Category: Election 2024

  • बलिया के 25 लाख मतदाता तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए करेंगे मतदान

    बलिया के 25 लाख मतदाता तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए करेंगे मतदान

    बलिया,। चुनाव आयोग की घोषणा के बाद लोकसभा चुनाव की दुंदुभी औपचारिक रूप से बज चुकी है। जिले में सात विधानसभा क्षेत्रों को समेटे तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए 25,11,418 मतदाता अंतिम चरण यानी एक जून को वोट करेंगे। इसमें 13,52,002 पुरुष मतदाता और 11,59,308 महिला मतदाता हैं।

    बलिया लोकसभा क्षेत्र के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से जिले के फेफना, बलिया नगर व बैरिया विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जबकि इसमें गाजीपुर जिले का मोहम्मदाबाद व जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र शामिल है। जिले के फेफना में 3,29,168, बलिया नगर में 3,64,722 व बैरिया में 3,66,443 मतदाता हैं। वहीं, सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र में भी जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जबकि देवरिया से भाटपाररानी व सलेमपुर शामिल है। सलेमपुर लोकसभा में जिले के बेल्थरारोड के 3,67,185, सिकन्दरपुर के 3,08,636 व बांसडीह के 4,10,761 मतदाता वोट करेंगे। जबकि घोसी लोकसभा क्षेत्र में जिले से सिर्फ रसड़ा विधानसभा क्षेत्र ही शामिल है। रसड़ा में 3,64,503 मतदाता हैं। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने जिले के लोगों से अपील किया है कि शांतिपूर्ण मतदान में सहयोग करें। इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।

    फेफना में एक भी नहीं है थर्ड जेंडर वोटर

    जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में से सिर्फ फेफना ही है जहां एक भी थर्ड जेंडर वोटर नहीं है। जबकि बेल्थरारोड में 16, रसड़ा में 17, सिकन्दरपुर में 4, बलिया नगर में 22, बांसडीह में 36 व बैरिया में 13 थर्ड जेंडर वोटर हैं। इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में थर्ड जेंडर वोटरों की कुल संख्या 108 है।

  • उप्र भाजपा में मुरादाबाद की ”चौधराहठ” होने से वीवीआईपी बनीं लोकसभा

    उप्र भाजपा में मुरादाबाद की ”चौधराहठ” होने से वीवीआईपी बनीं लोकसभा

    – भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व एमएलसी चौधरी भूपेंद्र सिंह का गृह जनपद है मुरादाबाद

    – मुरादाबाद लोकसभा में भाजपा प्रत्याशी घोषित होने का सभी को बेसब्री से इंतजार

    मुरादाबाद। भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष पद पर मुरादाबाद निवासी विधान परिषद सदस्य चौधरी भूपेंद्र सिंह काबिज हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट वीवीआईपी बन गई है। उत्तर प्रदेश भाजपा में मुरादाबाद की चौधराहठ होने से लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सभी को मुरादाबाद लोकसभा सीट पर प्रत्याशी का बेसब्री से इंतजार है। मुरादाबाद लोकसभा में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा और इस सीट पर नामांकन की अंतिम तिथि 27 मार्च हैं।

    भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति के द्वारा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोकसभा प्रत्याशियों की दो सूचियां जारी कर दी गई हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश के 51 लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा हो चुकी है इसमें मुरादाबाद मंडल छह लोकसभाओं में चार लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं लेकिन मुरादाबाद लोकसभा सीट पर अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ हैं। गठबंधन के तहत भाजपा ने मुरादाबाद मंडल की बिजनौर सीट राष्ट्रीय लोक दल के खाते में दे दी हैं। जिस पर रालोद ने पूर्व सांसद संजय सिंह चौहान के बेटे चंदन सिंह चौहान को मैदान में उतारा हैं।

    मुरादाबाद लोकसभा से भाजपा के दावेदार :

    सैयद जफर इस्लाम – राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व राज्यसभा सदस्य

    जयाप्रदा – फिल्म अभिनेत्री व पूर्व सांसद

    कंगना रानाउत – फिल्म अभिनेत्री

    कुंवर सर्वेश कुमार सिंह – पूर्व सांसद

    डॉ शेफाली सिंह चौहान – जिला पंचायत अध्यक्ष

    डॉ विजय सिंह चौहान – आर्थोपेडिक सर्जन (नोएडा)

    राजपाल सिंह चौहान – पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष

    वर्ष 2014 में मुरादाबाद लोकसभा से जीते थे भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश कुमार सिंह :

    वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में मुरादाबाद लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी कुमार सर्वेश कुमार सिंह चुनाव जीते थे। वर्ष 2009 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश कुमार सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन कांग्रेस के सिंबल पर और वर्ष 2019 में पूर्व मेयर डॉ एसटी हसन समाजवादी पार्टी के सिंबल पर मुरादाबाद लोकसभा से चुनाव जीते थे।

  • रेलवे फाटक के पुनर्निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान किया

    रेलवे फाटक के पुनर्निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान किया

    मऊ। लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान शनिवार को हो गया है। इसके बाद अब कई जगहों पर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही मामला रविवार को घोसी लोकसभा के पिपरीडीह क्षेत्र में देखने को मिला। यहां पर रेलवे फाटक के पुनर्निर्माण को लेकर कई ग्रामसभा के लोग एकत्र होकर पंचायत की। फिर चुनाव बहिष्कार का विरोध शुरू कर दिया है। उनकी मांग है कि जब तक पूरी नहीं हो जाती है तो वह वोट नहीं डालेंगे।

    ग्रामीण अजय सिंह ने बताया कि यहां अंग्रेजी हुकूमत ने वर्ष 1885 में रेलवे स्टेशन और फाटक का निर्माण कराया था। दो साल पहले रेलवे ने इसे बंद कर दिया। इसकी वजह से ग्रामीणों को तकरीबन पांच किलोमीटर की दूरी तय कर घूम कर बाजार में जाना पड़ता है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इस समस्या को लेकर रेल मंत्रालय, मुख्यमंत्री कार्यालय और डीआरएम के यहां पत्राचार किया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

    इधर रेलवे डीआरएम ने मामले को वरिष्ठ इंजीनियर स्तर का बताते हुए ठंडे बस्ते में डाल दिया। अब जब लोकसभा चुनाव का ऐलान हो गया तो लोगों ने भी रेलवे फाटक के पुनर्निर्माण की मांग को तेज कर दी है। लोगों के हाथों में बैनर-पोस्टर थे, जिसमें बड़े-बड़े अक्षरों में नेताओं का प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है। पोस्ट पर साफ लिखा हुआ है की फाटक नहीं तो वोट नहीं।

  • कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों की नहीं की घोषणा, बसपा ने दिए सर्वाधिक अल्पसंख्यक

    कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों की नहीं की घोषणा, बसपा ने दिए सर्वाधिक अल्पसंख्यक

    लखनऊ। लोकसभा चुनाव के तिथि की घोषणा हो चुकी है। पिछले चुनाव की तरह ही इस बार भी सात चरणों में और पश्चिमी उप्र से ही शुरू होगा। इस चुनाव में जहां एक ओर भाजपा 51 सीटों पर, सपा ने 36 सीटों तथा बसपा ने नौ सीटों पर उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार चुकी है तो वहीं कांग्रेस ने अब-तक अपने एक भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पायी है।

    उल्लेखनीय है कि उप्र में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के बनने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा था। धरना-प्रदर्शन और प्रदेश सरकार के खिलाफ आवाजा बुलंद करने का सिलसिला भी बढ़ गया। पिछले दिनों सपा से गठबंधन के पूर्व कांग्रेस यह कहती रही कि गठबंधन होते ही उम्मीदवार तय हो जाएंगे, लेकिन प्रदेश में गठबंधन के बाद कांग्रेस के खाते में 17 लोकसभा क्षेत्र आये और उस पर भी आज तक उम्मीदवार तय नहीं हो सके। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा बढ़ती जा रही है।

    वहीं बसपा ने अपने नौ उम्मीदवार उतारे हैं। इसमें से पांच उम्मीदवार अल्पसंख्यक वर्ग से हैं। अभी बसपा भी कांग्रेस और सपा के उम्मीदवारों का इंतजार कर रही है। उनके उम्मीदवारों की लिस्ट पूरी होते ही बसपा भी अपने पत्ते खोलना शुरू कर देगी। उधर भाजपा अपने फुल फार्म में आकर मैदान में खेल रही है। जहां उसके उम्मीदवार अभी मैदान में नहीं हैं, वहां भी प्रचार की गति तेज हो गयी है।

    बीजेपी ने अभी तक की 51 सीटों पर ज्यादातर उन्हीं प्रत्याशियों को मौका दिया जो 2019 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके हैं। लखनऊ से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव मैदान में हैं। सपा ने उनके सामने पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा को उतारा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी सीट से लड़ेंगे। डिंपल यादव मैनपुरी और शिवपाल सिंह यादव बदायूं सीट से सपा उम्मीदवार हैं।

    गोरखपुर संसदीय सीट से भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रहे रवि किशन को दोबारा बीजेपी ने मौका दिया है। उनके सामने सपा ने भी भोजपुरी अभिनेत्री काजल निषाद को उतारा है। पश्चिमी यूपी की महत्वपूर्ण सीट मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान को टिकट मिला है। सपा ने उनके सामने हरेंद्र मलिक को उतारा है। गौतमबुद्ध नगर सीट से डॉ महेश शर्मा को बीजेपी ने लगातार चौथी बार मौका दिया है। इसी तरह मथुरा सीट से भी ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी को लगातार तीसरी बार उतारा गया है।

    भाजपा सूत्रों की मानें तो उप्र के शेष बची सीटों पर भाजपा ज्यादा उलटफेर करेगी। इसमें कई सासंदों के टिकट कट सकते हैं तो कई के लोकसभा क्षेत्रों में बदलाव भी किया जा सकता है। इस कारण भाजपा के संभावित उम्मीदवारों की धड़कने भी बढ़ी हुई है।

  • पश्चिमी उप्र में कुछ लोकसभा क्षेत्रों के चुनावी चरण में हुआ है बदलाव

    पश्चिमी उप्र में कुछ लोकसभा क्षेत्रों के चुनावी चरण में हुआ है बदलाव

    लखनऊ। लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो गया। प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी सात चरणों में ही चुनाव होंगे। इस बार भी पश्चिमी उप्र से ही चुनाव की शुरुआत होगी। पिछली बार 11 अप्रैल को प्रथम चरण का चुनाव था, जबकि इस बार 19 अप्रैल को होगा। इस बार भी उप्र के आठ लोकसभा क्षेत्रों में पहले चरण में चुनाव होगा, लेकिन पिछली बार पहले चरण में मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर में चुनाव पहले चरण में हुए थे। इस बार इन लोकसभा क्षेत्रों का चुनाव दूसरे चरण में होगा। उसकी जगह उस बार दूसरे चरण और तीसरे चरण में हुए चुनाव नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत को पहले चरण में कर दिया गया है।

    पिछली बार और इस बार के लोकसभा क्षेत्रों के चरणवार चुनावों में कुछ अंतर है। उसको ऐसे समझा जा सकता है।

    पिछली बार पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को हुआ था, सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर शामिल थे। इस बार पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा और इसमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र शामिल हैं।

    वहीं दूसरे चरण का चुनाव 18 अप्रैल को हुआ था, जिसमें नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी शामिल रहे। इस बार दूसरे चरण का चुनाव 26 अप्रैल को होगा और इसमें अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा शामिल हैं।

    पिछली बार तीसरे चरण का चुनाव 23 अप्रैल को हुआ था, जिसमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत शामिल थे। इस बार तीसरे चरण का चुनाव सात मई को होगा, जिसमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली शामिल हैं। वहीं चौथे चरण का चुनाव पिछली बार 29 अप्रैल को हुआ था, जिसमें शाहजहांपुर, खेड़ी़, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कनौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी, हमीरपुर शामिल थे। इस बार यह चुनाव 13 मई को होगा, जिसमें शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच शामिल हैं। वहीं पांचवें चरण के चुनाव पिछली बार छह मई को हुए थे, इस बार 20 मई को होंगे। पिछली बार इस चरण में फैजाबाद, धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा शामिल थे। वहीं इस बार पाचवें चरण में मोहन लालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोंडा शामिल हैं।

    छठें चरण के चुनाव पिछली बार 12 मई को हुए थे, जिसमें सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही शामिल थे। इस बार छठें चरण में सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डोमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही शामिल हैं। सातवें चरण के चुनाव पिछली बार 19 मई को हुए थे,उसमें जो जिले शामिल थे, इस बार भी सातवें चरण में एक जून को होने वाले चुनाव में शामिल हैं। सातवें चरण के चुनाव में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सालेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं।

  • सपा ने आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव समेत छह सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    सपा ने आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव समेत छह सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार

    लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने देश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के ठीक बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश की छह सीटों पर उम्मीदवारों को एलान कर दिया।

    सपा के गढ़ रहे इटावा संसदीय सीट से जितेन्द्र दोहरे को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं आजमगढ़ की सीट पर परिवारवाद फिर से दिखा है। यहां से धर्मेन्द्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।

    इसी तरह से गौतमबुद्ध नगर से डॉ महेन्द्र नागर, मिश्रिख सीट से मनोज कुमार राजवंशी, सुल्तानपुर से भीम निषाद और जालौन लोकसभा सीट से नारायण दास अहिरवार को चुनाव मैदान में उतारा है।

  • यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव, पहले पांच चरण में कई सीटें बदल गई

    यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव, पहले पांच चरण में कई सीटें बदल गई

    लखनऊ। चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा की। देश की संसद को सबसे ज्यादा 80 सांसद देने वाले उत्तर प्रदेश में 2019 के आम चुनाव की तरह सात चरण में चुनाव होंगे। पिछले चुनाव में पहले चरण की शुरुआत पश्विम उत्तर प्रदेश से हुई थी। इस बार भी यूपी में वोटिंग की शुरुआत पश्चिम से हो रही है, हालांकि चुनाव आयोग न इस बार चरणवार सीटों में बदलाव किया है। पिछले चुनाव के छठे और सातवें चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ था, वो इस चुनाव में भी वैसी ही हैं। बाकी पांच चरणों में सीटों में काफी बदलाव किया गया है। सीटों में जो बदलाव हुए हैं, उनमें ज्यादातर सीटें पश्चिम उत्तर प्रदेश की हैं। हां, चरणवार सीटों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

    यूपी में 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 11 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर वोटिंग हुई थी, उनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर शामिल थीं। चुनाव आयोग ने इस बार भी सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत सीटों का ऐलान किया है। पिछले चुनाव में नगीना सीट पर दूसरे चरण, मुरादाबाद पर तीसरे और रामपुर और पीलीभीत पर क्रमश: तीसरे चरण में मतदान हुआ था। लोकसभा चुनाव 2024 को पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा।

    अब बात दूसरे चरण की। 2019 में दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर हुआ था, उनमें नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी थी। इस बार अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। दूसरे चरण में शामिल मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर सीटों पर पहले चरण में मतदान हुआ था।

    2019 में तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल को जिन दस सीटों पर हुआ था। उनमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत थी। इस बार 07 मई को जिन सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली शामिल हैं। इस चरण में शामिल हाथरस और आगरा सीटें पिछले चुनाव में दूसरे और फतेहपुर सीकरी पहले चरण में थी।

    पिछले लोकसभा चुनाव में चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को 13 सीटों पर हुआ। इनमें शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर थे। इस बार जिन 13 सीटों 13 मई को चौथे चरण में चुनाव होगा, उनमें शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच हैं। इस चरण में शामिल धौरहरा और सीतापुर सीट पिछले चुनाव में पांचवें चरण में शामिल थी।

    2019 में पांचवें चरण का मतदान 06 मई को धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा यानी 14 सीटों पर हुआ। इस बार मोहनलाल गंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज, गोण्डा 14 सीटों पर 20 मई को मतदान होगा। पांचवें चरण में शामिल जालौन, झांसी और हमीरपुर सीट पर पिछले चुनाव में चौथे चरण में मतदान हुआ था।

    2019 में छठे चरण में 12 मई को जिन 14 सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही। इस बार इन 14 सीटों पर वोटिंग की तारीख 25 मई है। हालांकि सीटों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

    पिछले चुनाव में सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को 13 सीटों पर हुई। इनमें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर और राबर्ट्सगंज। इस बार वोटिंग 01 जून को होगी। सीटों में कोई बदलाव नहीं किया गया। चुनाव के नतीजे 04 जून को घोषित होंगे।

    इस बदलाव के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक, चुनाव आयोग कई बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद तारीखों की घोषणा करता है। इसमें सुरक्षा व्यवस्था, संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या, स्थानीय त्यौहार आदि कई कारण होते हैं।

  • गाजियाबाद में लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू, 28 अप्रैल को 29 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे अपने मत का प्रयोग

    गाजियाबाद में लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू, 28 अप्रैल को 29 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे अपने मत का प्रयोग

    गाजियाबाद। पूरे देश के साथ ही दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई। गाजियाबाद में जिला प्रशासन ने निष्पक्ष चुनाव करने के लिए पूरे इंतजाम कर लिए हैं। जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने शनिवार देर शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आचार संहिता लागू हो गई है। गाजियाबाद लोकसभा में 29 लाख 2231 मतदाता मतदान का प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त रहेंगे।

    इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि 28 मार्च को जिले में चुनावी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी और 04 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने के अंतिम तिथि होगी। इसके साथ ही 05 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 08 अप्रैल को नामांकन वापस की तारीख होगी। 26 अप्रैल को मतदान होगा और 04 जून को मतगणना होगी। उन्होंने बताया कि लोनी मुरादनगर साहिबाबाद गाजियाबाद धौलाना आंशिक विधानसभा में कुल 883 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जबकि 3091 मध्य स्थल देंगे। 518 क्रिटिकल मतदेय स्थल रहेंगे। उन्होंने बताया कि 26829 मतदाता ऐसे होंगे जिनकी आयु 18 से 19 वर्ष होगी। जबकि 14087 मतदाता 85 साल से ज्यादा उम्र के होंगे, जो अपने मतों का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि मतगणना नवीन कृषि उत्पादन मंडी समिति गोविंदपुरम में होगी।

  • लोकसभा 2024 के चुनाव में वाराणसी सबसे हाई प्रोफाइल सीट, पीएम मोदी के जीत के अंतर पर निगाहें

    लोकसभा 2024 के चुनाव में वाराणसी सबसे हाई प्रोफाइल सीट, पीएम मोदी के जीत के अंतर पर निगाहें

    —विरोधी दलों के उम्मीदवारों के लिए जमानत बचा पाना ही उपलब्धि होगी

    वाराणसी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 का ऐलान कर दिया। सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा। सातवें और आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चुनाव होगा। वाराणसी में एक जून को मतदान होगा। चुनाव की घोषणा होते ही चुनावी सरगर्मी भी दिखने लगी है। भाजपा से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे है।

    प्रधानमंत्री मोदी के जीत की हैट्रिक लगनी तय है। बाकी, कांग्रेस सपा गठबंधन दल के उम्मीदारों के लिए अपनी जमानत बचा पाना ही उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती रहेगी। चुनावी जंग में देश के सबसे हाई प्रोफाइल सीट पर प्रधानमंत्री के जीत के अंतर ही लोगों की निगाहें रहेगी। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तब भाजपा प्रत्याशी को कुल 581022 मत मिला था।

    दूसरे स्थान पर आप के अरविन्द केजरीवाल अब दिल्ली के मुख्यमंत्री को कुल 209238 मत मिला था । केजरीवाल को छोड़ बाकि दलों के प्रत्याशियों की जमानत भी नही बची थी। कांग्रेस के अजय राय (अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष)को 75614,बसपा के सीए विजय प्रकाश को 60579 तथा सपा के कैलाश चौरसिया को 45291 मत मिला था। इसी तरह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 674,664 लगभग 63.62 फीसदी मत पाकर जीत का रिकार्ड बनाया था। दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव (अब भाजपा में )195,159 कुल 18.40 फीसदी मत और कांग्रेस के अजय राय ने 152,548 लगभग 14.38 फीसदी मत प्राप्त किया था। चुनावी नजरिए से देखे तो वाराणसी संसदीय सीट पर परिणाम को लेकर सभी आश्वस्त है।

    वाराणसी में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते है। इसमें रोहनिया, वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और सेवापुरी वाराणसी लोकसभा में हैं। वहीं,पिंडरा विधानसभा क्षेत्र मछलीशहर और शिवपुर और अजगरा विधानसभा क्षेत्र चंदौली संसदीय क्षेत्र में आता है। देश में वर्ष 1951-52 में पहली बार आम चुनाव हुए थे तो उस वक्त वाराणसी जिले में लोकसभा की 3 सीटें थी। इनमें बनारस मध्य, बनारस पूर्व और बनारस-मीरजापुर थी।

    वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में काशी के 19 लाख 39 हजार 255 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिले में पुरुष मतदाता कुल 10 लाख 53 हजार 293 और महिला मतदाता आठ लाख 85 हजार 827 हैं। इसके अलावा ट्रांसजेंडर वोटर्स 135 हैं।

  • झारखंड में चार चरणों में होगा लोकसभा चुनाव

    झारखंड में चार चरणों में होगा लोकसभा चुनाव

    रांची (झारखंड),। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पूरे देश में होने वाले लोकसभा चुनाव-2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया है। देशभर में कुल सात चरणों में लोकसभा के चुनाव होंगे, जिसमें झारखंड में कुल चार चरणों में चुनाव कार्यक्रम संपन्न होंगे।

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की घोषणा के मुताबिक, झारखंड में पहले चरण में सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू, दूसरे चरण में चतरा, कोडरमा और हजारीबाग, तीसरे चरण में गिरिडीह, धनबाद, रांची और जमशेदपुर, चौथे चरण में राजमहल, दुमका और गोड्डा लोकसभा के चुनाव होगा। चार जून को चुनावी परिणाम आयेगा।

    झारखंड में 14 सीटों पर होगा चुनाव

    पहला चरण

    मतदान: 13 मई

    लोकसभा सीटें: सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू।

    दूसरा चरण

    मतदान: 20 मई

    लोकसभा सीटें: चतरा, कोडरमा और हजारीबाग।

    तीसरा चरण

    मतदान: 25 मई

    लोकसभा सीटें: गिरिडीह, धनबाद, रांची और जमशेदपुर।

    चौथा चरण

    मतदान: 01 जून

    लोकसभा सीटें: राजमहल, दुमका और गोड्डा।