Category: कुख्यात माननीय

  • माफिया के जनाजे के बीच मुख्तार के फरार शूटरों पर रहेगी खुफिया तंत्र की निगाहें

    माफिया के जनाजे के बीच मुख्तार के फरार शूटरों पर रहेगी खुफिया तंत्र की निगाहें

    देर रात तक पहुंचेगा मुख्तार का शव, शनिवार को सुबह होगा सुपुर्दे खाक

    मऊ, । माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत के बाद पूरे यूपी में हाई अलर्ट है। खासकर मऊ और गाजीपुर में पुलिस और खुफिया तंत्र पूरी तरीके से मुस्तैद है । शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद माफिया मुख्तार अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ गाजीपुर के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के लिए रवाना हो गया। शनिवार की सुबह मुख्तार अंसारी को सुपुर्दे खाक किया जाएगा।

    जनाजे में जुटने वाली भीड़ पर प्रशासन की पैनी नजर

    मुख्तार के जनाजे में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद रहने की संभावना है। प्रशासन इसके लिए कड़ा इंतजाम कर रखे हैं। बांदा से पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार कैसा हो गाजीपुर के लिए रवाना हो गया है ऐसे में मुख्तार के जनाजे में जुटने वाली भीड़ और लोगों पर प्रशासन नजर बनाए हुए हैं। जनाजे में खुफिया तंत्र की निगाहें मुख्तार के फरार शूटरों और सहयोगियों पर बनी रहेगी। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है।

    महिलाओं के भीड़ में आफसा की रहेगी तलाश

    खुफिया तंत्र की निगाहें माफिया मुख्तार की फरार बीवी अफसा अंसारी पर भी रहेगी महिलाओं के भीड़ में अफसा अंसारी के होने पर भी संदेह जताया जा रहा है। ऐसे में माफिया मुख्तार अंसारी के जनाजे को लेकर प्रशासन काफी सतर्क है। मुख्तार अंसारी को धार्मिक रीति रिवाज के तहत शनिवार को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा

  • मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा

    लखनऊ,। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधिकारियों और पुलिस कमिश्नर समेत पुलिस कप्तानों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

    बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की गुरुवार को हार्ट अटैक आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां के डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी को मृत घोषित कर दिया गया है। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पुलिस मुख्यालाय ने जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। साथ ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पैरामिलिट्री के साथ गश्त कर रही है।

    वहीं, यह भी खबर है कि मुख्तार अंसारी की मौत को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर बैठक चल रही है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रमुख सचिव गृह और यूपी पुलिस के डीजीपी एवं एडीजी लॉ एंड आर्डर बैठक में मौजूद है। मुख्तार अंसारी की मौत की जांच के लिए उत्तरप्रदेश सरकार न्यायिक आयोग का गठन कर सकती है।

  • माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

    माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

    बांदा। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। सूचना मिली कि मुख्तार को आईसीयू से सीसीयू में भर्ती करना पड़ा। यहां मुख्तार के इलाज में 9 डॉक्टरों की टीम लगी थी। मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है जबकि राज्य भर में धारा 144 लागू कर दी गई।

    मुख्तार की मौत के बाद जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि आज शाम 8:25 बजे बंदी मुख्तार अंसारी को उल्टी की शिकायत के बाद बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया। नौ डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में लगी थी लेकिन भरसक प्रयास के बावजूद हार्ट अटैक आने से मुख्तार की मौत हो गई।

    दूसरी ओर, लखनऊ में 5 केडी मुख्यमंत्री आवास पर चल रही बड़ी बैठक चल रही है जिसमें डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी एलओ अमिताभ यश भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री आवास से घटनाक्रम पर पैनी नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी हाल में अप्रिय घटना न हो, इसके लिए निर्देश दिये हैं।

    इससे पहले गुरुवार शाम जेल में मुख्तार अंसारी की तबीयत फिर से खराब होने की जानकारी मिलने पर जिला अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल कई थानों की पुलिस के साथ मंडल कारागार पहुंचे। करीब 40 मिनट तक जेल के अंदर सभी अधिकारी रहे। अंदर क्या हो रहा है किसी को कोई जानकारी नहीं मिली। 40 मिनट बाद एम्बुलेंस आई जिसमें मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। हार्ट अटैक की खबर सामने आने पर मेडिकल कॉलेज के बाहर मीडिया का हुजूम लग गया। हर कोई मुख्तार अंसारी की स्वास्थ्य के बारे में जानकारी चाह रहा था लेकिन इस बारे में कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था। प्रिंसिपल डॉक्टर एसके कौशल भी फोन नहीं उठा रहे थे। बाद में उनकी मौत होने की खबर सामने आई लेकिन तब भी घटना की पुष्टि नहीं हुई।

    सोमवार की रात मुख्तार मुख्तार को पेट दर्द की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। जहां डॉक्टर ने उसे कब्जियत बताकर एनिमा लगाया था। उसे 14 घंटे तक मेडिकल कॉलेज में रखकर देर शाम उसी दिन जेल में शिफ्ट कर दिया गया। बुधवार को जिला अस्पताल के डॉक्टर के पैनल ने उसकी पुनः जांच की थी। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया था कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है, उसे कुछ दवा भी दी गई। इस बीच एमपी एमएलए कोर्ट ने भी मुख्तार के स्वास्थ्य के बारे में संज्ञान लेते हुए जेल अधीक्षक से मेडिकल रिपोर्ट तलब की थी। जिस दिन मुख्तार की हालत बिगड़ी थी उस दिन परिवार के लोग भी उसे देखने आए थे। यहां मीडिया के समक्ष मुख्तार के बेटे उमर अंसारी एवं भाई अफजाल अंसारी ने खाने में मुख्तार को जहर देने का आरोप लगाया था। इसके पहले मुख्तार के वकील ने बाराबंकी कोर्ट में भी मुख्तार के हवाले से खाने में जहर देने का आरोप लगाया था लेकिन जेल प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। अब उनकी मौत से तमाम तरह के सवाल फिर उठ रहे हैं।

  • योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा

    लखनऊ। अन्तर-जनपदीय गैंग (आईएस-191) के गैंग लीडर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात बांदा के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टर मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं। इधर, रात में ही पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उनके पैतृक गांव गाजीपुर ले जाने की योजना बना रही है। पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

    मुख्तार अंसारी के आपराधिक रिकॉर्ड की बात करें तो नई दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में करीब 65 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इन 65 मामलों में 21 अभियोगों का विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं। ऑपरेशन कॉन्विक्शन के तहत अभियुक्त मुख्तार के मुकदमों की जा रही पैरवी के चलते बीते एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में न्यायालय की ओर से सजा सुनाई जा चुकी हैं।

    वर्ष 2020 से पुलिस मुख्यालय स्तर पर मुख्तार अंसारी गैंग के 297 सदस्य और सहयोगियों को चिन्हित करते हुए 161 अभियोग दर्ज किए गए। 175 लाइसेंसी शस्त्र धारकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। गैंग से संबंधित पांच माफिया और सहअपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। 164 अभियुक्तों के विरूद्ध गैंगस्टर अधिनियम एवं छह अभियुक्तों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कार्रवाई करते हुए 608 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्ति जब्त या तो धवस्त की गई है। माफिया के 215 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अवैध व्यवसाय भी बंद कराए गये।

  • मुख्तार की गवाही रोकने के लिए उन्हें मारने की साजिश : अफजाल अंसारी

    मुख्तार की गवाही रोकने के लिए उन्हें मारने की साजिश : अफजाल अंसारी

    लखनऊ। गाजीपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी(सपा) के उम्मीदवार और माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने बड़ा बयान दिया है। अफजाल अंसारी ने मुख्ताार अंसारी की तबियत बिगड़ने की जानकारी मिलने पर कहा कि ऊसरी चट्टी काण्ड में मुख्तार अंसारी की गवाही होनी है। और मुख्तार की गवाही रोकने के लिए उसे मारने की साजिश जारी है।

    समाजवादी पार्टी(सपा) के उम्मीदवार ने कहा अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्तार की गवाही के बाद विपक्ष के लोगों को सजा हो जायेगी। सरकारी महकमा,अफसर सभी आपस में मिले हुए हैं। सभी के मिलीभगत से मुख्तार को मारने की साजिश हो रही है। मौत का एक दिन सभी का निश्चित है लेकिन शैतान तो कभी भी कोशिश कर सकता है।

    उन्होंने कहा कि मुख्तार की तबियत बिगड़ने की सूचना मिली तो पहले तो ऐसा लगा कि कोई अनहोनी हो गयी है। बांदा मेडिकल कालेज से फिर मिली सूचना पर थोड़ी राहत हुई है। पूरा परिवार मुख्तार को देखने बांदा पहुंच रहा है। कुछ रिश्तेदार पहुंच चुके हैं। हम कानून के रास्ते से मुख्तार की सुरक्षा के लिये कोशिश करते रहेंगे। मुख्तार के लिए उनके लोग दुआ कर रहे हैं।

  • …..और बढ सकती है अरविंद केजरीवाल की परेशानियॉ

    …..और बढ सकती है अरविंद केजरीवाल की परेशानियॉ


    — 28 मार्च 2024 को समाप्त हो रही है अरविंद की ईडी की रिमांड, इसके बाद सीबीआई भी उनकी गिरफ्तारी के लिए जा सकती है कोर्ट


    मऊ प्रयागराज/दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की मुश्किले और बढ सकती है। उनकी 28 मार्च को ईडी की रिमांड खत्म होते ही सीबीआई भी उन पर शिकंजा कस सकती है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग केस में 28 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है। सूत्रों की माने तो एक बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड खत्म हो जाने के बाद सीबीआई भी केजरीवाल की कस्टडी लेने के लिए अदालत का रुख कर सकती है। सीबीआई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एक मामले की जांच कर रही है ओर इस मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और कई अन्य को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

    सूत्रों के अनुसार बीते सोमवार को सीबीआई ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका का विरोध करते हुए एक अदालत को यह भी बताया था कि शराब घोटाले में कुछ हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

    उल्लेखनीय है कि बीते साल अप्रैल 2023 मे सीबीआईं केजरीवाल से शराब घोटाले में कथित भ्रष्टाचार की जांच के संबंध में 9 घंटे तक पूछताछ कर चकी है। इसके बाद सीबीआई प्रवक्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को इस मामले में पूछताछ करने के लिए सीआरपीसी की धारा 160 के तहत नोटिस जारी किये जाने की बात सार्वजनिक किया था। पूछताछ के दौरान, सीबीआई ने मामले में गिरफ्तार लोगों से एक गायब फाइल के ठिकाने पर जवाब मांगा था।

    इसमें यह भी पूछा गया था कि क्या केजरीवाल ने गिरफ्तार शराब कारोबारी समीर महेंद्रू से फेसटाइम पर बात की थी और उन्हें आप के गिरफ्तार कम्युनिकेशन हेड विजय नायर के निर्देशों का पालन करने के लिए कहा था।

  •  ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को किया गिरफ्तार

     ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को किया गिरफ्तार

    नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम मुख्यमंत्री केजरीवाल को ईडी मुख्यालय ले गई है, जहां मेडिकल जांच कराने बाद शुक्रवार को उन्हें पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा।

    आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले मामले में उनके आवास पर करीब दो घंटे तक तलाशी और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। ईडी की टीम लगातार 9 समन भेजने के बाद 10वें समन के साथ आज शाम केजरीवाल के घर पहुंची थी, जहां उनके आवास पर मुख्यमंत्री से 2 घंटे की पूछताछ हुई। इस दौरान ईडी के संयुक्त निदेशक भी केजरीवाल के आवास पर मौजूद रहे।

    सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पीएमएलए की धारा 50 के तहत बयान दर्ज किया गया है। इससे पहले ईडी की टीम केजरीवाल के आधिकारिक अवास पर पहुंच कर स्टाफ को सूचित किया कि उनके पास उत्पाद शुल्क नीति मामले में उनके खिलाफ सर्च वारंट है। फिर करीब 2 घंटे तक तलाशी ली गई और उनका लैपटॉप, मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रिॉनिक समान जब्त कर ईडी की टीम अपने साथ ले गई। केंद्रीय जांच एजेंसी ने केजरीवाल को ईडी मुख्यालय ले गई है, जहां उनका मेडिकल कराने बाद शुक्रवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा।

    इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के बाद देर रात उनके आवास के बाहर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायकों सहित लगभग उसके दर्जनों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है, जो सीएम आवास के पास सड़क को अवरुद्ध करने की कोशिश कर रहे थे।

    उल्लेखनीय है कि इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने कथित दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में केजरीवाल को 9वां समन जारी कर आज पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन केजरीवाल ईडी के समक्ष पेश होने से पहले दिल्ली हाईकोर्ट चले गए थे। हालांकि, हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को इस मामले में ईडी को उनसे पूछताछ और गिरफ्तार करने पर कोई रोक लगाने से इंकार कर दिया था।

  • दिल्ली आबकारी घोटालाः मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका का सीबीआई ने किया विरोध, 22 मार्च को सुनवाई

    दिल्ली आबकारी घोटालाः मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका का सीबीआई ने किया विरोध, 22 मार्च को सुनवाई

    नई दिल्ली,। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले के आरोपित दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका का विरोध किया है। सीबीआई ने दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि इस मामले में कुछ हाई प्रोफाइल लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 22 मार्च को होगी।

    सीबीआई ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है और अगर सिसोदिया को जमानत दी जाती है तो जांच पर असर पड़ेगा। सीबीआई ने कहा कि अधिकारियों की वजह से देरी नहीं हो रही है। सीबीआई का कहना है कि उसके द्वारा उचित प्रक्रिया अपनाई जा रही है और इस मामले में जांच बहुत महत्वपूर्ण चरण में है। सीबीआई ने कहा कि सिसोदिया पूरी साजिश के मुख्य आरोपित और सरगना हैं। उनका संवेदनशील दस्तावेजों और सबूतों से सामना कराया गया है और वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। सीबीआई ने कहा कि जिस दिन मामले में केस दर्ज किया गया था, उसी दिन उन्होंने फोन नष्ट किए थे। सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि मामले में कुछ हाई प्रोफाइल लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।

    उल्लेखनीय है कि सिसोदिया की ओर से सुप्रीम कोर्ट में उनकी जमानत याचिका खारिज करने के खिलाफ क्यूरेटिव याचिका दाखिल की गई है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

    सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। 25 नवंबर 2022 को सीबीआई ने पहली चार्जशीट दाखिल की थी। कोर्ट ने 15 दिसंबर 2022 को पहली चार्जशीट का संज्ञान लिया था। कोर्ट ने आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7, 7ए और 8 के तहत आरोप तय किए थे। पहली चार्जशीट में कोर्ट ने जिन आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट पर संज्ञान लिया है, उनमें कुलदीप सिंह, नरेंद्र सिंह, विजय नायर, अभिषेक बोइनपल्ली, अरुण रामचंद्र पिल्लै, मुत्थू गौतम और समीर महेंद्रू शामिल हैं।

  • सपा नेता आजम खान को सात साल की सजा

    सपा नेता आजम खान को सात साल की सजा

    रामपुर, । समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी कड़ी में सोमवार को स्थानीय अदालत ने डूंगरपुर केस में सात साल की कैद और पांच लाख रुपये अर्थ दंड की सजा सुनाई है।

    न्यायालय ने आजम के अलावा तीन दोषियों रामपुर के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अजहर अहमद खान, पूर्व क्षेत्राधिकारी आले हसन और बरकत अली को भी सजा और जुर्माना लगाया है। 16 मार्च को कोर्ट ने चारों को दोषी करार देते हुए फैसला सुरक्षित कर लिया था। सोमवार को सीतापुर जेल से पूर्व मंत्री वीडियो क्रांफेंसिंग के जरिए न्यायालय में पेश हुए थे।

    उल्लेखनीय है कि पूर्व की सपा सरकार में डूंगरपुर में आसरा आवास बनाए गए थे। इस स्थान पर पहले भी कुछ मकान बने थे। वर्ष 2016 में सरकारी जमीन बताते हुए मकानों को धवस्त कर दिया था। भाजपा की सरकार में साल 2019 में यहीं के रहने वाले एहतशाम खान ने कोतवाली में आजम खान समेत कई लोगों के खिलाफ गंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया था।

  • मऊ के ग्राम पंचायत देवदह मे विना निर्माण, सरकारी धनों की बंदरबाट

    मऊ के ग्राम पंचायत देवदह मे विना निर्माण, सरकारी धनों की बंदरबाट

    — दिव्यांग शौचालय का निर्माण और इसके निर्माण के नाम पर सरकारी धन की हुई निकासी है ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी की लूट का साक्ष्य

    मऊ। विकास खंड रतनपुरा के देददह मे सरकारी कार्यो के बिना कराये सरकरी धनों को उतारने का एक और प्रमाण खरी दुनिया के हाथ लगा है। ग्राम पंचायत मे दिव्यांग शौचालय पर फरवरी मह मे ही करीब करीब ९५ हजार का धन शौचालय के निर्माण को दिखा कर उतार लिया गया है।


    बताते चले कि ग्राम प्रधान देवदह के द्वारा किये अनियमित भुगतान मे मजदूरी तक को ग्राम प्रधान द्वारा हड़पने को लेकर “खरी दुनिया” द्वारा जाँच के लिए माननीय उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया ,और जाँच को ६ सप्ताह मे पुरा करने का डीएम को जारी आदेश के बाद से ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत मे बिना निर्माण कराये गये कार्यो के नाम पर उतारे गये सरकारी धनों पर आज निर्माण कार्य किया जा रहा है।

    “खरी दुनिया” ने ग्राम पंचायत मे जा कर दिव्यांग शौचालय के निर्माण को देखा और उसके प्रमाण को जनहित मे लोगो तक जानकारी के लिए कि इस ग्राम पंचाय्त् मे अधिकांश कार्यो को बिना निर्मित कराये ही आज भी सरकारी धनों की बंदरबात जारी है।