Category: ईमानदार भ्रष्टाचारी

  • नौकरी के बाबत यदि काल लेटर मिल गया हो तो पंचायती राज मंत्री से करें सम्पर्क, नौकरी का जुगाड़ लगा देंगे .. ओपी राजभर

    नौकरी के बाबत यदि काल लेटर मिल गया हो तो पंचायती राज मंत्री से करें सम्पर्क, नौकरी का जुगाड़ लगा देंगे .. ओपी राजभर


    मऊ । सूबे के पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर अब लोगो को नौकरी दिलवाने का भी काम कर रहे है। यदि आप द्वारा किसी सरकारी पद के लिए आवेदन किया गया हो और आप को साक्षात्कार या लिखित परीक्षा के लिए कॉल आ गई हो तो आप सूबे के पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर से सम्पर्क कर सकते है।

    आप भले इस नौकरी के काबिल न हो, ओम प्रकाश राजभर् जी आप की नौकरी दिलवाने का काम कर देंगे। यह खरी दुनिया नही बल्कि खुद मंत्री का खुलासा है।

    ओम प्रकाश राजभर ने एक सम्बोधन मे इस बात का खुलासा किया है कि चाहे कोई भी हो जिसको नौकरी की जरूरत हो और इसे काल लेटर आ गया हो तो वह माननीय ओम प्रकाश राजभर से सम्पर्क कर सकता है, इसके लिए वे कोसी भी हाल मे जुगाड़ लगाने का काम करेंगे।

    बताते चले कि नीट परीक्षा फल पर उठे सवाल के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक वेदी राम का नाम प्रकाश मे आने के बाद सूबे के पंचायती राज मंत्री का यह खुद से खुलासा की वे काल लेटर वालो को नौकरी दिलाने का काम कर देंगे। पुरी तरह से चर्चाओ मे है।

    ओम प्रकाश राजभर के इस बयान के बाद भाजपा मे मौजूद अपराधिक लोगो के साथ उनके कृत्यो की भी चर्चा तेज हो गई है।

  • मऊ मे घोटाले की शिकायतबाद, शासनादेश के विपरीत जाँच अधिकारी ग्राम प्रधानों के बचाव मे गढ़वा रहे है साक्ष्य

    मऊ मे घोटाले की शिकायतबाद, शासनादेश के विपरीत जाँच अधिकारी ग्राम प्रधानों के बचाव मे गढ़वा रहे है साक्ष्य

    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय )

    मऊ। जिले के ग्राम प्रधानों के द्वारा सरकारी खाते से हड़पी गई रकम पर कार्यवाही न हो, इसके लिए जिले से हार का स्वाद चख चुके एक भाजपा नेता का पहरा होने के कारण सीधे सरकारी खाते से अपने खाते मे धन उतारने वाले ग्राम प्रधानों के हौशले बुलंद है।


    जिले मे ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बर लगा हुआ है, सरकारी पोर्टल ई ग्राम्य स्वराज ग्राम पंचायतो के ग्राम प्रधानों के द्वारा सरकारी खाते से निकाले गये धनों से अटा पटा है। यहा साक्ष्यों को निकाल कर हो रही शिकायतों की जाँच मे शासनादेश के विपरीत मनमानी करते हुए राजनीति के ऊँची रसुख रखने वाले ग्राम प्रधानों के पक्ष मे इस बात का मजदूरों से सपथ पत्र लेकर कि ग्राम प्रधान ने जो रकम मजदूरी की अपने खाते मे उतरी है उसमे से ग्राम प्रधान मजदूरों को नकद भुगतान किया है।

    मजे की बात यह है कि यह सपथ पत्र जाँच अधिकारियो ग्राम प्रधानो और सपथ पत्र देने वाले जॉब कार्ड धारको की वह अपराधिक साजिस है जो घोटाले की शिकायत के बाद और जाँच के दौरान उजागर हो रही है।

    सूत्रों की माने तो यह सब ग्राम प्रधानों के चहेते सत्तासीन नेताओं के दबाव मे जाँच अधिकारियो के द्वारा किये जा रहे है। इनके दम्भ मे ग्राम प्रधान शिकायतों तक को फड़वाने की कोशिश को धरातल पर उतरवाना चाह रहे है। विकास खंड रतनपुरा के एक ग्राम पंचायत की जाँच मे जाँच अधिकारी, ग्राम प्रधान और गाव के जॉब कार्ड धारको के एक नये “नेक्शस” का खरी दुनिया जल्द ही भांडाफोड़ करने की योजना पर काम कर रहा है।

    घोटाले के “नेक्सस” मे शामिल हो रहे जाँच अधिकारी और जॉब कार्ड धारक

    ग्राम् प्रधानों और सचिवों की मिलीभगत से शासनादेश के विपरीत सरकारी खाते से सीधे अपने ब्यक्तिगत खाते मे मजदूरी के नाम पर धन हड़पने वाले ग्राम प्रधानों के कृत्यो की जाँच के लिए नामित जाँच अधिकारियो और जॉब कार्ड धारको को जांच अधिकारी द्वारा लिफाफे लेकर बचाव के दिये जा रहे टिप्स मे नये साक्ष्य गढ़े जा रहे है।

    जांच अधिकारी द्वारा शासनादेश का पालन नही कराने और उसके विपरीत ग्राम प्रधान के पक्ष मे घोटाले मे जॉब कार्ड धारक को घसीट कर खुद को “नेक्शस” मे शामिल किया जा रहा है।

    मजदूरी की रकम को शासनादेश के बिपरीत ग्राम प्रधानों द्वारा अपने ब्यक्तिगत खाते मे हड़पने को जाँच अधिकारी मलाई समझने लगे है ।

    जांच अधिकारियो के द्वारा लिफाफे के बल पर ग्राम प्रधानों के बचाव मे जिस तरीके से जॉब कार्ड धारको से सपथ पत्र के माध्यम से घोटाले के नए साक्ष्य गढ़े जा रहे है, से अभी शायद जिलाधिकारी भिज्ञ नही है।

  • मऊ मे ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बार, प्रसाशन की लचीली कार्यशैली साबित हो रही कारण

    मऊ मे ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बार, प्रसाशन की लचीली कार्यशैली साबित हो रही कारण

    मनरेगा कार्यों में गबन पर जिलाधिकारी ने पूर्व प्रधान से 2 लाख 82 हजार 223 रुपए की वसूली के दिए निर्देश,लोकपाल मनरेगा की जांच रिपोर्ट में 8 लाख 46 हजार 669 रुपए के गबन का था आरोप।

    तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं तकनीकी सहायक से होगी शेष वसूली, ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी दिए निर्देश।

    मऊ। गावों के ग्राम प्रधानों के द्वारा ग्राम सचिव को साजिस मे लेकर किये जा रहे वित्तीय अनियमितताओं को लेकर जिलाधिकारी पुरी तरह से गंभीर है। जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत जमालपुर् मे मनरेगा मे हुई वित्तीय अनियमितत मे बुद्धवार को बड़ा एक्शन लेते हुए वसूली के आदेश दिये है। समाचार लिखे जाने तक अभी डीएम ने ऐसे घोटालो के प्रति अभी तक विधिक कार्यवाही नही की है।

    विभागीय सूत्रों के अनुसार जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र ने बुद्धवार को विकासखंड मोहम्मदाबाद गोहना के ग्राम पंचायत जमालपुर में मनरेगा कार्यों में 8,46,669 रुपए के गबन का मामला संज्ञान में आने पर तत्कालीन प्रधान श्रीमती सावित्री देवी से 2,82,223 रुपए की वसूली के आदेश दिए। शेष 5,64,446 रुपए की वसूली दोषी पाए गए तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं तकनीकी सहायक से कराए जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी द्वारा डीसी मनरेगा को दिए गए।

    उल्लेखनीय है कि लोकपाल मनरेगा द्वारा विकासखंड मोहम्मदाबाद गोहना के ग्राम पंचायत जमालपुर में मनरेगा कार्यो में घपले की शिकायत की जांच में कुल 846669 रुपए के गबन का मामला पाया गया था। जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आज पूर्व प्रधान श्रीमती सावित्री देवी से 2,82,223 रुपए वसूली के आदेश दिए।इसके अलावा उन्होंने तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं तकनीकी सहायक से शेष धनराशि की वसूली के भी निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।

    ग्राम पंचायतो मे घोटालो का अम्बार, प्रसाशनिक लचीली कार्यशैली बन रही घोटाले का कारण

    बहरहाल ऐसे घोटालो के प्रति अभी तक लचीली कार्यवाही ही सामने आई है, अभी तक की जाँच मे डीएम लेवल से किसी भी ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव के खिलाफ विधिक कार्यवाही नही की गई है जबकि मामला सीधे गबन का उजागर होता है। ग्राम प्रधान मजदूरी की धनराशि को किसी भी हाल मे अपने खाते मे नही उतार सकता लेकिन इसी लचीली कार्य प्रणाली के कारण 90 प्रतिशत ग्राम प्रधान अपने सचिव को साजिस मे लेकर मजदूरी की रकम को हड़प रहे है। शिकायत बाद बचाव मे मजदूरों से सपथ पत्र को आधार बनाया जा रहा है जबकि नियम विरुद्ध है।

  • मऊ के मीरपुर रहीमाबाद की सार्वजनिक उपयोग की जमीनों पर कब्जेधारियों की भरमार, लेखपाल पर लिफाफा ले संरक्षण का आरोप

    मऊ के मीरपुर रहीमाबाद की सार्वजनिक उपयोग की जमीनों पर कब्जेधारियों की भरमार, लेखपाल पर लिफाफा ले संरक्षण का आरोप


    मऊ। उपजिलाधिकारी सदर के ग्राम सभा मीरपुर रहिमाबाद के लेखपाल द्वारा ग्राम सभा मे मौजूद सर्वजनिक उपयोग की सम्पत्तियों मे खलिहान, चरागाह, खेलकूद के मैदान जैसी जमीनों के अतिक्रमंकारियों से लिफाफा ले, कब्जा दिलाये जाने की खबर है तो पुराने कब्जेधारियों से लिफाफे लेकर कब्जेधारियों को संरक्षण देने की खबर है।


    गाव के एक ब्यक्ति ने नाम नही प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि गाव के जय प्रकाश ने कई बीघे की सर्वजनिक उपयोग की जमीनों को कब्जा किया है, जिसके बारे मूनके द्वारा कब्जा की गई जमीन के खाता नम्बर की कई माह से मांग की जा रही है, लेखपाल के द्वारा ब्यक्ति द्वारा की जा रही मांग की जानबूझकर अनदेखी की जा रही है।

    उधर जब लेखपाल के मोबाइल नम्बर पर इस संदर्भ मे जानकारी चाही गई तो लेलहपाल द्वारा कुछ भी बताने से इंकार करते हुए सभी आरोपों को बेबुनियाद आधारहीन करार दिया गया।

    बहरहाल लेखपाल की कार्य प्रणाली को लेकर ग्रामीणों मे आक्रोश है। ग्रामीणों की माने तो इलाके की अधिकांश सार्वजनिक उपयोग की जमीनों पर अबैध कब्जेधारियों की मौजूदगी है। कब्जे कोणलेकर की जा रही शिकायतों की लेखपाल से शिकायत पर कोई कार्यवाही किये जाने की जगह अबैध कब्जेधारियों को ही संरक्षण दिया जा रहा है।

  • मऊ मे नीलामी के 3 माह के बाद भी लाइसेंस तथा निर्धारित रेट सूची उपलब्ध न कराने पर ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि।

    मऊ मे नीलामी के 3 माह के बाद भी लाइसेंस तथा निर्धारित रेट सूची उपलब्ध न कराने पर ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि।

    मऊ । जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र ने खैराबाद बाजार की नीलामी के 3 माह के उपरांत भी लाइसेंस एवं रेट सूची उपलब्ध न कराने तथा वसूली के संबंध में आदेश जारी न करने पर ग्राम पंचायत अधिकारी राकेश कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए। डीएम ने यह आदेश तहसील दिवस पर आये एक शिकायत के निस्तारण मे दिया है।


    संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर आज तहसील मोहम्मदाबाद गोहना में जनसुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता खैरुल बशर पुत्र स्व. अनवर अहमद सा.खैराबाद तहसील व ब्लाक मोहम्मदाबाद निवासी ने जिलाधिकारी के समक्ष खैराबाद बाजार की नीलामी,जो 14 मार्च 2024 को हुई थी तथा उसके उपरांत प्रार्थी द्वारा अंतिम बोली 276500 रुपए की लगाई गई।

    ग्राम पंचायत ने प्रार्थी को वसूली हेतु लाइसेंस तथा निर्धारित रेट की सूची भी संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया।जबकि प्रार्थी ने प्रथम किस्त के रूप में 16 मार्च 2024 को 69125 रूपए ग्राम पंचायत के खाते में भी जमा कराया था।

    प्रार्थी द्वारा इस संबंध में खंड विकास अधिकारी एवं उप जिलाधिकारी महोदय को भी डाक द्वारा लाइसेंस जारी करने तथा निर्धारित रेट सूची उपलब्ध कराते हुए वसूली के आदेश जारी करने हेतु आवेदन किया गया था, परंतु इस संबंध में अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई थी। आज जनसुनवाई के दौरान जिलाधिकारी ने मामले को गंभीर मानते हुए आज ही प्रार्थी को लाइसेंस एवं निर्धारित रेट सूची के साथ वसूली आदेश जारी करने के निर्देश दिए साथ ही खैराबाद ग्राम पंचायत के ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रविष्टि जारी करने के भी निर्देश दिए।

  • मऊ में मनरेगा के TA पद से चक्रधारी ने दिया इस्तीफा, पड़ोसी ने एक साथ दो सरकारी नौकरियो पर उठाये थे सवाल

    मऊ में मनरेगा के TA पद से चक्रधारी ने दिया इस्तीफा, पड़ोसी ने एक साथ दो सरकारी नौकरियो पर उठाये थे सवाल


    मऊ। जनपद बलिया के एक विद्यालय केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक बिद्यालय मे पहले से तैनाती को छुपाकर जनपद मऊ मे मनरेगा मे बतौर तक़ीनीकी सहायक नौकरी करने वाले चक्रधारी सिंह ने विधिक कार्यवाही के डर मे तकनीकी सहायक के पद से त्याग पत्र दे दिया है। हालांकि इस मामले मे शिकायत को जिला समन्वयक मनरेगा ने जानबूझकर जाँच का दबाब बनाकर जाँच नही की है नही तो चक्रधारी सिंह को फिलहाल जेल जाने से नही बचाया जा सकता था


    विभागीय सूत्रों के अनुसार जनपद बलिया के केशरी देवी बालिका उच्चत्तर् माध्यमिक बिद्यालय कंशो रसदा जनपद बलिया मे तैनात चक्रधारी सिंह ने जनपद मऊ मे महात्मा गांधी रोजगार गारेंटी योजना के तहत तकनीकी पद पर वर्ष २००७ मे नौकरी हथियाने का अपराध किया है।

    चक्रधारी सिंह के इस अपराधिक कृत्य का खुलासा उन्ही के गाव के दुष्यन्त ने जनपद मऊ स्थिति अधिकारियो को पत्र लिखकर किया। दुष्यन्त के इस खुलासे के बाद हड़बड़ी मे चक्रधारी सिंह ने मऊ मे तकनीकी सहायक के पड़ से इस्तीफा दे दिया।

    मजे की बात यह है चक्रधारी के इस अपराधिक कृत्य मे रसड़ा के कंशो मे केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की भी तैनाती पर सवाल इत गया है क्योकि तैनाती दौरान केशरी देवी बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक खुद उनके पिता रहे है।

  • मऊ मे हनुमान नगर नगरी स्वास्थ्य केंद्र का सीएमओ ने किया औचक निरीक्षण, 1 को छोड़ सभी गैरहाजिर

    मऊ मे हनुमान नगर नगरी स्वास्थ्य केंद्र का सीएमओ ने किया औचक निरीक्षण, 1 को छोड़ सभी गैरहाजिर

    मौके पर एक स्टाफ मिला, सभी को किया अनुपस्थित

    मऊ। जिले में स्वास्थ्य, चिकित्सा और देखभाल के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नन्द कुमार द्वारा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमान नगर का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें पाया गया कि सभी स्टाफ अनुपस्थित है। सपोर्ट स्टाफ नीतेश पांडेय केवल उपस्थित मिले एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अभिषेक राय प्रतिपूरक अवकाश पर थे।


    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नन्द कुमार ने बताया कि इस निरीक्षण में यह पाया गया कि हनुमान नगर नगरी स्वास्थ्य केंद्र में जगह कि कमी है, जिससे चिकित्सा सेवाएं बाधित होती है, तथा सुव्यवस्थित तरीके से सेवाओं के संचालन में बाधा आती है।

    इसलिए इस जगह को नई जगह पर जल्द से जल्द स्थानांतरित करने के लिए निर्देश दिए गए।

    उन्होंने बताया कि चिकित्सा कर्मियों को समय से चिकित्सालय को खोले तथा मरीजों एवं तीमारदारों को सुव्यवस्थित रूप में सेवाएं उपलब्ध कराये। साथ ही नगरी स्वास्थ्य केंद्र पर अर्बन कोऑर्डिनेटर देवेंद्र यादव को आवश्यक दवाओं कि उपलब्धता सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया।


    स्वास्थ्य केंद्र के सभी अनुपस्थित स्टाफ सोमवार दिनांक 10 जून 2024 को सायं 4 बजे मुख्य चिकित्सा अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने के लिए निर्देश दिया।

  • मऊ मे ग्राम प्रधानों और सचिवों को बचाने मे कार्यालय कर रहा मनमानी

    मऊ मे ग्राम प्रधानों और सचिवों को बचाने मे कार्यालय कर रहा मनमानी


    — ग्राम प्रधानों की जाँच ३० दिवस मे सम्पन्न करने का है शासनादेश ,सपथ पत्र से की गई शिकायतों को लेकर विभाग गंभीर नही


    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय)


    मऊ। जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय द्वारा ग्राम पंचायत मीरपुर रहीमाबाद और खैराबाद के ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा मजदूरी आदि की रकम को सीधे हड़पने की शिकायत को गंभीरता से नही लिए जाने की खबर है।


    खरी दुनिया ने विकास खंड मुहम्मदाबाद गोहना और कोपेगंज के क्रमशः ग्राम पंचायत खैराबाद व मीरपुर रहीमाबाद के ग्राम प्रधान और वाहा के सचिवों के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए मजदूरी तक की रकम अपने बैंक खाते मे उतार कर हड़पने की शिकायत सपथ पत्र से बीते मई माह् मे सपथ पत्र के माध्यम से की थी।

    शासनादेश के मुताबिक यह जाँच ३० दिनों के अंदर सम्पन्न हो जानी चाहिए, लेकिन कार्यालय मे ब्याप्त भ्रष्टाचार ऐसी जाँचों को दबाने मे कार्यवाही करने मे पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए जाँच नही कर रहा है। इस संदर्भ मे अब तक विभाग ने कोई कदम उठाया है भी क्या? को जानने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय से सम्पर्कं किया तो किसी ने मुह नही खोला।

    समय रहते यदी मामले मे जाँच नही की जाती है और इसकी सूचना खरी दुनिया को जरिये डांक नही दी जाती है तो खरी दुनिया अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए बाध्य होगी।

  • कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में धांधली का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की

    कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में धांधली का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की

    नई दिल्ली। कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (स्नातक) में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसकी उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच होनी चाहिए ताकि प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को न्याय मिल सके। नीट का परिणाम गत चार जून को घोषित किया गया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा ने देश के युवाओं को ठगा है।

    आज (शुक्रवार) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर प्रतिक्रिया देने के साथ ही कहा कि उनकी मांग है कि उच्चतम न्यायालय की देखरेख में एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, जिससे नीट व अन्य परीक्षाओं में भाग लेने वाले हमारे प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को न्याय मिले।

    मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा , “पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार नीट समेत कई परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गया है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के लिए भर्ती परीक्षाओं में भाग लेना, फिर अनेक अनियमितताओं से जूझना, पेपर लीक के चक्रव्यूह में फंसना- उनके भविष्य से खिलवाड़ है।”

    कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “पहले नीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके परिणाम में भी भ्रष्टाचार हुआ है। एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं। बच्चों के आत्महत्या करने की खबरें झकझोरने वाली हैं।”

    कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में लाखों परीक्षार्थियों के साथ घोटाला पूरी तरह से अस्वीकार्य और अक्षम्य है। यह देश के लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। इस साल पहले इसमें पेपर लीक होने का समाचार आया। अब मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के कई परीक्षार्थियों ने छात्रों के अंक बढ़ाए जाने के आरोप लगाए हैं। छात्रों का कहना है कि इस बार रिकॉर्ड 67 परीक्षार्थियों ने टॉप रैंक हासिल की और इनमें से छह अभ्यर्थी तो एक ही परीक्षा केंद्र से बताए जा रहे हैं।”

    उन्होंने कहा,“राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने सफ़ाई तो दी है, पर इसे प्रभावित छात्रों द्वारा बेहद सतही और ग़ैर भरोसेमंद बताया जा रहा है। ऐसे में छात्रों की इस परीक्षा की शुचिता में विश्वास बहाली बेहद ज़रूरी है, जो निष्पक्ष और पारदर्शी जाँच से ही संभव है।”

  • पति द्वारा ठीकेदारों से की जा रही कमीशन खोरी के पत्रकारों सवाल पर जिलाध्यक्ष नुपुर् नही दे सकी जवाब

    पति द्वारा ठीकेदारों से की जा रही कमीशन खोरी के पत्रकारों सवाल पर जिलाध्यक्ष नुपुर् नही दे सकी जवाब


    मऊ। लोकसभा चुनाव के परिणाम के तीसरे दिन भाजपा कार्यालय पर मने जश्न के दौरान जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देने मे कंजूसी कर उनके पति गिरिराज अग्रवाल द्वारा ठीकेदार से काम दिलाने के नाम पर की जा रही वसूली पर मुहर लगा दी है।


    जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल ने पत्रकारों के द्वारा कमीशन खोरी के सवाल का जबाब देते हुए कहा कि नीलम अग्रवाल ने चुनाव के तीन दिन पहले सपा उम्मीदवार राजीव राय को घर पर बुलाकर भोजन करने की बात कही।

    मजे कि बात यह रही कि पत्रकारों ने नूपुर अग्रवाल से कमीशन खोरी पर सवाल किया था, और जिलाध्यक्ष ने कामोशखोरी पर जबाव देने की जगह पर उत्तर को राजीव राय की ओर घुमा दिया गया।

    बहरहाल भाजपा मे आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है, अभी तक भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अपने उपर लगे कमीशन खोरी के सवाल के उत्तर मे कोई मजबूत आधार या कहे साक्ष्य नही दे सकी है।