Category: वाराणसी

  • राहुल गांधी ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में लगाई हाजिरी, न्याय यात्रा की सफलता की कामना की

    राहुल गांधी ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में लगाई हाजिरी, न्याय यात्रा की सफलता की कामना की

    वाराणसी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। उन्होंने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की सफलता के लिए बाबा से कामना की। उत्तर प्रदेश में राहुल की यात्रा का आज दूसरा दिन है।

    दर्शन-पूजन के बाद राहुल गांधी ने गोदौलिया चौराहे पर लोगों को संबोधित किया। राहुल ने कहा कि यात्रा के दौरान उन्होंने कभी नफरत नहीं देखी। यात्रा में भाजपा और संघ के लोग भी आए। उन्होंने हमसे अच्छे से बात भी की। यह देश तभी मजबूत होता है जब हम साथ मिलकर काम करते हैं। देश को एक साथ लाना ही सच्ची राष्ट्रभक्ति है। उन्होंने कहा कि अब तक 4,000 किलोमीटर की यात्रा की है। इस दौरान किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी और महिलाएं मुझसे मिलीं। उन सबने अपनी पीड़ा बताई। देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक विचारधारा भाई को भाई से लड़ाती है और आपकी जेब से पैसा निकालकर चुनिंदा अरबपतियों को दे देती है। दूसरी विचारधारा नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलती है और आपका हक आपको वापस लौटाती है।

    इसके पहले राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा वाराणसी पहुंची। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के पड़ाव से न्याय यात्रा जैसे ही गंगा नदी पर बने राजघाट पुल पर पहुंची, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हर-हर महादेव के गगनभेदी नारे से अपने नेता का गर्मजोशी से स्वागत किया। राजघाट पुल पर राहुल का काफिला पहुंचने के कुछ समय पहले कुछ युवकों ने काले झंडा लहराते हुए राहुल गांधी वापस जाओ के साथ जयश्री राम के नारे लगाए। हालांकि पुलिस की सक्रियता से प्रदर्शनकारी भाग खड़े हुए।

    कड़ी सुरक्षा के बीच राहुल गांधी लाल रंग की खुली जीप पर सवार होकर राजघाट और भदउचुंगी से कज्जाकपुरा होते हुए गोलगड्डा पहुंचे। यहां पहले से ही हजारों की सख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने राहुल की अगवानी की। राहुल के साथ उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्र समेत कई प्रमुख नेता भी हैं। प्रदेश में राहुल की यात्रा का आज दूसरा दिन है।

    शहर में लगभग 12 किलोमीटर की न्याय यात्रा गोलगड्डा से आगे बढ़ी तो साथ में पार्टी के कार्यकर्ताओं का हुजूम पीलीकोठी आदमपुर के रास्ते रोड शो की शक्ल में शहर की ओर बढ़ा। न्याय यात्रा मैदागिन, बुलानाला, चौक हुए ज्ञानवापी मोड़ पर जाकर कुछ देर के लिए रूकी। यहां राहुल और यात्रा में शामिल नेताओं ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। दर्शन पूजन के बाद राहुल गांधी पुन: न्याय यात्रा में शामिल होकर गादौलिया पहुंचे। यहां आमलोगों को संबोधित करने के बाद भदोही जिले के लिए रवाना होंगे। कांग्रेस के वाराणसी महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के अनुसार गोदौलिया से लक्सा, रथयात्रा, गुरुबाग होते हुए मंडुवाडीह के रास्ते पर अभी तक किसी भी कांग्रेस नेता ने कोई यात्रा नहीं की है। राहुल पहले कांग्रेस नेता होंगे जो इस मार्ग पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालेंगे।

    भारत जोड़ो न्याय यात्रा के चौक पहुंचने पर राहुल ने मलइयों का लुत्फ भी लिया। इसके बाद उन्होंने दुकानदार से बातचीत भी की। राहुल ने वाराणसी पहुंचने से पहले पड़ाव स्थित भगवान अवधूत राम के आश्रम में भी हाजिरी लगाई और आश्रम के संतों से आशीर्वाद लिया।

  • वाराणसी में भारतीय तिथि के अनुसार मना गणतंत्र दिवस, शंकराचार्य घाट पर फहरा तिरंगा

    वाराणसी में भारतीय तिथि के अनुसार मना गणतंत्र दिवस, शंकराचार्य घाट पर फहरा तिरंगा

    वाराणसी। काशी पुराधिपति की नगरी में शनिवार को भारतीय सनातनी तिथि के अनुसार देश का गणतंत्र दिवस मनाया गया।

    शंकराचार्य गंगा सेवा न्यास के तत्वावधान में गठित सार्वभौम गंगा सेवा अभियानम की पहल पर संवत् 2080 विक्रमी माघ शुक्ल अष्टमी पर जुटे बटुकों और धर्म प्राण नागरिकों ने गंगा-तिरंगा कार्यक्रम में गणेश पूजन,ध्वज पूजन किया। इसके बाद ध्वजारोहण का राष्ट्रगान गाया गया। फिर राष्ट्र नदी गंगागान, वैदिक राष्ट्रमन्त्र के बाद विद्यार्थियों ने राष्ट्रध्वज को नमन कर पथ संचलन किया।

    कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी अखण्डानन्द महाराज के दण्डी संन्यासी शिष्य स्वामी प्रज्ञानानन्द ने कहा कि ज्योतिष्पीठाधीश्वर सनातनधर्मियों को वैदिक व भारतीय परम्परा संस्कृति के अनुसार अपना हर त्योहार व पर्व मनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं ताकि सनातनधर्मी अपनी जड़ से जुड़े रहें।

    गंगा तिरंगा महोत्सव में विशिष्ट अतिथि वेदांताचार्य श्री भगवान दास महाराज ने कहा कि जो समाज अपने परम्परा व संस्कृति से जुड़ कर नहीं चलता, उसका विनाश हो जाता है।

    ब्रह्मचारी शिष्य परमात्मानन्द ने कहा कि शास्त्र में कहीं भी अलग से भारत माता का वर्णन नहीं आता है। भारत माता कौन है कैसी दिखती है ऐसा कहीं भी वर्णन नहीं है। उन्होंने कहा कि वास्तव में गौ माता ही भारत माता हैं। गौ कटती रहे और हम ‘भारत माता की जय’ करें और गणतंत्र दिवस मनाएं यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि माता के बिना भारत और सनातन धर्म की हम कल्पना ही नहीं कर सकते हैं। महोत्सव की अध्यक्षता साध्वी पूर्णाम्बा ने किया। इसके पूर्व कार्यक्रम में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती का संदेश भी सुनाया गया।

    इस मौके पर साध्वी शारदाम्बा, आचार्य रंजन शर्मा, आचार्य भूपेन्द्र मिश्रा,आचार्य अभिषेक दुबे,त्रिशूलधारी राकेश पाण्डेय, संजय पांडेय आदि शामिल रहे।

  • काशी पहुंची राहुल गांधी की न्याय यात्रा, कार्यकर्ताओं ने की अगवानी

    काशी पहुंची राहुल गांधी की न्याय यात्रा, कार्यकर्ताओं ने की अगवानी

    – न्याय यात्रा के शहर में प्रवेश से पूर्व राजघाट पुल पर राहुल गांधी वापस जाओ के लगे नारे

    वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शनिवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा प्रवेश कर गई। उत्तर प्रदेश के जनपद चंदौली के पड़ाव से न्याय यात्रा जैसे ही गंगा नदी पर बने राजघाट पुल पर पहुंची पार्टी कार्यकर्ताओं ने हर-हर महादेव के गगनभेदी नारे से अपने नेता का गर्मजोशी से स्वागत किया।

    राजघाट पुल पर राहुल गांधी के काफिले के आने के कुछ देर पहले कुछ युवकों ने काला झंडा लहराते हुए राहुल गांधी वापस जाओ के साथ जयश्री राम का नारा भी लगाया। यह देख पुलिस बल ने वहां से हटा दिया। कड़ी सुरक्षा के बीच राहुल गांधी लाल रंग की खुली जीप पर सवार राजघाट, भदउचुंगी से कज्जाकपुरा होते हुए गोलगड्डा पहुंचे। यहां पहले से ही हजारों की सख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की अगवानी काशी का परम्परागत उद्घोष हर-हर महादेव के साथ पार्टी का ध्वज लहराते हुए किया। राहुल गांधी के साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय,पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्र, राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय आदि भी है। यूपी में राहुल गांधी के न्याय यात्रा का दूसरा दिन है।

    शहर में लगभग 12 किलोमीटर की न्याय यात्रा गोलगड्डा से आगे बढ़ी तो साथ में पार्टी के कार्यकर्ताओं का हुजूम पीलीकोठी आदमपुर के रास्ते रोड शो की शक्ल में शहर की ओर बढ़ा। न्याययात्रा मैदागिन, बुलानाला, चौक हुए ज्ञानवापी मोढ़ पर जाकर कुछ देर के लिए रूकेगी। यहां राहुल गांधी और यात्रा में शामिल नेता काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगा कर यात्रा की सफलता के लिए बाबा से आर्शिवाद मांगेगे। दर्शन पूजन के बाद राहुल गांधी पुन: न्याय यात्रा में शामिल होंगे। यहां से न्याय यात्रा गादौलिया पहुंचेगी। यहां आमलोगों को सम्बोधित करने के बाद राहुल गांधी गोदौलिया से रथयात्रा मार्ग से आगे बढ़ेगी।

    पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस रास्ते अब तक कांग्रेस के किसी भी नेता ने कोई राजनीतिक यात्रा नहीं की है। पार्टी के वाराणसी महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के अनुसार गोदौलिया से लक्सा, रथयात्रा, गुरुबाग होते हुए मंडुवाडीह के रास्ते पर अभी तक कोई भी कांग्रेसी नेता ने कोई यात्रा नहीं की है। राहुल गांधी पहले कांग्रेसी नेता होंगे, जो इस मार्ग पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालेंगे।

  • रोहनिया मड़ाव में ट्रेन की चपेट में आने से दो युवकों की दर्दनाक मौत, परिजनों में कोहराम

    रोहनिया मड़ाव में ट्रेन की चपेट में आने से दो युवकों की दर्दनाक मौत, परिजनों में कोहराम

    वाराणसी। रोहनिया थाना क्षेत्र के मड़ाव गांव के सामने स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर शुक्रवार शाम रेलवे लाइन पार करते समय दो युवक विभूति एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। हादसे में दोनों युवकों की मौत हो गई। ट्रेन के जाने के बाद राहगीरों की नजर रेलवे लाइन पर पड़ी तो चौक गए। ग्रामीणों से घटना की जानकारी मिलते ही रोहनिया पुलिस के साथ आरपीएफ भी मौके पर पहुंच गई।

    मड़ाव गांव के रेलवे क्रॉसिंग पर शुक्रवार शाम लगभग सात बजे चोलापुर के चमरहा अल्लोपुर गांव निवासी शिवम पटेल 18 वर्ष और जयप्रकाश उर्फ महेश पटेल 26 वर्ष रेलवे लाइन पार कर रहे थे। इसी दौरान इलाहाबाद की तरफ से बनारस की ओर जा रही विभूति एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में दोनों आ गए । हादसे में दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतक जयप्रकाश उर्फ महेश मजदूरी का काम करता था। हादसे की जानकारी पर महेश के पिता रमेश उर्फ कल्लू ,मां सुशीला देवी, पत्नी तारा देवी सहित अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल रहा। जयप्रकाश को पुत्र भी है। दूसरा मृत युवक शिवम पटेल करौदी से आईटीआई कर रहा था।

  • धोती-कुर्ता में तिलक चुटियाधारी बटुकों ने जमकर खेली क्रिकेट, मारे चौके- छक्के

    धोती-कुर्ता में तिलक चुटियाधारी बटुकों ने जमकर खेली क्रिकेट, मारे चौके- छक्के

    — संस्कृत में कमेंट्री, कन्दुकस्य रेखाया: बहिर्गमनम् । अतिरिक्त एक धावनाऽका: लब्धा:

    वाराणसी। दशाश्वमेध स्थित शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 80वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को परम्परागत धोती-कुर्ता में तिलकधारी चुटिया बांधे बटुकों ने जमकर क्रिकेट खेली। रेवड़ीतालाब स्थित जयनारायण इंटर कॉलेज के खेल मैदान में बटुक जब धोती-कुर्ता में क्रिकेट के मैदान पर उतरे तो हर कोई बस देखता ही रह गया।

    मंगलाचरण व वेद मंत्रों का पाठ करते हुए मैदान में प्रवेश करने के बाद बटुकों के चौकों-छक्कों पर तो लोगों ने जमकर तालियां बजाई। बैटिंग के दौरान खिलाड़ियों के चौके-छक्के, कवर ड्राइव, पुल शॉट मारने के बीच लहराता शिखा लोगों को बेहद आकर्षक लग रहा था। प्रतियोगिता के दौरान कमेंट्री भी संस्कृत में हुई। संस्कृत में चतुरधाव्नांका (चौका) तथा षड्धाव्नांका (छक्का), बहिर्भूत: (आउट), दंड पतनात बहिर्भूत (बोल्ड) से मैदान गूंज रहा था। जब खेल कमेंटेटर ने कहा कि कन्दुक प्रक्षेपक: कन्दुकं प्रक्षिपति, तदा फलक ताडकत्वेन तीव्र गत्या प्रहरति, तदा कन्दुकं आकाश मार्गेन सीमा रेखात: बहिर्गतम् । षड्धावनाऽका: लब्धा: । (बालर ने बाल फेंका , बल्लेबाज ने हिट किया, बाल आकाश मार्ग से होती हुई बाउंड्री के बाहर चली गई । और छ: रन प्राप्त हुए ।) इस पर लोगों ने जमकर तालियां बजाई।

    इसके पहले प्रदेश के पूर्व मंत्री और शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। विधायक ने बटुकों से संस्कृत में परिचय लिया। इस मौके पर विधायक डॉ.नीलकंठ तिवारी ने कहा कि संस्कृत भाषा व इसके छात्रों के उत्साहवर्धन के लिए इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए। संस्कृत में कमेंट्री व्याकरणशास्त्र के मूर्धन्य विद्वान डॉ. शेषनारायण मिश्र व पं. विकास दीक्षित ने किया। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक व संस्था के प्राचार्य डॉ.पवन कुमार शुक्ला ने किया।

    डॉ पवन शुक्ला ने कहा कि यह आयोजन देश में अपने में अनोखा है । इसी कारण इसकी प्रशंसा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में किया था। मैच के सारे नियम लगभग किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के ही समान थे। उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय मैच में चार टीमों, शास्त्रार्थ महाविद्यालय,इंटरनेशनल चंद्रमौलि चैरिटेबल संस्कृत संस्थान,चल्ला शास्त्री वेद-वेदांग संस्कृत विद्यालय तथा महर्षि महेश योगी संस्थान ने प्रतिभाग किया।

    शुरुआत में संस्था के राष्ट्रपति पुरस्कृत पूर्व प्राचार्य तथा संयोजक डॉ.गणेश दत्त शास्त्री व संस्कृत भाषा के विद्वान डॉ.विनोद राव पाठक ने मुख्य अतिथि डॉ नीलकंठ तिवारी का माल्यार्पण व अंगवस्त्र प्रदान कर अभिनंदन किया। विशिष्ट अतिथि पार्षद विजय द्विवेदी, पूर्व चिकित्साधिकारी डॉ.सारनाथ पांडेय,जयनारायण इंटर कालेज के प्राचार्य वीरेंद्र श्रीवास्तव,जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह रहे।

  • सनातन की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव ने लड़ी थी बड़ी लड़ाई : अनिल राजभर

    सनातन की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव ने लड़ी थी बड़ी लड़ाई : अनिल राजभर

    महाराजा सुहेल देव की जयंती पर बैंड बाजों के साथ निकली शोभायात्रा

    वाराणसी। महाराजा सुहेलदेव की जयंती पर बुधवार को सारनाथ स्थित हवेलिया चौराहा से सुहेलदेव उद्यान तक गाजे-बाजे के शोभायात्रा निकाली गई। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के नेतृत्व में निकली शोभायात्रा में बड़ी संख्या में राजभर समाज सहित अन्य समाज के लोग भी शामिल हुए।

    शोभायात्रा में ऊंट, घोड़ा, बग्घी के साथ सुहेलदेव समर्थक सुहेलदेव अमर रहें के नारे लगाते हुए सुहेलदेव उद्यान पहुंचे। उद्यान में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर एवं महापौर अशोक तिवारी ने सुहेलदेव की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।

    इस दौरान आयोजित सभा में मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि आज राष्ट्रवीर महाराजा सुहेल देव का जन्मदिवस है। इस अवसर पर राजभर समाज के साथ ही हर वर्ग, हर समाज के लोग महाराजा सुहेल देव को नमन करने लिए यहां आए हुए हैं।

    मंत्री ने कहा कि सनातन की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव ने बड़ी लड़ाई लड़ी थी और दुश्मनों को मौत के घाट उतारा था। उस काल खंड में उन्होंने अयोध्या की भी रक्षा की थी। आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महापुरुषों को सम्मान करने का जो अभियान है वो आज चरितार्थ हो रहा है।

    उन्होंने कहा कि मुझे ठीक से याद है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान श्री राम के भव्य मंदिर की आधारशिला रखने अयोध्या आए थे। और जब काशी विश्वनाथ काॅरिडोर का लोकार्पण करने आए थे। तब उन्होंने अपने भाषण में भगवान सुहेल देव का उल्लेख किया और उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

    मंत्री राजभर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने महाराजा सुहेल देव के नाम पर डाक टिकट जारी किया। महाराजा सुहेल देव के नाम से एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की। प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार बहराइच में महाराजा सुहेल देव का भव्य स्मारक बनाने का कार्य कर रही है। इसके साथ ही आजमगढ़ में विश्वविद्यालय एवं बहराइच में मेडिकल कॉलेज बनाने का कार्य प्रदेश भाजपा सरकार कर रही है।

    उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेल देव को जितना मान सम्मान भाजपा सरकार ने दिया है उतना किसी और सरकार ने कभी नहीं दिया। राजभर ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। काशी में विश्वनाथ काॅरिडोर और अयोध्या में भगवान श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनने के बाद देश और दुनिया से लोग काशी और अयोध्या आ रहे हैं। जिससे पर्यटन के साथ साथ अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

    मंत्री ने कहा कि देश को फाइव ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की ओर हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर अशोक तिवारी ने की। सभा में फागू राजभर, मोहनराजभर, संजय सिंह, भाजपा काशी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, कमलेश मौर्या, प्रकाश राजभर, जगदीश राजभर, गुरुदयाल राजभर, अजय राजभर, मुन्ना निषाद, शेखर राजभर आदि शामिल रहे।

  • अदालती मामलों की समीक्षा के लिए सीनियर अफसर नियमित रूप से तहसीलों का दौरा करें : हेमंत राव

    अदालती मामलों की समीक्षा के लिए सीनियर अफसर नियमित रूप से तहसीलों का दौरा करें : हेमंत राव

    -अध्यक्ष राजस्व परिषद ने वाराणसी में राजस्व वादों को लेकर समीक्षा बैठक की

    वाराणसी। उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष हेमंत राव ने कहा कि वरिष्ठ अफसर कोर्ट केसों की समीक्षा के लिए नियमित रूप से तहसीलों और जिलों का दौरा करें।

    उन्होंने भूमि आवंटन तथा पट्टों के मामलों को तहसील स्तर पर निस्तारित करने, निर्विवाद उत्तराधिकार/वरासत के मामलों में बेवजह समय न लगाते हुए इनको तुरंत पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश भी दिया। राजस्व परिषद के अध्यक्ष मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में मंडलीय राजस्व वादों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उन्होंने रियल टाइम खतौनी, अंश निर्धारण, ई-खसरा, वर्तमान में जारी रबी पड़ताल आदि की प्रगति की समीक्षा की।

    उन्होंने विभिन्न बिंदुओं पर अपनी बात रखते हुए अफसरों को दिशा निर्देश भी दिए। आवास आवंटन में जौनपुर तथा रियल टाइम खतौनी में चंदौली जनपद की अच्छी प्रगति पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि वादों का निस्तारण फौरी स्तर पर करते हुए उनको पोर्टल पर डेली बेसिस पर अपलोड कर 3 से 5 वर्ष व पुराने मामलों में शीघ्रता बरतते हुए उनका निस्तारण भी कराएं। स्वामित्व योजना’ के तहत वितरित हो रहे घरौनी का फीडबैक लेते हुए उन्होंने बैंकों को इसे लीगल डॉक्यूमेंट के रूप में लेने के लिए प्रेरित करने को कहा।

    इसी तरह आर्म्स नवीनीकरण के मामलों में ऑनलाइन प्रक्रिया, जाति, निवास प्रमाणपत्रों की तरह ईडब्ल्यूएस के मामलों को पोर्टल पर जोड़ने पर बल दिया। समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने वाराणसी मंडल के राजस्व वादों, संबंधित की जानकारी अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत की। जिलाधिकारी एस राजलिंगम, अपर आयुक्त प्रशासन, एडीएम एफआर आदि भी समीक्षा बैठक में मौजूद रहे।

  • प्रधानमंत्री करेंगे वाराणसी में अमूल प्लांट का उद्घाटन, 26 महीने पहले किया था शिलान्यास

    प्रधानमंत्री करेंगे वाराणसी में अमूल प्लांट का उद्घाटन, 26 महीने पहले किया था शिलान्यास

    -उद्घाटन समारोह में पूर्वांचल के एक लाख से अधिक गोपालक किसान रहेंगे मौजूद

    वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रस्तावित दौरे में 622 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित करखियांव स्थित बनास काशी संकुल डेयरी (अमूल प्लांट) का लोकार्पण करेंगे। इस कार्यक्रम में राज्य की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वाराणसी सहित पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के लगभग एक लाख गोपालक किसान मौजूद रहेंगे। इस प्लांट की आधारशिला प्रधानमंत्री ने आज से 26 महीने पहले यानी 13 दिसंबर 2021 को रखी थी।

    इस दौरान प्रधानमंत्री एक जनसभा के दौरान पूर्वांचल के विकास के जुड़े अन्य विकास परियोजनाओं का भी लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम की थीम ”पूर्वांचल के विकास में सहकार का प्रयास” है। प्रधानमंत्री के संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए अमूल बनास डेयरी प्लांट ने भी पूरी तैयारी की है। आगामी 22 से 24 फरवरी के बीच प्रधानमंत्री का वाराणसी दौरा प्रस्तावित है।

    बनास काशी संकुल डेयरी के पदाधिकारियों के अनुसार वर्तमान में उत्तर प्रदेश में बनास डेरी का दूध कारोबार 47 जिलों के 4,600 गांवों में फैला हुआ है। यह दूध संग्रहण अगले साल तक 70 जिलों के 7,000 गांवों तक विस्तारित हो जाएगा। इसमें पूर्वाचल में 15 नए जिलों का विस्तार भी शामिल है। पूर्वांचल में 600 से ज्यादा समितियां चालू हैं, 1,300 से ज्यादा बन चुकी हैं और जो वर्ष के आखिर तक बढ़कर 2,600 समितियां हो जांएगी। बनास डेरी मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में 3.5 लाख दूध उत्पादकों के साथ काम कर रही है। इनमें से 58 हजार दूध उत्पादक पूर्वांचल एवं वाराणसी के हैं। गांवों में व्यापक काम करके, बनास डेरी उत्तर प्रदेश में दो लाख अतिरिक्त दुग्ध उत्पादक परिवारों को जोड़ेगी, जिनमें से एक लाख पूर्वांचल और वाराणसी के अन्य जिलों से आएंगे।

    प्रधानमंत्री की पहल पर पूर्वांचल में शुरू हुए विकास के अंतर्गत वर्तमान में ख़ुशीपुर, चोलापुर, मिर्ज़ापुर, ग़ाज़ीपुर और दूबेपुर में 5 चिलिंग सेंटर काम कर रहे हैं। अगले महीने तक 8 और चालू हो जाएंगे। प्रदेश में कुल मिलाकर 29 चिलिंग सेंटर चालू हैं और साल के अंत तक यह बढ़कर 50 हो जाएंगे। इस बुनियादी ढांचे के माध्यम से वर्तमान में उत्तर प्रदेश से 19 लाख लीटर प्रतिदिन से अधिक दूध एकत्रित किया जा रहा है। इसमें औसतन 3 लाख लीटर प्रतिदिन दूध पूर्वांचल और वाराणसी से आ रहा है। उत्तर प्रदेश में इस साल के अंत तक यह बढ़कर प्रतिदिन 25 लाख लीटर हो जाएगी, जिसमें 7 लाख लीटर प्रतिदिन वाराणसी और पूर्वांचल से आएगा।

    बनास काशी संकुल डेयरी 30 एकड़ में फैला हुआ है, यह 8 लाख लीटर प्रति दिन का दूध प्रोसेसिंग संयंत्र है। इस परियोजना को प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर 622 करोड रुपये की कुल लागत से स्थापित किया गया है। बनास डेयरी अपने वाराणसी प्लांट के जरिए 750 लोगों को प्रत्यक्ष और 81 हजार को परोक्ष रूप से रोजगार देगी, जिसमें दुग्ध उत्पादक और किसान भी शामिल हैं। वाराणसी की प्रसिद्ध मिठाई लौंगलता और काशी का लाल पेड़ा भी इस संयंत्र में निर्मित होगा।

  • मुख्यमंत्री योगी ने बाबा विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाई, व्यास जी तहखाने में भी किया दर्शन पूजन

    मुख्यमंत्री योगी ने बाबा विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाई, व्यास जी तहखाने में भी किया दर्शन पूजन

    वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर शाम श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में विधिवत हाजिरी लगाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शहर में आए मुख्यमंत्री ने बाबा विश्वनाथ के स्वर्णिम दरबार में दर्शन पूजन किया।

    मुख्यमंत्री को बाबा के दरबार में देख दर्शन पूजन के लिए आए श्रद्धालु हर-हर महादेव का उद्घोष कर उनका अभिवादन करते रहे। मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़ कर शिवभक्तों का अभिवादन स्वीकार किया। बाबा के दरबार में दर्शन पूजन के बाद मुख्यमंत्री ज्ञानवापी स्थित व्यासजी के तहखाने में झांकी दर्शन के लिए पहुंचे। यहां नंदी भगवान का पूजा कर मुख्यमंत्री ने तहखाने में रखी ऐतिहासिक मूर्तियों का दर्शन पूजन किया। यहां के पूर्व मुख्यमंत्री ने काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के मंदिर में दर्शन पूजन किया।

    श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद मुख्यमंत्री श्री संकटमोचन मंदिर में गए। यहां दर्शन पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र से मुलाकात कर उनकी माता की मृत्यु पर शोक संवेदना भी जताई। मुख्यमंत्री ने रानीपुर में किसान नेता महेंद्र सिंह के घर जाकर उनके परिजनों से भी मुलाकात की।

    मंत्री रविंद्र जायसवाल के आवास पर जाकर वर-वधु को आशीर्वाद दिया

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने वाराणसी दौरे के दौरान मंगलवार देर शाम राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल के खोजवा स्थित आवास पर गए। आवास पर मुख्यमंत्री ने रविन्द्र जायसवाल के नवविवाहित पुत्र आयुष जायसवाल व बहू अक्षता को आशीर्वाद दिया और उनके सुखमय गृहस्थ जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री ने मंत्री के परिजनों के साथ सामूहिक फोटो भी खिंचवाया।

  • IPS पियूष मॉर्डिया को वाराणसी जोन की कमान, हर्ष मे मऊ

    IPS पियूष मॉर्डिया को वाराणसी जोन की कमान, हर्ष मे मऊ

    (ब्रह्मा नंद पाण्डेय)

    मऊ( खरी दुनिया)। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले मे पुलिस अधीक्षक रहे पीयूष मॉर्डिया को शासन द्वारा वाराणसी जोंन् को संभालने की जिम्मेदारी से नवाजे जाने की फैली खबर से वुद्धिजीवियों मे खुशी की लहर है। मऊ के बाद कई जनपद, मंडल को संभालते हुए मोर्डिया जी वर्ष २०१२ मे डी आई जी, वर्ष २०१६ मे आईजी वर्ष २०२३ मे एडीजी बने।


    बतौर आईपीएस पियूष मॉर्डिया से खरी दुनिया के संवाददाता की मुलाक़ात जनपद मऊ मे पदासीन होने के बाद हुई थी। उस समय संवाददाता एक् समाचार एजेंसी के संवाददाता थे। न्यायप्रिय और कर्तब्यनिष्ठ “आईपीएस” पीयूष मॉर्डिया जी ने अपने मऊ कार्यकाल के दौरान कई चुनौतियों को बड़े सहज भाव से नियंत्रित किया था।

    थाना सराय लखनसी के ताजोपुर गाव मे हुए गोली कांड मे आरोपियों की गिरफ्तारी मे पियूष मॉर्डिया साहब ने बड़ी ईमानदारी से कर्तब्यो का निर्वहन किया था।

    इनकी सतर्कता के कारण इलाके मे बड़ी वारदात पर नियंत्रण पाया गया था। इस घटना मे करीब करीब 3 दर्जन लोग प्रभावित हुए थे। पीयूष मॉर्डिया जी को वाराणसी जोन की कमान मिलते ही जनपद के बुद्धिजीवियों मे हर्ष का वातावरण है। लोग उनके कार्यकाल को याद कर फुले नहीं समा रहे है।