Category: वाराणसी

  • वाराणसी : दरोगा पर हमले के तीन आरोपियों ने किया कोर्ट में आत्म समर्पण, भेजे गए जेल

    वाराणसी : दरोगा पर हमले के तीन आरोपियों ने किया कोर्ट में आत्म समर्पण, भेजे गए जेल

    वाराणसी,। दशाश्वमेध थाने में तैनात दरोगा आनंद प्रकाश के साथ मारपीट, वर्दी फाड़ने और बिल्ला नोचने के मामले में आरोपित तीन हमलावरों ने शुक्रवार को न्यायालय में आत्म समर्पण कर दिया। अदालत ने रिमांड बनाने को लेकर दोनों पक्षों की बहस के बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।

    अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सप्तम) वर्तिका शुभानंद की कोर्ट में आरोपित नीतीश सिंह, सनी गुप्ता और संतोष सिंह उर्फ़ गप्पू सिंह के अधिवक्ताओं ने तीनों का न्यायिक रिमांड बनाए जाने का कोर्ट से अनुरोध किया। जिस पर अभियोजन अधिकारी राघवेंद्र सिंह, बृजेश पटेल और विजय पाण्डेय ने आत्मसमर्पण प्रार्थना पत्र पर पहले वांछित आख्या मंगवाने की बात कही। इस पर बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने आपत्ति की और उच्च न्यायालय की नजीरें दाखिल की। दशाश्वमेध थाने पर तैनात उपनिरीक्षक आनंद प्रकाश ने दशाश्वमेध थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

    आरोप था कि 7/8 अप्रैल 2024 की रात्रि को वह क्षेत्र में गस्त करते हुए गोदौलिया चौराहे पर पहुंचे, जहां पर दर्शनार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर संदिग्ध व्यक्ति और वाहन की चेकिंग की जा रही थी। उसी दौरान एक नारंगी रंग की बिना नम्बर प्लेट की बाइक पर एक व्यक्ति बांसफाटक से दशाश्वमेध की तरफ जा रहा था। जब उसे रोककर नम्बर प्लेट न होने, हेलमेट न लगाने, गाड़ी का कागजात मांगा गया, तब वह वाहन सवार अपशब्दों का प्रयोग करने लगा। उसी दौरान दो मोटर साइकिल से कुछ युवक आए जो इनके साथी थे। फिर वहां 10-15 अन्य अज्ञात युवक बुलाने पर पहुंचे। सभी मिलकर मुझे, हमराही पुलिस वालों को गालीगलौज देते हुये धक्का मारकर नीचे गिरा दिया। इसके बाद सभी अफरा-तफरी में इधर-उधर भागने लगे। इसके बाद हमलावरों ने मेरे वर्दी के बटन बिल्ला स्टार नोच दिया तथा सरकारी वाहन में तोड़फोड़ की। वीडियो फुटेज को देखने के बाद पता चला कि नितिश सिंह, नितेश नरसिंघानियां, राहुल सिंह, सन्नी गुप्ता, संतोष सिंह उर्फ़ गप्पू सिंह तथा अन्य अज्ञात लोग हैं। दरोगा आंनद प्रकाश की तहरीर पर नीतीश सिंह, नितेश नरसिंघानी, राहुल सिंह, सन्नी गुप्ता, गप्पू सिंह सहित 15 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज है।

  • यूपी के वाराणसी मे एक दरोगा का लात घुसे से स्वागत, चार को पुलिस पर छोड़ने का आरोप

    यूपी के वाराणसी मे एक दरोगा का लात घुसे से स्वागत, चार को पुलिस पर छोड़ने का आरोप


    प्रयागराज /वाराणसी। यूपी मे राम राज्य की तस्वीर एक्स हेंडल पर वायरल हो रही है जो समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव द्वारा अपने ट्विटर हेंडल से जारी किया गया है।


    इस वायरल वीडियो मे हिंदूवादी संगठन के लोगो के द्वारा एक इंस्पेक्टर की लात घुसो से स्वागत किया जा रहा है। इसी विडिओ मे दरोगा द्वारा थाने मे रिपोर्ट लिखवाने का भी उल्लेख किया गया है।

    मामले मे पुलिस ने चर युवकों को हिरासत मे भी लिया लेकिन उपर से आये दबाव के कारण पुलिस पर उन्हे छोड़ने का आरोप भी लग रहा है। मामला वाराणसी के गोदौलिया चौराहे का है। दरोगा का नाम आनंद प्रकाश बताया जा रहा है

  • लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए प्रशासन कटिबद्ध: जिला निर्वाचन अधिकारी

    लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए प्रशासन कटिबद्ध: जिला निर्वाचन अधिकारी

    बोले- सभी अधिकारी सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन पूरी तत्परता एवं गंभीरता से करें

    वाराणसी। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी एस. राजलिंगम ने रविवार को लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। कचहरी स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने प्रभारी/नोडल अधिकारी तथा सहायक निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है, इसके लिए सभी समस्त तैयारी सुनिश्चित कर ली जाए। इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

    जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि वे सौंपे गए अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी तत्परता एवं गंभीरता के साथ सुनिश्चित करें। समस्त तैयारियां समय से पूर्ण रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शत-प्रतिशत मतदान केंद्रों पर रैंप, विद्युत कनेक्शन, पेयजल व शौचालय आदि का प्रबंध सुनिश्चित करने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि किसी मतदान केंद्र पर कमी दिखे, तो उसे तत्काल पूर्ण करा लिया जाए। उन्होंने वर्नेबल मतदान केंद्रों की मैपिंग, वर्नेबल एवं क्रिटिकल बूथों की सूची तैयार रखने के निर्देश दिए।

    बैठक के दौरान ईवीएम एवं उसकी रैंडमाइजेशन की तैयारी, निर्वाचन संबंधी ईवीएम एवं कार्मिकों के प्रशिक्षण की कार्य योजना के साथ ही तैयारी, मतगणना की कार्य योजना के साथ ही तैयारी, निर्वाचन कार्य में लगने वाले कार्मिकों का समुचित प्रशिक्षण, वीडियोग्राफी प्लान एवं वीडियोग्राफरों का प्रशिक्षण, एसएसटी टीमों की चेकिंग पॉइंट निर्धारित कर व्यापक रूप से चेकिंग करने, निर्वाचन संबंधी सामग्रियों की तैयारी, निर्वाचन कार्य में प्रयुक्त होने वाले हल्के एवं भारी वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

  • मृत सफाईकर्मी के परिजनों से मिले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सरकार पर साधा निशाना

    मृत सफाईकर्मी के परिजनों से मिले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सरकार पर साधा निशाना

    वाराणसी। भैंसासुरघाट राजघाट के समीप मैनहोल में उतरे सफाईकर्मी की मौत को लेकर शहर में सियासत भी उबलने लगी है। शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जहां सोशल मीडिया के जरिए भाजपा सरकार को घेरा। वहीं, शाम को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और इंडी गठबंधन के वाराणसी प्रत्याशी अजय राय पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मृत सफाईकर्मी के मछोदरी स्थित आवास पर पहुंचे और शोक संवेदना प्रकट की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मृतक के बेटे और पत्नी से बातचीत कर उन्हें हर सम्भव मदद के लिए आश्वस्त किया।

    इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि वाराणसी में स्मार्ट सिटी के नाम पर खोखला विकास जनमानस के सामने है। पूरे काशी की सीवर व्यवस्था ध्वस्त है। इसी कारण एक सफाईकर्मी भाई की मृत्यु हो गयी। वाराणसी नगर निगम सुरक्षा कवच उपलब्ध नहीं करा पा रहा है और बातें स्मार्ट सिटी की होती है।

    अजय राय ने कहा कि सरकार अपने कार्य करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था संसाधन नहीं उपलब्ध करा पा रही है। कांग्रेस परिवार इंडिया गठबंधन के लोग मजदूर भाई स्व. घूरेलाल के परिजनों के साथ खड़े है। उनके परिवार का हर सम्भव मदद किया जाएगा। मृतक की भरपाई तो नहीं हो सकती। पर यह जरूर विश्वास दिलाते हैं कि जब कभी उनके परिजनों को मेरी जरूरत पड़ेगी मेरा दरवाजा हर सम्भव मदद के लिए 24 घंटे खुला है। काशी के लोग मेरे परिवार के सदस्य है। हम सरकार से मांग करते हैं कि मृतक घूरेलाल के पत्नी और बच्चे को एक करोड़ का मुआवजा व उनके परिवार में एक सरकारी नौकरी मुहैया कराया जाए। मृतक अपने पीछे 2 बेटी – 2 बेटा छोड़ गए। जिनका जीवनयापन घूरेलाल के ऊपर ही निर्भर था।

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ वाराणसी महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, प्रमोद पाण्डेय, डॉ राजेश गुप्ता, मनीष मोरोलिया, साजिद अंसारी, आशिष गुप्ता, आदिल सैय्यद, अजय गुप्ता, आंनद चौबे आदि भी रहे।

  • सुखोई 30 लड़ाकू विमान पहली बार वाराणसी एयरपोर्ट के विमानतल पर उतरा

    सुखोई 30 लड़ाकू विमान पहली बार वाराणसी एयरपोर्ट के विमानतल पर उतरा

    – एटीसी प्रभारी ने पायलटों का किया स्वागत, प्रयागराज के लिए रवाना

    वाराणसी। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर शनिवार को पहली बार भारतीय वायुसेना का सुखोई 30 लड़ाकू विमान उतरा। विमानतल पर पायलटों के उतरते ही बाबतपुर के एटीसी प्रभारी अजय पाठक ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों लड़ाकू विमानों को वाराणसी और आसपास के हवाईपट्टी में चक्कर काटते देख लोगों में भी उत्सुकता रही। लड़ाकू विमानों के उतरने के पहले रनवे को खाली कराया गया। बरेली से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर वायु सेना के युद्धाभ्यास में शामिल होने आए सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरे। लगभग एक घंटे तक लैडिंग के बीच सुखोई ने ईंधन लिया और प्रयागराज के लिए उड़ान भरी।

    माना जा रहा है कि लड़ाकू विमान सुखोई 30 का वाराणसी एयरपोर्ट पर लैंडिंग युद्ध अभ्यास का एक हिस्सा रहा। जिसे पायलटों ने सफलतापूर्वक संपन्न किया। अभ्यास के बीच बाबतपुर एयरपोर्ट के निर्धारित रनवे पर अन्य विमानों का आवागमन पूरी तरह बंद रहा ।

    भारतीय वायु सेना का शनिवार से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर ‘गगन शक्ति’ युद्धाभ्यास का आगाज हुआ। इसमें साढ़े तीन किमी लंबी हवाई पट्टी पर विमान रिहर्सल कर रहे हैं। एक्सप्रेसवे के आसपास युद्ध या आपातकालीन परिस्थितियों में विमानों की लैंडिंग का रिहर्सल किया जा रहा है। ‘गगन शक्ति’ अभ्यास में एयरफोर्स के लड़ाकू विमान जगुवार, सुखोई, मिराज-17, एमआई सहित अन्य अत्याधुनिक लड़ाकू विमान शामिल है।

  • श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास का फेसबुक पेज हैक, अश्लील फोटो की गई पोस्ट

    श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास का फेसबुक पेज हैक, अश्लील फोटो की गई पोस्ट

    वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास का फेसबुक पेज शनिवार को साइबर अपराधियों ने हैक कर लिया। लगभग आधा घंटा तक पेज को हैक करने के बाद अश्लील फोटो पोस्ट किया गया था। तब न्यास को पेज हैक होने की जानकारी हुई। न्यास ने वाराणसी कमिश्नरेट के साइबर सेल में तहरीर दी। प्रशासन ने त्वरित गति से कार्रवाही की।

    विश्वनाथ मंदिर न्यास की शिकायत पर पुलिस की साइबर सेल ने विशेषज्ञों की मदद से पेज को रिकवर कर लिया है। मंदिर न्यास के पदाधिकारियों के अनुसार शरारती तत्वों ने न्यास का फेसबुक पेज हैक कर लिया। न्यास ने प्रशासन से सम्पर्क कर इसे रिकवर करने का प्रयास किया। साइबर अपराधियों की पहचान कर विधिक कार्रवाही के लिए साइबर शिकायत फाइल किया जाना प्रक्रिया में है। दर्शनार्थियों को हुई असुविधा के लिए न्यास की ओर से खेद प्रकट किया गया है।

  • लोस चुनाव : मीरजापुर में अब तक कोई दल नहीं लगा पाया जीत का हैट्रिक

    लोस चुनाव : मीरजापुर में अब तक कोई दल नहीं लगा पाया जीत का हैट्रिक

    वाराणसी। मीरजापुर लोकसभा सीट का अब तक का इतिहास रहा है कि यहां से कोई दल जीत का हैट्रिक नहीं लगा पाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लहर में लोकसभा के पांचों विधानसभा सीट छानवे, मीरजापुर,मंझवा,चुनार और मड़िहान पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों का कब्जा है। ऐसे में वर्तमान सांसद और केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पास इतिहास रचने कर अवसर है।

    मीरजापुर सीट से चुने पहले सांसद कांग्रेस के जॉन एन विल्सन से लेकर दस्यु सुंदरी फूलन देवी, अजीज इमाम, वीरेंद्र सिंह, उमाकांत मिश्र को भी इस सीट से दो-दो बार जीत मिली है। देश के पहले आम चुनाव 1952 और दूसरे 1957 में कांग्रेस के टिकट पर जॉन एन विल्सन जीते थे। पिछड़ा,दलित,आदिवासी बाहुल्य वाली इस संसदीय सीट पर 1962 में कांग्रेस के पं.श्यामधर मिश्र ने जीत दर्ज कर पार्टी का दबदबा बरकरार रखा। 1967 में जनसंघ के वंश नारायण सिंह ने कांग्रेस से सीट छिन ली। अगले आम चुनाव 1971 में कांग्रेस के अजीज इमाम ने फिर इस सीट को पार्टी के झोली में डाल दिया। फिर इमरजेंसी का दौर आया तो 1977 में जनता पार्टी के फकीर अली अंसारी ने फतह हासिल की। लेकिन जनता पार्टी सीट को अपने कब्जे में नहीं रख पाई।

    वर्ष 1980 में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की वापसी हुई तो यहां अजीज इमाम फिर से सांसद चुने गए। अगले साल उपचुनाव में कांग्रेस के ही उमाकांत मिश्र ने सीट जीती। 1984 में उमाकांत मिश्र दूसरी बार सांसद बने। विश्वनाथ प्रताप सिंह की लहर में 1989 में जनता दल के युसूफ बेग यहां से सांसद चुने गए। फिर आया राममंदिर आंदोलन का दौर तो ये सीट 1991 में भाजपा के खाते में आ गई और वीरेंद्र सिंह सांसद बने। 1996 में सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने दस्यु सुंदरी फूलन देवी को यहां से उतारा और वह सांसद बनीं। दो साल बाद ही दोबारा चुनाव होने पर भाजपा के वीरेंद्र सिंह ने यह सीट सपा से छीन ली। एक साल बाद 1999 में सपा की फूलन देवी ने फिर जीत हासिल की। फिर 2002 में रामरति बिंद सांसद बने। 2004 के चुनाव में बसपा के नरेंद्र कुशवाहा सांसद चुने गए। 2007 में रमेश दुबे और 2009 में सपा के बाल कुमार पटेल सांसद बने।

    इसके बाद मोदी लहर में 2014 और 2019 में इस सीट पर अपना दल सोनेलाल की अनुप्रिया पटेल ने जीत का परचम लहराया। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा बसपा के गठबंधन के बाद भी भाजपा गठबंधन की अनुप्रिया पटेल को 5 लाख 91 हजार 564 वोट मिला। सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी रामचरित्र निषाद को 3 लाख 59 हजार 556 मत और कांग्रेस के प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी को केवल 91 हजार 501 मत ही मिल पाया था। इस चुनाव में अनुप्रिया पटेल को 53.34 प्रतिशत मत मिला था। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अनुप्रिया पटेल को 4,36,536 मत कुल 42.32 फीसदी मत मिला था। दूसरे स्थान पर बसपा की समुद्रा बिंद को 2,17,457 लगभग 21.58 फीसदी मत मिला था। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के ललितेशपति त्रिपाठी रहे। ललितेश को 1,52,666 कुल 15.15 फीसदी मत मिला था।

  • वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले कांग्रेस ने अजय राय पर फिर लगाया दांव

    वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले कांग्रेस ने अजय राय पर फिर लगाया दांव

    लगातार तीसरी बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चुनावी जंग में

    वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस नेतृत्व ने वाराणसी संसदीय सीट पर अपने उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अजय राय को फिर उतारा है। प्रदेश के पूर्व मंत्री अजय राय लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (भाजपा के उम्मीदवार) के विजय रथ को रोकने के लिए सियासी दमखम दिखायेंगे। पिछले दो चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने सियासी जंग में तीसरे स्थान पर रहे। अजय राय की जमानत भी नहीं बच पाई थी।

    खास बात यह रही कि दोनों चुनाव में अजय राय कभी भी मुख्य मुकाबले में नहीं दिखे। पहली बार वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (भाजपा उम्मीदवार) के सामने कांग्रेस ने अजय राय को उतारा था। चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल दूसरे और अजय राय तीसरे स्थान पर रहे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने अजय राय को पार्टी का उम्मीदवार बनाया। चुनाव में सपा बसपा गठबंधन की शालिनी यादव दूसरे और अजय राय तीसरे स्थान पर रहे।

    गौरतलब हो कि अजय राय ने अपने सियासी सफर की शुरुआत भाजपा से ही की थी। वर्ष 1996 से लेकर वह 2007 तक वह भाजपा के टिकट से ही लगातार तीन बार विधायक बने। अजय राय ने वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मांगा तो तब भाजपा के कद्दावर नेता डॉ मुरली मनोहर जोशी को टिकट मिल गया। इससे नाराज अजय राय ने डॉ जोशी का खुलकर विरोध किया था और पार्टी से अलग हो गए। तब चुनाव में डॉ जोशी ने जीत हासिल की। उधर, 2009 में अजय राय निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पिंडरा विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में लड़े और जीत हासिल की। इसके बाद 2012 में वे कांग्रेस से जुड़े और पिंडरा सीट से जीत हासिल की। 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में पिंडरा से ही अजय राय को भाजपा के डॉ अवधेश सिंह ने करारी शिकस्त दी।

    वाराणसी संसदीय सीट से अब तक हुए सांसद

    पहले लोकसभा चुनाव 1952 में वाराणसी सीट से कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रघुनाथ सिंह को उतारा था। तब रघुनाथ सिंह ने लगातार तीन बार-1952, 1957 व 1962 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद बाद 1967 में सीपीएम प्रत्याशी सत्यनारायण सिंह ने कांग्रेस के गढ़ को ध्वस्त कर रघुनाथ सिंह को धुल चटा दिया था। तब सीपीएम के सत्यनारायण सिंह को 138789 मत मिला था। सत्यनारायण सिंह से जब काशीवासियों का मोहभंग हुआ तो 1971 में कांग्रेस के राजाराम शास्त्री को फिर सेवा का मौका दिया। तब पाकिस्तान को जंग में करारी शिकस्त देकर उसे दो टुकड़ों में बांट देने के बाद पूरे देश में कांग्रेस नेतृत्व इंदिरा गांधी की प्रचंड लहर भी चल रही थी। इसके बाद देश में आपातकाल का दौर आया। इससे काशी भी अछूती नहीं रही।

    आपातकाल के बाद हुए संसदीय चुनाव में काशी ने संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी चन्द्रशेखर(पूर्व प्रधानमंत्री )को जीताकर राजाराम शास्त्री को करारी शिकस्त खाने के लिए मजबूर कर दिया। लेकिन कुछ ही समय में सरकार और प्रत्याशी से मोहभंग होने के बाद काशी ने वर्ष 1980 के संसदीय चुनाव में कांग्रेस के धुरंधर स्थानीय नेता पं.कमलापति त्रिपाठी को सिर माथे पर बिठा लिया। पंडित जी को कुल 129063 मत और विपक्षी दल के स्थानीय कद्दावर समाजवादी नेता राजनारायण को कुल 104328 मत मिला। इसके बाद जनता ने 1984 में फिर कांग्रेस पर भरोसा जता स्थानीय प्रत्याशी श्यामलाल यादव को विजेता बनाया। यादव को कुल 153076 मत और सीपीआई के दिग्गज कामरेड ऊदल को 58664 मत मिला था। इसके बाद आया बोफोर्स घोटाले का दौर काशी ने भी इससे नाराज होकर सत्ता के विपरीत चलने का मन बना लिया। 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता दल के प्रत्याशी और काशी के लाल लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री पर बाबा की नगरी का प्यार बरसा। अनिल शास्त्री ने कुल 268196 मत पाकर कांग्रेस के श्यामलाल यादव को पटखनी दी।

    इसके बाद आया राममंदिर निर्माण के लिए भाजपा के रथयात्रा और बाबरी मस्जिद विध्वन्स का दौर। काशी पर भी भगवा रंग चटख होने लगा। 1991 में भाजपा के प्रत्याशी और पूर्व डीजीपी श्रीशचन्द्र दीक्षित को काशी ने सिर माथे पर बैठाया। दीक्षित को कुल 186333 मत और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीएम के राजकिशोर को 149894 मत मिला था। इसके बाद वर्ष 1996 में भाजपा के शंकर प्रसाद जायसवाल पर फिर जनता ने भरोसा जताया।

    1998 में दोबारा और 1999 में तीसरी बार शंकर प्रसाद जायसवाल को काशी ने विजयश्री का वरण कराया। तीन बार लगातार सेवा का मौका पाने के बाद भी जनआकांक्षा पर खरे न उतरने पर शंकर प्रसाद जायसवाल को 2004 में जनता ने पटखनी दे दी। और कांग्रेस के स्थानीय दिग्गज छात्रनेता डा.राजेश मिश्र पर जमकर प्यार बरसा उन्हें विजेता बना दिया। इसके बाद भाजपा के दिग्गज नेता डा. मुरली मनोहर जोशी ने 2009 के चुनाव में यह सीट कांग्रेस से छिन ली। काशी की जनता ने भाजपा के आधार स्तम्भ नेता पर भरोसा जता कुल 203122 मत देकर उन्हें विजयश्री का वरण कराया।

    इसके बाद आया वर्ष 2014 का दौर तत्कालीन केन्द्र सरकार के नीतियों से खफा काशी ने फिर धारा से विपरित चलने का निर्णय लिया। तब पूरे देश के राजनीतिक क्षितिज पर धूमकेतू की तरह उभरे भाजपा संसदीय दल के नेता नरेन्द्र मोदी पर भरपूर प्यार लूटा काशी ने उन्हें रिकार्ड मतों से जीता इतिहास रच दिया। इस चुनाव में आप के अरविन्द केजरीवाल को छोड़ सपा बसपा कांग्रेस के प्रत्याशी की जमानत भी नहीं बच पाई।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तब भाजपा के प्रत्याशी को कुल 581022 मत और दूसरे स्थान पर रहे आप के अरविन्द केजरीवाल को 209238 मत मिला था। चुनाव में कांग्रेस के अजय राय को 75614, बसपा के सीए विजय प्रकाश को 60579 तथा सपा के कैलाश चौरसिया को 45291 मत मिला था। इसके बाद वर्ष 2019 में फिर काशी की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रिकार्ड मतों से जिताया। इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने 6,74,664 मत प्राप्त कर सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से हराया। शालिनी यादव को कुल 1,95,159 मत मिला था। तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के अजय राय को 1,52,548 मत मिला था। अब तक के बनारस के संसदीय सीट के इतिहास में भाजपा सात बार और कांग्रेस ने पांच बार जीत दर्ज की हैं।

  • काशी में होलिका का आकार बढ़ाने में जुटे युवा, होलिका की मूर्ति आकर्षण का केन्द्र

    काशी में होलिका का आकार बढ़ाने में जुटे युवा, होलिका की मूर्ति आकर्षण का केन्द्र

    – होलिका दहन पर भद्रा का साया, रात 11.13 के बाद होलिका दहन

    वाराणसी,। काशीपुराधिपति की नगरी में रंगों के पर्व होली और होलिका दहन को लेकर युवाओं में खासा उत्साह है। युवा होलिका दहन के पूर्व उसका आकार बढ़ाने में जुट गए हैं। होलिका में इस बार कई स्थानों पर होलिका की मूर्तियां लोगों में आकर्षण का केन्द्र है। चेतगंज सेनपुरा चौराहा,पांडेयपुर सहित अन्य स्थानों पर मूर्तियों के साथ ईको फ्रेंडली गोहरियों से बनी होलिका भी लोगों को अपनी ओर खींच रही हैं।

    युवा उपली की होलिका में लकड़ियों को रखने से परहेज कर रहे हैं। कुछ स्थानों पर युवा पर्व पर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश भी दे रहे हैं। वहीं, शहर के अन्य स्थानों पर होलिका में पेड़ की टहनियों के साथ अनुपयोगी सामान भी युवा रख रहे हैं।

    गौरतलब हो कि रविवार 24 मार्च को होलिका दहन होगा। पंचांग के अनुसार, इस वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 55 से लगेगी। और इसका समापन 25 मार्च 2024 को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर होगा। ऐसे में होलिका दहन 24 मार्च को किया जाएगा। वहीं, होली का पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा। होलिका दहन के दिन रविवार को भद्राकाल सुबह 9.55 से शुरू होकर रात 11.13 बजे तक रहेगा। ऐसे में भद्रा के बाद रात 11.13 बजे होली जलेगी।

    ज्योतिषविदों के अनुसार होलिका दहन के लिए महज 1.20 घंटे का शुभ मुहूर्त बन रहा है। होलिका दहन सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग में होगा। ज्योतिषविदों के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7.34 बजे से अगले दिन सुबह 6.19 बजे तक है। रवि योग सुबह 6.20 बजे से सुबह 7.34 बजे तक रहेगा।

  • वाराणसी: हीट वेव व स्ट्रोक को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क, शुरू की तैयारियां

    वाराणसी: हीट वेव व स्ट्रोक को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क, शुरू की तैयारियां

    —जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य पर जिला टास्क फोर्स की बैठक

    वाराणसी। आगामी ग्रीष्म ऋतु में हीट वेव व स्ट्रोक को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। समुदाय को जागरूक करने और स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत हुई बैठक में अपर जिलाधिकारी (सिटी) आलोक वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम, भारत सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसके अंतर्गत जलवायु परिवर्तन के कारण हीट वेव (लू), हीट स्ट्रोक (तापघात), कोल्ड वेव, अतिवृष्टि और सुखा जैसी परिस्थितियों और वायु प्रदूषण के कारण मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से व्यापक बचाव का कार्यक्रम संचालित किया जाना है। इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु के दौरान भीषण गर्मी, सम्भावित हीट वेव (लू), हीट स्ट्रोक (तापघात) तथा वायु प्रदूषण के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियों के लक्षणों, निदान, उपचार तथा बचाव को लेकर चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस दौरान नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ राजेश प्रसाद ने बदलते मौसम में फैलने वाली बीमारियों की समय पर सूचना प्राप्त करने एवं बचाव संबंधी गतिविधियां आयोजित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में बच्चों से लेकर वृद्धजन को बेहोशी, मांसपेशियों में जकड़न, मिर्गी दौरा पड़ना, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, अधिक पसीना आना, कमजोरी, चक्कर आना, सांस व दिल की धड़कन तेज होना, मिचली और उल्टी आना, नींद पूरी न होना आदि परेशानी हो सकती है। इससे बचाव के लिए प्राथमिक उपचार बेहद जरूरी है। इसके साथ ही लोगों को घर से निकलने से पहले पानी पीकर निकलना चाहिए और थोड़े-थोड़े समय पर पानी पीते रहना चाहिए। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं हो पाती। शुद्ध व ताजा भोजन का प्रयोग करने के अलावा भोजन बनने के तीन घंटे बाद बचे हुये भोजन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।