Category: वाराणसी

  • लोहता थाने में तैनात दरोगा 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

    लोहता थाने में तैनात दरोगा 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

    वाराणसी। लोहता थाने में तैनात एसएसआई आशीष कुमार पटेल और उसके निजी सहयोगी मासूम अली को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी इकाई ने शुक्रवार शाम रंगे हाथों पकड़ लिया। टीम ने दोनों के खिलाफ राजातालाब थाने में मुकदमा दर्ज कराने के बाद जेल भेज दिया।

    लोहता थाने में चांदपुर (मंडुवाडीह) निवासी सुधीर कुमार द्विवेदी ने बीते 14 मार्च को चेतगंज जियापुर निवासी बुनकर अनीस अहमद के पुत्र कासिफ, कारखाने के कर्मचारी शाहरुख सहित अज्ञात के खिलाफ धमकी, मारपीट और लूट का तहरीर दिया था। इस मामले की विवेचना एसएसआई आशीष कुमार पटेल कर रहे थे।

    विवेचना के बीच आरोप है कि लूट के केस में धारा कम करने के लिए दरोगा ने अनीस से 75 हजार रुपये मांगे थे। दरोगा रुपये न देने पर अनीस के छोटे बेटे को भी इस मामले में फंसाने की धमकी दे रहा था। अनीस का पक्ष था कि वह इतने रुपये नहीं दे सकता। इसके बावजूद दरोगा रुपयों के लिए अनीस पर दबाव बना रहा था।

    इसके बाद अनीस ने पूरे मामले की जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी। योजना के अनुसार अनीस ने 40 हजार रुपये देने के लिए दरोगा को फोन किया। दरोगा ने अपने आदमी मासूम अली को रुपये लेने के लिए अनीस के पास भेजा। हरकत में आई एंटी करप्शन की टीम थाने पहुंची और दरोगा और उसके सहयोगी को घूस लेते पकड़ लिया। इसके बाद दोनों को लेकर पुलिस राजातालाब थाने पहुंची और उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की।

  • मऊ के लोगो के दिलो मे आज भी राज करते है पूर्व के एसपी मऊ और आज के एडीजी वाराणसी पीयूष मॉर्डिया

    मऊ के लोगो के दिलो मे आज भी राज करते है पूर्व के एसपी मऊ और आज के एडीजी वाराणसी पीयूष मॉर्डिया

    (ब्रह्मा नन्द पाण्डेय)

    मऊ। वर्तमान मे एडीजी वाराणसी और पूर्व के पुलिस अधीक्षक पीयूष मोर्डिया साहब आज भी मऊ की जनता के दिलो पर राज करते है। अपराध और अपराधियों पर नकल कसने का तरीका हो या फिर फरियादियों से मिलने का सलीका, मऊ की जनता आज भी इनको सराहने से बाज नही आती है।

    सूत्रों की माने तो सूबे के वरिष्ठ आईपीएस पियूष मॉर्डिया को जैसे ही वाराणसी मे बतौर एडीजी ल्कार्यभार लेने की जानकारी लगी ,लोगो को खुशी का ठिकाना नही रहा। साहब को जनपद के करीब पा फूले नही समा रहे लोग उनके सुखमय सफल जीवन की कामना करते है। सवाल उठता है क्या साहब के जैसे उनके बाद जिले मे कोई पुलिस अधीक्षक नही आये ? आये लेकिन वे साहब के जैसे लोगो के दिलो को नही जीत सके।

    साहब जब से वाराणसी मे बतौर एडीजी तैनात हुए है जैसे मानो वे मऊ मे हो, लोग उनके गुणों का गान करते नही थक रहे है। साहब का अपराध और अपराधियों पर सिकंजे का तरीका और लोगो से मिलने की शैली ने लोगो को उनका दीवाना बना दिया । ऐसा नही साहब के जाने के बाद जिले मे कोई एसपी नही आये, लेकिन साहब की कार्यशैली ने मऊ की जनता के दिलो पर जो छाप छोड़ी वह आज तक कोई और नही ले सका।

  • होली पर्व को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सीएमओ कार्यालय ने जारी की हेल्थ एडवाइजरी

    होली पर्व को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सीएमओ कार्यालय ने जारी की हेल्थ एडवाइजरी

    वाराणसी। रंगों के पर्व होली को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। महापर्व पर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं के लिए 24 घंटे अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।

    गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि होली के पर्व पर दुर्घटना/मार्ग दुर्घटना की घटनाओं को देखते हुए सभी आकस्मिक सेवायें सुव्यवस्थित एवं संचालित रखी जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि संबंधित चिकित्सा इकाई की इमरजेंसी में कुछ बेड अतिरिक्त रूप से आरक्षित रखे जायें। समस्त चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को बिना अपरिहार्य कारणों के अवकाश स्वीकृत न किये जाएं। समस्त चिकित्सकीय इकाईयों पर क्रियाशील एबुलेंस की उपलब्धता समयान्तर्गत सुनिश्चित की जाए। चूंकि होली रंगों का पर्व है, जिसमें प्रायः केमिकल वाले रंगों के उपयोग से नेत्र एवं त्वचा से संबंधित समस्यायें उत्पन्न होती हैं। ऐसे में समस्त इकाइयों पर नेत्र तथा त्वचा रोग से संबंधित औषधियों की पर्याप्त उपलब्धता तथा त्वचा एवं नेत्र रोग विशेषज्ञों की आन-काल उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। जिला प्रशासन से समन्वय कर होली के त्योहार को स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित रूप से मनाने के लिए समस्त यथा आवश्यक कदम उठायें जाएं।

    मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि होली पर्व पर दुर्घटनाओं की आशंका अधिक रहती है लिहाजा आपातकालीन सेवा के लिए चिकित्सकों, स्टाफ नर्स और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। एंबुलेंस कर्मियों को भी सक्रिय रहने और समय से कॉल रिसीव करने का निर्देश दिया गया है। मण्डलीय चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बेड आरक्षित किये गये हैं। होली में केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से त्वचा झुलसने के साथ ही श्वास व नेत्र रोग संबंधी मामलों की आशंका अधिक रहती है। इसे देखते हुए सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर नेत्र रोग और त्वचा रोग संबंधी पर्याप्त औषधियों के साथ चिकित्सकों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

    -होली पर केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से बचे

    सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील किया है कि वह होली पर केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से बचें। उन्होंने कहा कि होली में केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग आप के लिए घातक हो सकता है। होली खेलने के लिए लोग जिन रंगों का अधिकांशतः प्रयोग करते है वह ऐसे रसायनों से तैयार किये जाते है जो लोगों के लिए बेहद ही हानिकारक होते हैं। होली पर जिन लोगों को इस तरह के रंग लगाये जाते हैं, उन्हें त्वचा रोग होने का सर्वाधिक खतरा रहता है। अगर ये रंग आंखों में चले जाए तो इनसे आंखों को भी क्षति पहुंच सकती है। कई बार सांस के जरिये ये रंग फेफड़ों में भी जमा हो जाते हैं, जिसके कारण वहां भी संक्रमण हो सकता है। इसलिए सभी को केमिकल युक्त रंगों से होली खेलने से बचना चाहिए।

  • वाराणसी: हरिश्चंद्र घाट पर खेली गई चिता भस्म की होली, निकली मसान नाथ की शोभायात्रा

    वाराणसी: हरिश्चंद्र घाट पर खेली गई चिता भस्म की होली, निकली मसान नाथ की शोभायात्रा

    वाराणसी,। रंगभरी एकादशी पर बुधवार को महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट पर चिता भस्म की होली खेली गई। आयोजक संस्था काशी मोक्षदायिनी सेवा समिति की ओर से चिता भस्म की होली के पूर्व रविन्द्रपुरी स्थित बाबा कीनाराम आश्रम से हरिश्चंदघाट तक शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में शामिल अधोरी साधु नरकंकाल पहनकर तांडव नृत्य मुद्रा में चल रहे थे।

    शोभायात्रा में शामिल आकर्षक झांकियों के साथ रंगमंच के कलाकार और औघड़, गाजा बाजा राहगीरों में आकर्षण बना रहा। शोभायात्रा हरिश्चंद्र घाट पर पहुंची तो उसमें शामिल युवा,औघड़ जलती चिताओं के पास पहुंंचे। यहां घाट पर बाबा मोहन नाथ का आशीर्वाद लेकर कलाकार और युवाओं की टोली चिता की राख से होली खेलने लगी। इस दौरान खेले मसाने में होली दिगम्बर पर युवा थिरकते हुए एक दूसरे पर चिता भस्म और अबीर गुलाल उड़ाते रहे। चिता भस्म की होली देखने और इसमें भाग लेने के लिए घाट पर भारी भीड़ जुटी रही। मसाने की होली देखने के लिए लोग काफी पहले ही घाट पर पहुंच गए।

    बारिश और सर्द हवाओं के बावजूद लोग महाश्मशान घाट पर जमे रहे। ढोल, मजीरे और डमरुओं की थाप के बीच घाट पर हर-हर महादेव का उद्घोष भी गूंजता रहा। युवाओं की टोली में बीएचयू के छात्र भी शामिल हुए और चिता भस्म की होली में भागीदारी की। होरी खेले मसाने में… के बोल पर युवा जमकर थिरके। काशी में रंगभरी एकादशी के अगले दिन गुरुवार को मोक्षतीर्थ मणिकर्णिकाघाट पर भी चिता भस्म की होली खेली जाएगी। काशी में मान्यता है कि रंगभरी एकादशी के दिन बाबा विश्वनाथ अपनी नगरी के भक्तों व देवी देवताओं संग अबीर गुलाल संग होली खेलते हैं। इसके अगले दिन मणिकर्णिका घाट पर बाबा अपने गणों के साथ चिता भस्म की होली खेलते हैं।

  • बीएचयू और रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच एमओयू, वेलनेस इन्डस्ट्री को मिलेगा बढ़ावा

    बीएचयू और रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच एमओयू, वेलनेस इन्डस्ट्री को मिलेगा बढ़ावा

    वाराणसी, । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और एओंगडॉक कल्चर एवं टूरिज्म फाउन्डेशन (वाईडीसीटी), रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के बीच मंगलवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय समिति कक्ष संख्या-02 में बीएचयू कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह और कार्यपालक निदेशक, एओंगडॉक कल्चर ली थाइ हो की मौजूदगी में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुआ।

    बीएचयू आयुर्वेद संकाय के प्रमुख प्रो. प्रदीप कुमार गोस्वामी के अनुसार एमओयू निश्चित रूप से भारत एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के सम्बन्धों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य रक्षण, वेलनेस इन्डस्ट्री एवं सांस्कृतिक सहयोग में बढ़ावा देगा। भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के पारम्परिक चिकित्सा पद्धति अपने आधारभूत सिद्धान्तों एवं प्रैक्टिसेस में काफी एकरूपता रखते हैं। भारत एवं रिपब्लिक ऑफ साउथ कोरिया के द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने में संयुक्त उद्यम, शिक्षा और ज्ञान के आदान-प्रदान और गुणवत्तापूर्ण आदान-प्रदान के समग्र उत्थान के लिए एमओयू निकट भविष्य में लैण्डमार्क सिद्ध होगा।

    इस अवसर पर बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. शंखवार, प्रो. राजेश सिंह, इन्टरनेशनल सेन्टर के संयोजक प्रो. एस.वी.एस. राजू, प्रो. जे.एस. त्रिपाठी, डॉ ए.के. द्विवेदी आदि भी मौजूद रहे।

  • डीआईजी जोन ने गाजीपुर सिधौना में पैरामिलिट्री फोर्स के ठहरने के स्थान का किया निरीक्षण

    डीआईजी जोन ने गाजीपुर सिधौना में पैरामिलिट्री फोर्स के ठहरने के स्थान का किया निरीक्षण

    -लोकसभा चुनाव में जवानों के लिए मूलभूत सुविधाओं को लेकर दिया दिशा निर्देश

    वाराणसी। लोकसभा चुनाव में तिथियों का ऐलान होते ही पुलिस अफसर भी कानून व्यवस्था को लेकर सतर्क हैं। लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न कराने के लिए मतदान बूथों पर पहुंच कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। मंगलवार को वाराणसी परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ ओपी सिंह, पुलिस अधीक्षक जनपद गाजीपुर ओमवीर सिंह के साथ श्री रामकरण स्नातोकत्तर महाविद्यालय,सिधौना और वेद इंटरनेशनल स्कूल,सैदपुर पहुंचे। यहां डीआईजी ने मतदान के लिए पैरामिलिट्री फोर्स व अन्य जनपदों से आने वाले पुलिस बल के ठहरने के लिए उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का अवलोकन किया।

    कॉलेज परिसर में पेयजल, शौचालय, विद्युत व्यवस्था व आवासीय भवनों आदि का भौतिक सत्यापन करते हुए उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को अविलम्ब तैयारी के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद डीआईजी जोन ने पुलिस लाइन गाजीपुर में सलामी के उपरांत जनपद के सभी राजपत्रित अधिकारियों सहित समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष व सभी शाखा प्रभारियों के साथ कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की। उन्होंने लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए अफसरों को दिशा निर्देश दिया।

  • मुजफ्फरनगर से शिक्षक धर्मेन्द्र का शव वाराणसी पहुंचा, परिजनों में कोहराम

    मुजफ्फरनगर से शिक्षक धर्मेन्द्र का शव वाराणसी पहुंचा, परिजनों में कोहराम

    वाराणसी। मुजफ्फरनगर में सिपाही की गोली से मृत शिक्षक धर्मेन्द्र सिंह का मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव वाराणसी पहुंचा। कंदवा स्थित अध्यापक कालोनी में शिक्षक का पार्थिव शरीर जैसे ही पहुंचा पत्नी और परिजनों की चित्कार से माहौल गमगीन हो गया।

    आवास पर पार्थिव शरीर का अन्तिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षक और शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी भी पहुंचे। पदाधिकारियों ने परिजनों के रूदन के बीच शव पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान कॉलोनी के लोगों की भीड़ भी मृत शिक्षक के आवास पर जुटी रहीं। पत्नी और बच्चों को दहाड़ मारकर रोते देख उपस्थित लोगों की आंखें भर आईं। पड़ोसी और रिश्तेदार उन्हें ढांढस बंधाते रहें।

    गौरतलब हो कि वाराणसी से हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर मुजफ्फरनगर के एसडी इंटर कॉलेज के मुख्य गेट पर पहुंचे अध्यापक धर्मेन्द्र सिंह पर साथ चल रहे हेड कांस्टेबल ने कारबाइन से ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। रात में इंटर कॉलेज का गेट बंद होने के चलते शिक्षक और सुरक्षा में तैनात दरोगा, हेडकांस्टेबल गाड़ी में ही विश्राम कर रहे थे। इसी दौरान तंबाकू मांगने पर अध्यापक ने मना कर दिया। नाराज सिपाही ने सरकारी कारबाइन से गोली मारकर शिक्षक की हत्या कर दी थी। घटना को लेकर वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में शिक्षकों ने बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन किया था।

  • रिकॉर्ड पांच लाख से अधिक शिवभक्तों ने रविवार को बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया

    रिकॉर्ड पांच लाख से अधिक शिवभक्तों ने रविवार को बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया

    – सामान्य दिनों में आने वाले श्रद्धालुओं की सर्वाधिक संख्या दर्ज की गई

    वाराणसी,। श्री काशी विश्वनाथ धाम दर्शन पूजन के मामले में अपने ही रिकॉर्ड ध्वस्त कर रहा है। सावन व महाशिवरात्रि समेत पर्व-त्योहारों पर तो यहां लाखों भक्त दर्शन के लिए उमड़ते ही हैं, पर रविवार (17 मार्च) जैसे सामान्य दिन में भी यहां पांच लाख से अधिक शिवभक्तों ने दर्शन पूजन किया। यह संख्या सामान्यतः विशिष्ट पर्वों पर आने वाले दर्शनार्थियों के बराबर है। 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों लोकार्पित होने के बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।

    काशी पुराधिपति के दर्शन के लिए निरंतर श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। योगी सरकार की तरफ से काशी में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध की जा रही हैं। नव्य व भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम मंदिर में सुविधा और सुरक्षा के चलते काशी में दर्शनार्थियों का आवागमन निरंतर बढ़ता जा रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के लगभग तीन हज़ार वर्ग फुट से, लगभग पांच लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में परिवर्तित होने के बाद धाम में सनातनियों का दर्शन के लिए तांता लग रह रहा है।

    श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि 17 मार्च 2024 को सामान्य दिवस (पर्व के अतिरिक्त) दर्शनार्थियों की सर्वाधिक दैनिक संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ। इस दिन कुल 5,03,024 दर्शनार्थियों ने महादेव के दर्शन प्राप्त किए। उन्होंने बताया कि कॉरिडोर लोकार्पण के पहले सामान्य दिनों में भक्तों की संख्या लगभग 20 से 30 हज़ार के आसपास रहती थी, जबकि लोकार्पण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 1.5 लाख से 2 लाख हो गई थी।

    काशी व अयोध्या में आ रहे सर्वाधिक श्रद्धालु

    मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि सावन और महाशिवरात्रि में भक्तों की संख्या सर्वाधिक होती है, लेकिन सामान्य दिनों में ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब शिव भक्तों की संख्या एक दिन (रविवार 17 मार्च) को 5 लाख के पार हो गई है। ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई) उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सचिव प्रदीप राय ने बताया कि अयोध्या और काशी के टू वे सर्किट के लिए पर्यटकों का सबसे ज्यादा रुझान हो रहा है। दोनों धार्मिक शहरों में सबसे ज्यादा पर्यटक वीकेंड में आ रहे हैं।

  • वाराणसी: पालकी पूजन के साथ माता गौरा और महादेव के गौने का लोकाचार शुरू

    वाराणसी: पालकी पूजन के साथ माता गौरा और महादेव के गौने का लोकाचार शुरू

    -सोमवार को सायं 06:45 बजे होगी माता गौरा की तेल-हल्दी, मंगलवार को गौरा सदनिका, महंत आवास में बाबा विश्वनाथ की आएगी बारात

    वाराणसी,। रंगभरी (अमला) एकादशी पर श्री काशी विश्वनाथ के गौना में परम्परागत लोकाचार की रविवार से शुरुआत हो गई। बाबा के साथ माता पार्वती संग प्रथमेश की रजत चल प्रतिमा की पालकी यात्रा के निमित्त पालकी पूजन महंत आवास टेढ़ीनीम में हो गई। रंगभरी एकादशी का उत्सव 20 मार्च को मनाया जाएगा। महंत आवास पर पालकी की साफ सफाई के बाद पालकी और सिंहासन का पूजन पं. वाचस्पति तिवारी ने किया। पूजन पं. सुशील त्रिपाठी के आचार्यत्व में पांच वैदिक ब्राह्मणों ने कराया।

    वहीं, कोलकाता से लाए गए ‘देव किरिट’ और काठियावाड़ से भेजे गए शिव पार्वती के राजसी परिधानों को तैयार कर लिया गया है। दशाश्वमेध में महादेव के राजसी वस्त्र विनोद मास्टर तैयार कर रहे हैं। यह दायित्व निभाने वाले टेलर मास्टर विनोद अपने परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्य हैं।

    रंगभरी एकादशी के अवसर होने गौना के निमित्त महंत आवास गौरा के मायके में परिवर्तित हो चुका है। 18 मार्च सोमवार को गौरा के तेल-हल्दी की रस्म निभाई जाएगी। महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती के विवाह की रस्म महंत आवास पर लोकपरंपरानुसार पूरी की गई थी।

    वाचस्पति तिवारी ने बताया कि गौरा के गौना के लिए महाशिवरात्रि के बाद महंत आवास गौरा-सदनिका में परिवर्तित हो जाता है। गौनहारिनों की टोली मंगल गीत गाएगी। गौना के अवसर पर बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा को परंपरागत खादी से बनी राजसी पोशाक धारण कराया जाएगा। गौरा के लिए काठियावाड़ से एक भक्त ने घाघरा भेजा है। 19 मार्च को टेढ़ीनीम स्थत गौरा सदनिका (महंत आवास) में बाबा की बारात का आगमन होगा। बाबा के गौना के अवसर पर टेढ़ीनीम महंत-आवास पर ‘शिवांजलि’ के लोक एवं सुगम संगीत का संक्षिप्त आयोजन भी किया जाएगा।

  • यूपी एसटीएफ ने वाराणसी में 30 करोड़ के म्याऊं म्याऊं ड्रग्स के साथ दो तस्करों को दबोचा

    यूपी एसटीएफ ने वाराणसी में 30 करोड़ के म्याऊं म्याऊं ड्रग्स के साथ दो तस्करों को दबोचा

    वाराणसी। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की वाराणसी इकाई ने जिले के सिंधोरा क्षेत्र में छापेमारी कर दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 2500 ग्राम नशीला सिन्थेटिक ड्रग्स मेफेड्रोन (म्याऊं म्याऊं) बरामद किया। इसकी अन्तरराष्ट्रीय बाजार में 30 करोड़ रूपये कीमत आंकी गई है।

    गिरफ्तार तस्करों में तिवारीपुर बड़ागांव निवासी संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली पुत्र हड़बड़ी गुप्ता, पुवारी खुर्द थाना बड़ागांव निवासी अतुल सिंह है। एसटीएफ के स्थानीय अफसरों के अनुसार पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में मेफेड्रोन तस्करों के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी। इसी दौरान ठाणे मुम्बई की पुलिस ने यूपी एसटीएफ के अफसरों से सूचना साझा किया कि मुम्बई में विनायक नगर नाला सोपारा निवासी पंजीकृत वांछित मेफेड्रोन तस्कर ओम गुप्ता उर्फ मोनू वाराणसी और आसपास के जनपदों में छिपकर रहने के साथ नशीले पदार्थो की तस्करी भी कर रहा है। एसटीएफ के अफसरों के निर्देश पर एसटीएफ वाराणसी इकाई के निरीक्षण अनिल कुमार सिंह और उनकी टीम तस्करों के बारे में सूचना जुटाने के साथ उनके लोकेशन को ट्रैस करने में जुट गई। सूचना संकलन के दौरान निरीक्षक को पता चला कि भगवतीपुर मझवा थाना क्षेत्र सिंधोरा में स्थित प्रदीप प्रजापति के घर में सिंथेटिक ड्रग तैयार किया जा रहा है। इसके बाद वाराणसी टीम के साथ मुम्बई थाणे की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर मकान से दो तस्करों को पकड़ लिया।

    पूछताछ में दोनों ने बताया कि ओम गुप्ता उनके गिरोह का सरगना है। वह मुम्बई और थाणे के आसपास से म्याऊं म्याऊं ड्रग्स की आपूर्ति करता है। हमारे गिरोह के तीन सदस्यों को मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार कर लगभग 32 लाख का ड्रग पकड़ लिया था। तीनों ने पुलिस को पूछताछ में गिरोह के बारे में पूरी जानकारी दी थी। उसके बाद मुम्बई पुलिस गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों के गिरफ्तारी में जुट गई थी। मुम्बई पुलिस से बचने के लिए हम लोग वाराणसी सिंधोरा में नशीला पदार्थ बनाने लगे। दोनों ने बताया कि सरगना ओम गुप्ता ने सिंधोरा मझवा में ओम गुप्ता ने अतुल सिंह के नाम पर प्रदीप प्रजापति को साढ़े 06 लाख रूपए मकान खरीदने के लिए दिया था। इसके बाद ओमगुप्ता के साथ मिलकर दोनों मेफेड्रोन ड्रग्स बनाने लगे। तैयार मादक पदार्थ को ओमगुप्ता मुम्बई में बेचता था। हम दोनों को प्रति किलोग्राम दो लाख रूपए मिलता है।