( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय /सरफराज अहमद )
मऊ। जिले में अबैध रूप स्व संचालित हॉस्पिटल्स की जिलाधिकारी द्वारा हफ्तेभर पहले दी गई जाँच आज शनिवार को नगर मजिस्ट्रेट और नगर क्षेत्राधिकारी के सहयोग से धरातल पर उतर गई है। नगर मजिस्ट्रेट के अथक प्रयास ने सीएमओ को उनके साथ जाँच में इतरने को बाध्य कर ही दिया। जाँच के पहले दिन भीटी इलाके के जीवन ज्योति अस्पताल की खामियों को नगर मजिस्ट्रेट बृजेन्द्र कुमार और पुलिस नगर क्षेत्राधिकारी मऊ ने सीएमओ के साथ जांचा । हॉस्पिटल विभाग की कृपा से बेसमेंट में संचालित हों रहा था।
उल्लेखनीय है कि जिले में अबैध रूप से संचालित अस्पतालो में सुमार प्रकाश,सत्यम, राहुल हॉस्पिटल्स साहित दर्जनों अस्पतालो को लेकर पूर्व में प्रकाशित खबरों को जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र द्वारा गंभीरता से लेते हुए मामले की जाँच का आदेश दिया गया था।
जाँच के आदेश में सीएमओ द्वारा खुद की खामियों को छुपाते हुए जाँच कोशीर अधिकारियो से सम्पर्क नही किया जा रहा था।
नगर मजिस्ट्रेट द्वारा सार्वजनिक तौर पर सीएमओ आदि पर जाँच में सहयोग न करने की शिकायत किये जाने के बाद सीएमओ के कान पर शनिवार को जु को रेंगते हुए देखा गया।
जाँच टीम में समस्त उपजिलाधिकारियो को इलाकेवाइज शामिल करने का आदेश था, नगर में सीएमओ को नगर मजिस्ट्रेट के साथ रहना था। सीएमओ अबैध हॉस्पिटलों को संरक्षण में जाँच के बाबत नगर मजिस्ट्रेट से जानबूझकर सम्पर्क में नही आ रहें थे, बीते दिनों नगर मजिस्ट्रेट द्वारा पत्रकारों के एक सवाल के जबाब में सीएमओ को सम्पर्क में नही आने को लेकर जाँच को प्रभावित होने जैसी बातें कही गई।
सिटी मजिस्ट्रेट बृजेन्द्र कुमार जी का कथन खबरों के माध्यम से वायरल हुआ तो सीएमओ को डीएम का आदेश याद आया और वह शनिवार को नगर मजिस्ट्रेट के साथ जाँच में दिखे ।
शनिवार को जाँच की जद में भी टी इलाके का जीवन ज्योति अस्पताल रहा, अस्पताल बेसमेंट में संचालित हों रहा था। नगर मजिस्ट्रेट ने बेसमेंट संबंधित भवन को देखा और आगे की कार्यवाही करने को कहा। उधर जाँच के दौरान नगर मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी पुलिस श्री अंजनी कुमार मिश्र के समक्ष पैरवी भी देखी गई। अस्पताल प्रबंधन पर कार्यवाही न हों इसके लिए जाँच के बींच आये डा सी एस चौहान को अपनी दलीलो के साथ वापस जाना पड़ा।
जांच में फंस रहें हॉस्पिटल प्रबंधन की पैरवी में उतरे एक ब्यक्ति साहित दो हिरासत में
अबैध् हॉस्पिटलो की जाँच के पहले दिन शनिवार जीवन ज्योति हॉस्पिटल के प्रबंधन को कापते देखा गया। हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड करने वाले गैर प्रशिक्षित ब्यक्ति को जहा जाँच दल ने पुलिस को सौप दिया वही हॉस्पिटल प्रबंधन कोई कार्यवाही न करे इसके लिए सूबे के एक मंत्री का खुद आदमी बताकर फोन पर बात कराने पहुचे ब्यक्ति को भी पुलिस ने अपने कब्जे कर लिया ।
कोचिंग सेंटर साहित पूर्वहन तक दो सस्थानों की हुई जाँच
जाँच के दौरान हॉस्पिटल के बगल में अबैध तरीके से संचालित हों रही कोचिंग सेंटर को भी मजिएटरत ने सीज कर दिया है। अबैध हॉस्पिटलो और कोचिंग सेंटरों के खिलाफ जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र के निर्देशन में चलाये जा रहें जाँच में शनिवार को पूर्वहन एक हॉस्पिटल साहित दो सेंटर्स की जाँच की गई है। जाँच को देखकर इलाके में चल रहें अबैध हॉस्पिटलों के संचालको में हड़कंप जैसी स्थिति देखने को मिल रही है।