Category: पाकिस्तान

  • पाकिस्तान में नवाज प्रधानमंत्री और आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति बनने की राह पर आगे बढ़े

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने के बाद जोड़ तोड़ में जुटी राजनीतिक पार्टियों ने आपसी सहमति से समाधान की तरफ बढ़ रही है। ताजा घटनाक्रम में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के प्रधानमंत्री पद की दौड़ से पीछे हटने के साथ ही पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के प्रमुख नवाज शरीफ के चौथी बार देश के प्रधानमंत्री बनने की संभावना बढ़ गई है। वहीं दोनों दलों के बीच आपसी सहमति के बीच बिलावल भुट्टो-जरदारी ने आसिफ अली जरदारी को राष्ट्रपति बनाने की वकालत की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह भावना केवल उनके पारिवारिक संबंधों के कारण नहीं है, बल्कि उनके इस विश्वास में निहित है कि, देश के सामने मौजूद मौजूदा महत्वपूर्ण संकट को देखते हुए, आसिफ अली जरदारी के पास चुनौतियों का समाधान करने और उन्हें कम करने की क्षमता है।

    वहीं जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों की संसद में सबसे अधिक सीटों पर जीतने के बाद भी सत्ता से दूर लग रही है।

    बिलावल ने अपनी अध्यक्षता में हुई पीपीपी की उच्चाधिकार प्राप्त केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के लिए जनादेश प्राप्त करने में विफल रही। बिलावल (35) ने कहा, इस वजह से मैं खुद को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की दौड़ के लिए आगे नहीं रखूंगा। इससे पहले, पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर पुष्टि की कि पीएमएल(एन) के प्रमुख नवाज शरीफ (74) चौथी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। शहबाज ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैंने कहा था कि नवाज शरीफ चौथी बार प्रधानमंत्री बनेंगे, और मैं आज भी इस बात पर कायम हूं कि वह चौथी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।

    शहबाज शरीफ ने कहा कि उन्होंने बिलावल और उनके पिता आसिफ अली जरदारी से बात की है और नवाज शरीफ को समर्थन देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हमें उम्मीद है कि हम साथ मिलकर पाकिस्तान को सभी राजनीतिक और आर्थिक संकटों से बाहर निकालने में सक्षम होंगे, इंशाल्लाह।’’

    सरकार गठन को लेकर पीएमएल-एन और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने भी मंगलवार को बैठक की है। दोनों पार्टियां आपसी सहयोग से आगे बढ़ने पर सहमत हुईं और शहबाज शरीफ ने समर्थन के लिए एमक्यूएम-पी को धन्यवाद दिया। एमक्यूएम के संसद में 17 सांसद हैं।

    शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पीपीपी के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पीएमएल-एन एकमात्र ऐसी पार्टी रह गई, जिसने पीपीपी को सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।

    इमरान खान ने देश में किसी भी मुख्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन की सरकार बनाने के विचार को खारिज कर दिया और दावा किया कि काले धन को सफेद बनाने के काम में बड़े पैमाने पर लगे लोगों को सत्ता में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

    पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक खान(71) ने रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अडियाला जेल में संवाददाताओं से बात की। खान ने कहा कि पीएमएल-एन, पीपीपी और मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के साथ कोई बातचीत नहीं होगी लेकिन उन्होंने अन्य सभी पार्टियों और समूहों से संपर्क करने की इच्छा जताई है।

    बिलावल ने कहा कि पार्टी ने सार्वजनिक महत्व के मुद्दों पर अभियान चलाकर राजनीतिक स्थिरता बहाल करने और मौजूदा विषाक्त राजनीतिक माहौल को समाप्त करने पर ध्यान केंद्रित किया है। पीपीपी पाकिस्तान के पीएम सहित महत्वपूर्ण वोटों का समर्थन करने और स्थिर सरकार के गठन को सुनिश्चित करने के लिए कई मुद्दों को संबोधित करने के लिए तैयार है।

  •  पाकिस्तान में फिर प्रधानमंत्री बनने की राह पर नवाज शरीफ

    -इमरान खान की पार्टी पीटीआई विपक्ष में बैठने को तैयारी

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक बार फिर नवाज शरीफ प्रधानमंत्री बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। देश में अगली सरकार गठबंधन वाली होगी और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) विपक्ष में बैठेगी।

    ताजा रिपोर्ट के अनुसार नवाज शरीफ की पार्टी-पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज), बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) आपसी तालमेल करके पाकिस्तान में नई सरकार बना सकते हैं।

    वहीं पीपीपी का एक वर्ग अभी भी बिलावल के लिए प्रधानमंत्री पद की पैरोकारी कर रहा है। इसलिए पांच वर्ष के सरकार के कार्यकाल में नेतृत्व को लेकर साझेदारी का समझौता संभव है, जिसमें शुरुआती तीन वर्ष पीएमएल एन को और बाद के दो वर्ष पीपीपी को मिल सकते हैं। इस बीच निर्दलीय सांसदों और विधायकों का पीएमएल एन में शामिल होना जारी है। नवाज की पार्टी को सरकार बनाने के लिए सेना का समर्थन भी माना जा रहा है।

    पीटीआई प्रमुख गौहर अली खान ने देश में सरकार बनाने के दावे से पीछे हटते हुए सोमवार को कहा, हम नवाज की पीएमएल एन और पीपीपी के साथ नहीं बैठ सकते। इसलिए हमने उनसे सरकार बनाने के संबंध में बात नहीं की। उनके साथ गठबंधन करके सरकार बनाने से अच्छा है कि हम विपक्ष में बैठें। लेकिन सभी को ध्यान रखना चाहिए कि हम बहुमत में हैं। चुनाव में तमाम गड़बड़ियों के बावजूद पीटीआई के सबसे ज्यादा प्रत्याशी जीतकर नेशनल असेंबली (संसद) में आए हैं। इसलिए मजबूत विपक्ष की भूमिका अदा करेंगे। संसद में बैठकर सभी समस्याओं का समाधान करेंगे।

    चुनाव आयोग ने जिन 101 निर्दलियों के जीतने की घोषणा की है उनमें से ज्यादातर पीटीआई द्वारा समर्थित हैं। पीएमएल एन ने 75 सीटें, पीपीपी ने 54 और एमक्यूएम ने 17 सीटें जीती हैं। जबकि अन्य दलों ने भी 17 सीटें जीती हैं। एक सीट का परिणाम चुनाव आयोग ने रोक रखा है जबकि एक सीट पर प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इसलिए सरकार बनाने के लिए फिलहाल 133 सांसदों का समर्थन जरूरी है। 336 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में 266 सदस्यों को मतदाता चुनकर भेजते हैं, जबकि 70 सदस्य नामित होते हैं।

    इन नामित सदस्यों में 60 महिलाएं होती हैं, जबकि 10 अल्पसंख्यक वर्ग के होते हैं। सरकार को नेशनल असेंबली में बहुमत साबित करने के लिए 169 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी।

    वहीं किसी भी दल को बहुमत न मिलने से देश में राजनीतिक अनिश्चितता का असर पाकिस्तान के शेयर बाजार में सोमवार को दिखाई दिया और शुरुआती कारोबार में सूचकांक 2,200 अंक तक नीचे गया।

    चुनाव में अपने दलों को जनता द्वारा नकारे जाने के बाद इस्तेहकाम ए पाकिस्तान पार्टी के प्रमुख जहांगीर खान तरीन और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ-पार्लियामेंटेरियन के प्रमुख परवेज खटक ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है। ये दोनों ही एक समय इमरान की पार्टी पीटीआई के प्रमुख नेता थे, लेकिन इमरान की गिरफ्तारी के बाद नौ मई, 2023 को हुई हिंसक घटनाओं और उसके बाद प्रशासन के दमन के चलते तरीन और खटक ने पीटीआई छोड़कर अपने अलग दल बना लिए थे।

    सोमवार को पीटीआई के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकात कर उनसे चुनाव के दौरान हुई धांधली की शिकायत की और अपने दावे को पुष्ट करने वाले सुबूत दिए। पाकिस्तान की 24 संसदीय सीटें ऐसी हैं जिन पर जितने अंतर से जीत हुई है, उससे ज्यादा संख्या में वहां पर मत रद किए गए। अगर उन मतों को वैध करार दिया जाता तो कई सीटों पर परिणाम बदल सकते थे।

  • संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में दावा- आतंकी संगठन टीटीपी को तालिबान और अलकायदा का मिल रहा समर्थन

    इस्लामाबाद। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में आतंकी हमलों को अंजाम देने में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को अफगान तालिबान, अलकायदा और अन्य आतंकी संगठनों से समर्थन मिल रहा है।

    एक रिपोर्ट में यह जानकारी अलकायदा, तालिबान निगरानी टीम की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समिति को सौंपी गई 33वीं रिपोर्ट से सामने आई है। पाकिस्तान के विरुद्ध प्रतिबंधित आतंकी संगठन टीपीपी को मिल रहे सहयोग में न केवल हथियार और उपकरण शामिल हैं, बल्कि उसे सक्रिय बुनियादी समर्थन भी मिल रहा है।

    पाकिस्तान में बड़े आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार टीटीपी के प्रति अफगान तालिबान के उदासीन रवैये को लेकर इस्लामाबाद निराशा व्यक्त कर चुका है। टीटीपी ने 2023 के मध्य में खैबर पख्तूनख्वा में एक नया अड्डा बनाया, जहां बड़ी संख्या में आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित किया गया। ज्ञात रहे कि पाकिस्तानी सीमा पर आए दिन टीटीपी समर्थित आतंकियों के हमले से पाक सेना के जवान मारे जा रहा हैं।

  • पाकिस्तान का बलूचिस्तान बम और ग्रेनेड हमलों से दहला

    पाकिस्तान का बलूचिस्तान बम और ग्रेनेड हमलों से दहला

    क्वेटा,। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में गुरुवार को कम से कम 10 जगह बम और ग्रेनेड से हमला किया गया। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। प्रांतीय सरकार के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की। डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने कई पुलिस स्टेशनों और उपायुक्त कार्यालयों को निशाना बनाया। हमले में एक पुलिस अधिकारी और एक जेल वार्डन सहित छह लोग घायल हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रांतीय राजधानी क्वेटा समेत पूरे बलूचिस्तान में कम से कम 10 स्थानों पर बम और ग्रेनेड से हमला किया गया।

    क्वेटा के एसएसपी (ऑपरेशंस) जवाद तारिक के अनुसार, क्वेटा के स्पिनी इलाके में सीपीईसी रोड पर फुटपाथ पर रखा एक बम फट गया। इससे एक राहगीर की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, शक्तिशाली विस्फोट से प्रांतीय राजधानी के कई इलाके दहल गए। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट के समय बम के करीब होने के कारण पीड़ित का शरीर क्षत-विक्षत हो गया था। मृतक की पहचान 84 वर्षीय अब्दुल खालिक शाह के रूप में हुई।

    एसएसपी तारिक ने कहा कि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस में लगभग आठ किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। क्वेटा के बाहरी इलाके के पास एक अन्य हमले में एक सहायक उप निरीक्षक गुलाम रजा घायल हो गए। अज्ञात हमलावरों ने शालकोट पुलिस स्टेशन पर हथगोला फेंका। हथगोला पुलिस स्टेशन के प्रांगण में फट गया। इससे थाने की इमारत और कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। घायल पुलिस अधिकारी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

    मस्तुंग में केंद्रीय जेल पर हथगोले से हमला किया गया। यह हथगोला जेल के अंदर फट गया। इससे इमारत को नुकसान पहुंचा। हमले में जेल वार्डर घायल हो गया। क्वेटा, खुजदार और तुरबत में हुए हमलों में पीएमएल-एन और नेशनल पार्टी के कार्यालयों और बीएनपी-एम और जेयूआई-एफ के संयुक्त कार्यालय को ग्रेनेड से निशाना बनाया गया। धादर और पंजगुर में उपायुक्तों के कार्यालयों को भी हथगोले से निशाना बनाया गया।

    रिपोर्ट के अनुसार, काछी डिप्टी कमिश्नर के घर पर हुए एक अन्य ग्रेनेड हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया। तुरबत बाजार इलाके में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया, जबकि पुलिस और एफसी चौकियों पर ग्रेनेड भी फेंका गया। अज्ञात हमलावरों ने हब सिटी पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया। पाकिस्तान तट रक्षक कार्यालय के गेट से एक ग्रेनेड बरामद किया गया है। हमलों के बाद बलूचिस्तान सरकार ने पूरे प्रांत के सभी शहरों और कस्बों में सुरक्षा बढ़ा दी है।

    पाकिस्तान चुनाव आयोग ने कहा कि हमलों का संज्ञान लेते हुए बलूचिस्तान के पुलिस महानिरीक्षक और मुख्य सचिव से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सीनेटर समीना मुमताज जेहरी ने आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा की है और जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है।

  • पाकिस्तान में पीटीआई की रैली में विस्फोट, चार की मौत, छह घायल

    पाकिस्तान में पीटीआई की रैली में विस्फोट, चार की मौत, छह घायल

    इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान के सिबी में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की चुनाव रैली के दौरान हुए बम विस्फोट में चार लोग मारे गए जबकि छह घायल हो गए। पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।

    प्रमुख समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, यह बम विस्फोट मंगलवार को हुआ। सिबी में जिला मुख्यालय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बाबर ने हताहतों की संख्या की पुष्टि की। यह घटना आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से ठीक नौ दिन पहले हुई। सिबी के एसएचओ जकाउल्लाह गुज्जर के अनुसार, घायलों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। अधिकतर की हालत गंभीर है। इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

    पीटीआई ने कहा है कि बम विस्फोट पार्टी समर्थित उम्मीदवार सद्दाम तरीन की चुनावी रैली में हुआ। तरीन एनए-253 (जियारत) निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार हैं। मृतकों में तीन कार्यकर्ता शामिल हैं।