Category: ईमानदार भ्रष्टाचारी

  • मऊ मे रिहायसी भवानो मे संचालित हो रहे अस्पताल, अफसर मौन

    मऊ मे रिहायसी भवानो मे संचालित हो रहे अस्पताल, अफसर मौन


    ( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय )
    मऊ। जिले मे रिहायसी भवनो मे चल रहे निजी नर्सिंग होम्स द्वारा अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन विभाग से अनापत्ति प्रमाण लेकर संचालित किये जा रहे हॉस्पिटलों को लेकर प्रसाशन गंभीर नही है। जबकि बीते माह ऐसे ही संचालित हॉस्पिटल मे अगलगी की घटना में कई नवजातो की मौत हो चुकी है।


    मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय मऊ के सूत्रो की माने तो जिले मे ऐसा कोई निजी नर्सिंग होम्स नही है जिसकी बिल्डिंह नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत निर्माण है और न ही निर्माण पूर्व इनके हॉस्पिटल भवन के मानचित्र ही स्वीकृत है। मजे की बात यह है कि केवल अविधिपूर्ण तरीके से मुख्य अग्नि समन विभाग से विभागीय अधिकारोयो को मिलाकर अनापति प्रमाण लेकर जनहित को ताक पर रखकर इन निजी नर्सिंग होमो का संचालन किया जा रहा है।

    क्लिनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट का इन हॉस्पिटलो के द्वारा खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। किसी भी हॉस्पिटल मे न पार्किंग की ब्यवस्था है और न ही सेट बैक ही शेष है। ऐसी स्थितियों मे संचालित इन हॉस्पिटलो मे मरीजों और उनके तिमारदारो की जान को खतरे मे डालकर अबैध कमाई की जा रही है।

    जिलाधिकारी के द्वारा जिले के हॉस्पिटलो के भवनों और उसमे तैनात प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टॉफ आदि की न्यायहित और समाजहित मे जाँच कर कार्यवाही की जानी चाहिए, अन्यथा जनपद मे रिहायसी भवानो मे संचालित हॉस्पिटलो, को उनके भवनो को नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत निर्मित नही होने, अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्रों को लेकर उनके संचालन आदि वर्ष जंकल्याण सेवा समिति के द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खंड पीठ मे योजित जनहित याचिका संख्या ५६९६(एम बी)/ २००५ मे जारी आदेश को पालन कराने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खट खटाया जाएगा। जिले मे संचालित निजी नर्सिंग होम्स के द्वारा उक्त मुकदमे पारित आदेश की अवहेलना की जा रही है।

    बन्द्ना नर्सिंग होम पर कभी भी प्रसाशन की टेढ़ी हो सकती है नजर

    गाजीपुर तिराहे के करीब स्थित बंदना नर्सिंग होम पर प्रसाशन की नजर कभी भी टेढ़ी हो सकती है।

    हॉस्पिटल की अबिधता को लेकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे योजित जनहित याचिका मे अदालत ने इंस्ट्रक्शन तलब किया है। मामले मे अगली तिथि को प्रसाशन को अपनी कार्रवाई से अदालत को अवगत करना है।

  •  निलंबित आईएएस रानू साहू और उप सचिव सौम्या चौरसिया 18 जून तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए

     निलंबित आईएएस रानू साहू और उप सचिव सौम्या चौरसिया 18 जून तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए

    रायपुर। छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला मामले में गिरफ्तार निलंबित आईएएस रानू साहू और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रही सौम्या चौरसिया को आज बुधवार को ईओडब्ल्यू ने विशेष कोर्ट में पेश किया। स्पेशल कोर्ट से रिमांड लेने के बाद दोनों से करीब 13 दिन पूछताछ की गई। पूछताछ करने के बाद जांच एजेंसी ने दोनों आरोपितों को बुधवार को पुन: कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेश के बाद आरोपितों को 14 दिनों के लिए 18 जून तक न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल किया गया है।

    ईडी के प्रतिवेदन पर ईओडब्ल्यू कोल लेवी घोटाले मामले में अलग से एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। घोटाले के आरोपितों से ब्यूरो की टीम जेल में पूर्व में दो बार जेल में पूछताछ कर चुकी है। इसके बाद ब्यूरो ने सौम्या और रानू को रिमांड पर लिया था। करीब एक हफ्ते पूछताछ करने के बाद निलंबित आईएएस समीर विश्नोई तथा कारोबारी सूर्यकांत को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। सूर्यकांत तथा समीर विश्नोई 10 जून तक ब्यूरो की रिमांड पर हैं।

    कोयला घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद सौम्या चौरसिया को हाईकोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। सौम्या की जमानत अर्जी पर हाईकोर्ट ने अंतरिम राहत देने से मना कर दिया है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। केस की अगली सुनवाई ग्रीष्म कालीन अवकाश 10 जून के बाद होगी।

  • मऊ मे भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर के नॉलेज में खेला जा रहा भ्रस्टाचार का खेल, उनका पति कर रहा दलाली

    मऊ मे भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर के नॉलेज में खेला जा रहा भ्रस्टाचार का खेल, उनका पति कर रहा दलाली


    ब्रह्मा नन्द पाण्डेय
    मऊ। जिले की भाजपा , अब सरकारी विभागों से मिलकर “दलाली” कर रही है। जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल का पति भी जिलाध्यक्ष की इस अबैध कमाई मे दलाली करता है। इस बात का खुलासा वायरल एक ऑडियो क्लिप से हो रहा है लेकिन “खरी दुनिया” इस ऑडिओ क्लिप की पुष्टी नही करता है।


    राजनितिक हलके से होकर आ रही खबरों के अनुसार जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल सरकारी दफ्तरों से मिलकर भ्रष्टाचार को प्रोत्साहित कर रही है।

    भ्रस्टाचार को प्रोत्साहित करने के खेल मे भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अकेली नही है, इस खेल मे उनका पति गिरिराज अग्रवाल भी बराबर के हिस्सेदार है। “ऑडिओ क्लिप” मे भाजपा जिलाध्यक्ष के पति गिरिराज अग्रवाल द्वारा एक ठीकेदार को 9 नंबर पर फार्म डालने और काम हमेशा मिलता रहे इसके लिए 5℅ की कमीशन मांगी जा रही है।

    निचे प्रदर्शित फोटो है भाजपा जिलाध्यक्ष गिरिराज की तस्वीर, जिनकी आवाज को ऑडिओ मे है।

    जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल के निशाने पर वे सभी विभाग है जिनमे ठीकेदारी के माध्यम से निर्माण कार्यो को धरातल पर उतरा जाता है। जिलाध्यक्ष के इस कारनामे मे उनका पति भी उनके उन अबैध कारनामे मे हिस्सेदार है।

    जिलाध्यक्ष भाजपा नूपुर अग्रवाल और उनके पति पर ऐसे ही नही आरोप लग रहा है, इनके कृत्यो का खरी दुनिया के पास वायरल ऑडियो की कॉपी है जिसको वह सुरक्षित रखते हुए बिना पुष्टि किये जनहित मे पब्लिश कर रहा है ।

    उधर भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल का वायरल ऑडियो से अपना कोई सरोकार मतलब होने से इनकार किया जा रहा है।

  • देवरिया के तथाकथित बदमाश से उसके बचाव मे 5 लाख की मांग कर रहे आरक्षी पर गिर गई गाज,  लाइन हाजिर, जाँच

    देवरिया के तथाकथित बदमाश से उसके बचाव मे 5 लाख की मांग कर रहे आरक्षी पर गिर गई गाज, लाइन हाजिर, जाँच

    मऊ। जीआरपी पुलिस द्वारा देवरिया के एक तथाकथित बदमाश से एसओजी का नाम लेकर उसके बचाव मे ५ लाख की की गई मांग की बीते 28 मई 2024 को प्रकाशित खबर को पुलिस महकमे ने गंभीरता से लेते हुए आरोपी जीआरपी आरक्षी को सस्पेंड कर दिया है। उसको लाइन हाजिर कर मामले की जाँच शुरु कर दी गई है।

    विभागीय सूत्रों के अनुसार “जीआरपी” के एक आरक्षी द्वारा देवरिया के एक बदमाश से उसके बचाव मे ५ लाख रुपये की मांग की जा रही थी। मांग के दौरान आरक्षी द्वारा मऊ एसओजी का भी नाम लिया जा रहा था। विभाग ने इस लिए मामले को गंभीरता से लेते हुए आरक्षी को लाइन हाजिर करते हुए मामले की जाँच शुरु कर दी गई। जाँच मे आरोपियों की संख्या को बढ़ने से आसार है।

    बताते चले कि जीआरपी आरक्षी के इस कारनामे को कोई अन्य मीडिया ने उठाना उचित नही समझा था, जबकि अबैध मांग मे ऑडिओ क्लिप वायरल थी। अधिकारी बोलने से भाग रहे थे, और आरक्षी के हौशले बुलंद थे।

    खरी दुनिया ने इस ऑडिओ क्लिप को गंभीरता से लिया तो मामला पुलिस प्रमुख तक पहुंच गया और मामले मे आरोपी आरक्षी पर एक्शन हो गया, लेकिन अभी भी कोई पुलिस कर्मचारी कुछ बोलने से भाग रहे है। इस मामले को आजाद अधिकार सेना ने उठाया था।

  • मऊ के सोनिधपा मैदान मे मतदान स्थल पर भाजपा कर रही प्रचार

    मऊ के सोनिधपा मैदान मे मतदान स्थल पर भाजपा कर रही प्रचार


    मऊ। सोनीधापा इंटर कॉलेज के मैदान मे भाजपा समर्थको के द्वारा मतदाता पर्ची के बाँटने की आड़ मे मतदान दिवस के दिन भी प्रचार किये जाने की खबर है।


    नगर के सहादतपुरा इलाके मे भाजपा समर्थको के द्वारा मतदाताओ को मतदाता पर्ची बाँटने की आड़ मे पार्टी का प्रचार किया जा रहा है।

    मजे की बात यह है कि इस इलाके से कई अफसरों के वाहन भी गुजरे लेकिन अभी तक इस पर किसी अफसर की नजर नही पड़ी है। नगर मजिस्ट्रेट ने इस प्रचार को नियम विरुद्ध करार देते हुए कार्यवाहिबकी बात कही है

  • मऊ जीआरपी सिपाही द्वारा NDPS मामले में 5 लाख मांगने के आरोप

    मऊ जीआरपी सिपाही द्वारा NDPS मामले में 5 लाख मांगने के आरोप

    — एसओजी और जीआरपी की मिली भगत मे बदमाशों से उनके बचाव के बदले मांगी जा रही रकम की ऑडिओ क्लिप ने जिला पुलिस और जीआरपी पुलिस मे ब्याप्त भ्रष्टाचार को पोल खोलती ऑडिओ एक बानगी है।

    ब्रह्मा नन्द पाण्डेय – (Advocate High Court Alld)

    मऊ। जिले की जीआरपी पुलिस के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए, एक बदमाश से उसी के बचाव मे मांगी जा रही रकम का एक वायरल ऑडिओ क्लिप मे जिले की “एसओजी” और जीआरपी पुलिस के भ्रस्टाचार की पोल खोल दी है। मामले मे आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी, यूपी को 5.47 मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग भेज कर उसकी जांच और कार्रवाई की मांग की है.।

    आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने खरी दुनिया से बातचीत मे बताया कि जाँच कर कारवाही के लिए पुलिस प्रमुख को दी गई ऑडिओ लगभग 15 दिन पुराना बताया है, जो थाना जीआरपी मऊ में नियुक्त मुख्य आरक्षी धनंजय सिंह का देवरिया के एक अपराधी के साथ बताया जाता है.

    बातचीत में एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार एक व्यक्ति को छुड़ाए जाने के लिए पुलिसकर्मी द्वारा 5-6 लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. साथ ही बातचीत में एसओजी के तमाम सिपाहियों के संबंध में भी चर्चा की गई है तथा बातचीत से स्पष्ट हो जाता है कि मऊ जीआरपी तथा एसओजी के तमाम सिपाही लगातार अपराधियों के साथ निकट सांठगांठ में हैं और धन उगाही कर रहे हैं.

    अमिताभ ठाकुर ने एनडीपीएस जैसे अत्यंत गंभीर मामले में इस प्रकार खुलेआम रिश्वत मांगे जाने सहित बातचीत के अन्य बिंदुओं को अत्यंत गंभीर बताते हुए डीजीपी से अपने स्तर से इसकी जांच कर कठोरतम कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

  • मऊ के बंदना नर्सिंग होम के संचालन पर डीएम से हाई कोर्ट ने तलब किया इंस्ट्रक्शन

    मऊ के बंदना नर्सिंग होम के संचालन पर डीएम से हाई कोर्ट ने तलब किया इंस्ट्रक्शन

    — जिले मे संचालित अबैध हॉस्पिटलो मे शामिल बंदना नर्सिंग होम को लेकर दाखिल पहली जनहित याचिका, मे कोर्ट ने डीएम से तलब किया “इंस्ट्रक्शन”


    — जिले मे और अबैध हॉस्पिटलो को लेकर “खरी दुनिया” द्वारा जनहित याचिका की तैयारी


    ब्रह्मा नंद पाण्डेय – (अधिवक्ता उच्च न्यायालय, इलाहाबाद)


    मऊ। जिले मे अबैध नर्सिंग होमो मे शामिल बंदना नर्सिंग होम के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका की सुनवाई दौरान मा उच्च न्यायालय ने डीएम मऊ से “इंस्ट्रक्शन” तलब किये जाने की खबर है।
    नर्सिंग होम पर मा० उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुधीर सिंह को इलाज के दौरान उन्हे अस्पताल मे बिजली के झटके भी लगे थे, अधिवक्ता ने इस बात की शिकायत जिलाधिकारी मऊ से क्लिनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट की धारा ३२ के तहत की थी।

    शिकायत के बाद मामले मे कार्यवाही नही होने के कारण अधिवक्ता द्वारा मा० उच्च न्यायालय मे जनहित याचिका संख्या १०७४/२०२४ दाखिल किया गया। मंगलवार को सुनवाई के दौरान मा० उच्च न्यायालय ने मामले मे जिलाधिकारी मऊ से इंस्ट्रक्शन तलब किया है।

    अस्पताल भवन के उपर से हाई पावर बिजली के तारो का गुजरना और इलाज दौरान अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह को अस्पताल मे लगे बिजली के झटके अब अस्पताल प्रबंधन पर भारी पड़ सकते हैं । उल्लेखनीय है कि जिले में अबैध हॉस्पिटलो के संचालन को लेकर प्रसाशनिक उपेक्षा अब भारी पड़ सकती है।

    खरी दुनिया भी अबैध हॉस्पिटलो को लेकर जनहित याचिका की तैयारी मे, साक्ष्य संकलन मे तेजी

    मऊ मे अबैध हॉस्पिटलो को लेकर खरी दुनिया द्वारा भी एक जनहित याचिका की तैयारी की जा रही है। इस याचिका मे
    वर्ष २००५ मे एक गैर सरकारी सस्था के द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद के लखनऊ खंडपीठ मे दाखिल जनहित याचिका संख्या ५६९६ (एम बी) /२००५ मे पारित आदेश का पालन नही करने पर सवाल होगा।

    खरी दुनिया ने अधिकांश अबैध हॉस्पिटलो को लेकर विभाग से साक्ष्यों का संकलन कर लिया है। उल्लेखनीय है कि जिले मे अधिकांश निजी हॉस्पिटलो के द्वारा अविधिपूर्ण तरीके से फायर डिपार्टमेंट से एन ओ सी लेकर रिहायसी भवनो मे अस्पतालो का संचालन किया जाता है।

    “खरी दुनिया” द्वारा भी एक जनहित याचिका की तैयारी की जा रही है, जिसमे फायर डिपार्टमेंट से अविधिपूर्ण तरीके से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर, हॉस्पिटलो का अबैध संचालन पर सवाल शामिल होगा।

  • पीलीभीत मे दारोगा ने किया आत्महत्या का प्रयास, जांच

    पीलीभीत मे दारोगा ने किया आत्महत्या का प्रयास, जांच


    (ब्रह्मा नंद पाण्डेय)


    पीलीभीत। पीलीभीत मे उच्चाधिकारी की डांट से परेशान एक दारोगा द्वारा रविवार को आत्महत्या की कोशिश किये जाने की खबर है। हालत बिगड़ने पर दरोगा को मेडिकल कॉलेज मे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जहाँ उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। बहरहाल एसपी अविनाश पाण्डेय की पुलिस मामले की जाँच कर रही है।


    पुलिस सूत्रों के अनुसार पीलीभीत के दरोगा देवेंद्र राणा की किसी बात को लेकर एक उच्चधिकारी ने उन्हे गाली गुप्ता देते हुए डांट दिया था। उच्चाधिकारी से हुई इस घटना से आहत दारोगा ने रविवार को आत्महत्या के प्रयास मे तथाकथित दवाओ की कई गोलिया गटक ली थी। गोलिया क्यो खाई इस पर पीड़ित दरोग ने इलाज मे लगी चिकित्सक सुरभी सिंह को कोई बयन् नही दिया है। लेकिन आठ दस गोलिया खाने वाला, वह भी पढ़ा लिखा ब्यक्ति, क्यो खायेगा ? समझने वाला है।

    हालत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज मे भर्ती कराया गया जहा उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस मामले को लेकर कोई भी उच्चाधिकारी मुह खोलने को तैयार नही है। उल्लेखनीय है कि बतौर एसपी अविनाश पाण्डेय के कार्यकाल मे कई दरोगाओ के साथ एसपी दफ्तर मे गाली गुप्ता के साथ लोटा वार की घटनाये हुई लेकिन किसी पीड़ित ने जुबान नही खोली।

    इस मामले मे भी कोई अफसर मुह खोलने को तैयार नही रहा। कई दारोगा तो इंचार्जेशीप छोड़कर नौकरी करने को बाध्य रहे तो कई स्थानातरण करवा कर खुद बाहर हो लिए। बहरहाल एसपी अविनाश पाण्डेय के इस अपराधिक कृत्य का खरी दुनिया के पास कोई साक्ष्य नही है लेकिन वे गलत को सही और सही को गलत करने के लिए अफसरों पर दबाव डलवाने का काम करते है।

    बतौर एसपी के ही दबाव मे उनके पूर्व के तैनाती जनपद मऊ मे कई बदमाशों के खिलाफ मुकदमे दर्ज नही किये गये तो कइयो को निर्दोष होते हुए जेल तक भेजा गया है। एसपी के इस अपराधिक कृत्य मे उनके सहित दो लोगो पर अवमान अधिनियम की कार्यवाही मा० उच्च न्यायालय मे पेंडिंग है तो एक के दाखिले की तैयारी है।

    रही बात जाँच कि तो जांच मे दारोगा के द्वारा आत्महत्या के प्रयास के मामले मे भी वाही हाल होने से खरी दुनिया का इंकार नही है, जो मऊ मे पुलिस द्वारा किये गये अपराधिक कृत्यो की जाँच मे हुआ है। इस मामले मे भी किसी अधिकारी की डांट के आने की बात झूठ साबित होने से इंकार नही है।


    एसपी अविनाश पाण्डेय के अपराधिक कृत्यो का साक्ष्यों को कई जांच मे मिल चुकी है क्लीन चीट
    मऊ मे भाजपा नेता राकेश गुप्ता को फर्जी मामले मे फंसाने को लेकर शासन स्तर से जाँच मे जांच अधिकारियो ने उनके बचाव मे कार्य किया है।

    तटस्ट जाँच मे एसपी अविनाश पाण्डेय के अपराधिक कृत्यो के कई प्रमाण “खरी दुनिया” के पास है। बस जांच पुलिस महकमे को छोड़ किसी अन्य ऐसी एजेंसी से हो, जो तथ्यों की जांच कर कार्यवाही करने वाली हो अन्यथा एसपी अविनाश पाण्डेय हमेशा अपने अपराधिक कृत्यो मे बचते रहेंगे।

    ब्तौर् एसपी अविनाश अपने अधीनस्थो से गलत को सही और सही को गलत करवाने का कम करते है। तैनाती जनपद मऊ के दौरान एसपी अविनाश ने जिले मे अबैध संचालित निजी नर्सिंग होमो की पैरवी मे खरी दुनिया को अपने अधीनस्थ से फोन करवा कर धमकी दिलवाई थी। एसपी खरी दुनिया मे छप रही खबरों पर धमकी के माध्यम से बिच मे लिफाफा लेकर विराम लगवाना चाहते थे।

  • एसपी अविनाश पाण्डेय ने मऊ के बाद पीलीभीत मे भी शुरु कर दिया सच को झूठ,झूठ को सच बना फर्जी मुकदमे कायम कराने का खेल

    एसपी अविनाश पाण्डेय ने मऊ के बाद पीलीभीत मे भी शुरु कर दिया सच को झूठ,झूठ को सच बना फर्जी मुकदमे कायम कराने का खेल


    पीलीभीत। पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने पीलीभीत मे भी “सच को झूठ” और “झूठ को सच” बनाने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का काम शुरु कर दिया है। होमगार्ड द्वारा दुकानदार से जबरन सामान ले कीमत नही देने की शिकायत करने वाले दुकन दारो पर एसपी ने उलटे मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी ने जनपद मऊ मे बहुत ऐसे मामलो मे ऐसे ही सच को झूठ और झूठ को सच बनाने का खेल खेला है।


    पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय के उपर उनके तैनाती स्थल जनपद मऊ मे भी सच को झूठ, और झूठ को सच करने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का आरोप लग चुका है। एसपी के इस आरोप को मा उच्च न्यायालय इलाहाबाद भी उनके द्वारा फर्जी साक्ष्यों के आधार पर दर्ज कराये गये केस मे आरोपों को नही बनने का मुहर लगा चुका है।

    बावजूद इसके एसपी सच को झूठ और झूठ को सच बनाने मे रोज अधिकांश निर्दोषों पर कार्यवाही करने मे पदीय अधिकारो का दुरूपयोग करते रहे है। दुरूपयोग का अब यह काम उन्होंने यूपी के जनपद मऊ के बाद पीलीभीत मे शुरु कर दिया है।

    पीलीभीत के न्यू एरिया इलाके के एक दुकानदार से होमगार्ड द्वारा जबरदस्ती समान ले कर कीमत नही देने की शिकायत एसपी अविनाश पाण्डेय को नागवार लगी तो इन्होने शिकायत कर्ता पर ही सरकारी काम मे बाधा डालने आदि के आरोप मे दुकानदारो पर मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी की इस कार्य प्रणाली से इलाकई दुकानदारों मे आक्रोश मे है। मजे कि बात यह है कि एसपी ने अभी तक होमगार्ड के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की है।

  • मऊ मे अबैध संचालित अबैध हॉस्पिटलो पर कार्यवाही कब ? दिल्ली मे अबैध संचालित बेबी केयर सेंटर मे तो राजकोट मे आग, कई मरे, मुकदमा

    मऊ मे अबैध संचालित अबैध हॉस्पिटलो पर कार्यवाही कब ? दिल्ली मे अबैध संचालित बेबी केयर सेंटर मे तो राजकोट मे आग, कई मरे, मुकदमा

    जिले मे अविधिपूर्ण तरीके से संचालित हो रहे है प्रकाश हॉस्पिटल, राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल, राजनितिक ऊँचे रसुख तो नही है प्रसाशनिक कार्यवाही मे अवरोधक

    मऊ। जिले मे अविधिपूर्ण तरीके से अग्नि समन की NOC हथियाकर संचालित अबैध हॉस्पिटलो के प्रति जिला प्रसाशन द्वारा की जा रही उपेक्षा का दिल्ली मे बीती रात बेबी केयर सेंटर मे और राजकोट के गेमिंग सेंटर मे हुई अगलगी से सबक लेना चाहिए।
    दिल्ली के बेबी केयर सेंटर मे बीती रात् हुई अगलगी मे अबोध नवजात बालको की असमय मौत से सबक लेना चाहिए तो.

    गेमिंग जोंन मे भी लगी आग मे मौत के मुह मे समाये दर्जनों लोगो को भी याद करते हुए जिले मे अबैध रूप से संचालित प्रकाश हॉस्पिटल, राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल की जाँच कर कार्रवाई करनी चाहिए।

    ये सभी हॉस्पिटल मुख्य अग्नि समन अधिकारी के दफ्तर को लिफाफा देकर अविधिपूर्ण तरीके से हासिल की गई अनापत्ति प्रमाण प्रमाण पत्र के सहारे विभागीय अधिकारियो को भी लिफाफा देते हुए ऊँचे राजनितिक रसुख के कारण संचालित किये जा रहे है। इन सभीबका संचालन जंकल्याण समिति के द्वारा मा उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच मे दाखिल ५६९६ एम बी /२००५ मे पारित आदेश के बिपरीत संचालित हो रहे है।