम बने परिवार ने मंगलवार को फिर से हिन्दू धर्म स्वीकार कर घर वापसी की है।

    वाराणसी जनपद निवासी दम्पति कविता व शिव प्रसाद उर्फ गुड्डू ने विषम परिस्थितियों में तीस वर्ष पूर्व फतेहपुर के हथगाम थाना क्षेत्र के पूरे अधारी गांव में रहने आये थे।

    इस दौरान उन्होंने मुस्लिम धर्म अपनाना लिया था, जहां राम दल के नेतृत्व में फिर से उनकी घर वापसी पर परिवार ने खुशी जाहिर करते हुए हिंदू संगठनों व पुलिस प्रशासन सहित सभी का धन्यवाद किया है।

    इस दौरान पुलिस प्रशासन सहित रामदल की मौजूदगी में सुंदर पाठ कराकर शुद्धि करण कराया गया। फातिमा से कविता बनी पत्नी और अब्दुल्ला से शिव प्रसाद बने पति ने सुंदरकांड का पाठ करते हुए हिंदू धर्म के प्रति अपनी आस्था जाहिर की है।