जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने बताया कि जनपद में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन आदि का कार्यक्रम दिनांक 12 अक्टूबर 2024 को सायं 5:00 से 13 अक्टूबर 2024 को सायं 5:00 बजे तक किया जाएगा। जनपद के नगर क्षेत्र की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुए लोग शांति बनाए रखने के उद्देश्य से पूर्व वर्ष की भांति नगर क्षेत्र की निम्नलिखित देशी शराब, विदेशी मदिरा एवं बीयर की फुटकर दुकानें दिनांक 12 अक्टूबर 2024 को सायं 05:00 बजे से 13 अक्टूबर 2024 को सायं 5:00 बजे तक पूर्ण रूप से बंद रहेगी। जिसमें दुकानों का विवरण निम्न प्रकार है। देशी शराब की दुकानें मऊ कस्बा दसई पोखरा, कम्हरिया एवं भीटी चौराहा, विदेशी मजीरा की दुकानें मिर्जाहादीपुरा, मऊ चौक, सहादतपुरा एवं भीटी बाजार तथा बीयर की दुकानें मिर्जाहादीपुर, सहादतपुरा एवं भीटी की दुकानें पूर्ण रूप से बंद रहेंगी। उन्होंने बताया कि उक्त तिथियो में देशी शराब, विदेशी मदिरा एवं बीयर की दुकानें पूर्ण रूप से बंद रहेगी। उक्त आदेशों का अवहेलना किए जाने पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
श्री अमरनाथ सेवा समिति शांतिकुंज गायघाट और नगर पालिका परिषद की संयुक्त टीम ने शुरू किया अभियान मंदिर के चारों तरफ ईओ नगर पालिका परिषद ने खुद लगाया झाड़ू , दिया सफाई का संदेश रोटरी क्लब मऊ के अध्यक्ष ने जन समुदाय को दिलाया को स्वच्छता का शपथ
मऊ। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान के तहत चलाए जा रहे 155 घंटे का महा स्वच्छता अभियान कार्यक्रम का शुभारंभ अति प्राचीन मऊ महादेव मंदिर पर रोटरी क्लब मऊ, श्री अमरनाथ सेवा समिति शांतिकुंज गायघाट और नगर पालिका परिषद ने संयुक्त रूप से झाड़ू लगाया। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और रोटरी क्लब मऊ के अध्यक्ष सचिव ने खुद सफाई की कमान संभाल कर चारों तरफ फैले गंदगी और मलबे को हटाया। स्वच्छता अभियान के दौरान रोटरी क्लब मऊ के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का देश भर में स्वच्छता कार्यक्रम को चलाया जाना सराहनीय कार्य है। प्रति सप्ताह एक व्यक्ति को दो घंटे अपने आसपास सफाई करके राष्ट्र की उन्नत में अपना योगदान देना चाहिए तभी हमारे देश का समग्र विकास संभव है। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार ने कहा कि मऊ नगर में स्वच्छता का अभियान युद्ध स्तर पर चलाए जा रहा है, आगामी 2 अक्टूबर को बेहद कार्यक्रम के तहत सफाई महा अभियान का समापन होगा। सचिन पुनीत श्रीवास्तव ने भी सफाई के लिए जन-जन आह्वान किया। श्री अमरनाथ सेवा समिति शांति कुंज गायघाट के अध्यक्ष मुकेश चौधरी और सचिव रामशेखर चौहान ने भी खुद सफाई अभियान को आगे बढ़ाया और कहा कि मंदिर और उसके आसपास की सफाई सुनिश्चित करना हम सभी का दायित्व है। यहां मंदिर परिसर में रोटरी क्लब के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने उपस्थित जन समुदाय को स्वच्छता के लिए शपथ दिलाया। महा स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में मुख्य रूप से गोपाल,सुनील बरनवाल, दिनेश कुमार, मारकंडेय कुमार, सफाई प्रभारी सत्य प्रकाश, जितेंद्र कुमार, राजेश कुमार श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे
( ब्रह्मा नन्द पाण्डेय ) मऊ /प्रयागराज। मऊ जिले के निवासी और उच्च न्यायालय के विधि विशेषज्ञो में सुमार ,अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह को हिंदी में काम करने के लिए उच्च न्यायालय के द्वारा आज सम्मानित किया गया। श्री सिंह “खरी दुनिया” के संरक्षक है, जिन्हे हिंदी में उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए माननीय न्यायमूर्ति महेश चंद्र त्रिपाठी ,न्यायमूर्ति गौतम चौधरी ,न्यायमूर्ति अनीश कुमार गुप्ता जी द्वारा प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया।
गुरुवार को माननीय उच्च न्यायालय के प्रांगण में ऐसे लोगो को सम्मानित किये जाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम के दौरान उच्च न्यायालय के विधि विशेषज्ञो में जाने और पहचाने जाने वाले जनपद मऊ के निवासी अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह को हिंदी में उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए न्यायालय के पुस्तकालय सभागार में प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया। अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह को माननीय न्यायमूर्तिगण ,न्यायमूर्ति महेश चंद्र त्रिपाठी ,न्यायमूर्ति गौतम चौधरी ,न्यायमूर्ति अनीश कुमार गुप्ता जी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया ।
संतुलित पर्यावरण एवं बेहतर स्वास्थ्य के लिये स्वच्छता अभियान जैसे पवित्र कार्य में आम लोगों का शामिल होना अति आवश्यक-जिलाधिकारी मऊ
मऊ। बकवल स्थित नगर पालिका कम्युनिटी हाल में आज स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत ‘‘स्वच्छता ही सेवा 2024’’ महा अभियान के परिप्रेक्ष्य में एक गोष्ठी आयोजित की गयी जिसे गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल, मुख्य अतिथि जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र, विशिष्ट अतिथि उप जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह, पीडी उमेश तिवारी आदि ने सम्बोधित किया। गोष्ठी का संचालन राजेश श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने पालिका की वैन को हरी झण्डी दिखा कर, झाड़ू लगा कर एवं पौध रोपड़ करते हुये स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत ‘‘स्वच्छता ही सेवा 2024’’ महा अभियान को सभासदगण, अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार, पालिकाधिकारियों व सफाई नायकों एवं सफाई कर्मियों की उपस्थिति में दीप जला कर आरम्भ किया। 155 घण्टों पर आधारित यह सफाई अभियान आज 17 सितम्बर 2024 से आरम्भ हो कर 2 अक्टूबर 2024 तक अन्वरत् जारी रहेगा।
मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने लोगों से कहा कि इस सफाई महा अभियान से जुड़कर आप एक पवित्र काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है कि हम नगर को पूर्ण स्वच्छ बनायें। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिये अभियान के मूल पर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सफाई से हमारा स्वास्थ्य एवं वातावरण पूरी तरह सम्बद्ध है। सफाई का अर्थ मात्र इतना ही नहीं कि गलियों एवं आस-पास के क्षेत्रों को साफ कर लिया जाये बल्कि सफाई जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित करने वाले दूरगामी परिणाम पर भी असर डालती है।
उन्होंने बताया कि गन्दगी से बच्चोें की अपेक्षित लम्बाई भी प्रभावित हुयी है। स्वच्छता अभियान से बच्चों को कई प्रकार की बीमारियों से बचा लिया गया है। जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यूँ तो पूरे नगर की स्वच्छता को बेहतर बनाये रखना हमारा लक्ष्य है परन्तु हमें इस बात पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है कि किस प्वाइंट पर ट्रिगर किया जाये की लक्ष्य सहल एवं शीघ्र प्राप्त हो। जिलाधिकारी ने जनप्रतिनिधयों से कहा कि आप निर्वाचित लोग हैं इस लिये समाज को सफाई के प्रति सचेत व जागरूक करने में आपकी भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होने के कारण ही आप से यह अपेक्षा की जा रही है क्यों कि संतुलित पर्यावरण, बेहतर स्वास्थ्य के लिये आम लोगों का अभियान से जुड़ना लक्ष्य के लिये नितांत आवश्यक है।
इस अवसर पर गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म दिवस है। उन्होंने मोदीजी को बधाई देते हुये कहा कि आज उनके जन्म दिन पर यह अभियान आरम्भ हो रहा है, और गांधी जी के जन्म दिवस 2 अक्टूबर पर इस अभियान की समाप्ति हो रही है। पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने बताया कि आजादी के बाद से अब तक की यह पहली सरकार है जिसने सफाई को मुख्य एजेण्डे में शामिल किया है। चूँकि इस्लाम में सफाई को ‘‘निस्फ ईमान’’ अर्थात् आधी आस्था बताया गया है इस लिये भी मैं सरकार के सफाई सम्बन्धी इस महा अभियान के प्रति गदगद हूँ। श्री जमाल ने कहा कि सफाई का महत्व बहुत बड़ा है। गन्दगी के चलते जहां बीमारियों का वास होता है वहीं सफाई सभी बीमारियों के पनपने के माध्यम को ही बन्द कर देती है। पालिकाध्यक्ष का कहना था कि हमें चाहिये कि हम मात्र अपनी गली कूचों की ही सफाई न कर उन स्थानों की भी सफाई कर लिया करें जो वर्ष भर गन्दे ही बने रहते हैं। उन्होंने घरों की पटनियों, आलमारियों एवं छतों के ऊपरी भाग आदि का हवाला देते हुये कहा कि ये क्षेत्र प्रायः सफाई से छूटे रहते हैं। श्री जमाल ने बताया कि 2000 में जब वह पालिकाध्यक्ष बने थे तभी सफाई कर्मियों को डोर-टू-डोर जा कर कूड़ा एकत्र करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इससे लोगों की जागरूकता बढ़ी तो नगरवासी दिन भर फेंके जाने वाले कूड़ोें को सुबह एक बार बाहर निकाल कर पालिका को अपना सहयोग देने लगे। उन्होंने कहा कि लोगों में गन्दगी एवं सफाई के बीच के अन्तर को समझाने तथा इससे होने वाली हानि एवं लाभ के बारे में बताने की अति आवश्यकता है। श्री जमाल ने संचारी रोगों के बारे में वार्ड सभासदों के सहयोग से जनता को जागरुक करने पर भी बल दिया। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि मैं एवं अधिशासी अधिकारी मिलकर उन सभी प्वाइंट्स को ढूढेंगे जो सफाई से वंचित हैं। उन्होंने सभी वार्डाें के सभासदों से कम से कम एक अथवा अनेक ऐसे स्थानों की खोज कर चिन्हित करने को कहा जहां पर अब तक सफाई नहीं हो पाई है ताकि उनकी भी सफाई की जा सके।
इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने जिलाधिकारी महोदय से पालिका कम्युनिटी हाल से लगी पीछे की जमीन को पालिका को हस्तांतरित करने की भी अपील की। उन्होंने अपनी मांग के संदर्भ में जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र को अपने सम्भावित प्रस्तावित लक्ष्य के बारे में बताते हुये कहा कि पालिका को यदि यह भूमि मिल जाती है तो हम यहां पर टैक्सी पार्किंग स्टैण्ड एवं चिल्ड्रेन पार्क बनायेंगे। इसी के साथ इस भूमि का जनहित में अन्य उपयोग भी सम्बद्ध रहेगा।
अपने सम्बोधन में उप जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने कहा कि चिकन गोनिया, क्षय रोग (टी0बी0), डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार जैसे संचारी रोगों के बारे में जनता को जागरुक रहना चाहिये। उन्होंने बताया कि संचारी रोगों को फैलाने वाले मच्छरों के पनपने वाले स्थानों की सफाई कर उन स्रोतों को बन्द करने की आवश्यकता है। उन्हों मच्छर के काटने से होने वाले रोग का जिक्र करते हुये कहा कि यह पाकेट पात्रों में संचित साफ पानी में उत्पन्न होते हैं जो हमारे आस-पास के उन क्षेत्रों में एकत्रित हो जाते हैं जिन पर प्रायः हमारा ध्यान नहीं जाता। उप जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिये हमें अपने विचार एवं स्वभाव में बदलाव लाते हुये ‘‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’’ के संदर्भ में भी विचार कर अपने स्वभाव एवं संस्कार को स्वच्छ एवं बेहतर बनाने पर बल देना होगा।
इस अवसर पर अधिशासी अधिकारी-दिनेश कुमार, राजस्व निरीक्षक-अमृता राय, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक-सत्य प्रकाश, निर्माण लिपिक धर्मेंन्द्र कुमार के इलावा अन्य अधिकारीगण तथा सफाई नायक व पालिका सफाई कर्मी आदि उपस्थित रहे।
मऊ। दीवानी कचहरी के अधिवक्ता पूर्व एमएलसी दयाराम पाल के अधिवक्ता सुपुत्र बीरेंद्र बहादुर पाल के खिलाफ एक युवती द्वारा बलात्कार का आरोप लगाया गया है। पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरु कर दी है। आरोपी अधिवक्ता फिलहाल पुलिस पकड़ से बाहर है। आरोपी पीड़िता के एक मुकदमे में उसके विपक्षी के वकील थे।
तहरीर के मुताविक आरोपी अधिवक्ता पूर्व में सिविल कोर्ट सेन्ट्रल बार असोसिएशन का अध्यक्ष रहा है। एक मुकदमे में वकालत के दौरान पीड़िता से उसके संबंध बन गये थे। मुकदमे में आरोपी अधिवक्ता पीड़िता के बिपक्षी के वकील थे। संबंध में आने के बाद आरोपी अधिवक्ता के यहा पीड़िता द्वारा मुंशी का काम किया जाने लगा। इसके बाद से आरोपी अधिवक्ता द्वारा पीड़िता का शारीरिक शोषड़ किया जाने लगा।
पीड़िता के मुताबिक एक दीन जब पीड़ता ड्यूटी से अपने कमरे पर जा रही थी तभी विरेन्द्र बहादुर पाल गाडी लेकर आया और मछली मनडी से आगे सुन सान जगह पर अपने गाड़ी में बैठा लिया और रात को 7 बजे और अपने गाड़ी में काल्डरीग नशीला पदार्थ पिला दिया गया। पीड़िता जब नशे में हो गई तो आरोपी अधिवक्ता द्वारा उसके साथ जबर जस्ती रेप किया गया। यही नही इसके बाद भी आरोपी द्वारा उसी रात को पीड़िता को अपने घर लखनऊ लेकर उसके साथ रेप किया पूरी रात और सुबह लाकर छोड़ा।
आरोपी अधिवक्ता ने घटना के पहले दिन पहले ही दिन उसके साथ रेप करते समय का वीडियो बना लिया गया और नग फोटो अपने मुबाइल में खींच लिया गया। इसके बाद अधिवक्ता द्वारा पीड़िता को बलेकमेल करके मेरे साथ मेरे इच्छा के विरुदध शारीरीक सम्बन्ध बनाता रहा है। पीड़िता का कहना है कि जब वह मना करती थी आरोपी अधिवता द्वारा वीडियो नागा फोटो वायरल कर देने की धमकी दिनजाती थी।
पीड़िता का कहना है कि आरोपी अधिवक्ता ने उसके साथ अप्राकृतिक यौवन सम्बन्ध जबरन बनाया है और कहता था कि हम अपनी पत्नी को छोड़ दिये हैं उसको तलाक दे देंगे और तुमसे शादी भी कर लेगे हमको पैसे के लालच देकर शारीरीक सम्बन्ध बनाता रहा है हमसे 4 लाख कैस पैसा भी लिया है हमारी गाड़ी भी लिया है उसका पैसा हमको देरहा था और अपने बचने के लिए इधर उधर कमपलेन कर रहा है हम इसकी सूचना कई बार दे चुकी हँ 1090 पर और 1076 परव 112 न0 पर लेकिन हमसे माफी माग कर े वीडियो नागा फोटो वायरल करने की धमकी देकर वापस करा लेता है हमारी तो जिन्दगी एकद नरक हो गई है हमको जान मारने की नियत से कई बार मारा है अन्तीम मिलने का तिथि 16/7/2024 व 17/7/2024 को इलाहाबाद होटल में मिला है।
— वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश ने पूर्व के कार्यालयाध्यक्षों की कारगुजारी का किया खुलासा
मऊ। जिला बिद्यालय निरीक्षक मऊ में तैनात पूर्व डीआईओएस अफसरों के द्वारा पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए अपात्र लोगो को माध्यमिक शिक्षा परिषद के नियमों को ताक पर रखकर का १ करोड़ ३१ लाख से अधिक की धनराशि का भुगतान किये जाने की खबर है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला विद्यालय निरीक्षक मऊ में बतौर जिला विद्यालय निरीक्षक तैनात रहें अफसरों ने पदीय अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए एक करोड़ ३१ लाख रुपये से अधिक के सरकारी धनों को नियमों कानून कायदों को ताक पर रखकर बाँट दिया है।
इस मामले में जिला बिद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह वित्तीय साक्ष्यों का परिशीलन किया तो उनके द्वारा पाया गया कि 93.90,.034.00 (रुपये तिरानबे लाख नब्बे हजार चौतीस मात्र) का बिना अधिकार के शासनादेश का उल्लघन करते हुए वेतन अवशेष का भुगतान कर दिया गया हैं जो वित्तीय अनियमितता एवं गबन की श्रेणी में आता हैं।
इसी प्रकार रू0 37.50.470.00 (रूपये सैतीस लाख पचास हजार चार सौ सत्तर मात्र) का साख सीमा से बाहर जाकर भुगतान किया गया हैं.जो कि निदेशालय के अधिकार क्षेत्र के अर्त्तगत आता हँं।
जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने इस मामले में अवशेष के ‘एरियर को प्राप्त करने वाले संस्थाधिकारी को यह निर्देशित किया है कि उक्त वित्तीय अनियमितता के लिए कौन कौन दोषी हैं एक सप्ताह के अन्दर नाम उपलब्ध करावें अन्यथा कि स्थिति में आपके विरूद्ध अनुशानात्मक / विधिक / वित्तीय अनिमितता के दृष्टिगत प्रथम सूचना रि्पोट दर्ज करा दी जायेगी जिसके लिए आप स्वयं उत्तरदायी होगे।
विकास खंड मुहम्मदाबाद के ग्राम प्रधान और सचिव ने उतार लिया है अपने खाते में सरकारी धन, शिकायत, पर डीपीओ आरोपियों के बचाव में जुट कर नहीं कर रहें जाँच
मऊ। जिला कार्यक्रम अधिकारी (बाल विकास पुष्टाहार) को जब से जिला पंचायत राज अधिकारी का प्रभार मिला है तब से डीपीओ द्वारा पंचायतो की जाँच में लिफाफे लेकर आरोपित ग्राम सचिवों और प्रधानों को आरोपों से बचाने में जाँच नहीं की जा रही है। विकास खंड मुहम्मदाबाद के ग्राम खैराबाद की जांच में देरी है उनके द्वारा पदीय अधिकारों की आड़ में की जा रही मनमानी और लिफाफे लेने का है साक्ष्य।
बिभागीय् सूत्रों के अनुसार विकास खंड मुहम्मदाबाद के ग्राम पंचायत खैराबाद के ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान द्वारा सरकारी खाते से मजदूरी के नाम की भारी धनराशि को होने ब्यक्तिगत खाते में उतार कर गबन का आरोप है। इस मामले में पड़ी शिकायत के बाद २ जुलाई २०२४ को जिलाधिकारी ने कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास पुष्टाहर को जाँच अधिकारी नामित किया है।
डीएम के इस आदेश के बाद डीपीओ द्वारा सचिव से अभिलेख उपलब्ध करवाने के जारी पत्र के बाद आरोपियों से लिफाफा लेकर जाँच नहीं की जा रही है। शिकायत करता के द्वारा मामले जब जाँच अधिकारी से सवाल किया गया तो बतौर जाँच अधिकारी डीपीओ द्वारा शिकायतकर्ता से ही उलटे सवाल किया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि क्या बिज्ञापन छाप कर जाँच कि जाएगी ? शिकायतकर्ता ने जब जाँच के बाद ३० दिन के शासनादेश के होने की बात कही गई तो डीपीओ द्वारा ऐसे बहुत शासनादेशों को देखने की बात कही जा रही है।
डीपीओ ने खुद को मिली कई जांचो को आरोपियों से लिफाफे लेकर जानबूझकर जान ह नहिबकी जा रही है। डीपीओ द्वारा कितनी जाँचो को अब तक पुरा नहीं किया गया है ? खरी दुनिया इसके साक्ष्य संकलन में है।
मऊ। ग्राम पंचायत अहिलाद में पूर्व ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी द्वारा बिना निर्माण सरकारी धनों की की गई बंदर बांट के मामले में दर्ज मुकदमे में विवेचक द्वारा लगाई गई आंख्या पर मुख्य दंदाधिकारी की अदालत ने सवाल खड़ा करते हुए मामले की पुनः विवेचना का आदेश दिया है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार विकास खंड परदहा के ग्राम पंचायत अहिलाद में वर्ष २०२० में विना निर्माण कराये ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने सरकारी धनों को हड़प लिया था। मामले में “खरी दुनिया” ने पत्रकारीय आंदोलन चलाया था, मामले में जाँच हुई और जिला पंचायत राज अधिकारी घनश्याम सागर ने मामले में थाना सराय लखनसी में जलसाजी कर धोखाधडी आदि का मुकदमा क़ायम कराया था।
मामले में विवेचक रहें पन्ना लाल की जाँच में साबित हों रहें आरोपों को दरकिनार कर विवेचक बने प्रशांत श्रीवास्तव ने मामले एफ आर लगा दी थी। एफआर लगाने के लिए विवेचक ने कई फर्जी साक्ष्य भी अदालत तक दिये है।
बहरहाल मामले में पुनः विवेचना के आदेश के बाद ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी के कान खड़े हों गये है। ग्राम प्रधान का नाम धनंजय सिंह झब्बू, है तो सेक्रेटरी का नाम अनुपमा सिंह है।
मऊ। जिले के बी आर के इंटर कॉलेज वालिदपुर मऊ में तथ्यों को छुपाकर बतौर कार्यवाहक प्रधानाचार्य कार्य करने वाले जय नारायन दुबे को अंततः उनके अपराधिक कृत्यो का परिणाम मिल गया। जयनारायण दुबे हाई कोर्ट के आदेश को भी छुपा कर नौकरी करते हुए सरकार से धन लेता रहा। प्रबंधक ने इस तथ्य का खुलासा करते हुए सस्पेंड कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार बी आर के इंटर कॉलेज वालीदपुर मऊ में विभागीय कर्मचारियों के सहयोग से नियम विरुद्ध तरीके से नियुक्ति कराकर सरकार को हर माह लाखो रुपये का चुना लगाने वाले जय नारायन दुबे को उनके प्रबंधक ने सस्पेंड कर दिया है।
प्रबंधक ने जयनारायण दुबे के एक अपराधिक कृत्यो में उसके द्वारा माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में दाखिल याचिका ११६३/१९९३ को वर्ष २०१६ में ख़ारिज होने के आदेश को छुपाकर सरकारी धन हड़पने ला आरोप लगाया है।
इस याचिका के ख़ारिज होने के तथ्य को न तो जय नारायन दुबे ने विभाग को देते हुए खुद को नौकरी से हटाया और न ही विभागीय अफसरों ने इस तथ्य का खुलासा किया। सब ले दे कर चलता रहा।
बहरहाल जय नारायण दुबे के इस अपराध का खुलासा उनके बिद्यालय के प्रबंधक ने करते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए सस्पेंड कर दिया है। सुपेंशन दौरान जयनारायण दुबे को सस्पेंशन दौरान जीवन निर्वाह भत्ता दिया जायेगा
जिलाधिकारी तथा सहायक आयुक्त औषधि, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आजमगढ़ मण्डल, आजमगढ़ के आदेश के क्रम में दिनांक 23 अगस्त 2024 को अमिला बाजार, अमिला, मऊ स्थित विना नाम के मेडिकल स्टोर पर गठित संयुक्त टीम राघवेन्द्र सिंह औषधि निरीक्षक, श्रीमती सीमा वर्मा, औषधि निरीक्षक आजमगढ़, शिद्धेश्वर शुक्ला औषधि निरीक्षक बलिया, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी, सत्यराम यादव एवं विजय प्रकाश तथा थाना कोतवाली घोसी के पुलिस बल के साथ औचक छापेमारी की गयी। निरीक्षण के दौरान उक्त प्रतिष्ठान विना लाइसेंस पाया गया। मौके पर उपस्थित विक्रेता ने अपना नाम अमरदीप गुप्ता पुत्र कन्हैया लाल गुप्ता तथा अपने को उक्त मेडिकल स्टोर का मालिक बताया। प्रतिष्ठान में भण्डारित सारी औषधियों को मौके पर ही सीज कर दिया गया, जिसकी कीमत लगभग रू0 157000 है। मेडिकल स्टोर में ज्यादा औषधि होने के कारण कार्यवाही देर रात तक चलती रही। प्रतिष्ठान में भण्डारित औषधियों में से संदिग्ध पायी गयी 02 औषधि तथा 02 खाद्य पदार्थों का नमूना नियमानुसार संग्रहित कर जांच हेतु प्रयोगशाला को प्रेषित किया गया। जांच रिपोर्ट प्रयोगशाला से प्राप्त होने के उपरान्त सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही माननीय न्यायालय में किया जायेगा।