Category: ईमानदार भ्रष्टाचारी

  • आईपीएस अविनाश पाण्डेय के खिलाफ कॉन्टेम्पट याचिका, मे २० मई २४ को होगी सुनवाई

    आईपीएस अविनाश पाण्डेय के खिलाफ कॉन्टेम्पट याचिका, मे २० मई २४ को होगी सुनवाई

    — खरी दुनिया के विद्वेषपूर्ण अभियोजन मे गिरफ्तारी दौरान कानून के उलंघन मे उलझ गये है आईपीएस अविनाश पाण्डेय

    मऊ। खरी दुनिया की खबरों से चिढ़ कर उसके खिलाफ विद्वेषपूर्ण कार्यवाही करने वाले एसपी अविनाश पाण्डेय के खिलाफ उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे दाखिल कॉन्टेम्पट रिट मे अगले २० मई को सुनवाई होनी है। एसपी समेत दो लोगो को खरी दुनिया ने मुकदमे मे पक्षकार बनाया है।


    उल्लेखनीय है की खरी दुनिया की खबरों से चिढ़कर मऊ मे एसपी रहे अविनाश पाण्डेय ने खरी दुनिया के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था और उसमे तुरंत गिरफ्तारी का कानून नही होने के कारण फर्जी साक्ष्य लगाकर खरी दुनिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

    दूसरे के नाम से बनवाये गये फर्जी साक्ष्यों के मामले मे तो एसपी अविनाश पाण्डेय बच गये लेकिन गिरफ्तारी मे कानून की अनदेखी ने उन्हे सवालो के घेरे मे खड़ा कर दिया है। एसपी अविनाश पाण्डेय के साथ मामले के विवेचक गंगा प्रसाद विन्द भी है मामले पक्षकार।

    खरी दुनिया ने एसपी आवुनाश पाण्डेय द्वारा जानबूझकर की गई इस अनदेखी को लेकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे अवमान अधिनियम मे याचिका दाखिल कर एसपी के खिलाफ सजा के लिए अर्जी लगाई है। मामले मे सुनवाई के लिए अदालत ने 20 मई २०२४ की तिथि मुकर्र की है।

    जिले के अबैध हॉस्पिटलो से लिफाफा ले खबरों को रुकवाने मे खरी दुनिया को एसपी ने दिलवाई थी धमकी

    एसपी अविनाश पाण्डेय जिले मे अबैध हॉस्पिटलो के द्वारा अग्नि समन बिभाग की फर्जी अनापत्ति प्रमण पत्र लगा कर हॉस्पिटल के भवन का नक्शा पास कराये अबैध राहुल हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल और प्रकाश हॉस्पिटल से लिफाफा लेकर इन अबैध हॉस्पिटलो को लेकर प्रकाशित खबरों को रोकने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारी से धमकी दिलवाई थी।

    अबैध हॉस्पिटलो को लेकर खरी दुनिया द्वारा प्रकाशित खबरों पर विराम लगवाने की नियत से एसपी अविनाश पाण्डेय ने स्थानीय अभिसूचना इकाई के कर्मचारी से खरी दुनिया को , खबरों से ला इन ऑर्डर को खराब होने की आड़ मे धमकी दिलवाई थी।

    एसपी के इस धमकी के बाद जब खबरें नही रुकी तो एसपी ने दर्ज फर्जी मुकदमे मे फर्जी साक्ष्य गढ़कर उसकी गिरफ्तारी करवाई थी, गिरफ्तारी दौरान एसपी ने कानून का उल्लंघन किया है । इसी उल्लंघन को लेकर खरी दुनिया ने उनके खिलाफ अवमान अधिनियम मे कार्यवाही के लिए अदालत मे अर्जी लगाई है।

  • नगर पालिका परिषद् एकाउंटेंट व सहयोगी घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

    नगर पालिका परिषद् एकाउंटेंट व सहयोगी घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

    जौनपुर । नगर कोतवाली थाना अंतर्गत नगर पालिका परिषद में शुक्रवार को फिर भ्रष्टाचार और घूसखोरी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण टीम ने छापामारी कर एकाउंटेंट टीएन सिंह सहित उसके सहयोगी बाबू शनी बाल्मीकि को एक लाख 65 हजार रुपए का घुस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। एकाउंटेंट की गिरफ्तारी के बाद नगर पालिका परिषद कार्यालय में हड़कंप की स्थिति रही है।

    नगर पालिका के ठेकेदार के भुगतान के लिए एकाउंटेंट टीएन सिंह ने रमेश गुप्ता नामक ठेकेदार से घूस मांगा था। ठेकेदार ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम वाराणसी से की। टीम शुक्रवार को जौनपुर आयी और पूरी योजना तैयार कर घूस की राशि 1 लाख 65 हजार रुपए एकाउंटेंट टीएन सिंह की दिलवाया। रिश्वत लेते ही छापामार कर रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया और एकाउंटेंट को लेकर सीधे लाइन बाजार थाने ले गयी वहां पर विधिक कार्रवाई करते हुए घूसखोर को लेकर वाराणसी चली गई है।

    लाइन बाजार थाना अंतर्गत बीते बुधवार को शिकायतकर्ता रामानंद गुप्ता निवासी जहांगीराबाद कोतवाली ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी में शिकायती पत्र द्वारा आरोप लगाया था कि मेरी आनंद कंस्ट्रक्शन फर्म जो निर्माण का कार्य करती है।नगर पालिका परिषद जौनपुर में पचास लाख का निर्माण कार्य कराया गया जिसका बकाया बिल भुगतान बकाया है । जिसके भुगतान के लिए अधिशासी अधिकारी पवन कुमार नगर पालिका परिषद जौनपुर से मिला। अधिशासी अधिकारी द्वारा साढ़े 16 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई। प्रथम किस्त 10 लाख जारी करने के लिए साढ़े 16 प्रतिशत की दर से एक लाख 65 हजार रुपए देने के लिए कहा गया था। यह रिश्वत एकाउंटेंट तारकेश्वर नाथ सिंह को देने के लिए पवन कुमार द्वारा कहा गया। वहीं इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिकारी नीरज कुमार सिंह द्वारा लाइन बाजार थाने में अधिशासी अधिकारी पवन कुमार सहित दोनों आरोपित पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया।

  • लोस चुनाव : अपराधिक व्यक्तियों के 477 लाइसेंसी शस्त्र जब्त

    लोस चुनाव : अपराधिक व्यक्तियों के 477 लाइसेंसी शस्त्र जब्त

    लखनऊ। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने शुक्रवार को बताया कि 16 मार्च से चार अप्रैल तक पुलिस विभाग ने अपराधिक व्यक्तियों के 477 लाइसेंसी शस्त्र जब्त किये हैं। 3905 लाइसेंसी शस्त्र निरस्त कर जमा कराये गये।

    इसी प्रकार सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए 18,13,332 लोगों को पाबन्द किये जाने के लिए नोटिस प्रेषित किये गये, जिसमें से 10,85,298 लोगों को पाबन्द किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग ने 3840 बिना लाइसेंस के अवैध शस्त्र, 4250 कारतूस, 2066.5 किलोग्राम विस्फोटक व 211 बम बरामद कर सीज किये। अवैध शस्त्र बनाने वाले 1159 केन्द्रों पर रेड डाली गयी और 71 केन्द्रों को सीज किया गया।

    आदर्श आचार संहिता के अनुपालन में चार अप्रैल को पुलिस विभाग ने अपराधिक व्यक्तियों के 01 लाइसेंसी शस्त्र जब्त करते हुए 03 लाइसेंसी शस्त्र निरस्त कर जमा कराये गये। सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए 65,690 लोगों को पाबन्द किये जाने के लिए नोटिस प्रेषित किये गये हैं। साथ ही 178 बिना लाइसेंस के अवैध शस्त्र, 192 कारतूस व 06 किलोग्राम विस्फोटक बरामद कर सीज किये गये। पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने वाले 123 केन्द्रों पर रेड डाली है।

  • ज्वैलर्स पर बदमाश ने तानी पिस्टल, मुकदमा लिखने में लगे पांच दिन

    ज्वैलर्स पर बदमाश ने तानी पिस्टल, मुकदमा लिखने में लगे पांच दिन

    कानपुर,। ज्वैलर्स पर पिस्तौल तानकर जान से मारने की धमकी के मामले में आखिरकार पांच दिन बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि इसके लिए उत्तर प्रदेश ज्वैलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों व व्यापारियों का दबाव रहा। पुलिस मुकदमा दर्ज कर अब आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है।

    बिरहाना रोड निवासी आनंद सिंह की ज्वैलरी की दुकान है और वह गंगा मेला के दिन घर के नीचे परिवार के लोगों के साथ होली खेल रहे थे। पीड़ित के मुताबिक, इसी दौरान एक अज्ञात व्यक्ति आया और उसने पिस्टल लोड कर उनके माथे पर तान दी। हो हल्ला मचने पर आरोपित वहां से भाग गया।

    पीड़ित ने डायल 112 में पुलिस को सूचना दी गई, फिर भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। उत्तर प्रदेश ज्वैलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी पीड़ित कारोबारी के साथ कलक्टरगंज थाने पहुंचे। एसीपी, इंस्पेक्टर तक को सूचना दी मगर एफआईआर दर्ज नहीं हुई। उत्तर प्रदेश ज्वैलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मुकुल वर्मा और प्रदेश महामंत्री पुष्पेन्द्र जायसवाल अन्य पदाधिकारियों के गुरुवार को एडिशनल सीपी हेडक्वाटर्स विपिन कुमार मिश्रा से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई।

    उन्होंने इंस्पेक्टर कलक्टरगंज से एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। पीड़िता ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश के बावजूद थाना पुलिस जांच के नाम पर टरकाती रही और पांच दिन बाद मुकदमा दर्ज हुआ। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और सीसीटीवी फुटेज आदि साक्ष्य एकत्र कर जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

  • लोहता थाने में तैनात दरोगा 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

    लोहता थाने में तैनात दरोगा 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

    वाराणसी। लोहता थाने में तैनात एसएसआई आशीष कुमार पटेल और उसके निजी सहयोगी मासूम अली को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी इकाई ने शुक्रवार शाम रंगे हाथों पकड़ लिया। टीम ने दोनों के खिलाफ राजातालाब थाने में मुकदमा दर्ज कराने के बाद जेल भेज दिया।

    लोहता थाने में चांदपुर (मंडुवाडीह) निवासी सुधीर कुमार द्विवेदी ने बीते 14 मार्च को चेतगंज जियापुर निवासी बुनकर अनीस अहमद के पुत्र कासिफ, कारखाने के कर्मचारी शाहरुख सहित अज्ञात के खिलाफ धमकी, मारपीट और लूट का तहरीर दिया था। इस मामले की विवेचना एसएसआई आशीष कुमार पटेल कर रहे थे।

    विवेचना के बीच आरोप है कि लूट के केस में धारा कम करने के लिए दरोगा ने अनीस से 75 हजार रुपये मांगे थे। दरोगा रुपये न देने पर अनीस के छोटे बेटे को भी इस मामले में फंसाने की धमकी दे रहा था। अनीस का पक्ष था कि वह इतने रुपये नहीं दे सकता। इसके बावजूद दरोगा रुपयों के लिए अनीस पर दबाव बना रहा था।

    इसके बाद अनीस ने पूरे मामले की जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी। योजना के अनुसार अनीस ने 40 हजार रुपये देने के लिए दरोगा को फोन किया। दरोगा ने अपने आदमी मासूम अली को रुपये लेने के लिए अनीस के पास भेजा। हरकत में आई एंटी करप्शन की टीम थाने पहुंची और दरोगा और उसके सहयोगी को घूस लेते पकड़ लिया। इसके बाद दोनों को लेकर पुलिस राजातालाब थाने पहुंची और उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की।

  • रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों एडीओ पंचायत गिरफ्तार

    रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों एडीओ पंचायत गिरफ्तार

    लखीमपुर खीरी। परिवार रजिस्टर में नाम सही करने के नाम पर एडीओ पंचायत खीरी को एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इसके बाद खीरी थाने में मुकदमा दर्ज हो गया है।

    प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवकुमार मौर्य निवासी गांव मन्दूरा थाना खमरिया ने परिवार रजिस्टर में नाम गलत होने और उसे सही करने को लेकर एडीओ पंचायत शिवाशीष शरण श्रीवास्तव को अनुरोध किया था। इसके बाद एडीओ पंचायत द्वारा शिकायतकर्ता शिवकुमार मौर्य से 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई।

    शिवकुमार मौर्य ने एंटी करप्शन ब्यूरो से इसकी शिकायत की। शिकायत के बाद गुरुवार को एंटी करप्शन की टीम ने एडीओ पंचायत शिवाशीष शरण श्रीवास्तव को शिवम गैराज चौराहा पटेल नगर से रंगे हाथों 50 हजार रुपये की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। मामले में एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद खीरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

  • बैंक धोखाधड़ी मामले में निजी कंपनी और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज

    बैंक धोखाधड़ी मामले में निजी कंपनी और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज

    नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 48.06 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के आरोप में एक निजी कंपनी और उससे जुड़े पांच अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई की टीम ने गुरुवार को आरोपितों के जयपुर स्थित कारखाने समेत 5 ठिकानों की तलाशी ली। सीबीआई ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर इस कार्रवाई काे अंजाम दिया।

    सीबीआई के मुताबिक जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है उनमें मैसर्स स्वास्टिक कॉपर्स प्राइवेट लिमिटेड (जयपुर) और कंपनी के निदेशक संदीप जैन, पूर्व निदेशक नीलम जैन, निदेशक इंद्रा जैन, अज्ञात लोकसेवक और एक निजी व्यक्ति शामिल हैं। आरोपित कंपनी बिजली वितरण ट्रांसफार्मर के निर्माण और मरम्मत के व्यवसाय में लगी हुई थी। आरोपितों ने आपराधिक साजिश रचकर बैंक से 48.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। कंपनी ने कथित तौर पर झूठे और बढ़े हुए दस्तावेज़ जमा करके नकद क्रेडिट सीमा का लाभ उठाया। सीबीआई ने आरोप लगाया कि आरोपितों ने लेनदेन के माध्यम से बैंक फंड का दुरुपयोग किया। इस मामले में आगे की जांच जारी है।

  • केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष हमलावर, अलोकतांत्रिक कदम की दे रहे दुहाई

    केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष हमलावर, अलोकतांत्रिक कदम की दे रहे दुहाई

    दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ हमलावर हो गईं हैं। जहां कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने गिरफ्तारी को असंवैधानिक करार देते हुए इस कदम को अलोकतांत्रिक बताया वहीं, तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार को निशाने पर लेते हुए भाजपा पर लोकतांत्रिक तरीकों के बजाय जांच एजेंसियों के दम पर चुनाव लड़ने का आरोप लगाया।

    कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है, ”डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है। मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्ज़ा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट फ्रीज़ करना भी ‘असुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है। INDIA इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।”

    प्रियंका गांधी ने भी एक्स पर लम्बा पोस्ट कर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने लिखा कि चुनाव के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस तरह टार्गेट करना एकदम गलत और असंवैधानिक है। राजनीति का स्तर इस तरह से गिराना न प्रधानमंत्री जी को शोभा देता है, न उनकी सरकार को।

    प्रियंका ने आगे कहा कि अपने आलोचकों से चुनावी रणभूमि में उतरकर लड़िये, उनका डटकर मुक़ाबला करिए, उनकी नीतियों और कार्यशैली पर बेशक हमला करिए – यही लोकतंत्र होता है। मगर इस तरह देश की सारी संस्थाओं की ताकत का अपने राजनीतिक मक़सद को पूरा करने के लिए इस्तेमाल करना, दबाव डालकर उन्हें कमज़ोर करना लोकतंत्र के हर उसूल के ख़िलाफ़ है।

    उन्होंने कहा कि देश के विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज़ कर दिये गये हैं, तमाम राजनीतिक दलों और उनके नेताओं पर ईडी, सीबीआई और आईटी का दिन रात दबाव है, एक मुख्यमंत्री जेल में डलवा दिये गये हैं, अब दूसरे मुख्यमंत्री को भी जेल ले जाने की तैयारी हो रही है। ऐसा शर्मनाक दृश्य भारत के स्वतंत्र इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है।

    मुख्यमंत्री भगवंत मान का भाजपा पर तंज

    पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट लिखा कि भाजपा की राजनीतिक टीम यानी ईडी केजरीवाल की सोच को कभी कैद नहीं कर सकती है। आम आदमी पार्टी ही भाजपा को रोक सकती है। आप सोच को कभी नहीं दबा सकते।

    भाजपा अब सत्ता में नहीं आने वालीः अखिलेश यादव

    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा कि जो ख़ुद हैं शिकस्त के ख़ौफ़ में क़ैद ‘वो’ क्या करेंगे किसी और को क़ैद, भाजपा जानती है कि वो फिर दुबारा सत्ता में नहीं आनेवाली, इसी डर से वो चुनाव के समय, विपक्ष के नेताओं को किसी भी तरह से जनता से दूर करना चाहती है, गिरफ़्तारी तो बस बहाना है। ये गिरफ्तारी एक नयी जन-क्रांति को जन्म देगी।

    इसी तरह राजद नेता तेजस्वी यादव ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लोकतांत्रिक तरीकों के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी की गिरफ्तारी से साफ जाहिर है कि विपक्ष से लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने की बजाय भाजपा जांच एजेंसियों एवं अन्य संवैधानिक संस्थानों की आड़ और पुरजोर मदद से चुनाव लड़ना चाहती है। हम सभी मजबूती से दिल्ली के लोगों की अति लोकप्रिय सरकार के साथ खड़े हैं।

    राज्यसभा सांसद और जेएमएम नेता महुआ माजी ने कहा कि जहां-जहां गैर-भाजपा सरकार है, उन राज्यों में ही ये चीजें हो रही हैं। चुनाव होने वाले हैं। आदर्श आचार संहिता लागू है। लेकिन जिस तरह से चीजें चल रही हैं। पहले झारखंड और फिर दिल्ली में ये लोकतंत्र नहीं बल्कि निरंकुशता की तैयारी है।

    जो व्यक्ति जैसा करता है उसे वैसे ही फल की प्राप्ति होती हैः कुमार विश्वास

    अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगी डॉ. कुमार विश्वास ने एक्स पर केजरीवाल का नाम लिए बगैर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करहि सो तस फल चाखा’ दरअसल यह चौपाई रामचरित मानस की है जिसमें गोस्वामी तुलसीदास कर्म के महत्व पर जोर देते हुए वे कहते हैं यह संसार, यह विश्व कर्म प्रधान है। जो व्यक्ति जैसा करता है उसे वैसे ही फल की प्राप्ति होती है।

    दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित और अरविंदर सिंह लवली उनका समर्थन करने के लिए मौके पर पहुंचे हैं।

  • अपात्रों को बंदूक लाइसेंस जारी करने के मामले में सीबीआई ने 15 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर की

    अपात्रों को बंदूक लाइसेंस जारी करने के मामले में सीबीआई ने 15 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर की

    नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अपात्रों को बंदूक के लाइसेंस जारी करने के एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार काे 15 आरोपितों के खिलाफ दो आरोप-पत्र दायर किए हैं। यह आरोप पत्र सीबीआई द्वारा श्रीनगर स्थित विशेष न्यायाधीश की अदालत दायर किए गए। मामला वर्ष 2012-16 के दौरान का है। जब इस अवधि के दौरान नियमों का उल्लंघन करके अपात्र व्यक्तियों को जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में फायर आर्म्स लाइसेंस जारी किया गया। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।

    अपात्र व्यक्तियों को बड़ी संख्या में ऐसे लाइसेंस जारी करने के मामले में तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट कुपवाड़ा इतरत हुसैन रफीकी, 4 गन हाउस डीलरों एवं मध्यस्थ व्यक्तियों सहित 10 आरोपितों के विरुद्ध आरपीसी, पीसी अधिनियम व शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एक आरोप पत्र दायर किया गया।

    एक अन्य आरोप पत्र तत्कालीन एडीएम कुपवाड़ा रविंदर कुमार भट्ट एवं 4 अन्य गन हाउस डीलर और मध्यस्थ व्यक्तियाें के विरुद्ध उक्त धाराओं के तहत दायर किया गया। सीबीआई के मुताबिक जांच में तत्कालीन लाइसेंसिंग प्राधिकारी व जिला मजिस्ट्रेट की बिचौलियों और अन्य गन हाउस डीलरों के साथ सांठगांठ का खुलासा हुआ।

    सीबीआई ने जांच में पाया कि आपराधिक साजिश को आगे बढ़ाते हुए गन हाउस डीलरों ने देश में दूर-दराज के स्थानों पर तैनात रक्षा कर्मियों को लालच दिया। बैगर पुलिस सत्यापन के अवैध तरीके से जिला कुपवाड़ा से उनके हथियार लाइसेंस जारी करवा लिए। इसके एवज में गन हाउस डीलरों और बिचौलियों द्वारा कथित तौर पर प्रति लाइसेंस अवैध रकम की उगाही की गई ।

    सीबीआई के मुताबिक कुपवाड़ा जैसे सीमावर्ती जिले में अपात्र व्यक्तियों को अवैध तरीके से बड़ी संख्या में हथियार लाइसेंस जारी करना गंभीर चिंता का विषय है और कानून-व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।

  • रिश्वत मामले में गिरफ्तार ईडी अधिकारी अंकित तिवारी को सुप्रीम कोर्ट ने दी अंतरिम जमानत

    रिश्वत मामले में गिरफ्तार ईडी अधिकारी अंकित तिवारी को सुप्रीम कोर्ट ने दी अंतरिम जमानत

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु में गिरफ्तार ईडी अधिकारी अंकित तिवारी को अंतरिम जमानत दे दी है। जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच ने ये आदेश दिया। कोर्ट ने अंकित तिवारी की याचिका पर तमिलनाडु सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।

    कोर्ट ने अंकित तिवारी को निर्देश दिया कि वो गवाहों को प्रभावित करने और साक्ष्यों से छेड़छाड़ की कोशिश नहीं करेंगे। अंकित तिवारी ने मद्रास हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर किया था। मद्रास हाईकोर्ट ने अंकित तिवारी की जमानत याचिका खारिज कर दिया था जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

    इस मामले में ईडी ने याचिका दायर कर कहा है कि उसके अधिकारी अंकित तिवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े आरोपों की जांच तमिलनाडु पुलिस से हटाकर सीबीआई को दी जाए। ईडी ने कहा है कि तमिलनाडु पुलिस एफआईआर की प्रति उपलब्ध नहीं करा रही है।