Category: उत्तर प्रदेश

  • प्रत्येक जिले में सम्मेलन कर एनजीओ प्रमुखों से सम्पर्क साधेगी भाजपा

    प्रत्येक जिले में सम्मेलन कर एनजीओ प्रमुखों से सम्पर्क साधेगी भाजपा

    लखनऊ,। भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी का जनधार बढ़ाने व मोदी सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए एनजीओ की मद्द लेगी। इसके लिए 12 से 21 फरवरी तक प्रदेश के सभी मण्डलों में सक्रिय स्वयं सहायता समूह व एनजीओ से जुड़ी बहनों से व्यक्तिगत सम्पर्क अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद भाजपा 25 व 26 फरवरी को प्रत्येक जिले में एनजीओ के प्रमुखों का सम्मेलन आयोजित करेगी।

    भाजपा द्वारा शक्ति वंदन अभियान के अंर्तगत स्वयं सहायता समूह एवं एनजीओ सम्पर्क अभियान की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला शुक्रवार को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में सम्पन्न हुई। भाजपा की पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री विजया रहाटकर ने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिनिधियोें के समक्ष विस्तार पूर्वक पूरे अभियान की चर्चा की।

    विजया रहाटकर ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि महिला कल्याण और उनके सशक्तिकरण के लक्ष्यों को पूरा करने में महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हैं उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सांसद से लेकर पार्षद को सक्रिय रहकर सफल बनाना है। शक्ति वंदन अभियान के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों एवं एनजीओ सम्पर्क अभियान सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए महिलाओं को पार्टी से जोड़ने वाला महाअभियान है।

    पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप आत्मनिर्भर बनाने का पवित्र काम हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल पास होना महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से हमें पार्टी संगठन की योेजनानुसार बड़ी संख्या में महिलाओं को पार्टी संगठन से जोड़ते हुए उन्हें सक्रिय करने का काम करना है।

    प्रत्येक जिले में एनजीओ के प्रमुखों का होगा सम्मेलन

    पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि 10 फरवरी को जिला स्तर पर शक्ति संवाद कार्यक्रम आयोजित कर जिले में काम करने वाली स्वयं सहायता समूह और एनजीओ के अध्यक्ष और सचिव सहित अन्य पदाधिकारियों से सम्पर्क संवाद कर चर्चा करना है। 11 व 12 फरवरी को विधानसभा स्तर पर शक्ति सम्मान समारोह आयोजित किये जायेंगे। 12 से 21 फरवरी तक मण्डल में सक्रिय स्वयं सहायता समूह व एनजीओ से जुड़ी बहनों से व्यक्तिगत सम्पर्क अभियान चलाया जाएगा। इसी क्रम में 25 व 26 फरवरी को प्रत्येक जिले में एनजीओ के प्रमुखों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।

    कार्यशाला का संचालन पार्टी के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य ने किया। कार्यशाला में क्षेत्रीय प्रभारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, जिला प्रभारी, जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अभियान की टोली व जिला अभियान की टोली के सदस्य सम्मिलित हुए।

  • मऊ मे “खरी दुनिया” पर फर्जी मुकदमा क़ायम कराने मे सीजेएम सुल्तानपुर के माध्यम से डीपीआरओ से जबाव तलब

    मऊ मे “खरी दुनिया” पर फर्जी मुकदमा क़ायम कराने मे सीजेएम सुल्तानपुर के माध्यम से डीपीआरओ से जबाव तलब

    (ब्रह्मा नन्द पाण्डेय)


    मऊ ( खरी दुनिया )। “खरी दुनिया” के खिलाफ बिद्वेषपूर्ण अभियोजन कराने मे जिला पंचायत राज अधिकारी अभिषेक शुक्ला को लेकर अदालत सख्त है। बीते ३० जनवरी २०२४ को उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने “खरी दुनिया” के आवेदन पत्र पर सुनवाई करते हुए मुख्य दंडाधिकारी सुल्तानपुर् के माध्यम से अभिषेक शुक्ला डीपीआरओ सुल्तानपुर् को नोटिस जारी कर जबाव तलब किया है।


    उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे विधि विशेषज्ञो मे सुमार अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह ने गुरूवार को “खरी दुनिया” से बातचीत मे बताया की, खरी दुनिया के खिलाफ बिद्वेषपूर्ण अभियोजन को लेकर अदालत अत्यंत गंभीर है।

    वर्ष २०२२ मे जिला पंचायत राज अधिकारी मऊ द्वारा तथ्यों के बिपरीत जा कर “खरी दुनिया” की खबरों से परेशान होकर जनपद मऊ के थाना कोतवाली मे अपराध संख्या २५७/२२ अंतर्गत धारा ४१९, ४२०,के आरोप मे एक मुकदमा दर्ज कराया था। इस दर्ज प्राथमिकी के अनुसार “खरी दुनिया” की गिरफ्तारी का अधिकार तुरंत नही मिलने के कारण विवेचना दौरान मिथ्या साक्ष्य गढ़ कर विवेचना मे लगा कर “खरी दुनिया” के खिलाफ भा०द्०वि० ४६७, ४६८ और ४७१ की धारा जोड़ कर जेल भेजा गया था।

    मामले मे विवेचक द्वारा अदालत को सुपुर्द किये गये आरोप पत्र को खरी दुनिया द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे चुनौती दी गई है । मामले मे अदालत ने प्रोसीडिंग स्टे का आदेश जारी किया है। बीते ३० जनवरी २०२४ को सुनवाई दौरान अदालत ने “सीजेएम” सुल्तान पुर के माध्यम से नोटिस जारी कर जबाव तलब किया है। अधिवक्ता सुधीर सिंह ने बताया कि बिद्वेषपूर्ण कार्यवाही करने मे मिथ्या साक्ष्य अब अधिकारियो के जी का जंजाल बन जायेगा।

    बताते चले कि इसी मामले की विवेचना मे तत्कालीन क्षेत्राधिकारी धनंजय मिश्रा ने ग्राम सचिवों से खरी दुनिया को जेल भेजनें के लिए उसके खिलाफ मिथ्या साक्ष्य गढ़े और गधवा कर उसे जेल मे भेजा है। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 15 फरवरी की तिथि नियत की है।

  • साइबर फ्राड के आरोपित को जमानत पर रिहा करने से इंकार, अर्जी खारिज

    साइबर फ्राड के आरोपित को जमानत पर रिहा करने से इंकार, अर्जी खारिज

    प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 1 लाख 838 हजार रुपये के साइबर फ्राड के आरोपित बुधिसार शिकारी को जमानत पर रिहा करने से इंकार कर दिया है। कहा है कि अन्य सहअभियुक्तों को मिली जमानत की पैरिटी नहीं दी जा सकती, क्योंकि याची पर किंगपिन अपराधी होने का आरोप है।

    यह आदेश न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने जमानत अर्जी को खारिज करते हुए दिया है। मालूम हो कि घनश्याम ने साइबर थाना प्रयागराज में एफआईआर दर्ज कराई। जिसमें कहा गया कि उन्होंने एयरटेल मोबाइल फोन रिचार्ज कराया। उनके खाते से 598 रुपये कट गया, किंतु फोन रिचार्ज नहीं हुआ। बैंक प्रबंधक को जानकारी दी गई परन्तु कुछ नहीं हुआ।

    याची का कहना था कि वह निर्दोष है और सह अभियुक्तों को जमानत मिल चुकी है। इसलिए उसे भी जमानत पर रिहा किया जाए। सरकार की तरफ से कहा गया गया कि चार्जशीट दाखिल की गई है। कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है। अपराध गम्भीर है। जमानत अर्जी निरस्त की जाय।

    कोर्ट ने कहा कि आजकल साइबर अपराध बढ़ रहे हैं। वे झांसा देकर लोगों की गाढ़ी कमाई हड़प रहे हैं। ऐसे अपराध के आरोपितों को जमानत पाने का हक नहीं है।

  • यूपी बोर्ड परीक्षा : केंद्र व्यवस्थापकों को मास्टर्स ट्रेनर दे रहे प्रशिक्षण

    यूपी बोर्ड परीक्षा : केंद्र व्यवस्थापकों को मास्टर्स ट्रेनर दे रहे प्रशिक्षण

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की परीक्षाओं को लेकर एक बार फिर योगी सरकार ने कमर कस ली है। पिछले वर्ष की तरह ही इस बार भी लक्ष्य नकलविहीन परीक्षाओं का आयोजन कराना है। इसके लिए पुरानी व्यवस्थाओं के साथ-साथ नवीन पहल भी की जा रही है। इसी क्रम में इस बार केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षाओं की समुचित व्यवस्था देखने के लिए मास्टर्स ट्रेनर्स के माध्यम से ट्रेन्ड किया जा रहा है।

    बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षाओं से जुड़ी एक से एक बारीक बातों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि परीक्षा में किसी तरह की त्रुटि न हो। उल्लेखनीय है कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो रही हैं, जो 09 मार्च तक चलेंगी। इस बार हाईस्कूल में 29,47,325 और इंटरमीडिएट में 25,77,965 कुल 55,25,290 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं बोर्ड की ओर से प्रदेश भर में कुल 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें राजकीय परीक्षा केंद्रों की संख्या 566 है। सवित्त परीक्षा केंद्र 3479 और वित्तविहीन 4220 परीक्षा केंद्र हैं।

    प्रत्येक जनपद में तीन मास्टर ट्रेनर्स दे रहे ट्रेनिंग

    सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में यह प्रशिक्षण कार्य चल रहा है। प्रत्येक जिले के लिए तीन मास्टर्स ट्रेनर्स की नियुक्ति की गई है, जो ऑडियो-वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षाओं से संबंधित हर बारीक जानकारी मुहैया करा रहे हैं। इसमें उन्हें नकल रोकने, व्यवस्था बनाए रखने, प्रश्नपत्रों की सिक्योरिटी, उत्तर पुस्तिकाओं की देखरेख समेत अन्य सभी महत्वपूर्ण विषयों के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है।

    कक्ष निरीक्षकों को मिलेगा कंप्यूटराइज्ड आईडी

    उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त इस बार कुछ और नई व्यवस्थाएं लागू की जा रही है। इनमें पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं में सुरक्षात्मक क्यूआर कोड, लोगो, कवर पेज पर उनकी कोडिंग की गई है, जबकि पेज नंबर के साथ-साथ इस बार पिछले वर्ष में उपयोग किए गए कलर्स से अलग चार कलर्स में इन्हें पब्लिश कराया गया है। इसके अलावा पहली बार कक्ष निरीक्षकों के लिए एक सुरक्षित क्यूआर कोड भी जारी किया जा रहा है। साथ ही इस बार उन्हें क्रमांक युक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र भी प्रदान किया जा रहा है, जिससे कक्ष निरीक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करने में आसानी होगी।

  • वाराणसी प्रशासन ने रोका लेकिन भगवान ने परिक्रमा स्वीकार कर ली : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

    वाराणसी प्रशासन ने रोका लेकिन भगवान ने परिक्रमा स्वीकार कर ली : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

    वाराणसी। वाराणसी जिला न्यायालय ने बुधवार को ज्ञानवापी के व्यास जी तहखाने में पूजा करने की इजाजत दे दी है। व्यास जी के तहखाने में वर्ष 1993 से पूजा-पाठ बंद था। न्यायालय ने अपने आदेश में कहा है कि काशी-विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट बोर्ड पुजारी का नाम तय करेगा। न्यायालय ने वाराणसी जिलाधिकारी को 7 दिन के अंदर पूजा-पाठ के लिए जरूरी इंतजाम करने का भी निर्देश दिया।

    जिला अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया जताते हुए ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि प्रशासन ने मूल काशी विश्वनाथ की परिक्रमा को रोक दिया, लेकिन भगवान् विश्वनाथ ने हमारी परिक्रमा को स्वीकार कर लिया। आज न्यायालय में विश्वनाथ मन्दिर के पक्ष में आया फैसला समस्त सनातनधर्मियों की जीत है। हम समस्त सनातनधर्मियों को इसके निमित्त बधाई देते हैं। शंकराचार्य ने कहा कि अब मूल विश्वनाथ को लोहे के अवरोध से मुक्त किया जाएगा। व्यास जी का कमरा भी खुलेगा जिसमे ज्योतिर्मठ की ज्योति प्रज्ज्वलित रहती थी। अब पुनः ज्योतिर्मठ की ज्योति प्रज्ज्वलित होगी।

  • उप्र : 21 फरवरी तक भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव का आगाज, 1.59 करोड़ रुपये स्वीकृत

    उप्र : 21 फरवरी तक भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव का आगाज, 1.59 करोड़ रुपये स्वीकृत

    भारत-नेपाल सीमावर्ती जनपद में आयोजित होगा महोत्सव, 1000 कलाकारों को मिलेगा रोजगार

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश के भारत-नेपाल सीमावर्ती जनपद में योगी सरकार की ओर से भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2023 का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए संस्कृति विभाग की ओर से एक करोड़ 59 लाख 96 हजार रुपये स्वीकृत किए गए हैं। महोत्सव से लगभग 1000 कलाकारों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

    पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सीमावर्ती आठ जनपदों में महोत्सव के भव्य आयोजन के लिए संस्कृति विभाग उप्र की ओर से तिथियां निर्धारित कर दी गई है। जिला प्रशासन एवं सहयोगी संस्थाओं से विचार-विमर्श के बाद कार्यक्रम की तिथियों में परिवर्तन की अनुमति दी जा सकती है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार एक से तीन फरवरी तक सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सिद्धार्थनगर में महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसी प्रकार पांच व छह फरवरी को जवाहर लाल नेहरू पीजी कालेज महराजगंज, आठ फरवरी को बुद्ध पीजी महाविद्यालय कुशीनगर व 10-11 फरवरी को राजकीय एमएलके महाविद्यालय बलरामपुर में महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

    13 फरवरी को सत्यनारायण उच्च शिक्षण संस्थान तुलसीपुर श्रावस्ती, 15-16 फरवरी लार्डबुद्धा इंटर कालेज बहराइच, 18 फरवरी को राजकीय एकलव्य आश्रम पद्धति इंटर कालेज लखीमपुर खीरी व 20-21 फरवरी को राजकीय एलबीएस महाविद्यालय/बेनहर इंटर कालेज/गांधी स्टेडियम प्रेक्षागृह पीलीभीत में महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

  • नाबालिग से दुष्कर्म के दोषी को 10 और अगवा करने के दो दोषियों को 7-7 वर्ष का कारावास

    नाबालिग से दुष्कर्म के दोषी को 10 और अगवा करने के दो दोषियों को 7-7 वर्ष का कारावास

    फिरोजाबाद। न्यायालय ने बुधवार को नाबालिग से दुष्कर्म के दोषी को 10 वर्ष तथा किशोरी को भगाने के दो दोषियों को सात-सात वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। उन पर अर्थदंड भी लगाया। अर्थदंड न देने अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

    थाना टूंडला क्षेत्र निवासी एक किशोरी 30 मार्च 2016 को सब्जी लेने गई थी। उसके बाद वह वापस घर नहीं आई। काफी तलाश के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लगा। पिता ने एक अपचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। विवेचना के बाद लड़की भगाने के मामले में रामकिशन व दीपक के नाम प्रकाश में आए। पुलिस ने सभी के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।

    मुकदमा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायाधीश पॉक्सो विजय कुमार आजाद की अदालत में चला। अभियोजन पक्ष की तरफ से मुकदमे की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक संजीव शर्मा ने बताया मुकदमे के दौरान कई गवाहों ने गवाही दी। कई साक्ष्य न्यायालय के सामने पेश किए गए। गवाहों की गवाही तथा साक्ष्य के आधार पर न्यायालय ने बाल अपचारी को नाबालिग से दुष्कर्म का दोषी माना। न्यायालय ने उसे 10 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने उस पर 10,000 रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। कोर्ट ने रामकिशन व दीपक को सात-सात वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। दोनों पर नौ-नौ हजार रुपये का अर्थ दंड लगाया है। अर्थदंड न देने कर अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। कोर्ट ने अर्थदंड की राशि पीड़ित को देने के आदेश दिए हैं।

  • क्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत

    क्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत

    कानपुर। गोविन्द नगर थाना क्षेत्र में बुधवार को क्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई की।

    गोविन्द नगर थाने के चौकी प्रभारी सौरभ सिंह ने बताया कि बाबूपुरवा थाना क्षेत्र के निवासी अंकुश पांडेय 38 वर्ष पुत्र अशोक कुमार सिंह तीन बच्चों एवं पत्नी का भरण-पोषण करने के लिए दादा नगर स्थित एक प्राइवेट कम्पनी में काम करता था। जहां से वह घर के लिए बुधवार की सुबह निकला और रास्ते में दादा नगर फ्लाईओवर के पास पहुंचा था कि एक क्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गईं। हादसे के बाद क्रेन का ड्राइवर गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई की।

  • प्रशासन की तमाम कोशिशें नाकाम, नाबालिग लड़की की 35 वर्षीय युवक से हो गई शादी

    प्रशासन की तमाम कोशिशें नाकाम, नाबालिग लड़की की 35 वर्षीय युवक से हो गई शादी

    बांदा। जनपद में एक नाबालिग लड़की की 35 वर्षीय युवक से शादी हो गई। इस दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी तमाम कोशिशों के बाद भी बेमेल शादी रोकने में नाकाम रहे। पहले पुलिस ने लड़की की मां से शादी न करने संबंधी कागज़ात में हस्ताक्षर करा लिए थे। बाद में यह कहकर शादी की इजाजत दी गई कि लड़की आधार कार्ड में 18 साल यानि बालिग हो चुकी है। जबकि लड़की की बुआ व ताई ने थाने में तहरीर देकर लड़की को नाबालिग बताते हुए उम्र 16 साल बताया था।

    जिले के जसपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में लड़की की मां अपनी नाबालिग बेटी की शादी कर रही थी। बारात मंगलवार 30 जनवरी को आने वाली थी। इधर पत्रकारों की एक टीम को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने इस बारे में कमिश्नर चित्रकूट मंडल और पुलिस अधीक्षक को जानकारी दी। इस पर लिखित शिकायत दर्ज कराने की बात कही गई। तब लड़की की ताई और बुआ ने जसपुरा थाने में लिखित शिकायत दी। जिसमें बताया गया कि लड़की की मां नाबालिग बेटी की जबरन शादी कर रही है। परिवार रजिस्टर में उसकी उम्र 16 साल दर्ज है। इस शिकायत पर थानाध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजावत सक्रिय हुए। उन्होंने लड़की की मां और बेटी के बयान दर्ज किया, साथ ही मां से लिखित आश्वासन लिया कि वह अपनी बेटी की शादी नहीं करेगी। इसके बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी मीनू सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर, लड़की और उसकी मां के बयान दर्ज करने के बाद मां से लिखित लिया कि वह अपनी बेटी की शादी नहीं करेगी।

    इस बीच लड़की की मां इस बात का दावा करती रही कि हमारी लड़की बालिग हो चुकी है, जनवरी 2024 में 18 वर्ष की हो गई है। साक्ष्य के रूप में आधार कार्ड दिखाया गया। इधर पुलिस प्रशासन की चहलकदमी से गांव में शाम तक हड़कंप मचा रहा। अंततः देर शाम आधार कार्ड को उम्र का सही सर्टिफिकेट मानते हुए पुलिस ने शादी की इजाजत दे दी और इस तरह प्रशासन की तमाम कोशिश नाकाम हो गई।

    इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र का कहना है कि एसडीम और थाना प्रभारी ने गांव जाकर जांच पड़ताल की, जिसमें लड़की के बालिग होने की बात सामने आई है। वन स्टाप केंद्र ने भी जांच पड़ताल की है। इसी तरह निदेशक उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी चित्रकूट धाम मंडल पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि लड़की पढ़ी-लिखी नहीं है। परिवार रजिस्टर में 16 साल जबकि आधार कार्ड में 18 साल उम्र दर्ज है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी व वन स्टाप सेंटर, बाल कल्याण अधिकारी ने इस मामले की जांच की है। वही एसडीएम पैलानी शशि भूषण मिश्र का कहना है कि गांव वालों, लड़की और उसके मां के बयान लिए गए हैं। सभी के बयानों के आधार पर लड़की के बालिग होने की बात सामने आई है। आधार कार्ड के हिसाब से लड़की जनवरी में 18 साल की हो चुकी है।

    बता दें कि उम्र के दावे को लेकर सिर्फ आधार कार्ड और परिवार रजिस्टर को लेकर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस उलझी रही। जबकि मेडिकल टीम से जांच कराई जानी चाहिए थी, पर इसे पुलिस व प्रशासन ने जरूरी नहीं समझा। लड़की बालिग है या नाबालिग है इस पर किसी भी अधिकारी को दावे से बात नहीं कर रहा है। कुल मिलाकर तमाम कोशिशों के बाद भी एक नाबालिग लड़की की शादी रुक नहीं सकी है।

  • बीएचयू बना रहा उत्तर भारत का डीएनए बैंक, सैंपल का डीएनए डाटा भी उपलब्ध होगा

    बीएचयू बना रहा उत्तर भारत का डीएनए बैंक, सैंपल का डीएनए डाटा भी उपलब्ध होगा

    वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) उत्तर प्रदेश का डीएनए बैंक बन रहा है। विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि विभाग और एडनेट सोसाइटी, हैदराबाद ने मार्च 2023 में तीन दिवसीय कांफ्रेंस पर्सनलाइज्ड मेडिसिन पर आयोजित किया था, जिसमें 15 देशों से 21 नामचीन वैज्ञानिक सम्मिलित हुए थे।

    इस कांफ्रेंस में विशेषज्ञों का एक सुझाव यह भी था कि बीएचयू में एक डीएनए बैंक बनाया जाए, जिससे भविष्य में आने वाली किसी भी महामारी का आमजन पर प्रभाव समझने में आसानी हो, साथ ही भारत में प्रचलित इंडोगेमी व्यवस्था (एक ही जाति में विवाह प्रथा) के कारण उत्पन्न होने वाले रेसेस्सिव बीमारियों के जीन अध्ययन के लिए डीएनए की उपलब्धता सुनिश्चित हो। प्रोफेसर चौबे के अनुसार इसी कार्य के लिए विभाग में एक ऑटोमेटेड डीएनए एक्सट्रैक्टर मशीन लगायी गयी है, जो किसी भी जैविक सामग्री (रक्त, लार, बाल या उतक) से डीएनए निकालने में सक्षम है। इस मशीन को लगाने वाले बंगलुरू के कैंब्रियन बाॅयोवर्क्स के वैज्ञानिक डॉ. राघव और हिमानी ने बताया कि यह मशीन मेक इन इंडिया के तहत पूर्ण रूप से स्वदेशी है। इसको इस तरीके से बनाया गया है कि इसमें कम से कम प्लास्टिक का इस्तेमाल हो, जिससे वातावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। यह मशीन एक बार में 32 नमूनों से 30 मिनट में डीएनए निकाल सकती है। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए पूरे उत्तर भारत से इस परियोजना में विभिन्न जातियों और जनजातियों के 50 हज़ार सैंपल जुटाने की योजना है। कम से कम 5 वर्ष का समय लगेगा। इस परियोजना के अगले चरण में इन सैंपल का डीएनए डाटा भी उपलब्ध कराया जायेगा।