Category: दुनिया

  • भारतीय पनडुब्बी ‘करंज’ से 250 समुद्री मील दूर चीनी जहाज ने शुरू किया मिशन

    भारतीय पनडुब्बी ‘करंज’ से 250 समुद्री मील दूर चीनी जहाज ने शुरू किया मिशन

    – आईएनएस ‘करंज’ ने कोलंबो के बंदरगाह पर लंगर डाला, जियांग यांग होंग 03 पहुंचा करीब

    – भारत, श्रीलंका और मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्रों के बाहर से गुजरा चीनी अनुसंधान जहाज

    नई दिल्ली। मालदीव की ओर जाने वाले चीनी महासागर अनुसंधान जहाज जियांग यांग होंग 03 ने रविवार से भारत, श्रीलंका और मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्रों के बाहर अपना मिशन शुरू कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि भारतीय पनडुब्बी आईएनएस ‘करंज’ ने एक दिन पहले ही इस चीनी जहाज से सिर्फ 250 समुद्री मील की दूरी पर कोलंबो के एक बंदरगाह पर लंगर डाला है।

    भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस ‘करंज’ तीन फरवरी को अपनी पहली विदेशी औपचारिक यात्रा पर कोलंबो बंदरगाह पहुंची है। श्रीलंकाई नौसेना ने नौसैनिक परंपराओं के अनुरूप मेहमान पनडुब्बी का स्वागत किया। यह भारतीय पनडुब्बी 67.5 मीटर लंबी है, जिसमें 53 लोगों का दल है। इसकी कमान कमांडर अरुणाभ के पास है। आधिकारिक यात्रा का समापन करते हुए आईएनएस ‘करंज’ पांच फरवरी को द्वीप से प्रस्थान करेगी। इस बीच इस पनडुब्बी पर श्रीलंका के नौसेना कर्मी एक जागरुकता कार्यक्रम में भाग लेंगे। श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त ने कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी का दौरा किया और चालक दल के साथ बातचीत की। श्रीलंका के 100 नौसेना कर्मियों ने भी परिचय ब्रीफिंग के लिए जहाज पर दौरा किया।

    इस बीच मालदीव और हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में भेजे जाने वाले चीनी जासूसी जहाज़ों पर भारतीय नौसेना की पैनी नजर है। नौसेना ने अरब सागर में विदेशी व्यापारिक जहाज़ों पर हूती उग्रवादियों के लगातार हमलों के बाद भारत की समुद्री सीमा पर चौकसी बढ़ाई है। मालदीव के राष्ट्रपति मुहम्मद मुइज्जु के चीन दौरे के बाद चीन ने हिंद महासागर क्षेत्र में अपना अनुसंधान जहाज जियांग यांग होंग 03 भेजा है, जो मालदीव की तरफ बढ़ रहा है। इसके 8 फरवरी तक मालदीव की राजधानी माले पहुंचने की उम्मीद है। चीनी जहाज ने भारत, श्रीलंका और मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्रों के बाहर अपना मिशन शुरू कर दिया है।

    भारत समुद्री सीमा के आधार पर अंडमान को बहुत ही रणनीतिक द्वीप मानता है, क्योंकि यहीं से पूरे भारतीय समुद्री क्षेत्र और दक्षिण पूर्व एशिया पर नजर रखी जा सकती है। चीनी जासूसी जहाज पिछले पांच साल से श्रीलंका के रास्ते हिंद महासागर क्षेत्र में आते रहे हैं, लेकिन अब इन जहाजों ने आईओआर में आने के लिए मालदीव का रास्ता पकड़ लिया है। चीन के जासूसी जहाज समय-समय पर श्रीलंका, मालदीव, बंगाल की खाड़ी, अरब सागर में दिखाई दिए हैं। चीन यात्रा के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जु की बयानबाजी से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। मालदीव के प्रति भारत का कड़ा रुख अपनाने के बाद अब वहां की सरकार चीन की तरफ झुक रही है।

  • हार हमारी कमजोरियों को परखने का एक मौका है: शारजाह वॉरियर्स कोच जेपी डुमिनी

    हार हमारी कमजोरियों को परखने का एक मौका है: शारजाह वॉरियर्स कोच जेपी डुमिनी

    अबू धाबी। शारजाह वॉरियर्स को शुक्रवार को अबू धाबी के जायद क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए आईएलटी20 मैच में एमआई अमीरात के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

    वकार सलामखिल गेंद से एमआई अमीरात के हीरो रहे, लेकिन अंत में, सलामी बल्लेबाज मुहम्मद वसीम और कुसल परेरा की बदौलत अमीरात ने 11.1 ओवर में 130 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया।

    हार के बाद शारजाह वॉरियर्स के मुख्य कोच जेपी डुमिनी ने कहा, “टूर्नामेंट में आपके सामने हमेशा चुनौतियां आती रहती हैं। ये क्षण आपकी टीम और उनके चरित्र को परिभाषित करने वाले हैं। मैं उन्हें हमेशा एक उपहार के रूप में देखता हूं। दुर्भाग्य से, हम पिछली रात पिछड़ गए, लेकिन यह हमें अपनी लचीलेपन का परीक्षण करने का एक शानदार अवसर देता है क्योंकि हम टूर्नामेंट के वास्तविक महत्वपूर्ण भाग के लिए संयोजन बनाते हैं।”

    छह मैचों में तीन जीत ने शारजाह वॉरियर्स को प्लेऑफ़ में जगह बनाने का मौका दिया है, दक्षिण अफ़्रीकी दिग्गज को यकीन है कि उनकी टीम इसे हासिल करेगी, उन्होंने कहा, “हम अभी भी खुद को अंतिम चार में पहुंचने का अच्छा मौका दे रहे हैं। हमारे लिए, वास्तव में, यह गति पाने की कोशिश करने और उससे आत्मविश्वास हासिल करने के बारे में है।”

    उन्होंने आगे कहा, “हमें जल्दी से बदलाव लाना चाहिए। हमारे पास एक दिन का ब्रेक है और फिर हम रविवार और सोमवार को बैक-टू-बैक गेम खेलते हैं, इसलिए उम्मीद है कि हम एक बड़ा प्रदर्शन कर सकते हैं और इसे टूर्नामेंट के बैकएंड में ले जा सकते हैं।”

    डुमिनी ने भी आईएलटी20 की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा, “आईएलटी20 टूर्नामेंट में दुनिया भर से अलग-अलग खिलाड़ी अद्भुत प्रदर्शन करने के लिए एक साथ आ रहे हैं। यह न केवल टी20 क्रिकेट के लिए, बल्कि समग्र रूप से वैश्विक क्रिकेट के लिए एक शानदार दृश्य है।”

  • संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में दावा- आतंकी संगठन टीटीपी को तालिबान और अलकायदा का मिल रहा समर्थन

    इस्लामाबाद। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में आतंकी हमलों को अंजाम देने में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को अफगान तालिबान, अलकायदा और अन्य आतंकी संगठनों से समर्थन मिल रहा है।

    एक रिपोर्ट में यह जानकारी अलकायदा, तालिबान निगरानी टीम की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समिति को सौंपी गई 33वीं रिपोर्ट से सामने आई है। पाकिस्तान के विरुद्ध प्रतिबंधित आतंकी संगठन टीपीपी को मिल रहे सहयोग में न केवल हथियार और उपकरण शामिल हैं, बल्कि उसे सक्रिय बुनियादी समर्थन भी मिल रहा है।

    पाकिस्तान में बड़े आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार टीटीपी के प्रति अफगान तालिबान के उदासीन रवैये को लेकर इस्लामाबाद निराशा व्यक्त कर चुका है। टीटीपी ने 2023 के मध्य में खैबर पख्तूनख्वा में एक नया अड्डा बनाया, जहां बड़ी संख्या में आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित किया गया। ज्ञात रहे कि पाकिस्तानी सीमा पर आए दिन टीटीपी समर्थित आतंकियों के हमले से पाक सेना के जवान मारे जा रहा हैं।

  • जहाज को निशाना बनाकर हूती विद्रोहियों ने मिसाइल दागी

    जहाज को निशाना बनाकर हूती विद्रोहियों ने मिसाइल दागी

    यरुशलम,। हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में लाइबेरिया के झंडा लगे एक कंटेनर जहाज को निशाना बनाकर दो बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला।। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी। हूती विद्रोहियों ने ऐसे वक्त मिसाइल दागी है, जब अमेरिका ने उन्हें निशाना बनाकर हवाई हमले तेज कर दिए हैं।

    मध्य-पूर्व के जलमार्गों की सुरक्षा से जुड़े ब्रिटिश सैन्य समूह यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने कहा कि यह हमला यमन के एक बंदरगाह शहर होदेइदा के पश्चिम में हुआ, जिस पर लंबे समय से विद्रोहियों का कब्जा है। समूह ने कहा कि चालक दल और जहाज सुरक्षित है।

    अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कंटेनर जहाज की पहचान कोई के रूप में की। फिलहाल हूती ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। निजी सुरक्षा फर्म एंब्रे ने बुधवार रात बताया कि लाल सागर और अदन की खाड़ी के बीच बाब अल-मंडेब जलसंधि के पास, एक जहाज को मिसाइल से निशाना बनाया गया।

    हमास के खिलाफ गाजा में इजराइल के हमले को लेकर नवंबर से हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में जहाजों को बार-बार निशाना बनाया है। हमले की वजह से एशिया, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच वैश्विक व्यापार के प्रमुख जल मार्ग में जहाजों की आवाजाही प्रभावित हुई है।

  • अमेरिका के मध्य पेनसिल्वेनिया के पास छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त, पायलट की मौत

    अमेरिका के मध्य पेनसिल्वेनिया के पास छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त, पायलट की मौत

    वेस्ट कैलन। अमेरिका के मध्य पेनसिल्वेनिया के पास वेस्ट कैलन में गुरुवार को एक छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान सवार एकमात्र पायलट की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोपहर करीब 1ः30 बजे वेस्ट कैलन में यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

    एनबीसी न्यूज ने वेस्ट कैलन टाउनशिप पुलिस के हवाले से अपनी रिपोर्ट में पायलट सैम गानो के मरने की पुष्टि की है। ऑक्टोरा एरिया स्कूल डिस्ट्रिक्ट के अधीक्षक डॉ. स्टीवन लेवेर ने वेबसाइट पर घोषणा की है कि गानो स्कूल बोर्ड के अध्यक्ष थे। गानो ने 26 वर्ष तक स्कूल बोर्ड के सदस्य के रूप में ओक्टोरारा समुदाय की सेवा की।

  • पाकिस्तान का बलूचिस्तान बम और ग्रेनेड हमलों से दहला

    पाकिस्तान का बलूचिस्तान बम और ग्रेनेड हमलों से दहला

    क्वेटा,। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में गुरुवार को कम से कम 10 जगह बम और ग्रेनेड से हमला किया गया। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। प्रांतीय सरकार के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की। डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने कई पुलिस स्टेशनों और उपायुक्त कार्यालयों को निशाना बनाया। हमले में एक पुलिस अधिकारी और एक जेल वार्डन सहित छह लोग घायल हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रांतीय राजधानी क्वेटा समेत पूरे बलूचिस्तान में कम से कम 10 स्थानों पर बम और ग्रेनेड से हमला किया गया।

    क्वेटा के एसएसपी (ऑपरेशंस) जवाद तारिक के अनुसार, क्वेटा के स्पिनी इलाके में सीपीईसी रोड पर फुटपाथ पर रखा एक बम फट गया। इससे एक राहगीर की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, शक्तिशाली विस्फोट से प्रांतीय राजधानी के कई इलाके दहल गए। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट के समय बम के करीब होने के कारण पीड़ित का शरीर क्षत-विक्षत हो गया था। मृतक की पहचान 84 वर्षीय अब्दुल खालिक शाह के रूप में हुई।

    एसएसपी तारिक ने कहा कि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस में लगभग आठ किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। क्वेटा के बाहरी इलाके के पास एक अन्य हमले में एक सहायक उप निरीक्षक गुलाम रजा घायल हो गए। अज्ञात हमलावरों ने शालकोट पुलिस स्टेशन पर हथगोला फेंका। हथगोला पुलिस स्टेशन के प्रांगण में फट गया। इससे थाने की इमारत और कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। घायल पुलिस अधिकारी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

    मस्तुंग में केंद्रीय जेल पर हथगोले से हमला किया गया। यह हथगोला जेल के अंदर फट गया। इससे इमारत को नुकसान पहुंचा। हमले में जेल वार्डर घायल हो गया। क्वेटा, खुजदार और तुरबत में हुए हमलों में पीएमएल-एन और नेशनल पार्टी के कार्यालयों और बीएनपी-एम और जेयूआई-एफ के संयुक्त कार्यालय को ग्रेनेड से निशाना बनाया गया। धादर और पंजगुर में उपायुक्तों के कार्यालयों को भी हथगोले से निशाना बनाया गया।

    रिपोर्ट के अनुसार, काछी डिप्टी कमिश्नर के घर पर हुए एक अन्य ग्रेनेड हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया। तुरबत बाजार इलाके में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया, जबकि पुलिस और एफसी चौकियों पर ग्रेनेड भी फेंका गया। अज्ञात हमलावरों ने हब सिटी पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया। पाकिस्तान तट रक्षक कार्यालय के गेट से एक ग्रेनेड बरामद किया गया है। हमलों के बाद बलूचिस्तान सरकार ने पूरे प्रांत के सभी शहरों और कस्बों में सुरक्षा बढ़ा दी है।

    पाकिस्तान चुनाव आयोग ने कहा कि हमलों का संज्ञान लेते हुए बलूचिस्तान के पुलिस महानिरीक्षक और मुख्य सचिव से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सीनेटर समीना मुमताज जेहरी ने आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा की है और जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है।

  • भारत के साथ बिजली व्यापार समझौते पर नेपाली सुप्रीम कोर्ट का कारण बताओ नोटिस

    भारत के साथ बिजली व्यापार समझौते पर नेपाली सुप्रीम कोर्ट का कारण बताओ नोटिस

    काठमांडू। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने भारत के साथ हुए दीर्घकालिक विद्युत व्यापार समझौते को लेकर नेपाल सरकार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

    मुख्य विपक्षी दल नेकपा (एमाले) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली के करीबी सूर्यनाथ उपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर इस विद्युत समझौते पर रोक लगाने की मांग की है। कोर्ट ने सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए 15 दिन का समय दिया है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस नहकुल सुवेदी ने अपने आदेश में कहा है कि सरकार 15 दिनों के भीतर इस समझौते के संदर्भ में लिखित जवाब दाखिल करे।

    याचिका में कहा गया है कि नेपाल-भारत के बीच हुए दीर्घकालिक विद्युत व्यापाल समझौते में सिर्फ बिजली खरीद-बिक्री की ही बात नहीं है बल्कि जलविद्युत परियोजना के जरिए इसके उत्पादन और ट्रांसमिशन लाइन निर्माण की भी बात कही गई है।

  • अमेरिका ने भारत के लिए 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन सौदे को मंजूरी दी

    अमेरिका ने भारत के लिए 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन सौदे को मंजूरी दी

    सौदे की घोषणा जून, 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी

    – समुद्री मार्गों और चीन सीमा पर भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता बढ़ेगी

    नई दिल्ली। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद अमेरिका ने 3.99 बिलियन अमेरिकी डॉलर (32 हजार करोड़) की अनुमानित लागत पर भारत को 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी है। इस मेगा ड्रोन सौदे की घोषणा जून, 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी। भारत को यह ड्रोन मिलने के बाद समुद्री मार्गों में मानव रहित निगरानी और टोही गश्ती को सक्षम करके वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता बढ़ेगी। खास तौर पर चीन सीमा पर भारत की निगरानी आसान होगी।

    हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस सौदे को मंजूरी मिलने के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने एक बयान में इस सौदे की पुष्टि की है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि भारत सरकार को 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर एमक्यू-9बी रिमोटली पायलटेड विमान और संबंधित उपकरणों की विदेशी सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का निर्णय लिया गया है। एजेंसी ने अमेरिकी कांग्रेस को इस संभावित बिक्री के बारे में सूचित करते हुए आवश्यक प्रमाणीकरण भी प्रदान किया है।

    बयान में कहा गया है कि यह प्रस्तावित बिक्री प्रमुख रक्षा भागीदार की सुरक्षा में सुधार करके अमेरिकी-भारतीय रणनीतिक संबंधों को मजबूत करेगी। इसके साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन करेगी, जो हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत बनी हुई है। प्रस्तावित बिक्री से परिचालन के समुद्री मार्गों में मानव रहित निगरानी और टोही गश्त को सक्षम करके वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने की भारत की क्षमता में सुधार होगा। भारत ने अपनी सेना के आधुनिकीकरण के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है और इन वस्तुओं और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में समाहित करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।

    डीएससीए ने कहा है कि एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा। इस सौदे में मुख्य ठेकेदार जनरल एटॉमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स कंपनी होगी। यह एक सैन्य ठेकेदार और जनरल एटॉमिक्स की सहायक कंपनी है, जो दुनिया भर में अमेरिकी सेना और वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के लिए मानव रहित हवाई वाहनों और रडार सिस्टम को डिजाइन और निर्माण करती है। इस प्रस्तावित बिक्री के कार्यान्वयन के लिए भारत में किसी भी अतिरिक्त अमेरिकी सरकार या ठेकेदार प्रतिनिधियों की नियुक्ति की आवश्यकता नहीं होगी।

    डीएससीए ने कहा कि दक्षिण एशियाई देश को इन वस्तुओं और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करने में कोई कठिनाई नहीं होगी। इसमें कहा गया है कि इस उपकरण और समर्थन की प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा और इस प्रस्तावित बिक्री के परिणामस्वरूप अमेरिकी रक्षा तैयारी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। किसी भी सौदे में क्रेता आम तौर पर ऑफसेट का अनुरोध करता है, इसलिए इस ऑफसेट समझौते को क्रेता और ठेकेदार के बीच बातचीत में परिभाषित किया जाएगा। अमेरिकी प्रक्रिया के अनुसार अब अमेरिकी कांग्रेस अंतिम मंजूरी के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को बिक्री की सिफारिश की जाएगी।

    डीएससीए ने कहा कि भारत ने 31 एमक्यू-9बी स्काई गार्जियन विमान खरीदने का अनुरोध किया था। लंबी दूरी का यूएवी किसी भी खतरे पर नज़र रखते हुए 36 घंटे तक हवा में रह सकता है। दी गई मंजूरी में 170 एजीएम-114 आर हेलफायर मिसाइलें, 16 एम36ई9 हेलफायर कैप्टिव वायु प्रशिक्षण मिसाइलें, 310 लेजर छोटे व्यास वाले बम और लाइव फ्यूज के साथ आठ लेजर निर्देशित परीक्षण वाहन भी शामिल हैं। भारत को 31 हाई एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस यूएवी मिलेंगे, जिनमें से नौसेना को 15 सी गार्जियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि सेना और भारतीय वायु सेना को आठ-आठ लैंड वर्जन स्काई गार्डियन मिलेंगे।

  • भारत ने सोमालिया के पूर्वी तट पर एक और समुद्री डकैती रोकी, लुटेरों को खदेड़ा

    भारत ने सोमालिया के पूर्वी तट पर एक और समुद्री डकैती रोकी, लुटेरों को खदेड़ा

    – अपहृत ईरानी जहाज और बंधक चालक दल के 19 सदस्यों को मुक्त कराया

    – नौसैनिकों ने हेलीकॉप्टर और नौकाओं का इस्तेमाल करके लुटेरों को घेरा

    नई दिल्ली। सोमालिया के पूर्वी तट पर लगातार बढ़ रही घटनाओं के बीच भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को एक और समुद्री डकैती को नाकाम करके लुटेरों को खदेड़ दिया है। ईरानी जहाज और उसके चालक दल को सात समुद्री लुटेरों ने बंधक बना लिया था।

    भारत ने लाल सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती रोकने के लिए अपने दस से ज्यादा जहाज ‘एंटी पायरेसी मिशन’ पर तैनात किये हैं। भारतीय नौसेना को मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज एफवी ओमारी को सोमालिया के पूर्वी तट पर अपहृत करके चालक दल को बंधक बनाए जाने की जानकारी 31 जनवरी को मिली। इस पर क्षेत्र में निगरानी कर रहे भारतीय नौसेना ने एफवी ओमारी का पता लगाने के बाद समुद्री डकैती विरोधी मिशन के लिए तैनात आईएनएस शारदा को मौके पर जाने के लिए मोड़ दिया।

    दरअसल, ईरानी ध्वज वाले जहाज एफवी ओमारी पर सात समुद्री लुटेरों ने कब्ज़ा करके चालक दल को बंधक बना लिया था। भारत का युद्धपोत आईएनएस शारदा 02 फरवरी को सुबह मौके पर पहुंचा। भारतीय नौसैनिकों ने अपने हेलीकॉप्टर और नौकाओं का इस्तेमाल करके अपहृत जहाज को घेरकर समुद्री लुटेरों को जहाज के साथ चालक दल की सुरक्षित रिहाई के लिए समुद्री डाकुओं को मजबूर कर दिया। भारत ने जहाज सहित चालक दल के 19 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया, जिसमें 11 ईरानी और 08 पाकिस्तानी नागरिक हैं।

    भारतीय नौसेना के कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि सोमालियाई समुद्री डाकुओं से रिहा कराए गए चालक दल के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ जहाज को सफाई करने के बाद अपने कब्जे में लिया है। उन्होंने कहा कि समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात भारतीय नौसेना प्लेटफॉर्म मिशन के अथक प्रयास, समुद्र में बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए जारी हैं, जो समुद्र में सभी जहाजों और नाविकों की सुरक्षा के प्रति भारतीय नौसेना के संकल्प का प्रतीक है।

    गौरतलब है कि नौसेना ने दो माह में आधा दर्जन से ज्यादा अपहृत विदेशी जहाजों को डाकुओं से छुड़ाकर समुद्र में अपना दबदबा कायम किया है।

  • नेपाल ने 2023 में 209 चीनी नागरिकों को किया देशनिकाला

    काठमांडू। नेपाल के गृह मंत्रालय ने 2023 में 209 चीनी नागरिकों को देश से निष्कासित किया था। नेपाल के अध्यागमन विभाग के मुताबिक इन चीनी नागरिकों को वीजा समाप्त होने के बाद भी लम्बे समय से नेपाल में रहने, अवैध धंधों में शामिल होने, फर्जी पासपोर्ट, विदेशी मुद्रा के दुरुपयोग का आरोप में देश से निष्कासित किया गया था।

    अध्यागमन विभाग की ओर जारी की सूची के मुताबिक निष्कासित किए गए चीनी नागरिकों में अधिकांश वीजा एक्सपायर होने के बाद भी महीनों तक रुकने वाले शामिल हैं। नेपाल के गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पिछले वर्ष 209 चीनी नागरिकों के अलावा विभिन्न देशों के 412 विदेशियों को भी अलग-अलग कारणों से निष्कासित किया गया है।

    गृह मंत्रालय की सूची के मुताबिक ड्रग मामलों में 10 लोगों को, फर्जी पासपोर्ट में 5 लोगों को, विदेशी मुद्रा गबन में 10 लोगों को, विभिन्न जालसाजी गतिविधियों में शामिल 4 लोगों को, अपहरण में शामिल 1 व्यक्ति को, संगठित अपराध में 6 लोगों को निष्कासित किया गया है। इसी तरह बहुविवाह, यौन अपराधों में संलिप्त 5 चीनी नागरिकों को निष्कासित कर दिया गया है। इसके अलावा 150 से अधिक चीनी नागरिकों को वीजा समाप्ति के बाद भी अवैध रूप से रहने के कारण निष्कासन किया गया है।

    गृह मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि चीनी नागरिकों के अलावा 37 अमेरिकी, बांग्लादेश और उज्बेकिस्तान से 19-19, ब्रिटेन से 18, श्रीलंका से 11 स्वीडन और पाकिस्तान से 10-10 नागरिकों को निष्कासित कर दिया गया है। इसी तरह अफगानिस्तान से 9, जर्मनी, दक्षिण कोरिया से 8-8 और कनाडा से 7 लोगों को निकाला है। ऐसे ही फ्रांस से 6 इटली, नाइजीरिया, रूस और यमन से भी 5/5 व ऑस्ट्रेलिया, ईरान और जापान से भी 4-4 लोगों को निष्कासित किया गया है।