Category: उत्तर प्रदेश

  • हमारी शिक्षा का उद्देश्य सबकी भलाई होना चाहिए : डॉ डीवाई चंद्रचूड़

    हमारी शिक्षा का उद्देश्य सबकी भलाई होना चाहिए : डॉ डीवाई चंद्रचूड़

    – अब तक 36 हजार निर्णयों का कराया हिन्दी अनुवाद : मुख्य न्यायाधीश

    -प्रयागराज संगम के साथ धर्म न्याय और शिक्षा की त्रिवेणी : योगी आदित्यनाथ

    प्रयागराज,। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ. डी.वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारी शिक्षा का उद्देश्य सबकी भलाई होना चाहिए। जब हम शिक्षा में बराबरी की बात करते हैं तो समाज में बराबरी की बात लागू होगी। इससे वे अपने अधिकार की बात कर सकेंगे।

    वह उक्त बातें शुक्रवार शाम इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन सभागार में डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के शुभारम्भ मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने कही। मुख्य न्यायाधीश डॉ. डी.वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि देश के 27वें विधि विश्वविद्यालय के रूप में डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का लोकार्पण करते हुए प्रसन्नता हो रही है। क्योंकि डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने स्वतंत्र और आधुनिक भारत की नींव रखी।

    उन्होंने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान सभा में सबको अपनी बात रखने की छूट दी थी जो वास्तव में लोकतंत्र था। डॉ राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष के साथ बड़े वकील थे। उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि मैंने इलाहाबाद में चीफ जस्टिस के रूप में पौने तीन साल बीताया।

    मुख्य न्यायाधीश ने आगे कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में इस शहर का अहम योगदान है। अल्फेड पार्क आज भी चंद्रशेखर आजाद की गाथा कह रहा है। यह शहर विरासत का धनी है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने न्यायिक क्षेत्र में हुई कुछ उल्लेखनीय पहल का उल्लेख करते हुए बताया कि हमने अब तक 36 हजार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हिन्दी अनुवाद कराया है। इसका मकसद यह है कि जो अंग्रेजी नहीं जानते उनके घर तक कानून पहुंचे। इसे हर प्रदेश में लागू किया जा सकता है। मुख्यमंत्री योगी की उपस्थिति में उन्होंने उम्मीद जताई कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय उच्च स्तरीय कानूनी पढ़ाई का केंद्र बनेगा। न्यायमूर्ति डॉ चंद्रचूड़ ने कहा इलाहाबाद में आप सबने मुझे अपनाया था।

    प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज गंगा यमुना और सरस्वती का संगम होने के साथ यह धर्म न्याय और शिक्षा की त्रिवेणी है। डॉ. चंद्रचूड़ का इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यकाल अत्यंत प्रेरक रहा है। उन्हें आज मुख्य अतिथि बनाना अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी 1950 में भारत ने अपना संविधान लागू किया था। जब भारत के संविधान की प्रस्तावना को लेकर बहस चल रही थी तब बाबा साहेब ने कहा था कि हम इति की चिंता करते हैं कि जबकि हम शुरुआत अच्छी कर रहे हैं तो सब अच्छा होगा। ठीक वैसे भी आज अच्छी शुरुआत हो रही है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यूपी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। हम प्रधानमंत्री के निर्देश में प्रदेश में सुशासन लाने का काम कर रहे हैं जिसकी शर्त रूल ऑफ लॉ है। यह बार और बेंच के बिना सम्भव नहीं है। मैं आभार ज्ञापित करता हूं कि न्यायिक क्षेत्र से हमें सहयोग मिला। अधिकारियों से कहता हूं कि लोकतंत्र में जनता का विश्वास नहीं टूटना चाहिए अन्यथा उन्हें सड़कों पर उतरने में देर नहीं लगेगी। सरकार के पास कोई भी समस्या आए तो वह समाधान बनकर निकले।

    इसके पूर्व बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन मिश्र ने कहा कि संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षकों का विशेष योगदान होता है। उम्मीद है कि बेंगलुरु की तरह यह विश्विद्यालय भी काम करेगा।

    इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति अरुण भंसाली ने उम्मीद जताई कि डॉ राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय से कानून की बेहतर पढ़ाई होगी। किताबी ज्ञान के साथ तकनीक का उपयोग करके बेहतर पढ़ाई होगी। यह भविष्य का बड़ा संस्थान साबित होता।

    सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति मनोज मिश्र ने कहा कि इलाहाबाद की पहचान शिक्षा के साथ राजनीति में रही है। यहां राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की मांग काफी समय से चल रही थी। मुख्यमंत्री योगी ने पूरा करवाया। संसाधन उपलब्ध करवाकर इसका काम शुरू हुआ है। विश्वविद्यालय की कुलपति ऊषा टंडन ने भविष्य की कार्ययोजना पर प्रकाश डाला।

  • शिक्षकों के आचरण व व्यवहार में दिखना चाहिए आध्यात्म : डॉ. कृष्ण गोपाल

    शिक्षकों के आचरण व व्यवहार में दिखना चाहिए आध्यात्म : डॉ. कृष्ण गोपाल

    भारत की अंतरात्मा अध्यात्म को समृद्ध करें शिक्षक : सह सरकार्यवाह

    लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि शिक्षकों व विद्यार्थियों के आचरण व व्यवहार में आध्यात्म दिखना चाहिए। आध्यात्म भारत की आत्मा है। इसलिए शिक्षकों का कर्तव्य है कि वह भारत की अंतरात्मा आध्यात्म को समृद्ध करें।

    सह सरकार्यवाह शुक्रवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम को संबोधित कर रहे थे।

    डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि राष्ट्र का अर्थ नेशन नहीं होता है। इसलिए राष्ट्र का समझे बिना हम भारत की शिक्षा को नहीं समझ सकते। नेशन की आधारभूमि घृणा पर खड़ी होती है। भारत अपनी आध्यात्मिक भावनाओं और अनंत विविधताओं की भावभूमि पर खड़ा है। अध्यात्म ने ही भारत की विविधताओं को एकत्व का रूप दिया। उन्होंने कहा कि आध्यात्म को समझने की आवश्यकता है। आध्यात्म भारत को प्रतिष्ठा देता है। धर्म के प्रति धरती माता के प्रति श्रद्धा का भाव कैसे आयेगा।

    सह सरकार्यवाह ने कहा कि हमारी शिक्षा पद्धति ऐसी हो जो बैरभाव न बढ़ाये। जो इस देश के मौलिक तत्वों का संरक्षण व संवर्धन करे। उन्होंने कहा कि आज की शिक्षा मनुष्य को सहनशील नहीं बना रही है। समाज में जब तक एक दूसरे के प्रति दया करूणा व सम्मान का भाव नहीं होगा तो वह शिक्षा किस काम की। विश्व आज अनेक समस्याओं से ग्रस्त है। क्योंकि वह मानते हैं कि सारी धरती हमारे भोग के लिए है। जबकि आध्यात्म कहता है सारा परमात्मा का है। हम धरती के सेवक हैं। इसलिए जितना आवश्यक है उतना ही लेना।

    डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि आज हमारे देश में कुछ शिक्षण संस्थान विश्व स्तर के हैं। इसके अलावा दुनिया का कोई भी ऐसा संस्थान नहीं है जहां भारत के विद्यार्थी न हों। हमारे देश में एससी,एसटी व ओबीसी की भागीदारी धीरे-धीरे बढ़ रही है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान में साढे़ आठ लाख बच्चे भारत के बाहर शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं। इसमें भारत का ढाई लाख करोड़ रूपया बाहर चला जाता है। इसलिए इस पर विचार करने की आवश्यकता है कि ऐसी कौन सी शिक्षा है जो हम भारत में नहीं दे सकते।

    सह सरकार्यवाह ने कहा कि भारत दुनिया के बच्चों के लिए शिक्षा का आकर्षण बनना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि भारत में विशेष क्या है। विश्व क्या जानना चाहता है। योग,आयुर्वेद व संगीत जैसी कई विधाएं हैं जिनको जानने के लिए विश्व उत्सुक है। पहले नालंदा,तक्षशिला व काशी के विश्वविद्यालयों में पूरे विश्व के विद्यार्थी अध्ययन करने लिए आते थे। वह भारत में अनेक वर्षों तक रहकर अनेक विषयों का अध्ययन करते थे।

    उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा सलाहकार प्रो.डी.पी.सिंह ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि शिक्षा का ताना-बाना विद्यार्थी केन्द्रित होना चाहिए। भारतीय मनीषा राष्ट्र की संचेतना को लेकर हमेशा सजग रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत आर्थिक समृद्धि की ओर बढ़ रहा है लेकिन सामाजिक दृष्टि से हम कहां हैं, यह भी देखने की आवश्यकता है। सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल का स्वागत लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आलोक राय ने किया।

  • उप्र क्रिकेट एसोसिएशन ने सत्र 2024-25 में होने वाले सभी ट्रायल के लिए शुरू किया ऑनलाइन पंजीकरण

    उप्र क्रिकेट एसोसिएशन ने सत्र 2024-25 में होने वाले सभी ट्रायल के लिए शुरू किया ऑनलाइन पंजीकरण

    – मुरादाबाद जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सचिव व पूर्व रणजी खिलाड़ी विजय गुप्ता एडवोकेट ने दी जानकारी

    – इच्छुक खिलाड़ी https://registration.upca.tv/ लिंक के माध्यम से अपना पंजीकरण कर सकेंगे

    मुरादाबाद,। मुरादाबाद जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सचिव एवं पूर्व रणजी खिलाड़ी विजय गुप्ता ने शुक्रवार को बताया कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के वर्ष 2024-25 के लिए होने वाले सभी ट्रायल के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 15 फरवरी से शुरू हो गए हैं, इसके लिए इच्छुक खिलाड़ी स्वयं https://registration.upca.tv/ लिंक के माध्यम से अपना पंजीकरण कर सकेंगे। इस पर उसकी पंजीकरण आईडी भी पोर्टल से ही बन जाएगी।

    पूर्व रणजी खिलाड़ी विजय गुप्ता ने इस प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि पंजीकरण करते हुए खिलाड़ी को ऑनलाइन विंडो पर ही सभी जानकारी जैसे नाम, पता, पिता का नाम, आयु और अपना जनपद की जानकारी और आयु वर्ग भरनी होंगी। निर्धारित शुल्क 400 रुपये के लिए उसे पोर्टल से चालान की कॉपी निकाल कर सी-32 गांधी नगर मुरादाबाद स्थित कार्यालय पर जमा करके पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करनी होंगी। उपरोक्त लिंक पर खिलाड़ी के मोबाइल नंबर से ही लॉगिन हो पाएगा और स्वयं खिलाड़ी भी बाद में लॉगिन करके अपने आवेदन की स्थिति जान सकेगा।

    उन्होंने आगे बताया कि पंजीकरण करते समय खिलाड़ी को अपना वर्तमान फ़ोटो और आधार कार्ड व डिजिटल जन्म प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा। फिलहाल 15 दिनों के लिए उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के उपरोक्त पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा। कोई भी खिलाड़ी कितने भी निर्धारित आयु वर्ग में पंजीकरण कर सकेगा।एक मोबाइल नंबर से एक ही खिलाड़ी पोर्टल पर पंजीकरण कर सकेगा।

    अधिक जानकारी के लिए जनपद के खिलाड़ी, एसोसिएशन के कार्यालय पर सम्पर्क कर सकते हैं। प्रदेश के सभी जनपदों के खिलाड़ी इस बार इसी तरह से पंजीकरण कर सकेंगे। कोई भी आवेदन अब ऑफलाइन नहीं होगा। 

  • रायबरेली : पुलिस कर्मियों को चकमा देकर न्यायालय से आरोपित फरार

    रायबरेली : पुलिस कर्मियों को चकमा देकर न्यायालय से आरोपित फरार

    रायबरेली। कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच पुलिस कर्मियों को चकमा देकर एक आरोपित शुक्रवार को न्यायालय से भाग निकला। जानकारी होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। फ़रार आरोपित की पुलिस तलाश में जुटी गई है। दीवानी कचहरी से आरोपित के फरार होने से वहां की सुरक्षा-व्यवस्था पर सवाल उठ रहा है।

    उल्लेखनीय है कि अमेठी जिले के फुरसतगंज थाना पुलिस एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले में थाना क्षेत्र के गुलाब शाह का पुरवा निवासी नदीम पुत्र शाकिर को जिला जेल से रायबरेली के दीवानी न्यायालय लायी थी। जहां से वह चकमा देकर फरार हो गया। कैदी एनडीपीएस के मामले में एक साल से जिला कारागार में बन्द था।

    कोतवाल राजेश सिंह ने बताया कि जानकारी मिली है। सीसी फुटेज देखा जा रहा है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। जेल प्रशासन की ओर से तहरीर मिलने पर केस दर्ज किया जाएगा।

  • पुलिस भर्ती परीक्षा के ठीक पहले एसटीएफ ने पकड़े दो मुन्ना भाई

    पुलिस भर्ती परीक्षा के ठीक पहले एसटीएफ ने पकड़े दो मुन्ना भाई

    – 8 से 10 लाख रुपये में पेपर लीक कराने का था ठेका

    – पहले भी कई परीक्षाओं के पेपर करा चुके थे आउट

    झांसी। एसटीएफ और झांसी पुलिस की संयुक्त टीम ने झांसी में आयोजित हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा के मुन्ना भाइयों को परीक्षा बाधित करने से ठीक पहले ही पकड़ लिया। पुलिस ने उनके पास से कुछ प्रवेश पत्र, आधार कार्ड व तीन मोबाइल समेत दो लग्जरी कारें भी बरामद की है। यह दोनों कारों में से एक सांवली जिला और दूसरी झारखंड जनपद की बताई जा रही है। अन्य फरार साथियों की तलाश की जा रही है।

    एसटीएफ नोएडा ने शुक्रवार की शाम झांसी पुलिस लाइन के पास से दो मुन्ना भाइयों को दबोच लिया।

    एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पिछले 14 फरवरी से एसटीएफ की टीम इन मुन्ना भाईयों के पीछे लगी हुई थी। मोबाइल सर्वेलांस की सहायता से यह सामने आया था कि भारी भरकम रकम के बदले पेपर लीक से लेकर तैयारी करवाने तक का ठेका लिया था। यही नहीं इसके लिए यहां से लेकर मथुरा तक पूरी तैयारी करते हुये अभ्यर्थियों के नाम व रोल नम्बर तक की सूची तक तैयार की गई थी जो दर्जनों में थे। इन दोनों गिरफ्तार जालसाजों के अन्य साथी फरार बताए जा रहे हैं। उन सभी की तलाश एसटीएफ और नवाबाद थाना पुलिस की टीमें करने में जुटी हुई हैं। पुलिस हिरासत में आए दोनों मुन्नाभाइयों के पास से यूपी 19 जे 5225 काले रंग की स्कॉर्पियो एवं जेएच 12 के 5777 सफेद रंग की फॉर्च्यूनर कार बरामद हुई है। स्कॉर्पियो कार शामली निवासी मोनू कुमार व फॉर्च्यूनर कार रजनीश उर्फ रंजन निवासी बिहार की बताई जा रही है। इन्हें नवाबाद थाने में रखा गया है। दोनों के पास से प्रवेश पत्र की 10 प्रतियां, 3 मोबाइल, 2 आधार कार्ड मय ड्राइविंग लाइसेंस के बरामद की है।

    एसटीएफ के उपनिरीक्षक अक्षय परमवीर कुमार त्यागी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने सांवली मोनू कुमार, बिहार निवासी रजनीश रंजन, मथुरा निवासी मोनू पंडित और झांसी रजत, आशीष पालीवाल व अतुल पालीवाल के खिलाफ 420, 467, 468 समेत तमाम सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

    गौरतलब है कि प्रदेश में 60 हजार पदों के लिए झांसी में 88 हजार अभ्यर्थी पुलिस भर्ती परीक्षा में शिरकत करेंगे। दो दिनों में 4 पालियों में सम्पन्न होने वाली इस परीक्षा में करीब 87 हजार अभ्यर्थी झांसी के 47 केंद्रों पर परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं। इसे शांति एवं सुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए 16 सेक्टर व 55 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गए हैं। जो परीक्षा पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं।

    मोनू कुमार ने बताया कि दो वर्ष पूर्व टीईटी का पेपर मोनू पंडित ने भेजा था जिसे उसके द्वारा आशीष पालीवाल, अतुल पालीवाल, रजत व मिथुन को भेजा गया था। इसके अतिरिक्त 2023 में राम मनोहर लोहिया अस्पताल की परीक्षा जो झांसी के रघुनाथ प्रसाद तिवारी लैब में हुई थी जो रिमोट एक्सेस से करायी जानी थी किन्तु सर्वर डाउन होने के चलते परीक्षा नहीं हो पायी थी। हरियाणा वैटनरी की परीक्षा का पेपर मोनू लेकर आया था जिसके लिये प्रति अभ्यर्थी 8 लाख रुपये लिये गये थे। बाद में यह परीक्षा निरस्त हो गयी।

    30 से अधिक अभ्यर्थियों को पढ़वाना था पेपर

    मोनू कुमार ने बताया कि वह अपने गैंग के साथी मोनू पंडित निवासी मथुरा, रजत , आशीष पालीवाल व अतुल पालीवाल को आगरा, मथुरा व नोएडा से लेते हुए दिल्ली जाने वाला था। वहां वह सोनू व रवि द्वारा लेकर आने वाले को 21 अभ्यर्थियों को पेपर और दूर रहने वाले अभ्यर्थियों को वीडियो कॉल पर पेपर पढ़वाने वाला था।

    उप्र सिपाही भर्ती के लिए 8 से 10 लाख रुपये का था रेट

    मोनू कुमार ने बताया कि 17 और 18 फरवरी में आयोजित होने वाली उप्र सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए 8 से 10 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी का रेट तय किया गया था। इस प्रकार से कुल करीब 30 से 40 अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचाने का काम किया जाना था। आप अंदाजा लगा सकते है कि धोखाधड़ी की कमाई की कीमत करोड़ों में थी। जिसे एसटीएफ ने होने से पहले समाप्त कर दिया।

  • मऊ मे पुलिस भर्ती परीक्षा से पहले नकल कराने की तैयारी मे लगे ५ गिरफ्तार १ फरार

    मऊ ( खरी दुनिया)। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 के आयोजन से पहले पुलिस ने नकल कराने की योजना को धरातल पर उतारने की तैयारी मे लगे ५ लोगो को गिरफ्तार करने मे सफलता हसील किया है। परीक्षा कल से दो दिनों तक होने वाली है। गिरफ्तार लोगो के पास से 32 अदद मार्कशीट और 11 चेक बुक बरामद किया गया है।

    एसपी ने गिरफ्तार लोगो के बारे मे मीडिया से जानकारी देते हुए बताया की पुलिस भर्ती परीक्षा में एक गैंग को।सक्रिय होने जैसे ही जानकारी हाथ लगी पुलिस ने घेरेबंदी कर गैंग के ही सक्रिय सदस्य अमित सिंह पुत्र भरत सिंह निवासी-बगली पिंजडा, थाना- सरायलखन्सी जनपद मऊ परीक्षा से सम्बन्धित प्रश्न पत्र आउट कराकर नकल कराने के सम्बन्ध में अपने एजेन्ट के माध्यम से अभ्यर्थियों से उनके प्रवेश पत्र, शैक्षिक प्रमाण पत्र, एन०सी०सी० प्रमाण पत्र, चेक, आधार कार्ड व निर्धारित एडवांस वसूलने की फिराक में है।

    इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली नगर जनपद मऊ मय फोर्स व स्वाट, एस०ओ०जी० की टीम द्वारा संगीत पैलेस वाली गली आर०के० कन्सल्टेन्सी पर एकबारगी दबिस दी गयी तो 05 व्यक्ति दिखे जो पुलिस वालों को देखकर इधर उधर भागने लगे जिन्हे घेर घार कर पकड़ लिया गया। मौके से रविकान्त पाण्डेय, जो रणजीत पाण्डेय स्मारक महिला महाविद्यालय के संचालक है जो आर०के० कन्सल्टेन्सी का भी संचालक है, जहाँ पर समस्त उपरोक्त फर्जीवाडे संचालित हो रहे थे, जो फरार है, जिसके निर्देशन में उपरोक्त गैंग कार्य कर रहा है।

    कड़ाई से पूछताछ के दौरान बताये कि हम लोगों द्वारा फोटो मिक्सिंग कर फर्जी आई०डी० बनाकर अभ्यार्थियों से 04 लाख रुपये से 09 लाख 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। परीक्षा कल से दो दिनों तक आयोजित की जाएगी।

    गिरफ्तार अभियुक्तों के नामः-

    1. अमित सिंह पुत्र जलभरत सिंह निवासी बगली पिंजड़ा थाना सरायलखन्सी जनपद मऊ

    2. शत्रुघन यादव पुत्र रामजीत यादव निवासी गाँई थाना मरदह जनपद गाजीपुर

    3. सोनू उर्फ सिद्धार्थ कुमार पुत्र रोहित राम निवासी पिन्डोरी थाना हलधरपुर जनपद मऊ 4. सुनील राजभर पुत्र महेन्द्र राजभर निवासी दादनपुर अहिरौली थाना घोसी जनपद मऊ

    5. राम करन पुत्र स्व0 फिरतूराम निवासी असलपुर थाना चिरैयाकोट जनपद मऊ

    अभियुक्तगण से बरामद दस्तावेज –

    1. 11 अदद चेक (विभिन्न बैको के)

    2. 32 अदद ओरिजनल मार्कशीट/सार्टिफिकेट

    3. 03 अदद आय प्रमाण पत्र ओरिजनल

    4. 03 अदद आधार कार्ड ओरिजनल

    5. 11 अदद मोबाइल फोन

    6. एन०सी०सी० प्रमाण पत्र-सी

  • धोती-कुर्ता में तिलक चुटियाधारी बटुकों ने जमकर खेली क्रिकेट, मारे चौके- छक्के

    धोती-कुर्ता में तिलक चुटियाधारी बटुकों ने जमकर खेली क्रिकेट, मारे चौके- छक्के

    — संस्कृत में कमेंट्री, कन्दुकस्य रेखाया: बहिर्गमनम् । अतिरिक्त एक धावनाऽका: लब्धा:

    वाराणसी। दशाश्वमेध स्थित शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 80वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को परम्परागत धोती-कुर्ता में तिलकधारी चुटिया बांधे बटुकों ने जमकर क्रिकेट खेली। रेवड़ीतालाब स्थित जयनारायण इंटर कॉलेज के खेल मैदान में बटुक जब धोती-कुर्ता में क्रिकेट के मैदान पर उतरे तो हर कोई बस देखता ही रह गया।

    मंगलाचरण व वेद मंत्रों का पाठ करते हुए मैदान में प्रवेश करने के बाद बटुकों के चौकों-छक्कों पर तो लोगों ने जमकर तालियां बजाई। बैटिंग के दौरान खिलाड़ियों के चौके-छक्के, कवर ड्राइव, पुल शॉट मारने के बीच लहराता शिखा लोगों को बेहद आकर्षक लग रहा था। प्रतियोगिता के दौरान कमेंट्री भी संस्कृत में हुई। संस्कृत में चतुरधाव्नांका (चौका) तथा षड्धाव्नांका (छक्का), बहिर्भूत: (आउट), दंड पतनात बहिर्भूत (बोल्ड) से मैदान गूंज रहा था। जब खेल कमेंटेटर ने कहा कि कन्दुक प्रक्षेपक: कन्दुकं प्रक्षिपति, तदा फलक ताडकत्वेन तीव्र गत्या प्रहरति, तदा कन्दुकं आकाश मार्गेन सीमा रेखात: बहिर्गतम् । षड्धावनाऽका: लब्धा: । (बालर ने बाल फेंका , बल्लेबाज ने हिट किया, बाल आकाश मार्ग से होती हुई बाउंड्री के बाहर चली गई । और छ: रन प्राप्त हुए ।) इस पर लोगों ने जमकर तालियां बजाई।

    इसके पहले प्रदेश के पूर्व मंत्री और शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। विधायक ने बटुकों से संस्कृत में परिचय लिया। इस मौके पर विधायक डॉ.नीलकंठ तिवारी ने कहा कि संस्कृत भाषा व इसके छात्रों के उत्साहवर्धन के लिए इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए। संस्कृत में कमेंट्री व्याकरणशास्त्र के मूर्धन्य विद्वान डॉ. शेषनारायण मिश्र व पं. विकास दीक्षित ने किया। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक व संस्था के प्राचार्य डॉ.पवन कुमार शुक्ला ने किया।

    डॉ पवन शुक्ला ने कहा कि यह आयोजन देश में अपने में अनोखा है । इसी कारण इसकी प्रशंसा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में किया था। मैच के सारे नियम लगभग किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के ही समान थे। उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय मैच में चार टीमों, शास्त्रार्थ महाविद्यालय,इंटरनेशनल चंद्रमौलि चैरिटेबल संस्कृत संस्थान,चल्ला शास्त्री वेद-वेदांग संस्कृत विद्यालय तथा महर्षि महेश योगी संस्थान ने प्रतिभाग किया।

    शुरुआत में संस्था के राष्ट्रपति पुरस्कृत पूर्व प्राचार्य तथा संयोजक डॉ.गणेश दत्त शास्त्री व संस्कृत भाषा के विद्वान डॉ.विनोद राव पाठक ने मुख्य अतिथि डॉ नीलकंठ तिवारी का माल्यार्पण व अंगवस्त्र प्रदान कर अभिनंदन किया। विशिष्ट अतिथि पार्षद विजय द्विवेदी, पूर्व चिकित्साधिकारी डॉ.सारनाथ पांडेय,जयनारायण इंटर कालेज के प्राचार्य वीरेंद्र श्रीवास्तव,जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह रहे।

  • हाकी : लखनऊ के स्पोर्ट्स हास्टल ने वाराणसी को हराया, सैफई ने रामपुर को दी मात

    हाकी : लखनऊ के स्पोर्ट्स हास्टल ने वाराणसी को हराया, सैफई ने रामपुर को दी मात

    लखनऊ,। स्वर्गीय पं. राम औतार मिश्रा राज्य स्तरीय पुरुष हाकी प्रतियोगिता में दोनों अंतिम लीग खेले गये। इस प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने सेमी फाइनल में पहुंचने के लिए जमकर पसीने बहाये। स्पोर्ट्स हास्टल लखनऊ की टीम ने स्पोर्ट्स हास्टल वाराणसी को 9-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

    स्पोर्ट्स हास्टल लखनऊ और वाराणसी के बीच पहला मैच हुआ। इस मैच में 13वें मिनट में ही लखनऊ की टीम ने पहला गोल दागकर बढ़त बना ली। पहले हाफ में लखनऊ ने दो गोल दागे, जबकि वाराणसी की टीम एक गोल भी नहीं कर सकी। वहीं दूसरे हाफ में लखनऊ की टीम ने चार गोल किये। इस समय तक वाराणसी की टीम कोई गोल नहीं कर सकी थी और लखनऊ की टीम छह-शून्य से आगे चल रही थी। तीसरे हाफ में वाराणसी की टीम ने भी एक गोल किये लेकिन लखनऊ की टीम ने भी तुरंत एक गोल पुन: कर दी। चौथे हाफ में दो गोल कर लखनऊ की टीम 9-1 से मैच जीत गयी।

    वहीं दूसरा मैच रामपुर के स्पोर्ट्स हास्टल और सैफई के मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स कालेज के बीच हुआ। इस मैच में भी सैफई ने एक तरफा जीत दर्ज की। पहले हाफ के नौवें मिनट में ही सैफई की टीम ने पहला गोल दाग दिया। दूसरे हाफ में दो गोल किये, वहीं तीसरे हाफ में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी, जबकि चौथे हाफ में सैफई की टीम ने चार गोल दागकर मैच को 7-0 से जीत लिया। शनिवार को एस.ए.आई. लखनऊ और स्पोर्ट्स कालेज सैफई तथा स्पोर्ट्स हास्टल लखनऊ और स्पोर्ट्स कालेज लखनऊ के बीच पहला सेमी फाइनल मैच होगा।

  • चाचा शिवपाल यादव पर दांव लगायेंगे अखिलेश, समीकरण वाली सीट की तलाश

    चाचा शिवपाल यादव पर दांव लगायेंगे अखिलेश, समीकरण वाली सीट की तलाश

    लखनऊ, । समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव पर दांव लगायेंगे। शिवपाल यादव के कद को देखते हुए समीकरण वाली लोकसभा सीट की तलाश की जा रही है। जिसमें आजमगढ़, इटावा और मैनपुरी की लोकसभा सीटों की चर्चा हो रही है।

    शिवपाल सिंह यादव को लोकसभा चुनाव में उतारने के एक प्रश्न पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा कि चाचा और मैं दोनों ही लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगे। लोकसभा सीटों का चयन होना बाकी है। समाजवादी पार्टी की सूची जल्द ही जारी होगी।

    उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय नेता के रुप में पहचाने जाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने जब अपनी राजनीतिक पार्टी बना ली थी। उस वक्त इटावा क्षेत्र में शिवपाल सिंह यादव की सर्वाधिक लोकप्रियता थी, जो आज भी बरकरार है। वैसे आजमगढ़ लोकसभा सीट, जिस पर कभी अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़कर जीते थे, उसे भी अपने हाथ में फिर से लाने के लिए समाजवादी पार्टी की कोर कमेटी विचार कर रही है।

  • कुशीनगर में बालक की हत्या, सौतेली मां पर शक

    कुशीनगर में बालक की हत्या, सौतेली मां पर शक

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    कुशीनगर। जिले के कसया थाना क्षेत्र के डुमरी चुरामन छपरा में शुक्रवार की सुबह एक चार वर्षीय बालक की लाश मिली है। बालक के शरीर पर मिले जख्म के निशान को देखकर लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज बालक के सौतेली मां से पूछताछ कर रही है। मृत बालक के पिता रोजगार के सिलसिले में गोवा रहते हैं, उसका पालन पोषण सौतेली मां करती थी।

    उल्लेखनीय है कि गांव के अजय विश्वकर्मा के पहली पत्नी की मृत्यु तीन वर्ष पूर्व हुई थी। उस समय उनका पुत्र आलोक एक वर्ष का था। बच्चों की परवरिश के लिए उसने दूसरी शादी माया के साथ किया। विश्वकर्मा रोजगार के सिलसिले में अक्सर बाहर ही रहते हैं। इस समय वह गोवा में हैं। सुबह लगभग पांच बजे उसके घर औरत के रोने की आवाज सुनकर गांव के लोग जुटे तो देखा कि सौतेली मां ने मासूम आलोक को जमीन पर कपड़े से ढक कर सुलाया है। पूछा गया तो बताई की बच्चा बीमार था। जिला अस्पताल में इलाज के लिए ले गई थी। वहीं उसकी मृत्यु हो गई।

    महिला के चाल-चलन और सौतेले पुत्र के साथ पूर्व में किए गए बर्ताव को देखकर गांव वालों को सहसा इस बात का विश्वास नहीं हुआ। किसी ने पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने पूछताछ की और मासूम के शरीर से कपड़ा हटाकर देखा तो उसके पीठ, गर्दन और छाती पर जख्म के निशान मिले। पुलिस ने सौतेली मां से कुछ कड़ाई से पूछताछ किया तो बताया कि इसने गंदा समान खाया था, इस पर मैंने मारा था। मौके पर मौजूद विश्वकर्मा के छोटे भाई शैलेश ने अपनी भाभी पर बालक की हत्या करने का आरोप लगाया और तहरीर सौंपी। इस पर पुलिस ने सौतेली मां को हिरासत में ले लिया।

    प्रभारी निरीक्षक गिरजेश उपाध्याय ने बताया कि मासूम बालक की संदिग्ध मौत के मामले में उसकी सौतेली मां को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अंत्य परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।