— एसओजी और जीआरपी की मिली भगत मे बदमाशों से उनके बचाव के बदले मांगी जा रही रकम की ऑडिओ क्लिप ने जिला पुलिस और जीआरपी पुलिस मे ब्याप्त भ्रष्टाचार को पोल खोलती ऑडिओ एक बानगी है।
ब्रह्मा नन्द पाण्डेय – (Advocate High Court Alld)
मऊ। जिले की जीआरपी पुलिस के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए, एक बदमाश से उसी के बचाव मे मांगी जा रही रकम का एक वायरल ऑडिओ क्लिप मे जिले की “एसओजी” और जीआरपी पुलिस के भ्रस्टाचार की पोल खोल दी है। मामले मे आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी, यूपी को 5.47 मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग भेज कर उसकी जांच और कार्रवाई की मांग की है.।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने खरी दुनिया से बातचीत मे बताया कि जाँच कर कारवाही के लिए पुलिस प्रमुख को दी गई ऑडिओ लगभग 15 दिन पुराना बताया है, जो थाना जीआरपी मऊ में नियुक्त मुख्य आरक्षी धनंजय सिंह का देवरिया के एक अपराधी के साथ बताया जाता है.
भ्रष्टाचार मुक्त यूपी सरकार!
~ 15 दिन पुराना थाना GRP मऊ के एक पुलिसकर्मी व एक NDPS अपराधी की कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग, NDPS केस तक में खुलेआम लाखों के रिश्वत की मांग.
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) May 28, 2024
बातचीत में एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार एक व्यक्ति को छुड़ाए जाने के लिए पुलिसकर्मी द्वारा 5-6 लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. साथ ही बातचीत में एसओजी के तमाम सिपाहियों के संबंध में भी चर्चा की गई है तथा बातचीत से स्पष्ट हो जाता है कि मऊ जीआरपी तथा एसओजी के तमाम सिपाही लगातार अपराधियों के साथ निकट सांठगांठ में हैं और धन उगाही कर रहे हैं.
अमिताभ ठाकुर ने एनडीपीएस जैसे अत्यंत गंभीर मामले में इस प्रकार खुलेआम रिश्वत मांगे जाने सहित बातचीत के अन्य बिंदुओं को अत्यंत गंभीर बताते हुए डीजीपी से अपने स्तर से इसकी जांच कर कठोरतम कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
– गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी राजकोट रवाना, रात 2 बजे घटनास्थल पहुंचेंगे, अधिकारियों संग करेंगे मीटिंग
राजकोट। राजकोट शहर के कालावड रोड पर टीआरपी गेम जोन में आग की घटना ने राज्य भर में हड़कंप मचा दिया है। घटना में मृतकों की संख्या 28 पहुंच गई है। अभी कई लापता हैं, जिनकी खोजबीन जारी है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के आदेश पर राज्य के गृह राज्य मंत्री राजकोट के लिए रवाना हो गए हैं। वे रात्रि 2 बजे के करीब राजकोट पहुंचेंगे। यहां वे सबसे पहले घटनास्थल, सिविल हॉस्पिटल जाने के बाद अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। राज्य सरकार ने राज्य के सभी गेमजोन की जांच करने और बिना फायर सेफ्टी परमिशन वाले गेमजोन बंद करने का आदेश दिया है।
फायर ब्रिगेड के अधिकारी आई वी खेर के अनुसार सयाजी के पीछे टीआरपी मॉल के अंदर शनिवार शाम आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटनास्थल पर रवाना कर दी गई। अंदर तेजी से जलने वाली वस्तुओं के होने की वजह से आग तेजी से फैलते चली गई। आग इतनी भीषण थी कि करीब 5 किलोमीटर दूर से धुएं का गुबार उठता दिखाई दे रहा था। स्ट्रक्चर कोलेप्स होने के कारण फायर फाइटिंग में दिक्कत आई। आग में कई लोगों के फंसे होने की जानकारी पर मौके पर एम्बुलेंस भी तैनात किए गए। आग के विकराल रूप को देखते हुए फायर कॉल घोषित किया गया। 15 से अधिक बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग बुझाने में सफलता मिली है लेकिन टीन के शेड होने की वजह से फायर ब्रिगेड के जवानों को अंदर जाने में मुश्किल हो रही थी। देर शाम एक के बाद शव निकलते चले गए। 28 शवों को मलबे से निकाला जा चुका है। जबकि अभी कई अन्य लोगों के फंसे होने की जानकारी है। जले हुए शवों की हालत इतनी खराब है कि उन्हें पहचानना मुश्किल है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने बताया कि शवों की पहचान के लिए इनका तत्काल डीएनए टेस्ट कराया जा रहा है। इसके बाद परिजनों को सौंपा जाएगा।
5 साल पहले सूरत में हुआ था तक्षशिला अग्निकांड
सूरत की तक्षशिला कोचिंग हादसे के करीब 5 साल बाद एक बार फिर गुजरात के राजकोट में गेमजोन अग्निकांड ने लोगों का दिल दहला दिया है। तक्षशिला कांड 24 मई, 2019 को सूरत में हुआ था, जब कोचिंग इस्टीट्यूट में आग लगने से 22 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें सभी छात्र-छात्राएं थीं। मामले में 10 लोगों को आरोपित बनाया गया था, लेकिन अब सभी जमानत पर रिहा हो चुके हैं। परिजनों को अभी न्याय का इंतजार है।
पीलीभीत। पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने पीलीभीत मे भी “सच को झूठ” और “झूठ को सच” बनाने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का काम शुरु कर दिया है। होमगार्ड द्वारा दुकानदार से जबरन सामान ले कीमत नही देने की शिकायत करने वाले दुकन दारो पर एसपी ने उलटे मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी ने जनपद मऊ मे बहुत ऐसे मामलो मे ऐसे ही सच को झूठ और झूठ को सच बनाने का खेल खेला है।
पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय के उपर उनके तैनाती स्थल जनपद मऊ मे भी सच को झूठ, और झूठ को सच करने मे पदीय अधिकारों के दुरूपयोग का आरोप लग चुका है। एसपी के इस आरोप को मा उच्च न्यायालय इलाहाबाद भी उनके द्वारा फर्जी साक्ष्यों के आधार पर दर्ज कराये गये केस मे आरोपों को नही बनने का मुहर लगा चुका है।
बावजूद इसके एसपी सच को झूठ और झूठ को सच बनाने मे रोज अधिकांश निर्दोषों पर कार्यवाही करने मे पदीय अधिकारो का दुरूपयोग करते रहे है। दुरूपयोग का अब यह काम उन्होंने यूपी के जनपद मऊ के बाद पीलीभीत मे शुरु कर दिया है।
पीलीभीत के न्यू एरिया इलाके के एक दुकानदार से होमगार्ड द्वारा जबरदस्ती समान ले कर कीमत नही देने की शिकायत एसपी अविनाश पाण्डेय को नागवार लगी तो इन्होने शिकायत कर्ता पर ही सरकारी काम मे बाधा डालने आदि के आरोप मे दुकानदारो पर मुकदमा क़ायम करा दिया है। एसपी की इस कार्य प्रणाली से इलाकई दुकानदारों मे आक्रोश मे है। मजे कि बात यह है कि एसपी ने अभी तक होमगार्ड के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की है।
पीलीभीत। पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय के संरक्षण मे उनके अधीनस्थो के द्वारा अबैध खनन के बदले मे जमकर कर वसूली किये जाने की खबर है। इसका खुलासा कोई और नही उनके सिपाही रूपचंद और अबैध खनन करने वाले के बींच मोबाइल पर हुई वार्ता डील की वायरल ऑडिओ ने कर दिया है। हालाकि “खरी दुनिया” वायरल ऑडिओ की पुष्टि नही करता है।
पीलीभीत मे एसपी अविनाश पाण्डेय के संरक्षण मे दरोगा और सिपाही कर रहे वसूली, वायरल् ऑडियो
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय की पीलीभीत मे तैनाती के बाद से वहा इलाकाई बदमाशों की अपराधिक गतिविधिया तेज हो गई है। कही अबैध खनन करने वालो को वहा की पुलिस लिफाफे ले उन्हे संरक्षण देने का काम कर रही है तो कही बदमाशों को महकमा संरक्षण देने में जुटा है। एसपी द्वारा कुछ इंस्पेक्टर्स को अपना करीबी बनाकर फिलहाल इलाकाई बदमाशों की टोली बनाने की योजना मे है, जिनके सहारे निर्दोषों के खिलाफ वैसे ही कार्यवाही की जाएगी जैसे एसपी ने अपने पूर्व के तैनाती जनपद मऊ मे किया था। मऊ मे एसपी ने बदमाशों, भ्रष्टाचारियों, जालसाजो को संरक्षण दे उनके इशारे पर बड़े बड़े लिफाफे इकट्ठा किये। लिफाफा इकट्ठा करने मे ही एसपी ने पदीय अधिकारों की आड़ मे मनमानी करने मे देस के सर्वोच्च न्यायालय तक के आदेश की अवहेलना कर बैठे।
पीलीभीत मे भी कोई अख़बार वाला या फिर टीवी चैनल वाला पत्रकार एसपी की करतूतों को प्रकाशित नही करे इसको लक्ष्य बनाकर वाहा पर भी पत्रकारों को धमकाना शुरु कर दिया है। कोई पत्रकार “सच” न उजागर करे इसके लिए एसपी अविनाश पाण्डेय ने संबंधित कई पत्रकारो को भी सच खबर दिखाने पर अबैध मुकदमो मे फसाने की वैसी ही धमकी दे रखी है जैसे बतौर एसपी अविनाश पाण्डेय ने अपने पूर्व के तैनाती कार्यकाल जनपद मऊ मे सच खबरों को उद्घाटित करने पर “खरी दुनिया” की खबरों से प्रभावित रहे लोगो को मोहरा बनाकर उसके खिलाफ विद्वेषपूर्ण अभियोजन की कार्यवाही की है।
मऊ मे एसपी अविनाश पाण्डेय ने अस्पताल से लिफाफा ले, अपने अधीनस्थ के माध्यम से “खरी दुनिया” को धमकाते हुए खबरों के प्रकाशन पर विराम को दी थी धमकी, खबरों का प्रकाशन नही रुकने पर एसपी ने कुट रचित साक्ष्यों को लगा कर खरी दुनोया की विद्वेषपूर्ण अभियोजन मे पदीय अधिकारों का किया है दुरूपयोग्।
बताते चले की बतौर एसपी अभिनाश पाण्डेय इतने ईमानदार है कि इन्होने 🌑 मऊ मे यहा के अबैध निजी हॉस्पिटलो के स्वामियों से मिलकर मोटे लिफाफे पकड़े तो अबैध हॉस्पिटलो को खुला संरक्षण देते हुए उनके कृत्यो को जनहित मे प्रकाशित करने वाले अख़बार नवीसो पर विद्वेषपूर्ण अभियोजन मे पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए चाबुक चलाये ।
सूत्रों पर यकीन करे तो एसपी के संरक्षण मे पीलीभीत मे कोई नया नही हो रहा है, इनके तैनाती के पूर्व के जिले मऊ मे भी बतौर एसपी द्वारा बदमाशों को संरक्षण दिये जाने के कई उदाहरण है। जनपद मऊ मे भी एसपी ने तथ्यगोपन कर सरकारी नौकरी हथियाये लोगो को, तो जिले मे अबैध हॉस्पिटल संचालित कर रहे अस्पताल मालिको को खुला संरक्षण तो दिया ही जा रहा था इनसे अपराधिक कृत्यो के धनी बदमाश भी अछूते नही थे।
बतौर एसपी अविनाश पाण्डेय ने अपने पूर्व के तैनाती जनपद मऊ मे खरी दुनिया को उसके मोबाइल नंबर पर अपने अधीनस्थ से फोन करवा कर पहले खबर से “ला इन ऑर्डर” को प्रभावित होने को लेकर अप्रत्यक्ष धमकी दी फिर जब खबरें छपनी नही बंद हुई तो एसपी ने कुट रचित दस्तावेज गढ़कर खरी दुनिया के खिलाफ विद्वेष पूर्ण कार्यवाही के लिए पदीय अधिकारो का दुरूपयोग करते हुए कार्यवाही की।
पदीय अधिकारों के दुरूपयोग मे सर्वोच्च न्यायालय के एक आदेश की अवहेलना मे बतौर एसपी अविनाश पाण्डेय सहित दो लोगो के कृत्यो को मा उच्च न्यायालय ने संज्ञान ले लिया है। मामले मे मुख्य शासकीय अधिवक्ता को आदेशित किया है।
अबैध शस्त्र और मादक पदार्थो के साथ कुट रचित दस्तावेज गढ़ निर्दोषों को फंसाने मे पदीय अधिकारों का दुरूपयोग, एसपी अविनाश पाण्डेय के लिए कोई नई बात नही है। बदमाशों के संरक्षण मे एसपी ऐसे लोगो को फांसने मे लेट नही करते जो बदमाशों, भ्रष्टाचारियों के कृत्यो को जनहित मे उजागर करते है। ये अधिवक्ता, पत्रकार और समाजसेवी को अक्सर अपने निशाने पर रखते है।
“खरी दुनिया” ऐसे ही नही इनके इन कृत्यो को जनहित मे लोगो तक पहुचा रही है, एसपी अविनाश पाण्डेय के कृत्यो के खरी दुनिया के पास साक्ष्य है, जिनमे एक मामले मे एसपी द्वारा लगवाए गये आरोपों को उच्च न्यायालय भी आरोपों को न बनने का मुहर लगा चुका है। इनके कार्यकाल मे अधिकांश लोगो को अबैध शस्त्र, आदि रखने के आरोप मे गिरफ्तारिया की गई है, जिनमे न तो एसपी ने अबैध शस्त्र के स्रोतो तक पहुचे है न ही उनके सिपाही।
जिला मजिस्ट्रेट श्री प्रवीण मिश्र ने गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए माह मार्च 2024 में एक व्यक्ति को तीन माह, एक व्यक्ति को चार माह एवं 23 लोगों को 6 माह के लिए जिला बदर तथा 15 लोगों को थाने पर हाजिर होने के निर्देश दिए। जिसमें से थाने पर हाजिर होने वाले में इसराफिल ग्राम सदर बाजार थाना दोहरीघाट, कौशल यादव उर्फ मंटू ग्राम मीरपुर रहीमाबाद थाना मोहम्मदाबाद गोहना, गुड्डू राजभर ग्राम पाती थाना मधुबन, हसन इकबाल ग्राम दरगाह थाना मधुबन, अमरजीत ग्राम लखनीबहनी थाना घोसी, संजय ग्राम जमदराईटपोहवा थाना हलधरपुर, रिजवान अहमद ग्राम बिचलापुरा सरवां थाना सरायलखंसी, अतुल यादव ग्राम इटौरा खुर्द थाना मधुबन, अभिषेक यादव नुरुल्लाहपुर थाना मधुबन, अंकित सिंह ग्राम सोनौरा थाना मु0बाद गोहना, सुनील यादव ग्राम भैरोपुर थाना घोसी, सोनू यादव ग्राम भैरोपुर थाना घोसी, अनिल यादव ग्राम भैरोपुर थाना घोसी, चौथी सोनकर ग्राम दोसपुर थाना कोपागंज, ओम प्रकाश पाण्डेय ग्राम मोहिउद्दीनपुर थाना मोहम्मदाबाद गोहाना को थाने पर हाजिर होने के निर्देश दिए। धनंजय यादव ग्राम मित्तूपुर थाना मधुबन, अजीत कुमार बासफोर ग्राम भरहू का पूरा थाना कोतवाली नगर, गुलाब राम ग्राम भार थाना सराय लखंसी, पृथ्वी ग्राम भैरोपुर घोसी थाना घोसी, अजय ग्राम भैरोपुर थाना घोसी, मु0 रजा ग्राम महरुपुर थाना मोहम्मदाबाद गोहना, गोलू यादव ग्राम आदेडीह थाना सराय लखंशी, अनंजय यादव ग्राम मित्तूपुर थाना मधुबन, हरिलाल राजभर ग्राम गंगुआबारी थाना घोसी, दिलशाद ग्राम मदापुर समसपुर थाना घोसी, रामलाल ग्राम खत्रीपार थाना घोसी, अनिल यादव पता हनुमान मंदिर के पास सिकठिया थाना सराय लखंशी, सुनील राजभर ग्राम उसुरी पूर्तिगाड़ा थाना मधुबन, श्रीप्रकाश मौर्य ग्राम पतिला ज0पतीला थाना कोपागंज, दिनेश यादव ग्राम धरमपुर विशुनपुर नकीहवा थाना मधुबन, बट्टू राजभर ग्राम कोपा कोहना थाना कोपागंज, गुलशन यादव प्रेम नगर चकिया थाना दक्षिण टोला, रामप्रवेश यादव खुशामदपुर थाना मोहम्मदाबाद गोहना, पंकज कुमार ग्राम लालनपुर थाना मधुबन, अमरजीत यादव ग्राम भेडियाधर थाना चिरैयाकोट, राजेश गुप्ता ग्राम फरसरा खुर्द थाना दोहरीघाट, यशवंत चौहान ग्राम उम्मनपुर थाना मोहम्मदाबाद गोहना, अमित चौहान ग्राम उम्मनपुर थाना मोहम्मदाबाद गोहाना को 06 माह के लिए जिला बदर एवं रोहित ग्राम मेहदिया कुंड थाना मधुबन को 03 माह तथा अजहर ग्राम प्यारेपुरा थाना दक्षिण टोला को 04 माह के लिए जिला बदर करने के आदेश दिए। जिला मजिस्ट्रेट श्री प्रवीण मिश्रा ने जिला बदर किए गए लोगों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए इसके अलावा थाने पर नियमित उपस्थिति दर्ज कराने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने को भी कहा।
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मऊ। लोकसभा चुनाव के बाद से भाजपा के द्वारा सरकारी नौकरियो के डायरे को निरंतर कम करने से लेकर आउटसोर्सिंग आदि से भर्ती पर सवाल उठने के साथ बेरोजगारी, महंगाई को लेकर लोगो ने सवाल उठा कर सरकारी नीतियों की आलोचना शुरु कर दिया है।
एक्स पर वाइरल वीडियो को जनहित मे डीएस ४ न्यूज़ से साभार खरी दुनिया द्वारा प्रसारित किया जा रहा है। लेकिन विडिओ की पुष्टि नही की जा रही है। इस विडिओ मे सरकार के दौर मे महंगाई को नियंत्रित नही करने का आरोप लगाया जा रहा है। वस्तुस्थिति कैसी है इसको समझना सोचना और इसका संज्ञान लेना सुधी पाठको पर निर्भर करता है।
पूर्वांचल के जाने माने माफिया व मऊ जिले के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी फांनी दुनिया छोड़कर चले। उनके मौत की खबर सुनते ही उनके चाहने वाले लोगो के शोक की लहर दौड़ गई। वहीं माफिया मुख्तार अंसारी के मौत के बाद मऊ,गाजीपुर जिले समेत उत्त प्रदेश को हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया। जबकि प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट भी हो गई है।
सूत्रों की माने तो आज रात 8 बजकर 25 मिनट पर बान्दा मेडिकल कालेज मे हार्ट अटैक मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इससे पहले गुरुवार शाम बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक व बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की तबीयत दिल का दौरा पड़ने से बिगड़ गई। सूचना मिलने पर बांदा के डीएम व एसपी जेल पहुंचे, उनके निर्देश पर मुख्तार को आनन फानन में बांदा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। जेल के एक अधिकारी के मुताबिक, मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया. सूत्रों की मानें तो पेट में गैस व यूरिन इन्फेक्शन की शिकायत के कारण दो दिन पहले भी पूर्व सांसद को मेडिकल कॉलेज अस्पताल जे जाया गया था। लेकिन आज पुनः दिल का दौरा पड़ने से उन्हें बांदा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर-प्रदेश को हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। वहीं धारा 144 भी लागू
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई थी तब एक डॉलर का मूल्य 59 रुपये था। आज भाजपा ने इसे 59 रुपये से बढ़ाकर 84 रुपये पहुंचा दिया है। रुपये के कमज़ोर होने का सीधा असर आम आदमी का जेब पर पड़ता है। रुपये की क़ीमत से तय होता है कि हमें विदेश से आयात होने वाले सामान किस क़ीमत पर मिलेंगे। 2014 में अगर कोई सामान विदेश से एक डॉलर का आता था तो 59 रुपये चुकाने पड़ते थे। आज हमें उसी एक डॉलर मूल्य की वस्तु के लिए 84 रुपये चुकाने होंगे। हमें जो अतिरिक्त 25 रुपये देना पड़ा रहा है, वह रुपये की गिरती क़ीमत के कारण है।
दीपक बैज ने कहा कि भारत अपने कच्चे तेल का 80 डाॅलर प्रति बेरल आयात करता है। इसमें से अधिकांश का भुगतान डॉलर में करना होता है। रुपये के कमज़ोर होने के कारण भारत अब अधिक कीमत पर ईंधन ख़रीद रहा है। जब भी आप पेट्रोल पंप पर जाते हैं तो रुपये के कमज़ोर होने का असर आम आदमी को उठाना पड़ता है। जब ईंधन महंगा हो जाता है तो हर तरह के समान की ढुलाई लागत बढ़ जाती है। इसलिए खाने-पीने समेत सभी प्रकार की वस्तुएं महंगी होती जा रही हैं। जब आप किराने का सामान खरीदने बाज़ार जाते हैं तो रुपये के कमज़ोर होने के कारण आपको ज़्यादा क़ीमत चुकानी पड़ती है।
दीपक बैज ने कहा कि जब महंगाई बढ़ेगी, तो आरबीआई ऊंची कीमतों पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरें भी बढ़ाएगा। इससे लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। यदि कोई होम लोन, कार लोन या एजुकेशन लोन लिया है तो उसको बैंक को अधिक ब्याज देने को मजबूरी होंगी, यह सब रुपये के कमज़ोर होने के कारण है।
नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) और कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार को हटाए जाने के चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है।
भाजपा की नेता अग्नि मित्रा पॉल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह खुशी की बात है कि राजीव कुमार जैसे पुलिस अधिकारी को हटा दिया गया है। वह पक्षपात कर रहे थे। उन्होंने संदेशखाली मामले में वे राज्य सरकार के कहे अनुसार निर्णय लेते थे।
अग्नि मित्रा पॉल ने यह भी कहा कि संदेशखाली मामले में शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन उसके गिरोह को नहीं किया गया। यही वजह है कि संदेशखाली की महिलाओं पर पुलिस अत्याचार कर रही है हमें अभी भी फोन आ रहे हैं। अग्नि मित्रा पॉल ने कहा कि एक आईपीएस अधिकारी जो अपनी वर्दी का सम्मान नहीं कर सकता, मुझे खुशी है कि उसे हटा दिया गया।’
वहीं पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आज (सोमवार) मीडिया से बातचीत में कहा कि पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) खासकर सरकार की चापलूसी कर रहे थे। अधीर चौधरी ने कहा कि पुलिस महानिदेशक होने के बाद वे लोगों की शिकायतें नहीं सुन रहे थे। यह एक अच्छा निर्णय है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले राजीव कुमार 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। राजीव कुमार को दिसंबर 2023 में मनोज मालवीय के रिटायर होने के बाद राज्य का पुलिस महानिदेशक बनाया गया।