Category: अर्थव्यवस्था

  • रामपुर तिराहा कांडः में पीएसी के दो सिपाहियों को आजीवन कारावास

    रामपुर तिराहा कांडः में पीएसी के दो सिपाहियों को आजीवन कारावास

    मुजफ्फरनगर,। मुज़फ्फरनगर जनपद के चर्चित रामपुर कांड के 30 साल बाद सोमवार को कोर्ट ने एक मामले में अपना फैसला सुनाया। अदालत ने पीएसी के दो सिपाहियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

    एक अक्तूबर 1994 को अलग उत्तराखंड राज्य की मांग के लिए देहरादून से बसों में सवार होकर आंदोलनकारी दिल्ली के लिए निकले थे। देर रात मुजफ्फरनगर जनपद में रामपुर तिराहा पर पुलिस ने आंदोलनकारियों को रोकने का प्रयास किया। आंदोलनकारियों के नहीं मानने पर पुलिसकर्मियों ने फायरिंग कर दी, जिसमें सात आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। सीबीआई ने 25 जनवरी 1995 को सीबीआई ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए। 30 साल से इन मुकदमों की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायालय संख्या-7 के पीठासीन अधिकारी शक्ति सिंह की अदालत में चल रही थी। शासकीय अधिवक्ता फौजदारी राजीव शर्मा, सहायक शासकीय अधिवक्ता फौजदारी परवेंद्र सिंह, सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक धारा सिंह और उत्तराखंड संघर्ष समिति के अधिवक्ता अनुराग वर्मा के अनुसार, पीएसी के सिपाही मिलाप सिंह और वीरेंद्र प्रताप पर दोष सिद्ध हो गया था। सोमवार को इस मामले में सजा पर सुनवाई हुई। अदालत ने दोनों सिपाहियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और दोषियों पर 40 हजार रुपए अर्थदंड भी लगाया। इस मामले में सीबीआई की ओर से कुल 15 गवाह पेश किए गए। दोनों अभियुक्तों पर धारा 376जी, 323, 354, 392, 509 व 120 बी में दोष सिद्ध हुआ था।

  • सर्राफा बाजार में सोने में सपाट स्तर पर कारोबार, चांदी में 1,500 रुपये की गिरावट

    सर्राफा बाजार में सोने में सपाट स्तर पर कारोबार, चांदी में 1,500 रुपये की गिरावट

    नई दिल्ली। पिछले सप्ताह के दौरान सर्राफा बाजार में आई तेजी के बाद आज घरेलू सर्राफा बाजार गिरावट का शिकार हो गया। हालांकि सोना की कीमत में आज प्रति 10 ग्राम सिर्फ 10 रुपये की गिरावट दर्ज की गई लेकिन चांदी के भाव में आज करीब 1,500 रुपये तक की कमजोरी आ गई। इस गिरावट के कारण दिल्ली के सर्राफा बाजार में आज चांदी 73,500 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

    देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 64,230 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 58,890 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 64,080 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 58,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 64,790 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 59,390 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 64,130 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 58,790 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 64,080 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 58,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

    लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 64,230 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 58,890 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 64,130 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है जबकि 22 कैरेट सोना 58,790 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 64,230 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 58,890 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

    देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमत में मामूली कमजोरी दर्ज की गई है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 64,080 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 58,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

  • देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.97 अरब डॉलर बढ़कर 619 अरब डॉलर पर

    देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.97 अरब डॉलर बढ़कर 619 अरब डॉलर पर

    मुंबई/नई दिल्ली। विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा दर्ज हुआ है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 23 फरवरी को समाप्त हफ्ते में 2.97 अरब डॉलर बढ़कर 619 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। पिछले हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार 1.13 अरब डॉलर घटकर 616.09 अरब डॉलर रह गया था।

    रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को बताया कि 23 फ़रवरी को समाप्त हफ़्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.97 अरब डॉलर बढ़कर 619 अरब डॉलर हो गया है। इससे पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 1.13 अरब डॉलर घटकर 616.09 अरब डॉलर रहा था। इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार का अहम घटक माने जाने वाली विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 2.40 अरब डॉलर बढ़कर 548.19 अरब डॉलर हो गई।

    आंकड़ों के मुताबिक 23 फरवरी को समाप्त हफ्ते के दौरान स्वर्ण भंडार का आरक्षित मूल्य 47.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 47.85 अरब डॉलर हो गया। इसी तरह विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) भी 8.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.19 अरब डॉलर पर पहुंच गया। आरबीआई के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास देश की आरक्षित जमा भी 90 लाख डॉलर बढ़कर 4.84 अरब डॉलर हो गया है।

    उल्लेखनीय है कि भारत का कुल विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर अक्टूबर 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।

  • पीएफआरडीए ने ट्रस्टी बैंक, सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी के लिए नियमों में किया संशोधन

    पीएफआरडीए ने ट्रस्टी बैंक, सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी के लिए नियमों में किया संशोधन

    नई दिल्ली। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने ट्रस्टी बैंक और सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी (सीआरए) से संबंधित नियमों में संशोधन किया है।

    वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि ट्रस्टी बैंक नियमन में संशोधन का मकसद धोखाधड़ी रोकने की नीति के क्रियान्वयन, ग्राहक को क्षतिपूर्ति, नए पंजीकरण के लिए आवेदन आमंत्रित करने और पंजीकरण प्रमाण पत्र को सौंपने से संबंधित प्रावधानों को सरल तथा मजबूत करना है।

    सीआरए से संबंधित नियमन में संशोधन कंपनी अधिनियम-2013 के अनुरूप संचालन से संबंधित प्रावधानों को सरल और मजबूत करता है। इसके साथ ही यह एजेंसी के लिए सूचना के खुलासे को भी बढ़ाता है। दोनों संशोधन इस महीने की शुरुआत में किए गए थे।

    उल्लेखनीय है कि पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण का यह संशोधन अनुपालन की लागत को कम करने तथा व्यापार सुगमता बढ़ाने के लिए नियमों की समीक्षा करने को लेकर 2023-24 के केंद्रीय बजट की गई घोषणा के अनुरूप है।

  • सर्राफा बाजार में सांकेतिक तेजी, सोना और चांदी की कीमत में मामूली बढ़ोतरी

    सर्राफा बाजार में सांकेतिक तेजी, सोना और चांदी की कीमत में मामूली बढ़ोतरी

    नई दिल्ली,। घरेलू सर्राफा बाजार में आज लगातार दूसरे दिन मामूली तेजी दर्ज की गई। आज के कारोबार में सोने की कीमत में 10 रुपये प्रति 10 ग्राम की सांकेतिक तेजी दर्ज की गई है। इसके कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमत में कोई विशेष बदलाव नजर नहीं आ रहा है। सोना की तरह ही चांदी के भाव में भी आज सिर्फ 100 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी आज 75,700 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बिक रहा है।

    दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 62,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 57,260 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 62,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,110 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है जबकि चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 62,850 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 57,410 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 62,350 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 57,160 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 62,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,110 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

    लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 62,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 57,260 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। वहीं पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 62,350 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है जबकि 22 कैरेट सोना 57,160 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 62,450 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,260 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

    देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमत में मामूली तेजी दर्ज की गई है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 62,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 57,110 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

  • सर्राफा बाजार में गिरावट जारी, शादी के सीजन में सस्ता हुआ सोना

    सर्राफा बाजार में गिरावट जारी, शादी के सीजन में सस्ता हुआ सोना

    – चांदी में भी 1,500 रुपये तक की कमजोरी

    नई दिल्ली। वैलेंटाइन डे और शादी का सीजन होने के बावजूद देश के सर्राफा बाजार में गिरावट का दौर लगातार जारी है। ज्यादातर सर्राफा बाजारों में आज सोने की कीमत में 600 से 800 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट दर्ज की गई, जिसकी वजह से देश के सभी प्रमुख सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने का भाव आज 62 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया। इसी तरह 22 कैरेट सोना भी आज गिरकर 57 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच कर कारोबार करता रहा। सोना की तरह ही चांदी के भाव में भी आज बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। ज्यादातर सर्राफा बाजारों में चांदी में आज 1,200 से 1,500 रुपये प्रति किलोग्राम तक की कमजोरी आई है। इस गिरावट के कारण आज दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी 74,000 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बिक रहा है।

    देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 62,310 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 57,150 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 62,180 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 62,730 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 57,500 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 62,210 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 57,050 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 62,180 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

    लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 62,310 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 57,150 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 62,210 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है जबकि 22 कैरेट सोना 57,050 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 62,310 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 57,150 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

    देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमत में कमजोरी दर्ज की गई है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 62,180 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

  • सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया का अग्रदूत बना जेम : प्रशांत कुमार सिंह

    नई दिल्ली। इलेक्ट्रानिक माध्यम से सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया की शुरुआत करने वाले गवर्नमेंट ईमार्केटप्लेस (जेम) ने नया रिकार्ड बनाया है। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही अभी जारी है। फिलहाल इस 11 महीनों के भीतर ही जेम ने 3 लाख करोड़ रुपये सकल मर्चेंडाइज वैल्यू (जीएमवी) के रिकार्ड स्तर को हासिल कर लिया है। इसने पिछले वित्त वर्ष के 2 लाख करोड़ जीएमवी के आंकडे़ को काफी पीछे छोड़ दिया है।

    गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जीईएम) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार सिंह ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि जेम पर खरीद का चलन बढ़ रहा है। इस माध्यम पर सहकारी संस्थाओं सहित ग्राम पंचायतों को अधिक से अधिक जोड़ने की दिशा में काम चल रहा है। जेम पर लोगों का भरोसा बढ़ रहा है। यही कारण है कि वित्त वर्ष 2022-23 में 504 करोड़ रुपये के मुकाबले 12 फरवरी 2024 तक ये 914 करोड़ रुपये तक बढ़ गया है।

    उन्होंने कहा कि सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया में अग्रदूत की भूमिका रखने वाले इस प्लेटफॉर्म का गठन प्रधानमंत्री की परिकल्पना से किया गया, जिसका लक्ष्य डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेनंस’ को बढ़ावा देना है। वर्ष 2016 में अपनी शुरुआत के बाद से ही जेम ने सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया में नई क्रांति ला दी है। इसने केन्द्र/राज्य सरकार के मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, पंचायतों व सहकारी समितियों द्वारा वस्तुओं एवं सेवाओं की खरीदारी के लिए पारदर्शी एवं सशक्त ऑनलाइन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान किया है।

    प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि 12 फरवरी, 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक जेम ने देश भर के लाखों विक्रेताओं एवं सेवा प्रदाताओं को 3 लाख से भी ज्यादा सरकारी क्रेताओं (प्राइमरी एवं सेकेंडरी बायर) के साथ प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा है। सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया में सभी हितधारकों को डिजिटल माध्यम से जोड़ते हुए जेम ने सरकारी खरीद में आपसी सांठ-गांठ, भ्रष्टाचार एवं घूसखोरी जैसी अनैतिकता को खत्म किया है। नतीजतन, सार्वजनिक वित्तीय मामलों में पारदर्शिता बढ़ी है। इस प्लेटफॉर्म पर वर्तमान में लगभग 12,200 से भी अधिक उत्पाद एवं सेवा कैटेगरी को प्रदर्शित किया गया है, जो देश भर के सरकारी क्रेताओं की जटिल एवं आधुनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है।

    उन्होंने कहा कि जेम पर सेवाओं की खरीद के मामले में तेजी से वृद्धि देखी गई है। पिछले तीन वर्षों में जेम ने अपने प्लेटफार्म पर सेवाओं के दायरे को रणनीतिक रूप से बढ़ाया है। इसके नतीजे में सरकारी विभागों, मंत्रालयों की तरफ से सेवाओं की खरीद मामले में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 के लगभग 66,000 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2023-24 (12 फरवरी, 2024) में 1,30,984 करोड़ रुपये हो गया है। जारी वित्त वर्ष के अंत तक सेवाओं के खरीद का आंकड़ा 1.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।

  • शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर बिकवाली का दबाव, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के

    शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर बिकवाली का दबाव, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के

    नई दिल्ली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ही घरेलू शेयर बाजार में दबाव बना नजर आ रहा है। आज के कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी। लेकिन बाजार खुलने के बाद से ही बिकवाल पूरी तरह से हावी हो गए, जिसके कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक गिरते चले गए। पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.31 प्रतिशत और निफ्टी 0.38 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे।

    शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में डिवीज लेबोरेट्रीज, अपोलो हॉस्पिटल, विप्रो, डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज और एचसीएल टेक्नोलॉजी के शेयर 2.73 प्रतिशत से लेकर 1.57 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे। दूसरी ओर कोल इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, ओएनजीसी, बीपीसीएल और एनटीपीसी के शेयर 4.11 प्रतिशत से लेकर 2.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे।

    अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,094 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी। इनमें से 537 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,557 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 9 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे। दूसरी ओर 21 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 18 शेयर हरे निशान में और 32 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे।

    बीएसई का सेंसेक्स आज 126.82 अंक की मजबूती के साथ 71,722.31 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होने के कुछ मिनट बाद ही बाजार पर बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण ये सूचकांक लगातार गिरता चला गया। हालांकि खरीदारों ने बीच-बीच में लिवाली का जोर बनाने की भी कोशिश की, लेकिन बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि इस सूचकांक की गिरावट लगातार बढ़ती गई। बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 220.70 अंक की कमजोरी के साथ 71,374.79 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

    सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 18.30 अंक की बढ़त के साथ 21,800.80 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलने के तुरंत बाद बिकवाल हावी हो गए, जिसके कारण ये सूचकांक भी लुढ़क कर लाल निशान में पहुंच गया। खरीदारी की छिटपुट कोशिशों के बावजूद इस सूचकांक की कमजोरी लगातार बढ़ती गई। बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 83.35 अंक टूट कर 21,699.15 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

    मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच आज प्री ओपनिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजार ने बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की थी। इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 80.23 अंक की तेजी के साथ 71,675.72 अंक के स्तर पर था। वहीं, निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 24.55 अंक मजबूत होकर 21,807.05 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था।

    इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 167.06 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की मजबूती के साथ 71,595.49 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी ने 64.55 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की छलांग लगा कर 21,782.50 अंक के स्तर पर शुक्रवार के कारोबार का अंत किया था।

  • खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के दिग्गजों ने बीड़ा में की उद्योग स्थापित करने की जाहिर की इच्छा

    झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंडस्ट्री अकादमिक इनीशिएटिव के दूसरे दिन विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के प्रमुख अधिकारियों एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा के दौरान विभिन्न प्रस्ताव दिए गए।

    विश्वविद्यालय के उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रोफेसर एसके कटियार ने बताया कि इस कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के 8 अधिकारी, 7 उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञ, एक आईसीएआर शोध संस्थान के वैज्ञानिक तथा एक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

    पेप्सी कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शिव कौशिक ने श्री अन्न से बनने वाले पेय उत्पादों को विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं पेप्सी कंपनी के बीच समझौता करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर की, कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में रियायतें देती है तो उनकी कंपनी झांसी में अपनी फैक्ट्री लगा सकती है। सिट्रस प्रोसेसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) मुनीश त्यागी ने बुंदेलखंड में सिट्रस की संभावनाओं को देखते हुए नए सिट्रस प्रोडक्ट विकसित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से एम ओ यू साइन करने का प्रस्ताव दिया।

    स्नैक्स बनाने वाली डीजीएम फूड कंपनी के मुख्य शोध एवं विकास अधिकारी प्रोफेसर नेपाल सिंह ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर के लिए इच्छा जताई। ग्रुप के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज चौहान ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट के लिए सहमति जताई। वहदम टीस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आर सी पाराशर ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ समझौता कर यहां के छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग, इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट में सहयोग देने का आश्वासन दिया।

    अदानी विल्मर लिमिटेड कंपनी के क्वालिटी कंट्रोल एवं क्वालिटी एश्योरेंस विभाग के प्रमुख अनिल गुप्ता ने बताया कि अदानी ग्रुप बुंदेलखंड औद्योगिक विकास एवं प्राधिकरण में अपनी कंपनी स्थापित कर सकता है। फूड कंसलटेंट एसके सिंह ने बीड़ा के अंतर्गत लगने वाली फूड फैक्टरीज में कंसलटेंसी देने की इच्छा जताई। भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट एवं एंटरप्रेन्योरशिप के सेक्टर स्किल काउंसिल में तैनात डॉक्टर ममता ने आश्वासन दिया कि फूड प्रोसेसिंग स्किल सेक्टर काउंसिल द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की हर संभव मदद की जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी इरविन कॉलेज की प्रोफेसर संगीता ग्रूमर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा मोटे अनाज से बने उत्पादों की काफी सराहना की एवं साथ मिलकर नए अन्य उत्पाद विकसित करने का विचार रखा। आईसीएआर नई दिल्ली की प्रधान वैज्ञानिक एवं आईएफएससी एफएसएसएआई की पूर्व निदेशक डॉ मीनाक्षी सिंह ने कहा कि वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।

    उन्होंने एफएसएसएआई की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। संत लोगोंवाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लुधियाना के प्रो कमलेश प्रसाद एवं प्रो. प्रद्युम्न कुमार ने केंद्र सरकार की कुछ नई परियोजनाओं के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जाहिर की। स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी के डॉ हरीश कुमार ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फूड प्रोसेसिंग नीति 2023 के माध्यम से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विभिन्न परियोजनाओं को दिलाने में सहायता करेंगे।

    एमसीएम डीएवी वूमेन कॉलेज के फूड साइंस विभाग की अध्यक्ष प्रोफ़ेसर गीता मेहरा ने नए फूड उत्पादों को विकसित करने के लिए साथ में काम करने के लिए इच्छा जाहिर की। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल टीचर्स की अपर निदेशक डॉ प्रीति पंत द्वारा फूड टेक्नोलॉजी के छात्रों को एफएसएसएआई की ट्रेनिंग दी गई और भविष्य में नए छात्रों को ट्रेनिंग देने का आश्वासन दिया।

  • भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत पर पहुंचा

    भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत पर पहुंचा

    नई दिल्ली। भारत में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के मोर्चे पर एक अच्छी खबर आई है। दिसंबर, 2023 में भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर के मुकाबले बढ़कर 3.8 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया है। इसके पहले नवंबर, 2023 में यह आंकड़ा 2.4 प्रतिशत के स्तर पर था। हालांकि, सालाना आधार पर देखें तो आईआईपी के स्तर में गिरावट आई है। दिसंबर, 2022 में भारत का औद्योगिक उत्पादन 5.1 प्रतिशत के स्तर पर था।

    सांख्यिकी और कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत की औद्योगिक विकास दर अप्रैल से लेकर दिसंबर में से लेकर दिसंबर, 2023 के बीच 6.1 प्रतिशत थी, जबकि इसके पहले के साल में यानी 2022 के अप्रैल से लेकर दिसंबर के महीने तक औद्योगिक विकास दर 5.5 प्रतिशत के स्तर पर थी। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि औद्योगिक विकास दर का आंकड़ा औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर जारी किया गया है।

    मंत्रालय की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक दिसंबर, 2023 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में उत्पादन 3.5 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि 1 साल पहले इसी अवधि में मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र का उत्पादन 3.6 प्रतिशत बढ़ा था। इसके अलावा दिसंबर, 2023 में पावर प्रोडक्शन में 1.2 प्रतिशत की दर से और माइनिंग प्रोडक्शन में 5.1 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीने यानी अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच भारतीय औद्योगिक उत्पादन की कुल वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही है, जबकि 2022 में अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच की अवधि में ये आंकड़ा 5.5 प्रतिशत का था।