Category: राजनीति

  • हम किसी से कम है का, तीन सीटों की मांग की है मैने : ओम प्रकाश राजभर

    हम किसी से कम है का, तीन सीटों की मांग की है मैने : ओम प्रकाश राजभर

    मऊ। राजभर मतदाताओ की संख्या से राजनीति मे बड़े हुए सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर खुद को किसी से कम नही मानते है। वे घोसी समेत पूर्वांचल की तीन सीटों पर चुनावी मैदान मे उतरने का ख्वाब देख रहे है।


    घोसी विधान सभा के उप चुनाव मे भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान के समर्थन मे अपनी ही “बिरादरी” से “दूर” साबित हुए सुभसपा के ओम प्रकाश राजभर को भाजपा द्वारा बीते मंगलवार को मंत्रालय मे जगह देते ही वे खुद को राष्ट्रीय राजनितिक पार्टियों के बराबर पाने लगे है।

    श्री राजभर ने सपथ के बाद बुद्धवार को मऊ मे पत्रकारों से बातचीत मे खुद को किसी से कम नही होने का खुलासा किया है।।

    मऊ मे पत्रकारों से बातचीत मे ओम प्रकाश राजभर ने कहा की वे किसी से कम नही है, उन्होंने मऊ गाजीपुर बलिया की तीन सीटों पर अपनी पार्टी के लिए सीट निश्चित करने की मांग की है, जिसमे से फिलहाल मऊ की सीट ही फाइनल है। ओम प्रकाश राजभर की बातो मे दूसरी सीट पर भी बात किये जाने की बात की गई है तो गाजीपुर, बलिया घोसी की भी सीट को अपना बनाने की भी बातो का खुलासा किया गया है।

  • पीएम मोदी का बेतिया आगमन, सभी तैयारी पूर्ण

    पीएम मोदी का बेतिया आगमन, सभी तैयारी पूर्ण

    बेतिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पश्चिम चंपारण के मुख्यालय बेतिया में आगमन है। इसको लेकर बेतिया शहर से हवाई अड्डा पर सभी प्रशासनिक तैयारी पुरी कर ली गई है। पीएम नरेंद्र मोदी के सभा स्थल पर जाने के लिए कुल सात गेटों से एंट्री होगी।

    बेतिया-अरेराज मुख्य पथ के हवाई अड्डा के मुख्य गेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ वीआईपी लोगों की एंट्री होगी। वही हवाई अड्डा के दक्षिण से चार गेटों से आम लोगों की एंट्री होगी। जहां सुरक्षा जांच के बाद सभा स्थल पर एंट्री दी जाएगी। इन सभी गेटों की निगरानी अर्ध सैनिक बलों के हवाले रहेगी।

    दक्षिणी गेट से एंट्री के लिए आम लोगों को हवाई अड्डा के मुख्य गेट से 100 मी पूरब की ओर जाने पर आम लोग सभा स्थल तक जाएंगे। सभा स्थल तक जाने के लिए सभी लोगों को सुरक्षा जांच के बाद एंट्री मिलेगी। सभा स्थल के 3 किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी। बेतिया-अरेराज मुख्य पथ के सर्किट हाउस से लेकर बरवत स्कूल तक सामान्य यातायात पूरे दिन बंद रहेगी।

    प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा दृष्टि से भी पूरी तैयारी कर ली गई है।साथ ही महिलाओं के लिए एक अलग से प्रवेश द्वार बनाया गया है। उक्त अवसर पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी कई योजनाओं तथा पश्चिम चंपारण रेल मार्ग का भी उद्घाटन करेगे जिसका लोग काफ़ी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है।

  • सभी पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में मिले चंदे की जानकारी देने की समय सीमा 30 जून तक बढ़ाने की मांग

    सभी पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में मिले चंदे की जानकारी देने की समय सीमा 30 जून तक बढ़ाने की मांग

    नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सभी पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में मिले चंदे की जानकारी देने की समय सीमा 30 जून तक बढ़ाने की मांग की है। फिलहाल ये समय सीमा 6 मार्च है।

    स्टेट बैंक ने कहा है कि 6 मार्च तक इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग को देने में कुछ व्यावहारिक दिक्कतें हैं। स्टेट बैंक ने कहा है कि नाम गुप्त रखने की वजह से नाम को डिकोड करना जटिल कार्य है। स्टेट बैंक ने कहा है कि इलेक्टोरल बांड का कोई केंद्रीय डाटाबेस इसलिए नहीं रखा गया था ताकि इसकी जानकारी किसी को नहीं मिले।

    बतादें कि 15 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार देते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को निर्देश दिया था कि सभी पार्टियों को मिले चंदे की जानकारी 06 मार्च तक चुनाव आयोग को दें। चुनाव आयोग 13 मार्च तक यह जानकारी अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करे। अभी जो बांड कैश नहीं हुए हैं राजनीतिक दल उसे बैंक को वापस करें।

  • भाजपा को हटाकर आईएनडीआईए की सरकार बनाएंगे: राहुल गांधी

    भाजपा को हटाकर आईएनडीआईए की सरकार बनाएंगे: राहुल गांधी

    पटना (बिहार)। राजधानी पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन की जन विश्वास रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि देश से भाजपा को हटाकर आईएनडीआईए की सरकार बनाएंगे।

    राहुल गांधी ने कहा कि देश में जब भी बदलाव आता है तो बिहार से तूफान शुरू होता है और यहां से तूफान देश के दूसरे राज्यों तक जाता है। बिहार देश की राजनीति का सेंटर है और बदलाव की शुरुआत बिहार से ही होती है। आज देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है।

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश के नागरिकों के दिल में नफरत नहीं, बल्कि मोहब्बत और एक-दूसरे का आदर है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि इस देश में नफरत क्यों फैल रही है। नफरत का सबसे बड़ा कारण देश में अन्याय है। युवाओं के खिलाफ अन्याय, किसानों के खिलाफ अन्याय, सामाजिक और आर्थिक अन्याय। चालीस साल से सबसे अधिक बेरोजगारी हिंदुस्तान में है।

    राहुल गांधी ने कहा कि पब्लिक सेक्टर में पहले गरीबों को रास्ता मिलता था। सरकार में रोजगार और नौकरी मिल जाती थी। जैसे बिहार में तेजस्वी और छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार ने किया लेकिन केंद्र ने ये सभी रास्ते बंद कर दिए।

  • भाजपा उम्मीदवारों ने शुरू किया चुनाव प्रचार

    कोलकाता,। लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ उम्मीदवारों ने रविवार को अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया। राज्य में अन्य विपक्षी दलों ने अभी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। भाजपा ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें 42 निर्वाचन क्षेत्रों वाले तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य की 20 सीट के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई। इनमें से आसनसोल लोकसभा सीट से घोषित उम्मीदवार सिंगर पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी है।

    दूसरी ओर हावड़ा निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार रथिन चक्रवर्ती ने पार्टी समर्थकों के साथ अपना प्रचार अभियान शुरू करने से पहले सुबह हावड़ा शहर के सिद्धेश्वरी काली मंदिर में पूजा-अर्चना की।

    अभिनेता से नेता बने विधायक हिरण्मय चटर्जी ने पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के घटाल निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार शुरू किया। वह इसी जिले के खड़गपुर सदर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं। टिकट मिलने के बाद से उन्होंने पार्टी नेतृत्व का आभार जताया और सुबह से ही जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। 

  • लोकसभा चुनाव: झारखंड के खूंटी संसदीय क्षेत्र में एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर

    लोकसभा चुनाव: झारखंड के खूंटी संसदीय क्षेत्र में एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर

    खूंटी (झारखंड)। भारतीय जनता पार्टी ने खूंटी (सुरक्षित) संसदीय सीट से जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को एक बार फिर उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ यह साफ हो गया कि इस बार भी चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही होगा। अन्य सभी राजनीतिक दल सिर्फ वोटकटवा साबित होंगे।

    मुंडा जनजातीय बहुल खूंटी को वैसे तो भाजपा की परंपरागत सीट माना जाता है, जहां से पद्मभूषण कड़िया मुंडा आठ बार सांसद रह चुके हैं। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा कड़े मुकाबले में झामुमो समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार काली चरण मुंडा को महज 1445 वोटों के अंतर पराजित कर संसद पहुंचे थे। वर्ष 1962 और 1967 के लोकसभा चुनाव में में झारखंड पार्टी के जयपाल सिंह मुंडा और 1971 में इसी पार्टी के निरल एनेम होरो (एनई होरो) ने यहां से जीत हासिल की थी।

    वर्ष 1977 में हुए संसदीय चुनाव में जनता पार्टी के कड़िया मुंडा ने जीत हासिल की थी लेकिन 1980 के लोकसभा चुनाव में झारखंड पार्टी के एनई होरो ने उन्हें परास्त कर दिया। वर्ष 1984 में कांग्रेस के साइमन तिग्गा ने जीत हासिल की थी। वर्ष 1989, 1991, 1996, 1998, में 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के कड़िया मुंडा ने लगातार पांच बार जीत हासिल की। वर्ष 2004 और 2009 में भी कड़िया मुंडा यहां से सांसद चुने गये थे। वर्ष 2019 यहां से चुन गये और एक बार फिर वे चुनावी मैदान में हैं।

    दयामनी बारला को लेकर अटकलों का बाजार गर्म

    एक ओर जहां भाजपा ने खूंटी से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है, वहीं कांग्रेस ने अपना पत्ता नहीं खोला है। कुछ दिन पहले तक माना जा रहा था कि इस बार भी काली चरण मुंडा पर ही कांग्रेस अपना दांव खेलेगी। वर्ष 2019 के चुनाव में काली चरण मुंडा अर्जुन मुंडा से महज 1445 वोटों से हार गय थे। दो बार के विधायक रह चुके काली चरण मुंडा खूंटी के भाजपा विधायक और राज्य के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा के सगे भाई हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार रही दयामनी बारला ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस का दामन थामा है। खूंटी सहित अन्य क्षेत्रों में विस्थापन विरोधी नेता के रूप में पहचान बनाने वाली दयामनी बारला 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई थी।

    क्यों मिला दावेदारी को बल

    दयामनी बारला को खूंटी संसदीय सीट से कांग्रेस का टिकट मिलने की अटकलों को उस समय बल मिला जब राहुल गांधी ने अपने खूंटी दौरे के क्रम में कांग्रेस के किसी स्थानीय नेता से न मिलकर गुमला जाने के दौरान रास्ते में सुदूर गांव भालूटोली में रुककर दयमनी बारला से आधे घंटे तक बातचीत की थी। हालांकि, खूंटी के कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी के स्वागत की पुरजोर तैयारी की थी लेकिन राहुल से न काली चरण मुंडा मिल पाये और न ही कोई अन्य नेता। राजनीति के जानकार बताते हैं कि दयामनी बारला ईसाई समुदाय से आती हैं और आदिवासियों के बीच उनकी पकड़ अच्छी है। इसलिए टिकट को लेकर दयामनी बारला की उम्मीदवारी को कम कर नहीं आंका सकता।

    झारखंड पार्टी भी उतारेगी प्रत्याशी

    खूंटी संसदीय सीट से झारखंड पार्टी भी अपना प्रत्याशी उतारेगी। इसकी घोषणा पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री एनोस एक्का पहले ही कर चुके हैं। इसके अलावा अन्य कई निर्दलीय उम्मीदवार भी भाग्य आजमायेंगे। इसके बावजूद इतना तय है कि आनेवाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा में ही सीधी टक्कर होगी।

  • लोस चुनाव 2024 : गढ़ को छोड़ना नहीं चाहते ज्योतिरादित्य सिंधिया

    लोस चुनाव 2024 : गढ़ को छोड़ना नहीं चाहते ज्योतिरादित्य सिंधिया

    -सिंधिया परिवार के गढ़ के रूप में जाना जाता है गुना शिवपुरी-संसदीय क्षेत्र

    -वर्ष 2019 में हारे जरूर लेकिन इस बार मोदी लहर के अलावा पुराने नेटवर्क का मिलेगा फायदा

    – रंजीत गुप्ता

    शिवपुरी।लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश के 24 भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा शनिवार को कर दी गई। इस घोषणा के बीच चर्चित सीट गुना- शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव लड़ाने की घोषणा की गई है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से चुनाव लड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया उस समय के भाजपा प्रत्याशी केपी सिंह से सवा लाख मतों से चुनाव हार गए थे लेकिन वर्ष 2020 में हुए दल बदल के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया और राज्यसभा सदस्य बने, इसके बाद केंद्रीय मंत्री बनाए गए। अब एक बार फिर अपने गढ़ पर किसी दूसरे को हावी नहीं होने देने की रणनीति पर काम करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया वर्ष 2024 में भाजपा से लोकसभा टिकट पाने में कामयाब रहे हैं । वह भाजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ेंगे।

    केपी यादव से ज्योतिरादित्य सिंधिया का तनाव लगातार बरकरार रहा

    वैसे देखा जाए तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए कई बार समय उतार-चढ़ाव लेकर आया। वर्ष 2020 में मध्य प्रदेश में हुए राजनीतिक दल बदल के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा और वे राज्यसभा चले गए। तब से ही इस तरह के कयासों का दौर जारी था कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा उन्हें पुन: मैदान में उतारेगी कि नहीं ! वहीं दूसरी ओर गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से जीते केपी यादव की वजह से ज्योतिरादित्य सिंधिया का तनाव लगातार बरकरा रहा।

    अनेक अवसरों पर यह खुलकर सामने आता रहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की इस क्षेत्र में सक्रियता व हस्तक्षेप को लेकर सांसद केपी यादव ने कई बार अप्रत्यक्ष तौर पर टिप्पणियां की लेकिन सिंधिया थे जो खामोश रहकर अपनाा समय आने का इंतजार करते रहे । कहना होगा कि एक बार फिर से ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए सिंधिया परिवार के गढ़ के रूप में माने जाने वाली गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से ताल ठोक दी है। उनका समय फिर से शुरू हो गया है।

    सिंधिया परिवार और गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र का रिश्ता

    देखा जाए तो गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र सिंधिया परिवार का अनेक वर्षों से क्षेत्र रहता आया है। पूर्व में इस संसदीय क्षेत्र से सिंधिया परिवार की राजमाता विजयाराजे सिंधिया, स्वर्गीय माधवराव सिंधिया कई मर्तबा सांसद चुने जाते रहे हैं। वहीं दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस संसदीय क्षेत्र से चार बार सांसद रहे हैं। इस तरह से देखा जाए तो इस संसदीय क्षेत्र से लगातार सिंधिया परिवार का कोई ना कोई सदस्य लोकसभा में जाता रहा है।

    सिंधिया परिवार के गढ़ के रूप में माने जाने वाली इस सीट पर कोई दूसरा व्यक्ति अपनी पकड़ न बना ले इसलिए सिंधिया परिवार भी इस योजना पर अमल करता रहा कि उनके परिवार का दबदबा इस सीट पर कम न हो। कुल मिलाकर देखा जाए तो इसी रणनीति के तहत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी उनके सामने मौजूद दो ऑप्शन ग्वालियर और गुना संसदीय सीटों में से गुना सीट को चुना।

  • उर्दू पोस्टर के जरिए रिझाने चली भाजपा

    उर्दू पोस्टर के जरिए रिझाने चली भाजपा

    बरेली। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में अब ज्यादा दिन का समय नहीं रह गया है। सभी समुदायों का दिल जीतने के लिए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने एक विशेष अभियान शुरू किया है। मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में स्थित प्रमुख स्थलों जैसे दरगाह, खानकाह और मस्जिदों के पास पोस्टर आदि लगाए गए, इसके लिए खास नारा दिया गया है।

    बरेली महानगर अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा अध्यक्ष अनीस अंसारी ने बरेली की दरगाह और मस्जिदों के पास उर्दू में छपे पोस्टर लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सबका साथ और सब का विश्वास की बात करती है। अल्पसंख्यक समाज को बड़ी तादाद में लाभ हुआ है और बहुत लाभार्थी हैं और हमने जो हमारी दरगाह है मस्जिद हैं खंकाएं हैं मदरसे हैं इस तरह की जगह है उनके आसपास से हम अपना कैंपेन चला रहे हैं कि ‘ना दूरी है, ना खाई है, मोदी हमारा भाई है।’

    एक बार फिर से मोदी सरकार उर्दू में इसलिए बनाया गया है क्योंकि करोड़ों लोगों की भाषा आज भी उर्दू है और जो लोग उर्दू को जानते हैं। जो उर्दू को पढ़ते हैं वो उर्दू से लगाव भी रखते हैं। हम उन्हीं की भाषा में उन तक पहुंच बना रहे हैं, जिससे अपनत्व होगा।

    इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जावेद अहमद महामंत्री, शकील अहमद, फिरोज अहमद कैंट विधानसभा प्रभारी, इस्लाम कुरैशी, इस्लाम सुल्तानी, शाकिर रजा हाजी जी, चांद बाबू, सैयद फैसल, जावेद, शादिया गौस, परवीन वारसी, अकबर हुसैन प्रभारी, डा नायाब हुसैन, अमन अंसारी प्रभारी, कमर खान, नजर हुसैन आदि उपस्थित रहे।

  • हारी हुई और कमजोर सीटों को लेकर भाजपा में बैठकों का दौर, उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक

    हारी हुई और कमजोर सीटों को लेकर भाजपा में बैठकों का दौर, उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक

     

    नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में 370 सीटें जीतने के लक्ष्य के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी में बैठकों का दौर तेज हो चला है। शनिवार को मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की। इन राज्यों में तेलंगाना, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पश्चिम बंगाल शामिल है। बैठक में पिछले चुनावों में हारी हुई सीटें और कमजोर सीटों को लेकर चर्चा की गई।

    चुनाव प्रभारियों की बैठक के बाद भाजपा मुख्यालय में उत्तर प्रदेश के राजनीतिक समीकरणों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल मौजूद रहे। माना जा रहा है कि इस बैठक में राज्यसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव, मंत्रिमंडल विस्तार और आगामी एमएलसी चुनाव पर चर्चा की गई।

    उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी 2019 में हारी हुई अपनी 14 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को देखते हुए अलग-अलग सीटों पर गहन चर्चा की। इसके साथ उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों, मंत्रिमंडल विस्तार, और एमएलसी चुनाव पर भी चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में विधान परिषद के चुनाव होने हैं। इस बार 13 सीटों पर चुनाव होने हैं।

    इस बैठक के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष के साथ कई पदाधिकारियों के साथ कमजोर सीटों पर चर्चा की गई और आगामी दिनों के लिए चुनावी रणनीति तैयार की गई।

  • कांग्रेस-आप गठबंधन पर भाजपा का निशाना, कहा- सेवादारों के सामने भ्रष्टाचारियों की केमिस्ट्री चलने वाली नहीं

    कांग्रेस-आप गठबंधन पर भाजपा का निशाना, कहा- सेवादारों के सामने भ्रष्टाचारियों की केमिस्ट्री चलने वाली नहीं

    नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली में लोकसभा चुनाव गठबंधन में लड़ने के फैसले पर निशाना साधते हुए उन्हें भ्रष्टाचारियों का गठबंधन बताया है। भाजपा ने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के मत प्रतिशत का ब्योरा हुए कहा कि राजनीति गणित नहीं केमिस्ट्री होती है। भ्रष्टाचारियों की अलग और सेवादारों की अलग केमिस्ट्री होती है। सेवादारों के सामने भ्रष्टाचारियों की केमिस्ट्री चलने वाली नहीं है।

    शनिवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ही आम आदमी पार्टी को खड़ा किया है। पार्टी का निशान झाड़ू थामने वाले हाथ दोनों भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। दिल्ली में आप और कांग्रेस का गठबंधन साफ बताता है कि वे सभी सीट हारने वाले हैं। इस गठबंधन से आप पार्टी अपनी हार का ठीकरा फोड़ने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में अकेले भाजपा को करीब 57 प्रतिशत का वोट शेयर मिला था। कांग्रेस को 22.51 प्रतिशत और आम आदमी पार्टी को 18.11 प्रतिशत वोट शेयर मिला था। दोनों को मिला कर भी भाजपा से ज्यादा वोट नहीं मिले। दिल्ली में लोकसभा की सातों सीटें भाजपा जीतेगी।

    उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 2019 बच्चों की कसम खाई थी और कहा था कि वे कभी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। 2013 में आम आदमी पार्टी ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचारी पार्टी है और कांग्रेस में सारे के सारे भ्रष्टाचारी हैं। आज 10 साल बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में प्रतियोगिता चल रही है कि कौन ज्यादा भ्रष्टाचारी है।

    दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आप और कांग्रेस दोनों एक दूसरे को यही साबित करने में लगे रहते थे कि कौन सबसे बड़ा चोर है। कौन कितना बड़ा भ्रष्टाचारी है। आज दोनों के बीच गठबंधन बता रहा है कि दोनों चोर चोर मौसेरे भाई हैं। उन्होंने कहा कि आज दोनों दलों को साथ देखकर संतोष हो रहा है। राजनीति का गणित इसके विपरीत होता है। दिल्ली में दोनों दल लोकसभा सीटों के मामले में शून्य पर है। भाजपा को अपने नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। हमने दस सालों में जनता का काम किया है। जनता बहुत समझदार है।