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  •  पाकिस्तान में फिर प्रधानमंत्री बनने की राह पर नवाज शरीफ

    -इमरान खान की पार्टी पीटीआई विपक्ष में बैठने को तैयारी

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक बार फिर नवाज शरीफ प्रधानमंत्री बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। देश में अगली सरकार गठबंधन वाली होगी और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) विपक्ष में बैठेगी।

    ताजा रिपोर्ट के अनुसार नवाज शरीफ की पार्टी-पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज), बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) आपसी तालमेल करके पाकिस्तान में नई सरकार बना सकते हैं।

    वहीं पीपीपी का एक वर्ग अभी भी बिलावल के लिए प्रधानमंत्री पद की पैरोकारी कर रहा है। इसलिए पांच वर्ष के सरकार के कार्यकाल में नेतृत्व को लेकर साझेदारी का समझौता संभव है, जिसमें शुरुआती तीन वर्ष पीएमएल एन को और बाद के दो वर्ष पीपीपी को मिल सकते हैं। इस बीच निर्दलीय सांसदों और विधायकों का पीएमएल एन में शामिल होना जारी है। नवाज की पार्टी को सरकार बनाने के लिए सेना का समर्थन भी माना जा रहा है।

    पीटीआई प्रमुख गौहर अली खान ने देश में सरकार बनाने के दावे से पीछे हटते हुए सोमवार को कहा, हम नवाज की पीएमएल एन और पीपीपी के साथ नहीं बैठ सकते। इसलिए हमने उनसे सरकार बनाने के संबंध में बात नहीं की। उनके साथ गठबंधन करके सरकार बनाने से अच्छा है कि हम विपक्ष में बैठें। लेकिन सभी को ध्यान रखना चाहिए कि हम बहुमत में हैं। चुनाव में तमाम गड़बड़ियों के बावजूद पीटीआई के सबसे ज्यादा प्रत्याशी जीतकर नेशनल असेंबली (संसद) में आए हैं। इसलिए मजबूत विपक्ष की भूमिका अदा करेंगे। संसद में बैठकर सभी समस्याओं का समाधान करेंगे।

    चुनाव आयोग ने जिन 101 निर्दलियों के जीतने की घोषणा की है उनमें से ज्यादातर पीटीआई द्वारा समर्थित हैं। पीएमएल एन ने 75 सीटें, पीपीपी ने 54 और एमक्यूएम ने 17 सीटें जीती हैं। जबकि अन्य दलों ने भी 17 सीटें जीती हैं। एक सीट का परिणाम चुनाव आयोग ने रोक रखा है जबकि एक सीट पर प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इसलिए सरकार बनाने के लिए फिलहाल 133 सांसदों का समर्थन जरूरी है। 336 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में 266 सदस्यों को मतदाता चुनकर भेजते हैं, जबकि 70 सदस्य नामित होते हैं।

    इन नामित सदस्यों में 60 महिलाएं होती हैं, जबकि 10 अल्पसंख्यक वर्ग के होते हैं। सरकार को नेशनल असेंबली में बहुमत साबित करने के लिए 169 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी।

    वहीं किसी भी दल को बहुमत न मिलने से देश में राजनीतिक अनिश्चितता का असर पाकिस्तान के शेयर बाजार में सोमवार को दिखाई दिया और शुरुआती कारोबार में सूचकांक 2,200 अंक तक नीचे गया।

    चुनाव में अपने दलों को जनता द्वारा नकारे जाने के बाद इस्तेहकाम ए पाकिस्तान पार्टी के प्रमुख जहांगीर खान तरीन और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ-पार्लियामेंटेरियन के प्रमुख परवेज खटक ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है। ये दोनों ही एक समय इमरान की पार्टी पीटीआई के प्रमुख नेता थे, लेकिन इमरान की गिरफ्तारी के बाद नौ मई, 2023 को हुई हिंसक घटनाओं और उसके बाद प्रशासन के दमन के चलते तरीन और खटक ने पीटीआई छोड़कर अपने अलग दल बना लिए थे।

    सोमवार को पीटीआई के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकात कर उनसे चुनाव के दौरान हुई धांधली की शिकायत की और अपने दावे को पुष्ट करने वाले सुबूत दिए। पाकिस्तान की 24 संसदीय सीटें ऐसी हैं जिन पर जितने अंतर से जीत हुई है, उससे ज्यादा संख्या में वहां पर मत रद किए गए। अगर उन मतों को वैध करार दिया जाता तो कई सीटों पर परिणाम बदल सकते थे।

  • मोदी के स्वागत के लिए यूएई में जबरदस्त तैयारी पर मौसम का असर, भारी बारिश से कार्यक्रम छोटा किया गया

    मोदी के स्वागत के लिए यूएई में जबरदस्त तैयारी पर मौसम का असर, भारी बारिश से कार्यक्रम छोटा किया गया

    – कार्यक्रम में 65 हजार लोगों ने कराया पंजीकरण

    अबूधाबी/दुबई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लोगों में जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा हैं। वहीं वहां बसे भारतीय लोगों में दीवानगी बढ़ती जा रही है। संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले अहलान मोदी कार्यक्रम के लिए कराए गए पंजीकरण से यह साफ झलक रही है। इस कार्यक्रम के लिए 65 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है।

    संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में मंगलवार को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम ‘अहलान मोदी’ (अरबी में हैलो मोदी) को छोटा कर दिया गया है। इस कार्यक्रम की तैयारियों में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि यूएई में खराब मौसम की वजह से यह फैसला लिया गया है।

    दरअसल, संयुक्त अरब अमीरात में रात भर बिजली की चमक के साथ भारी बारिश हुई है, जिसके कारण शहर में ट्रैफिक जाम और जलभराव की स्थिति है। समुदायिक नेता सजीव पुरूषोतमन ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में प्रधानमंत्री मोदी के अब तक के सबसे बड़े प्रवासी कार्यक्रमों में से एक की तैयारी अच्छी चल रही थी, लेकिन मौसम के कारण लोगों की भागीदारी 80,000 से घटाकर 35,000 कर दी गई है।

    हालांकि, पहले यह बताया गया था कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वेबसाइट के माध्यम से 60,000 लोगों ने पहले ही रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। इसमें केवल भारतीय मूल के ही लोग शामिल होंगे।

    पुरूषोतमन के मुताबिक, अहलान मोदी में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर 1000 से ज्यादा स्वयंसेवकों के साथ 500 से अधिक बसें संचालित होंगी।

    वहीं, अबू धाबी में भारतीय दूतावास के एक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित किए जाने वाले सार्वजनिक कार्यक्रम में 45,000 लोग शामिल होंगे। यूएई में लगभग 35 लाख भारतीय रहते हैं। इसके साथ ही खाड़ी देश यूएई में सोमवार सुबह से ही सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिए गए हैं।

    यूएई की अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी 13 फरवरी को अहलन मोदी कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करेंगे। इंडियन पीपल फोरम के अध्यक्ष और अहलन मोदी पहल के नेता जितेंद्र वैद्य ने इस आयोजन की अनूठी प्रकृति के बारे में अपना उत्साह व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह अनोखे प्रकार का आयोजन है क्योंकि इसे आयोजन करने वाला कोई एक संगठन नहीं है। इसकी व्यवस्था एक पूरा समुदाय कर रहा है। जैसा कि आप जानते होंगे कि जब पीएम मोदी का नाम आता है, तो लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा होते हैं। यह पीएम मोदी के लिए लोगों का प्यार है।

    संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय राजदूत संजय सुधीर ने कहा कि जैसे ही कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 65,000 तक पहुंची उन्हें पंजीकरण रोकना पड़ा, क्योंकि वे और अधिक लोगों को शामिल नहीं कर सकते थे।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार से शुरू होने वाली अपनी यात्रा में यूएई और कतर में प्रवासी भारतीयों के साथ भारत के गहरे जुड़ाव को मजबूत करेंगे। संयुक्त अरब अमीरात में पहला हिंदू मंदिर बनकर तैयार है। इस मंदिर का उद्घाटन 14 फरवरी को प्रधानमंत्री करेंगे। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि मंदिर का उद्घाटन पीएम की यूएई यात्रा का अहम हिस्सा है। उस दिन लगभग 2000-5000 भक्तों के मंदिर में आने की उम्मीद है।

    पीएम मोदी की 2015 के बाद से यह यूएई की सातवीं यात्रा होगी। यात्रा के दौरान पीएम मोदी यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। दोनों नेता आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री दुबई में आयोजित होने वाले वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट 2024 में गेस्ट आफ आनर के रूप में भी भाग लेंगे और एक विशेष भाषण देंगे।

    उन्होंने कहा कि 14 फरवरी को प्रधानमंत्री की कतर की दूसरी यात्रा दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व को साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा के साथ-साथ पारस्परिक महत्व के विभिन्न क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी।

  • ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार के और करीब पहुंचे, नेवादा व वर्जिन आइलैंड में जीते

    ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार के और करीब पहुंचे, नेवादा व वर्जिन आइलैंड में जीते

    लास वेगास। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नेवादा और वर्जिन आइलैंड में जीत के साथ रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार की तरफ एक कदम और करीब पहुंच गए हैं।

    ट्रंप ने नेवादा में प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली ने काकस के बजाय प्राइमरी चुनाव का विकल्प चुना था, इसलिए ट्रंप यहां इकलौते प्रमुख उम्मीदवार थे। दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली रिपब्लिकन पार्टी में ट्रंप के सामने डटी हुई हैं। नेवादा में ट्रंप की जीत से उन्हें राज्य के सभी 26 डेलीगेट मिल गए। इस प्रकार वर्जिन आइलैंड से भी चार डेलीगेट हासिल कर लिए है। वर्जिन आइलैंड में ट्रंप को 74 फीसदी तो निक्की को 26 फीसदी वोट मिले।

    औपचारिक रूप से पार्टी का नामांकन हासिल करने के लिए उन्हें 1,215 प्रतिनिधियों की आवश्यकता है और वह मार्च में इस संख्या तक पहुंच सकते हैं। गुरुवार को मतदान के दौरान रिनो एरिया के प्राइमरी स्कूल में चुनाव शुरू होने के 20 मिनट बाद लगभग एक हजार की संख्या में ट्रंप के समर्थक मतदान केंद्र पर पहुंच गए थे। उधर, लगातार हार रहीं निक्की ने कहा कि 2024 में महिला राष्ट्रपति होगी, चाहे मैं बनूं या कमला हैरिस, दोनों भारतवंशी हैं।

  • रूस ने यूक्रेन पर 45 ड्रोन हमले किए, यूक्रेन के युद्ध मंत्रिमंडल में फेरबदल जारी

    कीव। यूक्रेन पर रूस ने साढ़े पांच घंटों के दौरान 45 ड्रोन से हमले किए। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का अपने युद्ध मंत्रिमंडल में बदलाव का दौर जारी है। यूक्रेन की वायुसेना ने एक बयान जारी कर बताया कि रूस द्वारा भेजे गए ईरान निर्मित 40 शाहिद ड्रोन को राजधानी कीव के बाहरी इलाके सहित देश के नौ क्षेत्रों में मार गिराया।

    यूक्रेन के दक्षिणी रक्षा बलों के अधिकारियों ने टेलीग्राम चैनल से जानकारी दी, साढ़े पांच घंटे तक चली लड़ाई में रूस द्वारा कृषि सुविधाओं और तटीय बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि मायकोलाइव क्षेत्र में एक हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया जबकि आग लगने से आसपास की आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा। क्षेत्र के सैन्य प्रशासन के प्रमुख सेरही लिसाक ने कहा कि यूक्रेन के निप्रॉपेट्रोव्स्क क्षेत्र में एक अन्य व्यक्ति तब घायल हो गया जब नष्ट हुए ड्रोन के मलबे के कारण आग लग गई। रूस द्वारा ये हमले ऐसे समय किए गए हैं जब जेलेंस्की जवाबी हमलों की गति बनाए रखने के लिए सैन्य कमांडरों की नियुक्ति में फेर बदल कर रहे हैं।

    यूक्रेन ने रविवार को घोषणा की कि पूर्व उप रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल अलेक्जेंडर पावल्युक यूक्रेन की जमीनी सेना के नए कमांडर होंगे। यह पद पहले कर्नल जनरल ऑलेक्जेंडर सिर्स्की के पास था। सिर्स्की को गुरुवार को यूक्रेन के निवर्तमान सैन्य प्रमुख जनरल वलेरी जालुजनी के स्थान पर नियुक्त किया गया था।

    राष्ट्रपति के नए आदेशों के मुताबिक यूक्रेन के समुद्री कोर के पूर्व प्रमुख यूरी सोडोल को अब देश की संयुक्त सेना का नया कमांडर नामित किया गया है। ब्रिगेडियर जनरल इहोर स्किबियुक को यूक्रेन के हवाई हमला बलों का कमांडर और मेजर जनरल इहोर प्लाहुता को यूक्रेन के प्रादेशिक रक्षा बल का कमांडर नियुक्त किया गया है।

  • रोहिंग्या शरणार्थियों को देश में प्रवेश देने से बांग्लादेश का इनकार

    ढाका। बड़ी संख्या में रोहिंग्या शरणार्थियों से देश की सुरक्षा को खतरा पैदा होने के बाद बांग्लादेश ने बुधवार को कहा है कि अब किसी रोहिंग्या शरणार्थी को देश में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

    बौद्ध बहुल म्यांमार में मुस्लिम रोहिंग्याओं को दशकों से उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है और तकरीबन दस लाख रोहिंग्या बांग्लादेश के सीमा पर स्थित काक्स बाजार जिले में बांस व प्लास्टिक के शिविरों में रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश 2017 की सैन्य कार्रवाई के बाद यहां भाग आए थे।

    बांग्लादेश सरकार में सड़क परिवहन और सेतु मंत्री ओबैदुल क्वादर ने कहा कि अब हम और रोहिंग्याओं को देश में आने की अनुमति नहीं देंगे। वे पहले से ही हम पर भार बने हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय सहायता काफी कम हो चुकी है। ऐसे में हम कब तक उनका समर्थन कर सकते हैं।

    बांग्लादेश के शरणार्थी राहत और प्रत्यावर्तन आयुक्त मोहम्मद मिजानुर रहमान ने बताया कि म्यांमार में जुंटा शासन व विद्रोहियों के बीच जारी जंग के बीच सैकड़ों लोग बांग्लादेश में प्रवेश करने के लिए म्यांमार की सीमा पर एकत्रित हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश रोहिंग्याओं के बोझ से दबा हुआ है।

  • रूस का यूक्रेन पर मिसाइल व ड्रोन से हमला, तीन नागरिकों की मौत

    कीव। रूस ने बुधवार सुबह अपनी मिसाइल और ड्रोन हमलों से पूरे यूक्रेन को थर्रा दिया। पूरे यूक्रेन में रूस क्रूज, बैलिस्टिक मिसाइलों और शहीद ड्रोन से हमला किया। इसमें कम से कम तीन नागरिकों की मौत हो गई और एक गर्भवती महिला सहित 10 अन्य घायल हो गए।

    यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, हमलों में राजधानी कीव सहित कम से कम तीन प्रमुख शहरों को निशाना बनाया गया, जहां यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक जोसेप बोरेल यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता और वित्तीय सहायता पर चर्चा कर रहे थे।

    यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने दावा किया कि उन्होंने बुधवार सुबह के हमले में लॉन्च किए गए 64 में से 44 ड्रोन और मिसाइलों को रोक दिया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि कीव में दो लोगों की जान ले ली। क्षेत्रीय गवर्नर विटाली किम ने कहा कि हमले में दक्षिणी यूक्रेन के शहर मायकोलाइव में एक व्यक्ति की भी मौत हो गई, जहां लगभग 20 आवासीय इमारतें और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए।

    इसके अलावा कीव में 13 लोग घायल हुए हैं। क्षेत्रीय गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव ने कहा कि पूर्वोत्तर यूक्रेन के खार्कीव में एस-300 मिसाइल हमले में एक 52 वर्षीय महिला मामूली रूप से घायल हो गई।

  • उप्र: नेपाल के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन से की मुलाकात

    उप्र: नेपाल के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन से की मुलाकात

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मंगलवार को राजभवन में अंतर्राष्ट्रीय संबंध और पर्यटन पर नेपाली संसदीय समिति के अध्यक्ष राज किशोर यादव के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने शिष्टाचार मुलाकात की।

    इस अवसर पर राजभवन में नेपाल की संसदीय समिति के अध्यक्ष राज किशोर यादव और उनके साथ 11 सदस्यों का भारतीय परम्परानुसार स्वागत किया गया। राज्यपाल की ओर से समिति के सदस्यों को भेंट स्वरूप पुस्तक एवं प्रतीक चिह्न प्रदान किए गए।

    मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने प्रतिनिधि मण्डल से अपने विविध कार्यानुभव साझा किए। उन्होंने प्रतिनिधि मण्डल के प्रवास की जानकारी ली और बतौर मेंबर ऑफ पार्लियामेंट नेपाल में उनके कार्य दायित्वों के बारे में पूछा।

    राज्यपाल ने नेपाली संसदीय समिति के अध्यक्ष राज किशोर यादव से अपेक्षा की कि उत्तर प्रदेश के जिन विश्वविद्यालयों ने नेपाल के विश्वविद्यालयों के साथ एम.ओ.यू. किए हैं, वे विश्वविद्यालय परस्पर शैक्षणिक आदान-प्रदान, भाषाओं का शिक्षण, विद्यार्थियों के शैक्षणिक टूर को बढ़ावा प्रदान करें। उन्होंने दोनों देशों के सांस्कृतिक समागम को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।

    प्रतिनिधि मण्डल के अध्यक्ष राजकिशोर यादव ने राज्यपाल को भेंट के लिए धन्यवाद दिया और उनके अनुभवों को साझा करने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश तथा नेपाल के विश्वविद्यालयों के मध्य हुए एम.ओ.यू. के तहत शैक्षणिक गतिविधियां बढ़ाने को भी विशेष चर्चा बिंदु में रखा।

    उन्होंने कहा कि आज भारत पूरे विश्व में तेजी से प्रगति करते हुए देश के रूप में स्थापित है। नेपाल भी भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बढ़ता रहे और हमेशा भारत से जुड़ा रहे। उन्होंने नेपाल और भारत को साझा संस्कृति और विरासत वाला देश बताते हुए कहा कि नेपाल स्थित पशुपति नाथ मंदिर में दक्षिण भारत के पुजारी हैं तथा रामलला मंदिर, अयोध्या में नेपाल के पुजारी हैं, जो हमारी परस्पर सांस्कृतिक एकता की भव्यता है। इसी क्रम में उन्होंने राज्यपाल को नेपाल के सांस्कृतिक स्थलों के भ्रमण हेतु सादर आमंत्रित किया।

  • फिजी के उप प्रधानमंत्री एक सप्ताह के भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे

    – भगवान राम के दर्शन के लिए जाएंगे अयोध्या

    नई दिल्ली। फिजी के उप प्रधानमंत्री बिमान प्रसाद एक सप्ताह के भारत दौरे पर रविवार को नई दिल्ली पहुंच गए हैं। रोचक बात यह है कि फिजी के उप प्रधानमंत्री भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर जाएंगे। इस तरह बिमान प्रसाद पहले विदेशी प्रमुख होंगे जो अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद प्रसाद अयोध्या का दौरा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने उनके दौरे के बारे में जानकारी दी थी। विदेश मंत्रालय ने बताया था कि वे 11 फरवरी को फिजी के लिए रवाना होंगे।

    प्रसाद अपने देश के वित्त, रणनीतिक योजना, राष्ट्रीय विकास और सांख्यिकी मंत्री भी हैं। उपराष्ट्रपति बिमान प्रसाद के राष्ट्रीय राजधानी के आगमन के बाद सोमवार को आधिकारिक कार्यक्रम शुरू होगा। 5 फरवरी को वे विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक के साथ-साथ विदेश और शिक्षा राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह से भी मुलाकात करेंगे।

    प्रसाद 6 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे और 7 फरवरी को एक अन्य कार्यक्रम के लिए गोवा जाएंगे। जैसा कि विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 8 फरवरी को उनका अयोध्या जाने का कार्यक्रम है। वहीं, 9 फरवरी को प्रसाद अहमदाबाद के लिए प्रस्थान करेंगे। उसके बाद गांधीनगर का दौरा करेंगे। बिमान प्रसाद ने इससे पहले फरवरी 2023 में भारत का दौरा किया था। यह उनकी भारत के लिए पहली आधिकारिक यात्रा थी।

  • नेतन्याहू की हमास को चेतावनी, बंधकों की रिहाई के मुद्दे पर हर शर्त नहीं मानेगा इजराइल

    नेतन्याहू की हमास को चेतावनी, बंधकों की रिहाई के मुद्दे पर हर शर्त नहीं मानेगा इजराइल

    – इजराइल ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर किए हमले

    – जर्मनी में यहूदी छात्र पर हमला, अस्पताल में भर्ती

    तेल अवीव। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा है कि बंधकों की रिहाई के मुद्दे पर इजराइल हर शर्त नहीं मानेगा। नेतन्याहू ने कहा कि हमास इजराइली बंधकों की रिहाई के मसले पर दबाव बनाने की नीति पर चल रहा है। इजराइल ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर हमले किए हैं। एक अन्य मामले में जर्मनी में इजराइल हमास युद्ध विवाद को लेकर यहूदी छात्र पर हमला किया गया है।

    हमास रिहाई के बदले में गाजा में अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए वहां स्थायी युद्धविराम चाहता है। इजराइल की जेलों में जघन्य अपराधों में बंद हजारों आतंकियों-अपराधियों को छुड़वाना चाहता है, इसलिए इजराइल आतंकी संगठन की हर बात नहीं मानेगा।

    नेतन्याहू ने यह बात 130 इजराइली बंधकों की रिहाई पर हमास के साथ चल रही वार्ता पर कही है। इन लोगों को सात अक्टूबर को इजराइली शहरों के अगवा कर हमास ने बंधक बना रखा है।

    इस बीच इजराइली सेना ने लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित सशस्त्र संगठन हिजबुल्ला के ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। इन हमलों में हुए जान-माल के नुकसान की जानकारी अभी नहीं मिली है। सीमा पर दोनों ओर से गोलाबारी भी जारी है। इससे पहले हिजबुल्ला ने इजराइल के सीमावर्ती इलाकों में राकेटों से हमले किए। इन हमलों में किसी के मारे जाने की सूचना नहीं है।

    गाजा में चल रहे इजराइल-हमास युद्ध से उपजे वैमनस्य का असर विश्व के बड़े हिस्से में दिखाई दे रहा है। जर्मनी में फलस्तीन मुद्दे पर बहस के दौरान एक 23 वर्षीय विश्वविद्यालय छात्र ने अपने सहपाठी 30 वर्षीय यहूदी छात्र को पीट-पीटकर घायल कर दिया। घायल छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    बर्लिन की इस घटना में 23 वर्षीय छात्र फलस्तीन के समर्थन में तर्क दे रहा था तो यहूदी छात्र उसका प्रतिवाद कर रहा था। उसी के बाद उत्तेजित 23 वर्षीय छात्र ने यहूदी सहपाठी के चेहरे पर घूंसे मारने शुरू कर दिए और उसके गिरने पर पैर से उसमें ठोकरें भी मारीं। यह करने के बाद ¨हसक छात्र मौके से फरार हो गया।

    ज्ञात रहे कि इजराइल और हमास युद्ध चार महीने से जारी गाजा युद्ध में इजराइली सैनिकों की मौत का आंकड़ा रविवार को बढ़कर 225 तक पहुंच गया। दक्षिणी गाजा में लड़ रहे इजराइली सेना के सार्जेंट शिमोन सेहोशुआ असुलिन (24) के मरने के साथ ही मृतक सैनिकों की संख्या बढ़ी है जबकि गाजा में मरे फलस्तीनियों की संख्या 27,500 के आंकड़े को पार कर गई है।

  • नेपाल : भ्रष्टाचार के मामले में दो पूर्व संचार मंत्रियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

    नेपाल : भ्रष्टाचार के मामले में दो पूर्व संचार मंत्रियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

    काठमांडू। नेपाल में सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक नेपाली कांग्रेस के दो बड़े नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। टेलीकॉम विभाग में भ्रष्टाचार के मामले की जांच के लिए गठित आयोग ने इन दो पूर्व संचार मंत्रियों को बयान के लिए तीसरी बार पत्र भेजा है। पहले दो बार पत्र भेजने के बाद भी बयान के लिए हाजिर नहीं होने पर दोनों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी गई है।

    नेपाल सरकार के संचार मंत्रालय अन्तर्गत टेलीकॉम विभाग में एक प्रविधि की खरीद में व्यापक आर्थिक अनियमितता होने की ‘अख्तियार दुरुपयोग अनुसंधान आयोग’ जांच कर रहा है। तत्कालीन सरकार में ज्ञानेन्द्र कार्की और मोहन बस्नेत संचार मंत्री रह चुके हैं। मोहन बस्नेत वर्तमान सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं। दोनों नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इन्हें बयान के लिए बुलाया गया है। जांच एजेन्सी के आयुक्त जय बहादुर चन्द ने कहा कि बार-बार पत्र भेज कर बयान देने के लिए बुलाए जाने पर भी दोनों नेता हाजिर नहीं हुए हैं।

    आयुक्त चन्द ने बताया कि यदि इस बार भी बयान देने के लिए हाजिर नहीं हुए तो कानूनी प्रावधान के तहत दोनों की गिरफ्तारी का वारंट जारी करने की बाध्यता होगी। चन्द ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जांच में सहयोग करते हुए इस बार दोनों ही नेता अपना बयान देने जरूर हाजिर होंगे।

    दरअसल, टेलीकॉम विभाग के लिए ‘टेलिकम्युनिकेसन ट्राफिक मॉनिटरिंग एंड फ्रॉड कन्ट्रोल सिस्टम’ (टेरामैक्स) की खरीद में 70 करोड़ रुपये की अनियमितता होने का दावा किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रविधि की आवश्यकता नहीं होने की बात कहते हुए इसकी प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी, लेकिन तब तक राजकोष से 70 करोड़ रुपये खर्च हो चुके थे। इस प्रकरण में दोनों तत्कालीन संचार मंत्रियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। इस टेरामैक्स की खरीद के लिए 70 करोड़ रुपये खर्च करने की अनुमति इन्हीं दोनों मंत्रियों ने दी थी।