Category: वाराणसी

  • लोकसभा 2024 के चुनाव में वाराणसी सबसे हाई प्रोफाइल सीट, पीएम मोदी के जीत के अंतर पर निगाहें

    लोकसभा 2024 के चुनाव में वाराणसी सबसे हाई प्रोफाइल सीट, पीएम मोदी के जीत के अंतर पर निगाहें

    —विरोधी दलों के उम्मीदवारों के लिए जमानत बचा पाना ही उपलब्धि होगी

    वाराणसी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 का ऐलान कर दिया। सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा। सातवें और आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चुनाव होगा। वाराणसी में एक जून को मतदान होगा। चुनाव की घोषणा होते ही चुनावी सरगर्मी भी दिखने लगी है। भाजपा से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे है।

    प्रधानमंत्री मोदी के जीत की हैट्रिक लगनी तय है। बाकी, कांग्रेस सपा गठबंधन दल के उम्मीदारों के लिए अपनी जमानत बचा पाना ही उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती रहेगी। चुनावी जंग में देश के सबसे हाई प्रोफाइल सीट पर प्रधानमंत्री के जीत के अंतर ही लोगों की निगाहें रहेगी। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तब भाजपा प्रत्याशी को कुल 581022 मत मिला था।

    दूसरे स्थान पर आप के अरविन्द केजरीवाल अब दिल्ली के मुख्यमंत्री को कुल 209238 मत मिला था । केजरीवाल को छोड़ बाकि दलों के प्रत्याशियों की जमानत भी नही बची थी। कांग्रेस के अजय राय (अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष)को 75614,बसपा के सीए विजय प्रकाश को 60579 तथा सपा के कैलाश चौरसिया को 45291 मत मिला था। इसी तरह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 674,664 लगभग 63.62 फीसदी मत पाकर जीत का रिकार्ड बनाया था। दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव (अब भाजपा में )195,159 कुल 18.40 फीसदी मत और कांग्रेस के अजय राय ने 152,548 लगभग 14.38 फीसदी मत प्राप्त किया था। चुनावी नजरिए से देखे तो वाराणसी संसदीय सीट पर परिणाम को लेकर सभी आश्वस्त है।

    वाराणसी में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते है। इसमें रोहनिया, वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और सेवापुरी वाराणसी लोकसभा में हैं। वहीं,पिंडरा विधानसभा क्षेत्र मछलीशहर और शिवपुर और अजगरा विधानसभा क्षेत्र चंदौली संसदीय क्षेत्र में आता है। देश में वर्ष 1951-52 में पहली बार आम चुनाव हुए थे तो उस वक्त वाराणसी जिले में लोकसभा की 3 सीटें थी। इनमें बनारस मध्य, बनारस पूर्व और बनारस-मीरजापुर थी।

    वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में काशी के 19 लाख 39 हजार 255 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिले में पुरुष मतदाता कुल 10 लाख 53 हजार 293 और महिला मतदाता आठ लाख 85 हजार 827 हैं। इसके अलावा ट्रांसजेंडर वोटर्स 135 हैं।

  • “एडीजी” ने सुरक्षा बलो के ठहराव को मिर्जापुर के बिद्यालय का किया निरीक्षण

    “एडीजी” ने सुरक्षा बलो के ठहराव को मिर्जापुर के बिद्यालय का किया निरीक्षण


    (ब्रह्मा नन्द पाण्डेय )
    मऊ/वाराणसी/मिर्जापुर। लोक सभा चुनाव के दौरान जनपद मिर्जापुर मे सुरक्षा बलो के ठहराव के लिए एडीजी जोन वाराणसी पियूष मॉर्डिया द्वारा शनिवार को एक बिद्यालय परिसर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान एडीजी के साथ उनके कई सहयोगी अफसर भी साथ रहे।


    एडीजी के ट्विटर हैंडल से बतौर एडीजी पीयूष मोर्डिया ने कुछ देर पहले जनपद मिर्जापुर मे एक बिद्यालय के निरीक्षण को लेकर फुटेज सार्वजानिक किया है। हेंडल के मुताबिक यह निरीक्षण लोक सभा चुनाव के दौरान जनपद मे रहने वाले सुरक्षा बलो के ठहराव के लिए किया गया है।

  • बीएचयू में शिक्षक शिकायत निवारण समिति पुनर्गठित,प्रो.राजाराम शुक्ल अध्यक्ष

    बीएचयू में शिक्षक शिकायत निवारण समिति पुनर्गठित,प्रो.राजाराम शुक्ल अध्यक्ष

    वाराणसी,। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति प्रो.सुधीर जैन ने विश्वविद्यालय में शिक्षक शिकायत निवारण समिति का पुनर्गठन किया है। वैदिक दर्शन विभाग, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के प्रो.राजाराम शुक्ल समिति के अध्यक्ष बनाये गये हैं।

    प्रो0 एस0एन शर्मा (अंग्रेजी विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय), प्रो0 आर0के0 मुरली (विधि संकाय), प्रो0 गोपाल नाथ (मोलेक्यूलर बायोलॉजी विभाग, चिकित्सा विज्ञान संस्थान), प्रो0 पुष्पलता सिंह (प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति तथा पुरातत्व विभाग, कला संकाय) तथा डॉ0 पी0के0 बागडे (धर्म एवं दर्शन शास्त्र विभाग, कला संकाय) समिति के सदस्य होंगे। उपकुलसचिव (प्रशासन शिक्षण) सदस्य सचिव बनाये गये हैं। समिति शिक्षकों से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण करेंगी।

  • वाराणसी: मंत्री रविंद्र जायसवाल ने 19 नवचयनित उप निबंधकों को दिए नियुक्ति पत्र

    वाराणसी: मंत्री रविंद्र जायसवाल ने 19 नवचयनित उप निबंधकों को दिए नियुक्ति पत्र

    —नियुक्ति पत्र मिलते ही अभ्यर्थियों के चेहरे खिल उठे, चयन प्रक्रिया को सराहा

    वाराणसी। प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने गुरुवार को स्थानीय सर्किट हाउस सभागार में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2023 में चयनित 19 उप निबंधक पद के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया। नियुक्ति पत्र पाते ही अभ्यर्थियों के चेहरे खिल उठे।

    इस अवसर पर राज्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी एवं समयबद्ध तरीके से हो रही है। पहले चयन प्रक्रिया में 4-5 वर्षों का समय लग जाता था। किन्तु अब समयानुसार प्रक्रिया पूरी की जा रही है। जिसका प्रमाण आज वितरित हुआ नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम है।

    उन्होंने बताया कि 01 वर्ष से कम अवधि 08 माह 09 दिन में ही 2023 का चयन प्रक्रिया पूरी कर आज नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया। उन्होंने युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर प्रयास कर रही केंद्र की मोदी सरकार एवं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही नवचयनित अभ्यर्थियों को भ्रष्टाचार से दूर रहते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करने की अपील की। मंत्री ने कहा कि आपका व्यवहार आम जनमानस का साथ मृदुल होना चाहिए। मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने स्टॉक होल्डिंग की तरफ से लखनऊ में स्थापित हेल्प डेस्क का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

    कार्यक्रम में प्रमुख सचिव लीना जौहरी, महानिरीक्षक निबंधन डॉ रुपेश कुमार, अपर महानिरीक्षक निबंधन रवीश गुप्ता लखनऊ से ऑनलाइन, अपर महानिरीक्षक निबंधन पूर्व क्षेत्र शिव कुमार मिश्र, उप महानिरीक्षक निबंधन वाराणसी मंडल हृकेश पांडेय व उप महानिरीक्षक निबंधन, वाराणसी डी0के0सैनी भी उपस्थित रहे।

    —इन्हें मिला नियुक्ति पत्र

    नियुक्ति पत्र पाने वालों में अनिल कुमार यादव, महिमा मिश्रा,राहुल वर्मा, प्रज्ञा यादव, शिवम द्विवेदी, वरुण सिंह, सुशील कुमार पांडेय, कादंबरी त्रिपाठी, दीप्ति सिंह, मुकेश कुमार, विवेक कुमार, अवंतिका देवी, भीमव्रत प्रताप सिंह, प्रिया, रोहित कुमार, मनीष परिहार, मुकेश चंद्रा, मुकेश त्रिपाठी तथा प्रह्लाद कुमार सरोज है। नियुक्ति पत्र पाने के बाद अभ्यथियों ने नियुक्ति प्रक्रिया की सराहना की और केन्द्र और प्रदेश सरकार का आभार जताया।

  • तीन स्थानों का गुलाल चढ़ेगा बाबा विश्वनाथ के भाल, कैदियों ने किया तैयार

    तीन स्थानों का गुलाल चढ़ेगा बाबा विश्वनाथ के भाल, कैदियों ने किया तैयार

    अयोध्या और मथुरा के हर्बल गुलाल से काशी में होगी होली की शुरूआत

    वाराणसी,। महाशिवरात्रि पर विवाहोत्सव के बाद रंगभरी एकादशी (20 मार्च) को श्री काशी विश्वनाथ के गौने की तैयारियां टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास में शुरू हो गई है। बाबा के गौना बरात में निकलने वाली पालकी यात्रा में इस बार अयोध्या और मथुरा के गुलाल की वर्षा होगी। अयोध्या से राम भक्त मंडली ने विशेष अबीर-गुलाल जहां तैयार किया है। वहींं, मथुरा कारागार के बंदियों ने भी हर्बल अबीर बनाकर बाबा को अर्पित करने के लिए भेजा है।

    महंत परिवार के पं. वाचस्पति तिवारी ने बताया कि शिव-पार्वती के गौना उत्सव को खास बनाने के लिए मथुरा जेल में बंद कैदी खास गुलाल तैयार करने में जुटे हैं। जेल में अरारोट में सब्जियों को मिलाकर हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है। हर्बल गुलाल बनाने के लिए अरारोट में पालक को पीसकर प्राकृतिक हरा रंग निकाल कर इसे तैयार किया जा रहा है। इसी तरह मेथी को पीसकर हल्का हरा रंग, चुकंदर को पीसकर लाल रंग, हल्दी पाउडर का प्रयोग कर पीला गुलाल तैयार किया जा रहा है। इसमें खुशबू बनी रहे इसके लिए बिना केमिकल वाला इत्र मिलाया जाएगा।

    काशी में उड़ता है हजारों क्विंटल गुलाल

    काशी में बाबा विश्वनाथ की परंपरा से जुड़ा गौरा के गौना के अवसर पर महंत आवास से निकले वाली पालकी पर हर साल हजारों क्विंटल गुलाल उड़ाया जाता है। इस बार मथुरा जेल के कैदियों के साथ अयोध्या के एक श्रद्धावान बाबा के गौना के लिये हर्बल गुलाल भेजेंगे।

    वाचस्पति तिवारी ने बताया कि मथुरा के जेल अधीक्षक का कहना है कि कैदियों से गुलाल बनवाने के पीछे दोहरा उद्देश्य है। एक तो उनमें हो रहे सुधार के बाद उन्हें सामाजिक स्वीकृति मिले। दूसरे उन्हें आत्मनिर्भर बनने के योग्य बनाया जाए। ताकि जेल से रिहा होने पर वह समाज के बीच रहकर अच्छा व्यवहार कर सकें। तिवारी के अनुसार इस बार अयोध्या के कर्मकांडी ब्राह्मण आचार्य अनिल तिवारी ने शिव-पार्वती के गौना के लिए विशेष अबीर भेजने की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की खुशी में यह पहल की गई है। अब प्रतिवर्ष बाबा विश्वनाथ के लिए उनके अनन्य प्रिय श्रीराम की नगरी से अबीर-गुलाल भेजा जाएगा।

    वहीं, विश्वनाथ गली व्यवसायी संघ के अध्यक्ष रमेश तिवारी ने बताया बाबा के पालकी यात्रा वाले रास्ते में व्यवसायी संघ सवा कुतंल हर्बल गुलाल रंगभरी एकादशी पर महंत आवास से विश्वनाथ मंदिर के बीच जुटने वाले भक्तों के बीच वितरित करता है।

  • वाराणसी नगर के सभी भवनों में लगेगा क्यूआर कोड, महापौर ने किया विमोचन

    वाराणसी नगर के सभी भवनों में लगेगा क्यूआर कोड, महापौर ने किया विमोचन

    -भवनों में क्यूआर कोड लगने वाला प्रदेश का पहला नगर निगम वाराणसी

    वाराणसी, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सभी भवनों में क्यूआर कोड लगेगा। बुधवार को महापौर अशोक तिवारी, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने नगर निगम के मीटिंग सभागार में क्यू आर कोड का विमोचन कर इसका शुरुआत किया। इसी के साथ वाराणसी नगर निगम उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा नगर निगम बन गया है, यहां डिजिटल पेमेंट के लिए अब हर घर के बाहर क्यू आर कोड की सुविधा उपलब्ध होगी।

    इससे भवन स्वामी घर बैठे अपने मोबाइल फोन से ही स्कैन के जरिए गृहकर, जलकर और कूड़ा उठाने का बिल एक साथ जमा कर सकेंगे। महापौर ने नगर के नागरिकों की सुविधा को देखते हुए नगर के सभी भवनों में क्यूआर कोड लगाये जाने के लिए निगम के अफसरों को निर्देशित किया था। नगर निगम के कम्प्यूटर सेल ने एक्सिस बैंक के सहयोग से क्यूआर कोड की व्यवस्था तैयार की गयी। एक्सिस नगर निगम के सहयोग से नगर के सभी 2.22 लाख भवनों में निःशुल्क क्यूआर कोड लगाने की तैयारी में है। क्यूआर कोड से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की निगरानी एवं दैनिक उपस्थिति की भी मानिटरिंग की जायेगी। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले कर्मचारी क्यूआर कोड स्कैन कर उस भवन में अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे। जिससे यह ज्ञात होगा कि इस घर से कूडे का उठान किया गया है। क्यूआर कोड लगाये जाने की कार्यवाही प्रथम चरण में भेलूपुर जोन से प्रारम्भ होगी। इस अवसर पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रदीप कुमार, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी कुमार असीम रंजन, पी0आर0ओ0 संदीप श्रीवास्तव, प्रोग्रामर दिनेश दुबे आदि मौजूद रहे।

  • फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में माफिया मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा

    फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में माफिया मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा

    फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में मुख्तार अंसारी को आजीवन कारावास,फैसले से चेहरा लटका

    वाराणसी,। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को फर्जी शस्त्र लाइसेंस से जुड़े एक मामले में वाराणसी के स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने बुधवार को उम्रकैद की सजा सुनाई।

    स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट के जज अवनीश गौतम ने 36 साल पुराने इस मामले में माफिया मुख्तार अंसारी को आईपीसी की धारा 428, 467, 468, 120बी एवं आर्म्स एक्ट की धारा 30 के तहत आरोप सिद्ध होने पर मंगलवार को दोषी करार दिया था। सजा सुनाए जाने के वक्त मुख्तार अंसारी बांदा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुआ। एक अन्य मामले में बांदा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे मुख्तार को आठवीं बार सजा हुई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या के मामले में भी मुख्तार को उम्रकैद की सजा हुई थी।

    अभियोजन पक्ष के अनुसार मुख्तार अंसारी ने 10 जून 1987 को दोनाली बंदूक के लाइसेंस के लिए गाजीपुर के जिलाधिकारी के यहां प्रार्थना पत्र दिया था। आरोप था कि गाजीपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर से मुख्तार ने संस्तुति प्राप्त कर शस्त्र लाइसेंस प्राप्त किया था। फर्जीवाड़ा सामने आने पर सीबीसीआईडी ने 4 दिसंबर 1990 को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में मुख्तार अंसारी, तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर समेत पांच नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

    तत्कालीन आयुध लिपिक गौरीशंकर श्रीवास्तव और मुख्तार अंसारी के विरुद्ध 1997 में आरोप पत्र दाखिल किया गया था। मामले की सुनवाई के दौरान गौरीशंकर श्रीवास्तव की मृत्यु हो जाने के कारण उसके विरुद्ध 18 अगस्त 2021 को मुकदमा समाप्त कर दिया गया। कोर्ट में अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी विनय कुमार सिंह और अभियोजन अधिकारी उदय राज शुक्ला ने पक्ष रखा।

    कोर्ट ने आईपीसी 467/120बी में उम्रकैद और एक लाख जुर्माना, 420/120बी में 7 वर्ष की सजा एवं 50 हजार जुर्माना, 468/120 बी में 7 वर्ष की सजा एवं 50 हजार जुर्माना,आर्म्स एक्ट में 6 माह सजा एवं दो हजार जुर्माने की सजा सुनाई गई है। यह सजा पूर्व की सभी सजाओं के साथ चलेगी।

  • माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ी, फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में दोषी,सजा बुधवार को

    माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ी, फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में दोषी,सजा बुधवार को

    वाराणसी। बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। मंगलवार को फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में यहां विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) अवनीश गौतम की अदालत ने मुख्तार अंसारी को दोषी पाया है। न्यायालय बुधवार दोपहर में इस मामले में सजा सुनाएगी।

    अदालत ने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी पर लगाए गए भ्रष्टाचार के मामले में दोषमुक्त कर दिया है। मुख्तार अंसारी के खिलाफ साल 1990 में गाजीपुर के मुहम्मदाबाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। 34 साल बाद मुख्तार अंसारी पर दोष सिद्ध हुआ है। अदालत में सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी वर्चुअल अदालत में पेश हुए। अदालत ने दोनों पक्षों की बहस सुनी। फिर सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद फैसले के लिए 12 मार्च की तिथि मुकर्रर की।

    —जुर्म की दुनिया में जब चल रहा था सिक्का,तब लिया था फर्जी तरीके से लाइसेंस

    माफिया मुख्तार अंसारी की जब गाजीपुर सहित पूरे पूर्वांचल के जनपदों में सियासत और जुर्म की दुनिया में सिक्का चलता था। तब उन्होंने रसूख का फायदा उठा कर दस जून 1987 को एक दोनाली बंदूक के लाइसेंस के लिए गाजीपुर जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था। इसके बाद अपने लोगों से साठ-गांठ कर गाजीपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर से संस्तुति लेकर शस्त्र लाइसेंस ले लिया था। मामला गरमाने पर तब सीबीसीआईडी ने चार दिसंबर 1990 को गाजीपुर के मुहम्मदाबाद थाने में मुख्तार अंसारी, तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर सहित पांच नामजद और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जांच पड़ताल में तत्कालीन आयुध लिपिक गौरीशंकर श्रीवास्तव और मुख्तार अंसारी के खिलाफ न्यायालय में वर्ष 1997 में आरोप पत्र दाखिल हुआ था। लम्बी खिंच रही सुनवाई के दौरान ही लिपिक गौरीशंकर श्रीवास्तव की मृत्यु हो गई थी। इस केस में अभियोजन पक्ष नेे प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और पूर्व डीजीपी देवराज नागर सहित दस गवाहों का बयान लिया था। इस मामले में सुनवाई कर रहे विशेष जज (एमपी एमएलए ) न्यायमूर्ति अवनीश गौतम की कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को दोषी ठहराया है।

  • देश में सीएए लागू, अधिसूचना जारी होते ही काशी में सड़कों पर उतरी फोर्स, गलियों में गश्त

    देश में सीएए लागू, अधिसूचना जारी होते ही काशी में सड़कों पर उतरी फोर्स, गलियों में गश्त

    वाराणसी,। देश में सोमवार को ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ (सीएए) लागू होते ही काशी में पुलिस अफसर फोर्स के साथ सड़कों और संवेदनशील इलाकों के गलियों में गश्त के लिए निकल पड़े। शाम को केन्द्र सरकार ने सीएए लागू होने के लिए अधिसूचना जारी कर दी। पूर्व में सीएए के विरोध को देखते सतर्क अफसरों ने पूरी तैयारी के साथ पैदल मार्च किया।

    भेलूपुर थाना क्षेत्र के संवेदनशील और मिश्रित आबादी के खोजवां और बजरडीहा में सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर डॉ अतुल अनजान त्रिपाठी, प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर ने पैदल गश्त किया। अफसरों ने संकुलधारा पोखरा, गुलरिया मोड़, कश्मीरी गंज, खोजवा बाजार, गांधी चौक, सराय नंदन, लमही मस्जिद, तेलियाना, मुर्गिया टोला और अन्य क्षेत्रों में भी गश्त किया। इसी तरह एसीपी कैंट एवं शिवपुर थाना प्रभारी ने फोर्स के साथ उदय प्रताप कॉलेज, भोजूबीर, गिलट बाजार, कचहरी चौराहे पर पैदल गश्त किया।

    डीसीपी वरुणा जोन श्याम नारायण सिंह, एडीसीपी वरुणाजोन, थाना प्रभारी लालपुर पांडेयपुर ने फोेर्स के साथ पांडेयपुर, खजूरी, ताड़ीखाना तिराहा सहित आसपास के इलाकों में गश्त किया।

    गौरतलब हो कि सीएए के लागू होते ही प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने भी अफसरों को अलर्ट किया है। सोशल मीडिया में भड़काऊ, आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर भी डीजीपी मुख्यालय से निगरानी हो रही है।

  • माहे रमजान का दिखा चांद, मंगलवार को पहला रोजा, मस्जिदों में नमाज तरावीह

    माहे रमजान का दिखा चांद, मंगलवार को पहला रोजा, मस्जिदों में नमाज तरावीह

    -चांद के दीदार के लिए बच्चे और महिलाएं भी घर के सदस्यों के साथ छत पर डटे रहे

    वाराणसी। मुकद्दस महीना रमजान का चांद सोमवार शाम धर्म नगरी काशी में भी दिखा। चांद का दीदार होते ही मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में लोगों ने खुशी में आतिशबाजी कर एक दूसरे को बधाई दी। सोशल मीडिया पर भी बधाई का दौर चलता रहा। मस्जिदों और इबादतगाहों में विशेष नमाज तरावीह पढ़ने के लिए हुजूम उमड़ पड़ा। मुस्लिम बहुल इलाकों सरैया, नक्खीघाट, बजरडीहा, मदनपुरा, पीलीकोठी, नई सड़क, दालमंडी, लल्लापुरा, पठानीटोला, सराय हड़हा, रेवड़ी तालाब, खारीकुंआ में मुकद्दस महीना रमजान को लेकर लोगों में उल्लास दिखा। नई सड़क स्थित लगड़ा हाफिज मस्जिद में अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद ने भी रमजान के चांद का दीदार किया।

    समाजसेवी शकील अहमद ने बताया कि रमजान के चांद का दीदार होते ही मस्जिदों में तरावीह शुरू हो गई है। शहर की अलग-अलग मस्जिदों में कहीं छह, ढाई तो कहीं दो पारा तरावीह पढ़ी जाएगी। माहे रमजान में पहला रोजा 12 मार्च मंगलवार से शुरू होगा। उन्होंने बताया कि घरों में महिलाएं इबादत के साथ ही सहरी और इफ्तार की व्यवस्था में जुट गई हैं।

    पत्रकार जावेद बताते हैं कि रमजान का महीना बहुत ही रहमतों व बरकतों का महीना है। इस माह में एक नेकी के बदले 70 नेकियों के बराबर सबाब मिलता है। इस्लाम में रमजान का रोजा रखना हर मुसलमान पर फर्ज किया गया है। रमजान को तीन अशरों में बांटा गया है। पहला 10 दिन रहमत का, दूसरा दस दिन मगफिरत का और आखिरी 10 दिन जहन्नम से आजादी का है।